कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने और रोज कम संख्या में नए मरीज मिलने के कारण प्रदेश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या घट रही है। प्रदेश में अभी कोरोना संक्रमितों की संख्या 254 है। राज्य के पांच जिलों कबीरधाम, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज और नारायणपुर में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है। अभी प्रदेश की औसत पॉजिविटी दर 0.1 प्रतिशत है।
प्रदेश के 19 जिलों में 3 अक्टूबर को कोरोना का कोई नया मामला नहीं आया है। इस दिन प्रदेश भर में हुए 14 हजार 674 सैंपलों की जांच में 15 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, रायपुर, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, रायगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सरगुजा, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, बस्तर, सुकमा, कांकेर, नारायणपुर और बीजापुर जिले में 3 अक्टूबर को कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया है। इस दिन दुर्ग, मुंगेली, जशपुर और कोंडागांव में एक-एक, बलौदाबाजार-भाटापारा, बिलासपुर, कोरबा और जांजगीर-चांपा में दो-दो तथा दंतेवाड़ा में तीन व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए।
छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक रायपुर लौट रहे है। सभी विधायक कुछ देर बाद स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली से रायपुर आएंगे।इसी बीच एयरपोर्ट पर ही एक कांग्रेस विधायक की तबियत बिगड़ने की भी खबर आ रही थी, लेकिन जानकारी है आ रही है कि सभी विधायक अब साथ ही रायपुर लौट रहे है।
आपको बता दें कि पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ में भी सियाशी उठक पथक जारी है ,इस बीच कुछ दिनों प्र्रोव अचानक ३० से उपर विधायक दिल्ली कूच कर गए .पिछले करीब 5 दिन से छत्तीसगढ़ के कई विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए थे।कल ही इस बात का विधायकों ने फैसला लिया था कि वो सभी अब रायपुर लौट आएंगे। आज शाम सभी को स्पेशल फ्लाइट से रायपुर लौट रहे है।
गोधन न्याय योजना अब मिशन मोड में , मुख्यमंत्री ने ‘गोधन न्याय मिशन‘ गठित करने के दिए निर्देश,वैज्ञानिकों और प्रबंधन-विपणन में विशेषज्ञता रखने वाली संस्थाओं की ली जाएंगी सेवाएं
छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना को मिशन मोड पर संचालित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘गोधन न्याय मिशन‘ का गठन करने के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे इसके अध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा उपाध्यक्ष होंगे।
राज्य में पशुपालन और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2020 से गोधन न्याय योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत पशुपालकों एवं किसानों से दो रूपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जाती है। इस गोबर से महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा सुराजी गांव योजना के तहत स्थापित गौठानों में जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है। अभी तक 50 लाख क्विंटल से भी अधिक गोबर का क्रय किया जा चुका है। क्रय किए गए गोबर से कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट के अतिरिक्त विद्युत उत्पादन तथा अन्य अनेक प्रकार की वस्तुओं का निर्माण किया जा रहा है।
हाल ही में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोबर से जैविक खाद उत्पादन के साथ-साथ विद्युत उत्पादन की परियोजना का भी शुभारंभ किया है। पहले चरण में रायपुर, दुर्ग और बेमेतरा जिलों के तीन गौठानों में विद्युत उत्पादन शुरू भी हो गया है। श्री बघेल ने इस परियोजना को राज्य के सभी गौठानों में लागू करने के निर्देश दिए हैं। राज्य में अब तक 10 हजार से ज्यादा गौठान स्वीकृत हो चुके हैं। इनमें से 6 हजार से ज्यादा गौठान निर्मित होकर सक्रिय भी हो चुके हैं। सम्पूर्ण व्यवस्था का प्रबंधन स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि गोबर संग्राहकों को योजना से अधिक से अधिक लाभ मिले और गोबर के अधिकतम लाभकारी उपयोग के लिए आवश्यक है कि इसका प्रबंधन व्यावसायिक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ किया जाए। इसके लिए मिशन मोड में कार्य किया जाए जिसमें वैज्ञानिकों, प्रबंधन एवं विपणन विशेषज्ञता रखने वाली संस्थाओं, एनजीओ, कम्पनियों के कन्सलटेंट आदि की सेवाएं ली जाएं।
गोधन न्याय मिशन में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह और सचिव वित्त श्रीमती अलरमेलमंगई डी. सदस्य होंगी। विशेष सचिव कृषि डॉ. एस. भारतीदासन मिशन के प्रबंध संचालक तथा उप सचिव कृषि अतिरिक्त प्रबंध संचालक होंगे। मिशन में प्रतिनिधि के रूप में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ तथा दो अन्य अनुभवी एवं विशेषज्ञ को सदस्य के रूप में गोधन न्याय मिशन के अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाएगा।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत उद्यानिकी फसल उत्पादक कृषकों को प्रति एकड़ 9000 हजार रुपए आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा सर्वे कर प्रकरण बनाए जा रहे हैं। कृषक के आवेदन जमा करने से पोर्टल पर आवेदन की जानकारी अंकित करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित है। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री एस.एस दीवान ने बताया कि योजना हेतु उद्यानिकी फसल जैसे फल, सब्जी, मसाले, पुष्प में से कोई भी फसल खरीफ 2021 में लगाने वाले कृषक पात्र होंगे। कृषक अपने क्षेत्र के ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी या कृषि विस्तार अधिकारी से योजना का आवेदन पत्र लेकर पूर्ण रूप से भरकर अपने आधार कार्ड एवं बैंक खाता की सत्यापित छायाप्रति के साथ सत्यापन कराकर अनुदान सहायता के लिए आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
kirshi संबंधित ग्रामीण उद्यानिकी या कृषि विस्तार अधिकारी कृषक सत्यापन पश्चात नजदीकी प्राथमिक सहकारी समिति में जमा करेंगे, जो आवेदन की पूर्ण विवरण यूनिफाइड फॉर्मल पोर्टल पर दर्ज करेंगे। संबंधित क्षेत्र के पटवारी द्वारा गिरदावरी के साथ-साथ पोर्टल पर अनुदान हेतु आवेदन रकबा का मिलान कर वास्तविक फसल का रकबा दर्ज की जावेगी। पटवारी द्वारा गिरदावरी पश्चात दर्ज रकबा अनुसार प्रति एकड़ 9000 रुपए के मान से उद्यानकी फसल के रकबा के मुताबिक अनुदान राशि सीधे कृषक के बैंक खाते में शासन द्वारा जमा की जाएगी। खरीफ वर्ष 2020 में धान उपार्जन के लिए पंजीकृत किए गए रकबे पर ही उद्यानिकी फसलें फल, सब्जी, मसाले या फूल वाली फसलें रोपण करने वाले किसान भी पंजीयन करा सकते हैं जिन्हें प्रति एकड़ 10000 रुपए की पात्रता योजना के तहत होगी।
वेब-सीरिज ‘सिक्स सस्पेक्ट्स’ के बाद छत्तीसगढ़ में अब मशहूर फिल्मकार श्री सुधीर मिश्रा की ‘जहांनाबाद’ की भी शूटिंग, इन जगहों में भी होगी ‘जहांनाबाद’ की शूटिंग, स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को भी मिलेगा मौका
प्रदेश की नई फिल्म नीति मुम्बई के ख्यातनाम फिल्मकारों को छत्तीसगढ़ में अपनी फिल्मों और वेब-सीरिज की शूटिंग के लिए आकर्षित कर रही है। हाल ही में श्री तिग्मांशु धुलिया निर्देशित व श्री आशुतोष राणा अभिनीत वेब-सीरिज ‘सिक्स सस्पेक्ट्स’ की शूटिंग के बाद अब देश के नामचीन फिल्मकार श्री सुधीर मिश्रा ‘सोनी लिव’ तथा ‘स्टूडियो नेक्स्ट’ पर प्रसारित होने वाली अपनी वेब-सीरिज ‘जहांनाबाद’ की शूटिंग के लिए यहां आ रहे है। आगामी नवम्बर माह से करीब दो महीनों तक कांकेर, कवर्धा, राजनांदगांव और रायपुर के विभिन्न लोकेशन्स पर इसका फिल्मांकन होगा। स्थानीय कलाकारों और तकनीशियनों को भी इसमें काम करने का मौका मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 8 सितम्बर को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य की नई फिल्म नीति को मंजूरी दी गई है। नई नीति के तहत यहां फिल्मों के निर्माण के लिए स्थानीय फिल्मकारों की सहायता के साथ ही पर्यटन और अधोसंरचना की मजबूती के लिए बॉलीवुड के फिल्मकारों को भी आकर्षित किया जाएगा। नई फिल्म नीति के अनुसार छत्तीसगढ़ को फिल्म अनुकूल राज्य बनाने, फिल्मों की शूटिंग के लिए सेंट्रल हब के रूप में विकसित करने, स्थानीय प्रतिभाओं के लिए रोजगार के अवसरों के विकास और फिल्म निर्माण के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करने के साथ ही यहां के प्राकृतिक व सांस्कृतिक स्थलों को फिल्मों के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी।
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मशहूर फिल्मकार श्री सुधीर मिश्रा ने प्रदेश की नई फिल्म नीति का स्वागत करते हुए कहा कि इसकी बहुत जरूरत थी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की इस पहल से इस खूबसूरत राज्य के विभिन्न लोकेशन्स में शूटिंग के लिए फिल्मकारों को मदद और सुविधाएं मिलेंगी। यहां हर तरह के लोकेशन्स हैं। घने जंगल, आदिवासी इलाके, भिलाई इस्पात संयंत्र, प्राचीन शहरों और मंदिरों के साथ रायपुर और बिलासपुर के मनमोहक नजारे भी हैं। श्री मिश्रा ने बताया कि हम लोगों ने ‘सोनी लिव’ और ‘स्टूडियो नेक्स्ट’ पर प्रसारित होने वाली अपनी वेब-सीरिज ‘जहांनाबाद’ की शूटिंग के लिए छत्तीसगढ़ को चुना है। यह श्री राजीव बरनवाल द्वारा लिखित तथा उनके व श्री सत्यांशु सिंह द्वारा निर्देशित अद्भूत शो है। पाराम्ब्रता चट्टोपाध्याय, रजत कपूर, साब्यसाची चक्रबर्ती और इश्वाक सिंह जैसे बड़े और उभरते कलाकार इसमें अभिनय कर रहे हैं।
राज्य योजना आयोग के सलाहकार एवं प्रदेश की नई फिल्म नीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले श्री गौरव द्विवेदी ने बताया कि बॉलीवुड के फिल्मकार हाल ही में घोषित प्रदेश की नई फिल्म नीति में गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं और वे शूटिंग के लिए छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के आह्वान ‘गढ़वो नवा छत्तीसगढ़’ के मुताबिक नई फिल्म नीति की घोषणा के कुछ दिनों के भीतर ‘जहांनाबाद’ दूसरी वेब-सीरिज होगी जिसकी शूटिंग छत्तीसगढ़ में होगी। उन्होंने बताया कि निर्माता-निर्देशक श्री अनुभव सिन्हा, श्री अनुराग कश्यप, श्री निखिल द्विवेदी, श्री अजय राय और सुश्री मधु भोजवानी भी अपनी आगामी फिल्मों एवं वेब-सीरिज के फिल्मांकन के लिए छत्तीसगढ़ में संभावनाएं तलाश रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बताएं कि सिलगेर जाने कब निकले थे? भाजपा के सुखभोगी नेता सिलगेर जाने के बजाये तरेम से वापस लौट गये आज झूठ की राजनीति कर रहे हैं:धनंजय सिंह ठाकुर
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह मोदी योगी सरकार के किसान विरोधी काले कारनामे पर पर्दा करने छत्तीसगढ़ के किसान हितैषी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के ऊपर अनैतिक मनगढ़ंत झूठे आरोप लगा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए कि वो सिलगेर जाने कब निकले थे? सच्चाई तो यह है कि रमन सिंह कभी सिलगेर जाने निकले ही नहीं। सिलगेर के मामले में घड़ियाली आंसू बहाने वाले डॉ. रमन सिंह की झूठ प्रपंच सिलगेरवासियों को पता है। सिलगेर जाने निकले भाजपा नेता तरेम से ही वापस लौट आये। जबकि जिला प्रशासन पूरा सुरक्षा मुहैय्या कराई थी। कांग्रेस के नेता भी सिलगेर गये थे।
वहां की जनता से मिले। लेकिन सत्ताभोगी भाजपा नेता चमचमाती लक्ज़री एयरकंडीशन गाड़ी के गद्दीदार सीट को छोड़कर पैदल चलकर सिलगेर जाने की हिम्मत जुटा नही पाये। छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र है सविंधान का राज है। सबको अपनी बात रखने का सुख दुःख में संग खड़े होने की स्वतंत्रता है। भाजपा के नेता पीड़ित और पीड़ित के परिवार से मिलने नहीं बल्कि उनके जख्मों को कुदेरने जाते हैं। अपनी राजनीतिक मंशा को पूरा करने जाते है। डॉ. रमन सिंह 15 साल सत्ता में रहने के दौरान जनता से दूरी बनाकर रखे। किसानों आदिवासियों मजदूरों युवाओं की आवाज नही सुने वो डॉ. रमन सिंह सत्ता जाने के बाद आज झूठ और फरेब की राजनीति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री रहते डॉ. रमन सिंह जनता के बीच जाते जनता की आवाज को सुनते तो आज भाजपा 14 सीट पर नही सिमटती।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में घोटाले के आरोपों को कांग्रेस झूठा काल्पनिक और कोरा बकवास बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गलत बयानी करके चर्चा में बने रहने की कोशिश में लगी है। मोदी सरकार के द्वारा गरीबों को मुफ्त 5 किलो चावल देने का घोषणा करने के पहले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के गरीबों को मुफ्त में 35 किलो चावल देना शुरू करवा दिया था। भारत सरकार द्वारा राज्य के केवल 51.20 लाख अन्त्योदय एवं प्राथमिकता वाले राशनकार्डधारियों के लिये प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत निःशुल्क चावल का आबंटन दिया गया है जबकि राज्य शासन द्वारा राज्य के 58.91 लाख परिवारों को निःशुल्क चावल का वितरण माह नवंबर 2021 तक किया जावेगा। इससे स्पष्ट है कि केन्द्र से प्राप्त आबंटन से अधिक चावल का वितरण राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है तथा अतिरिक्त वितरण किए जा रहे चावल की सब्सिडी राज्य शासन द्वारा वहन की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा दिग्भ्रमित है एक तरफ तो घोटाले का आरोप लगा कर कह रहे चावल वितरित हो नहीं रहा, दूसरी ओर कह रहे कि चावल वितरण में केंद्र की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। भाजपा मांग कर रही केंद्र के द्वारा दिया गया चावल वापस किया जाये। भाजपा के इन दोनों ही बातों से स्पष्ट है कि भाजपा साफ झूठ बोल कर भ्रम का माहौल तैयार कर रही। गरीबों के चावल में 36,000 करोड़ का नान घोटाला करने वाली भाजपा को हर जगह घोटाला ही नजर आता है। भाजपाई जान लें छत्तीसगढ़ में गरीबों की हितैषी कांग्रेस सरकार है। अब गरीबों के राशन में डकैती और घोटालों का दौर समाप्त हो गया।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खिरी में कृषि कानून के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को वाहनों से रौंदकर किये गये निर्मम हत्या एवं शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देने हेतु लखीमपुर खिरी जा रहे एआईसीसी के महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा किये गये बर्बरतापूर्ण अलोकतांत्रिक कार्यवाही के विरोध में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के आव्हान पर प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों में 5 अक्टूबर 2021 को कलेक्ट्रेट घेराव कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौप कर उत्तर प्रदेश सरकार के बर्खास्तगी की मांग की जायेगी।
कलेक्ट्रेट घेराव कार्यक्रम का आयोजन में स्थानीय प्रदेश पदाधिकारियों, सांसद, पूर्व सांसद प्रत्याशी, विधायक, पूर्व प्रत्याशी, पूर्व विधायक, जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों, मोर्चा संगठन, प्रकोष्ठ विभाग के जिला, ब्लाक पदाधिकारियों, सोशल मीडिया के प्रशिक्षित सदस्यो, नगरीय-निकाय, त्रि-स्तरीय पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, सहकारिता क्षेत्र के पदाधिकरियों, वरिष्ठ कांग्रेसजन शामिल होंगे।
औषधीय पौधों की खोज यात्रा : युवा विद्यार्थियों के लिए बुजुर्ग वैद्यों ने खोले परम्परागत चिकित्सा के कई राज,आटो इम्यून, बीमारियों के इलाज के लिए औषधीय पौधों के उपयोग संबंधी दुर्लभ जानकारियों को किया गया साझा
बच का उपयोग खूनी बवासीर में, आंतों के ट्यूमर के लिए हत्थाजोड़ी, सांसों की बीमारियों में भारंगी, सफेद और लाल प्रदर में शेर-दातौन, टूटी हड्डी जोड़ने के लिए डेरिया कांदा, मधुमेह में हजारदाना, सांप के काट पर जमरासी, उदरविकार में मरोड़फली, बवासीर में रासना जड़ी, सूजन दूर करने पुनर्नवा, हड्डी जोड़ने कोरपट, बच्चों के कृमि रोग में बायबिडंग और ऐसी अनेक वनस्पतियों की पहचान, उनके उपयोग का तरीका, उनके पनपने के स्थान आदि विभिन्न दुर्लभ जानकारियों से अवगत होते हुए वैद्यों के मन में ज्ञान को साझा करने का संतोष था, तो वनस्पति वैज्ञानिकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों में इसे पाने की ललक थी।
छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा तथा मध्यप्रदेश विज्ञान सभा द्वारा प्रसिद्ध टेक्सोनामिस्ट प्रोफेसर एम.एल. नायक के नेतृत्व में संयुक्त रूप से आयोजित औषधीय पौधों की खोजयात्रा में इस बार छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश तथा महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से आये 150 से अधिक लोगों ने भागीदारी की। यह यात्रा इस बार अमरकंटक की तराई में बसे नैसर्गिक संपदा के धनी ग्राम केवची को बेसकेंप बनाकर 1 से 3 अक्टूबर तक की गई।
इसके तहत 1 अक्टूबर को इसका उद्घाटन करते हुए छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के अध्यक्ष प्रसिद्ध टेक्सोनामिस्ट प्रोफेसर एम.एल. नायक द्वारा औषधीय पौधों की जानकारी के महत्व को रेखांकित किया गया तथा युवा विद्यार्थियों को इनके अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दी गई। उन्होंने विभिन्न पौधों के चिकित्सा संबंधी ज्ञान के वेलिडेशन पर जोर दिया और तत्संबंधी अनुसंधान को गति देने विश्वविद्यालयों की भूमिका पर प्रकाश डाला। विज्ञान सभा के कार्यकारी अध्यक्ष विश्वास मेश्राम ने औषधीय पौधों की खोजयात्रा के अभी तक के सफर और अमरकंटक की वादियों तक के इस आयोजन के पहुंचने के बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि 1999 में महानदी तट से शुरू होकर यह यात्रा बस्तर में तिरिया-माचकोट, केशकाल, कुम्हानखार, झलियामारी, मांझिनगढ़ तथा टाटामारी, महासमुंद में देवधारा, कोरबा में चैतुरगढ़ और सतरेंगा, बालोद में डौंडीलोहारा, मंडला में घुघरी, छिंदवाड़ा में पातालकोट आदि के जंगलों से होते हुए यहां नर्मदा तट तक पहुंच गई है। कोरबा से आये वनस्पति विज्ञानी और इस यात्रा के संयोजक दिनेश कुमार ने जंगल में खोजयात्रा के दौरान बरतने वाली सावधानियां के बारे में अवगत कराया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को ग्रुप में रहकर ही जड़ी-बूटियों को खोजने की सलाह दी और अकेले जंगल में भटक जाने के खतरों से आगाह किया।
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खोजयात्रा के दूसरे दिन 2 अक्टूबर को परम्परागत वैद्यों श्री सुमेर सिंह, श्री अवधेश कश्यप, श्री निर्मल अवस्थी, श्री अर्जुन श्रीवास, श्री लोकनाथ सोना और वनस्पति वैज्ञानिकों प्रोफेसर एम एल नायक, श्री दिनेश कुमार, श्री गुलाब चंद साहू, डा. भुवन एम साहा, डा प्रज्ञा गिरादकर, डा. शारदा बाजीराव वैद्य, सुश्री रेखा शर्मा, लक्ष्मी सिंह पैकरा, रानू राठौर, लाईफसाइंस एक्सपर्ट निधि सिंह, वेदव्रत उपाध्याय, कृषि वैज्ञानिक डा. अंबिका टंडन, शल्य चिकित्सक डा. कल्पना सुखदेवे, आयुर्वेद चिकित्सक डा. विवेक दुबे तथा डा. सीमा पांडेय के साथ सुबह जंगल जाकर 40 से अधिक औषधीय पौधों की पहचान कर उनके उपयोग और रहवास पर जानकारी प्राप्त की गई। दोनों ही चिकित्सकों तथा साथ आये वैद्यों ने जड़ी-बूटियों के औषधीय उपयोग एवं प्रभाव की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। विज्ञान सभा का यह खोजदल दो पहाड़ियों को पार करता हुआ, विभिन्न उँचाइयों पर मिल रही औषधीय पौधों का डाक्यूमेंटेशन करता हुआ सोननदी के उद्गम स्थल तक गया और वापसी में चक्कर लगाता हुआ दूसरे रास्ते से लौटा। प्रतिभागियों द्वारा वापस लौटकर भोजन उपरांत केंवची के एमपीसीए क्षेत्र का भ्रमण किया गया और वहां मिले पौधों के गुणधर्मों की जानकारी प्राप्त की गई। खोजयात्रा दल ने वहां नैसर्गिक रुप से विद्यमान जैव-विविधता को देखा और सराहा। खोज दल के साथ इस बार बहुत से बच्चों ने भी ट्रेकिंग की।
खोजयात्रा के तीसरे दिन 3 अक्टूबर को इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी- अमरकंटक जाकर वहां के हर्बल गार्डन का भ्रमण किया गया। बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसरों के साथ जानकारियों का आदान-प्रदान किया गया, जहां विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी द्वारा प्रतिभागियों के साथ उद्देश्यपूर्ण चर्चा की गई। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा औषधीय पौधों के क्षेत्र में की जा रही परियोजनाओं की जानकारी दी और उनके वैज्ञानिक विश्लेषण के बारे में बताया।
ज्ञात हो कि पहले दिन बेसकेंप केंवची में भोजन के पश्चात रात्रि में स्काईवाचिंग के दौरान टेलिस्कोप से बृहस्पति ग्रह के चार चंद्रमा - आयो, यूरोपा, गेनिमेड और केलिस्टो का अवलोकन कराया गया तथा मृग, ययाति, वृषपर्वा, शर्मिष्ठा, धु्रव-मतस्य, महाश्व जैसे प्रमुख तारामंडलों की पहचान कराई गयी। इसी दिन कैंपफायर के दौरान लोगों ने अपनी गायन प्रतिभा का परिचय देकर माहौल को उत्साह से भरकर खुशनुमा बना दिया।
इस आयोजन के लिए वन विभाग छत्तीसगढ़ तथा मध्यप्रदेश के साथ साथ एसडीएम कोटा श्री आर.एल. भारद्वाज, एसडीएम पेंड्रा श्री देवी सिंह उइके, डाइट पेंड्रा के प्राचार्य श्री जे पी पुष्प, सहायक अभियंता श्री जैन, हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य श्री पाटिल, जनपद पंचायत के सीईओ डा संजय शर्मा, हर्बल गार्डन अमरकंटक के वैद्य श्री धुर्वे, रेवा फारेस्ट नर्सरी के श्री गयादास बघेल, इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी बायोटेक्नोलॉजी विभाग के डीन श्री त्रिपाठी, प्रोफेसर नवीन शर्मा तथा असिस्टेंट प्रोफेसर श्री प्रशांत सिंह, सीएसईबी के कार्यपालन अभियंता श्री अमर चौधरी तथा छत्तीसगढ़ वनौषधि वैद्य संघ के सचिव श्री निर्मल अवस्थी का बहुत अच्छा सहयोग रहा जिसके लिये विज्ञान सभा द्वारा आभार ज्ञापित किया गया।
इस यात्रा को सफल बनाने में मध्य भारत के प्रसिद्ध टेक्सोनामिस्ट प्रोफेसर एम. एल. नायक, विज्ञान सभा के एस. आर.आजाद, दिनेश कुमार, निधि सिंह, अंजू मेश्राम, मनीषा चंद्रवंशी, साईकलिस्ट मृणाल गजभिए, इंजीनियर सुमित सिंह, अविनाश यादव, वेदव्रत उपाध्याय, सूरज नंदे, हरकेश डडसेना, मनोज नायक, फ्रेंक आगस्टीन नंद, डा. वाय. के. सोना, रतन गोंडाने तथा विश्वास मेश्राम ने बहुत मेहनत की। विभिन्न वैज्ञानिक और शिक्षण संस्थाओं से मिले सहयोग के लिए आयोजक संस्थाओं द्वारा आभार जताया गया।
देश के पर्यटन नक्शे में नयी संभावनाओं के साथ उभरकर सामने आएंगे सरगुजा संभाग के सीतामढ़ी-हरचौका और रामगढ़ , 07 अक्टूबर को राम वन गमन परिपथ के उद्घाटन से पर्यटकों को मिलेगी नयी सौगात
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी परियोजना राम वन गमन पर्यटन परिपथ विकास के तहत पहले चरण में जिन 9 स्थलों का चयन कर उन्हें पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है, उनमें से सरगुजा संभाग के भी दो स्थल शामिल हैं। इनमें से एक है कोरिया जिले में स्थित सीमामढ़ी हर चौका, और दूसरा है सरगुजा जिले में स्थित रामगढ़। 07 अक्टूबर को जब चंदखुरी में राम गमन पर्यटन परिपथ का शुभारंभ होगा तब देश के पर्यटन नक्शे में भगवान श्री राम के वनवास काल से जुड़े ये दोनों महत्वपूर्ण स्थल भी नयी संभावनाओं के साथ उभरकर सामने आएंगे। चंदखुरी में इस परियोजना के शुभारंभ के लिए नवरात्रि के अवसर पर तीन दिवसीय समारोह आयोजित करने की भव्य तैयारी की जा रही है।
राम वन गमन पर्यटन परिपथ में रायपुर के निकट स्थित चंदखुरी के प्राचीन माता कौशल्या मंदिर परिसर के विकास और सौंदर्यीकरण का एक चरण पूरा हो चुका है। 07 अक्टूबर को यहां विकसित नयी पर्यटन सुविधाओं के लोकार्पण के साथ-साथ पूरे राम वन गमन पर्यटन परिपथ का भी शुभारंभ किया जाना है। कोरोना-काल में बाधित हुई पर्यटन गतिविधियों के बाद यह नया परिपथ घरेलू पर्यटन में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक बड़ा उपहार होगा।
वनवास के दौरान भगवान राम ने कोरिया जिले से ही छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। भरतपुर तहसील के जनकपुर में स्थित सीतामढ़ी-हरचौका को उनका पहला पडा़व माना जाता है। मवाई नदी के किनारे स्थित सीतामढ़ी-हरचौका की गुफा में 17 कक्ष हैं। इसे सीता की रसोई के नाम से भी जाना जाता है। वहां एक शिलाखंड है जिसे लोग भगवान राम का पद-चिन्ह मानते हैं। मवाई नदी तट पर स्थित गुफा को काट कर 17 कक्ष बनाए गए हैं, जिनमें शिवलिंग स्थापित हैं। इसी स्थान को हरचौका (रसोई) के नाम से जाना जाता है। भगवान राम हरचौका से रापा नदी के तट पर स्थित सीतामढ़ी-घाघरा पहुंचे थे। यहां करीब 20 फीट ऊपर 4 कक्षों वाली गुफा है, जिसके बीच में शिवलिंग स्थापित है। आगे की यात्रा में वे घाघरा से निकलकर कोटाडोला होते हुए सरगुजा जिले की रामगढ़ पहाड़ी पहुंचे थे।
सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर से 50 किलोमीटर दूर स्थित रामगढ़ एक ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं सांस्कृतिक महत्व का स्थल है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई लगभग 3 हजार 202 फीट है।
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इस स्थान को महाकवि कालिदास की अनुपम रचना ‘‘ मेघदूतम’’ की रचना स्थली माना जाता है। विश्व की सर्वाधिक प्राचीनतम् शैल नाट्यशाला के रूप में भी यह विख्यात है। ‘‘सीताबेंगरा’’ और ‘‘जोगीमारा’’ की गुफाएं तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्यकाल के समय की मानी जाती हैं। जोगीमारा गुफा में मौर्य कालीन ब्राह्मी लिपि में अभिलेख तथा सीताबेंगरा गुफा में गुप्तकालीन ब्राह्मी लिपि में अभिलेख के प्रमाण मिलते है। जोगीमारा गुफा की एक और विशेषता है कि यहां भारतीय भित्ति चित्रों के सबसे प्राचीन नमूने अंकित हैं।
पुरातात्विक दस्तावेजों के रूप में मूर्तियों, शिलालेखों एवं ताम्रपत्रों का बड़ा महत्व माना जाता है। रामगढ़ में ऐसे महत्व की वस्तुएं उपलब्ध है। जोगीमारा गुफा में लगभग 8 मूर्तियां संग्रहित हैं। यह मूर्तियां लगभग 2 हजार वर्ष पुरानी हैं।
रामगढ़ पहाड़ी के ऊर्ध्व भाग में दो शिलालेख मौजूद हैं। प्रस्तर पर नुकीली छेनी से काटकर लिखे गए इस लेख की लिपि पाली और कुछ-कुछ खरोष्टी से मिलती जुलती है। लिपि विशेषज्ञों ने इसे एक मत से पाली लिपि माना है।
रामगढ़ के निकट स्थित महेशपुर वनस्थली महर्षि की तपोभूमि थी। इस स्थल पर ही लगभग 10 फीट ऊपर ’’कालीदासम्’’ खुदा हुआ है। सीताबेंगरा के ही पार्श्व एक सुगम सुरंग मार्ग है, जिसे हाथी पोल कहते हैं। इसकी लम्बाई लगभग 180 फीट है। इसका प्रवेश द्वार लगभग 55 फीट ऊंचा है। इसके अंदर से ही इस पार से उस पार तक एक नाला बहता है। इस सुरंग में हाथी आसानी से आ-जा सकता है। इसलिए इसे हाथी पोल कहा जाता है। सुरंग के भीतर ही पहाड़ से रिसकर एवं अन्य भौगोलिक प्रभाव के कारण एक शीतल जल का कुण्ड बना हुआ है।
छत्तीसगढ़ में पति ने कोर्ट में बताया है कि उसकी पत्नी दिनभर मोबाइल पर 'बोर्नविट'' से बातचीत करती रहती है ,वहीं महिला डॉक्टर ने अपने पति पर गे होने का आरोप लगाया
बिलासपुर की एक डॉक्टर की शादी 4 फरवरी 2018 को हुई थी। शादी के बाद पति उसे अपने साथ मुंबई ले गया। दोनो हनीमून में जयपुर भी गए। लेकिन कुछ दिनों बाद ही डॉक्टर ने अपने पति के पुरूषार्थ पर सवाल उठाते हुए उसके सहकर्मियों को फोन कर ये बताया कि दोनो के बीच शादी के बाद संबंध नहीं बने और उसका पति 'गे' है। इसी बीच पत्नी ने दहेज प्रताड़ना का भी केस दर्ज किया, लेकिन अपने ऊपर लगे इन आरोपों के कारण पति की बदनामी हुई और उसके दोस्त उसे हीनभावना से देखने लगे। जिसके बाद उन्होंने रायपुर की एक कोर्ट में अपने साथ हुई इस घटना के कारण मानहानि का केस दायर किया। पत्नी और उसके अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कोर्ट ने केस दाखिल कर आरोपियों को समन जारी किया है।
क्या है मामला
कोर्ट में पक्षकार यानी पति ने बताया है कि उसकी पत्नी डॉ से शादी के बाद वे मुंबई गए जहां उनकी जॉब थी. लेकिन वे (पत्नी) दिनभर घर में कुछ काम नहीं करती थी और घंटों ‘बोर्नविटा’ के नाम से उसके मोबाइल पर सेव नंबर पर बात करती थी. पति ने कोर्ट में बताया है कि वो नंबर उसके दोस्त डॉ का है. पति ने कोर्ट में ये भी बताया कि कॉलेज के समय से दोनो के बीच प्रेम संबंध है. इसलिए उनकी पत्नी उसे बिलासपुर चलकर रहने का दबाव बनाती थी.
जबकि वे (पति) जॉब के सिलसिले में कनाडा जाना चाहते थे, जो नहीं जा पाए. इतना ही नहीं आरोपी पत्नी ने अपने पति के ऑफिस में फोन कर अपने पति के महिला मित्रों को ये भी कहा कि उसका पति गे है और दोनो के बीच शादी के बाद कोई संबंध नहीं बने है. ये बात धीर-धीरे उसके दफ्तर में फैल गई और उसे (पति को) दफ्तर में हीन भावना से देखा जाने लगा. पति ने अपनी पत्नी पर शराब पीकर हंगामा करने का भी आरोप लगाया. इतना ही नहीं उन्होंने अपना मेडिकल टेस्ट करवाकर रिपोर्ट कोर्ट में पेश की है. जिसमें डॉक्टरों ने उन्हें शारीरिक संबंध बनाने हेतु योग्य पाया है.
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पति ने कोर्ट में अपनी पत्नी की बड़ी बहन समीक्षा दुबे, जीजा प्रशांत दुबे, बड़ा भाई मयंक शेखर शर्मा और पिता शिवराम प्रसाद शुक्ल के विरूद्ध धारा 200 दं.प्र.सं. के तहत धारा 500/34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किये जाने हेतु एक परिवाद प्रस्तुत किया है. जिसके बाद न्यायालय ने डॉ. आकांक्षा शुक्ल शर्मा एवं अन्य चार के विरूद्ध मामला पंजीबद्ध कर समन जारी करने का आदेश जारी किया है. यह आदेश पवन कुमार अग्रवाल, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी रायपुर की कोर्ट ने जारी किया है।
बिलासपुर जिले के मस्तुरी ब्लॉक के ग्राम मचखंडा में कुदरत ने कहर बरपाया है। यहां अयूब खान हायर सेकंडरी स्कूल में बिजली गिरने से 10 स्कूली बच्चे चपेट में आए है। इस दौरान एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं झुलस गए बच्चो को अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इस घटना से बच्चे काफी सदमे में हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक रोज की तरह ही सोमवार को भी यहां स्कूल संचालित हो रहा था। इसी दौरान अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि स्कूल के करीब ही आकाशीय बिजली गिरी। जिसकी जद में आकर स्कूल के 10 बच्चे घायल हुए। इनमे से एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।
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बताया जा रहा है कि जब बिजली गिरने की आवाज सुनाई दी तो स्कूल के शिक्षक दौड़कर बाहर निकले, जहाँ 6 वी क्लास में अध्ययनरत शिवम के साथ तीन अन्य बच्चो को चोटें आईं थीं। पूरे स्कूल में जांच करने के बाद पता चला कि कुल 10 बच्चे आकाशीय बिजली की चपेट में आए हैं।
6 वी से 12 क्लास तक के इन बच्चो को आनन फानन में सिम्स हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने शिवम नामक छात्र को मृत घोषित कर दिया है। वही दो अन्य बच्चो की हालत गंभीर बतायी जा रही है। इधर घटना की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग का अमला सिम्स पहुँच गया है। जहाँ बच्चो के बेहतर इलाज के प्रयास किए जा रहे हैं।
जख्मी बच्चों के नाम इस प्रकार है- मिथलेश केवट पिता सुरेश केवट 17 साल
रचना पिता सम्पत लाल गन्धर्व 11 साल
भूपेंद्र साहू पिता दिनेश साहू 15 सालसायरा बानो पिता सफदर अली 11 साल
आलिया पिता गुलजार खान 11 सा
सोमराज गोड पिता चंद्रपाल 13 सा
प्रदीप यादव पिता दिलेश्वर यादव 14 सा
केतन यादव पिता रामसप्ताह 11 सा
अंजली पिता मानसिंग मरावी ग्राम मंजूर पहरी 11 साल.
Short news only from Chhattishgarh ,dated: 4 OCTOBER 2021
जगदलपुर : 04/Oct/2021
🌐 CG JOB Opportunity : जगदलपुर जनपद पंचायत में प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन🌐
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जिले के सभी जनपद पंचायत में एसआईएस इंडिया लिमिटेड के सुरक्षा जवान और सुरक्षा सुपरवाईजर के 300 पदों की भर्ती के लिए प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। 7 अक्टूबर का जनपद पंचायत बकावण्ड, 8 अक्टूबर को जनपद पंचायत बस्तर, 9 अक्टूबर को जनपद पंचायत लोहण्डीगुड़ा, 11 अक्टूबर को जनपद पंचायत तोकापाल, 12 अक्टूबर को बास्तानार, 13 अक्टूबर को दरभा और 14 अक्टूबर को लाईवलीहुड कॉलेज आड़ावाल जगदलपुर में आयोजित किया जाएगा। सुरक्षा जवान हेतु योग्यता 10वीं पास, सुरक्षा सुपरवाईजर हेतु 12वीं पास, शारीरिक ऊंचाई 168. संेटीमीटर एनसीसी ’’सी’’ सर्टिफिकेट योग्यताधारी आवेदक को प्राथमिकता दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र आड़ावाल जगदलपुर में सम्पर्क किया जा सकता है।
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जगदलपुर : 04/Oct/2021
🌐 CG JOB Opportunity : जगदलपुर गेस्ट लेक्चरर के लिए 18 अक्टूबर तक कर सकते हैं आवेदन🌐
शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के लिए विभिन्न व्यवसायों-विषयों के प्रशिक्षण अधिकारी के रिक्त पदों के विरूद्ध मेहमान प्रवक्ता के रूप में कार्य करने हेतु आवेदन 18 अक्टूबर तक मंगाए गए हैं। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था जगदलपुर के प्राचार्य ने बताया कि प्रशिक्षण कार्य सम्पन्न कराने हेतु सत्र 2021-22 के लिए व्यवसाय, विषय, फिटर, विद्युतकार, कम्प्युटर ऑपरेटर एण्ड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, मैकेनिक डीजल, ड्रायवर-कम मैकेनिक मोटर व्हीकल और स्टेनोग्राफर सेक्रेट्रीयल असिस्टेंट हिन्दी अंग्रेजी, सोलर टेक्नीशियन, के स्वीकृत प्रशिक्षण अधिकारी के रिक्त पदों के विरूद्ध मेहमान प्रवक्ता (गेस्ट लेक्चरर) के लिए आवेदन 18 अक्टूबर 2021 को अपरान्ह 5 बजे तक इच्छुक आवेदक कार्यालय प्राचार्य शासकीय प्रशिक्षण संस्था आड़ावाल जगदलपुर के नाम पर स्पीड पोस्ट, या रजिस्टर डाक के माध्यम से आवेदन कर सकते है।
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बिलासपुर : 04/Oct/2021
🌐 बिलासपुर में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए कंट्रोल रूम स्थापित🌐
संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली द्वारा ‘‘सिविल सेवायें (प्रारंभिक) परीक्षा - 2021’’ का आयोजन 10 अक्टूबर 2021 को दो सत्रों में प्रातः 9.30 बजे से 11.30 बजे तक एवं दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक किया जाएगा। इस परीक्षा के आयोजन के लिए बिलासपुर केन्द्र में 24 शैक्षणिक संस्थानों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।
परीक्षा के जिले में सुचारू रूप से संचालन के लिए जिला कार्यालय बिलासपुर के कक्ष क्र. 25 में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाता है। जहां का दूरभाष क्रमांक 07752-223643 है। श्री बैजुलाल कवर, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, भू-अभिलेख शाखा, जिला कार्यालय बिलासपुर को कंट्रोल रूम प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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महासमुन्द : 04/Oct/2021
🌐 कौन बनेगा करोड़पति KBC में आज हॉट शीट पर नजर आएंगी महासमुंद की बेटी मनीषा🌐
छत्तीसगढ़ के महासमुन्द जिले का गांव झलप। यहां की बेटी मनीषा शर्मा आज हॉट शीट पर नजर आएंगी। बहुत ही साधारण परिवार की प्रतिभाशाली बेटी मनीषा को सोनी टीवी के बहुचर्चित कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में देखने को लेकर लोग उत्साहित हैं। यह पहला अवसर है जब महासमुन्द जिले से किसी का चयन KBC के लिए हुआ है। मनीषा के पापा इंजीनियर हैं। बहुत ही मेहनत और लगन से निजी कम्पनी में काम करते हुए उन्होंने मनीषा को पढ़ाया-लिखाया। उनका जीवन संघर्षमय रहा है। बेटी को हॉट शीट पर बैठे देखना उनके लिए एक सपना था। जिसे मनीषा ने पूरा कर दिखाया है।
मीडिया और प्रचार प्रसार से दूर रहने वाली मनीषा नहीं चाहती थीं कि उनके KBC में जाने को प्रचारित किया जाए। इस बीच उनकी प्रतिभा की जानकारी मिलते ही बधाई देने वालों का तांता लग गया है। '36knockout' परिवार प्रतिभाशाली और गांव की इस बेटी मनीषा को सैल्यूट करता है। जिन्होंने अपनी सूझ बूझ और चतुराई से KBC के हॉट शीट पर पहुंचकर धनराशि जीती। और देश दुनिया में छत्तीसगढ़ के साथ साथ महासमुन्द जिला और झलप गांव का नाम रोशन किया।
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रायपुर : 04/Oct/2021
🌐 पहली बार रायपुर आ रहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, 5 अक्टूबर को जानिए इनके कार्यक्रमों की फेहरिस्त🌐
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल 5 अक्टूबर को रायपुर आ रही हैं। वे यहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। साथ ही, वित्त मंत्रालय के अधीन विभागों के अधिकारियों व अलग-अलग प्रतिनिधियों से बात करेंगी।
वित्त एवं कार्पोरेट विभाग से जारी अधिकृत कार्यक्रम के मुताबिक सीतारमण सुबह 10 बजे एयरपोर्ट पहुंचेंगी। वहां से कुशाभाऊ ठाकरे परिसर जाएंगी। भाजयुमो के कार्यकर्ता उनके स्वागत में बाइक रैली निकालेंगे। ठाकरे परिसर में प्रेस कांफ्रेंस के बाद स्थानीय नेताओं से भेंट करेंगी और भाठागांव वैक्सिनेशन सेंटर जाएंगी। वहां कोरोना वैक्सिनेशन प्रोग्राम के बारे में जानकारी लेंगी। इसके बाद पहुना जाएंगी। पहुना में लंच के बाद तेलीबांधा तालाब में जल संरक्षण का जायजा लेंगी। टाउन हॉल में ब्लड डोनेशन कैम्प जाएंगी। इसके बाद एक होटल में कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। वहां पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के निवास पर भेंट करेंगी और 8.20 की फ्लाइट से दिल्ली लौट जाएंगी।
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बेमेतरा : 04/Oct/2021
🌐 बेमेतरा में असंगठित और निर्माण श्रमिकों के लिए ई-श्रम पोर्टल में पंजीयन प्रारंभ🌐
श्रम पदाधिकारी ने बताया की भारत सरकार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा असंगठित श्रमिकों जिसमें निर्माण श्रमिक भी शामिल है। जिनके पंजीयन हेतु ई-श्रम पोर्टल प्रारंभ किया गया है। असंगठित एवं निर्माण श्रमिक जैसे कामवाली बाई, कुक, सफाई कर्मचारी, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, पेंटर, इलेक्ट्रीशियन, खेतीहर मजदूर आदि श्रमिक जिसकी आयु 16 से 59 वर्ष हो, अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाईल नंबर सहित अपने नजदीकी च्वाईस सेंटर में ई-श्रम पोर्टल में पंजीयन करा सकते है।
ई-श्रम पोर्टल में पंजीयन होने के उपरांत कार्ड प्राप्त होते ही पंजीकृत श्रमिकों का दो लाख रूपये का बीमा एवं आपदा की स्थिति में सहायता राशि तथा उन्हें अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की पात्रता होगी। ई-श्रम से संबंधित अन्य जानकारियों एवं विस्तृत विवरण कार्यालय श्रम पदाधिकारी बेमेतरा से प्राप्त की जा सकी है।
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सूरजपुर : 03/Oct/2021
🌐 सूरजपुर में सीएससी एजुकेशन की तरफ से युवाओं के लिए पहल🌐
जिला सूरजपुर सीएससी एजुकेशन
ट्रेनिंग एकेडमी स्किल इंडिया विस्तार के लिए युवा को कौशल विकास पढ़ाने के लिए जिला प्रबंधक विकास तिवारी मनीष जी के द्वारा जिले के सीएससी अकैडमी मैं युवाओं का कौशल प्रशिक्षण का आरंभ हुआ जिसमें जिले के प्रतापपुर ब्लॉक के सीएससी एजुकेशन ट्रेंनिंग अकैडमी जरही सीएससी संचालक निखिल सिंह द्वारा युवाओं को स्किल ट्रेनिंग कार्य को पूरा कराया गया जिसमें युवाओं को इस ट्रेनिंग की पूर्ण करने के पश्चात समास उतरे युवाओं को ₹500 स्कॉलरशिप और 200000 का 3 वर्षीय सुरक्षा बीमा योजना निशुल्क का लाभ होगा
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