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detail news only from Chhattishgarh ,dated: ४ अक्टूबर २०२०
छत्तीसगढ़ के 10 जिलों में 5.56 प्रतिशत लोगों में पाई गईं एंटीबॉडीज,आईसीएमआर ने जारी की सीरो सर्विलेंस की रिपोर्ट 5083 सैंपलों में 283 सैंपलों में मिली एंटीबॉडीज, इनमें आम लोगों के 97 और उच्च जोखिम समूह के 186 सैंपल शामिल
आईसीएमआर (Indian Council of Medical Research) ने छत्तीसगढ़ के दस जिलों में संपन्न सीरो सर्विलेंस की रिपोर्ट जारी की है। सर्विलेंस में प्रदेश के 5.56 प्रतिशत लोगों के शरीर में कोरोना संक्रमण के विरुद्ध लड़ने वाले एंटीबॉडीज की मौजूदगी पाई गई है। आईसीएमआर की टीम द्वारा सीरो सर्विलेंस के लिए दस जिलों से कुल 5083 सैंपल संकलित किए गए थे। इनमें से 283 सैंपलों में एंटीबॉडीज मिली हैं। इनमें आम लोगों के 97 और उच्च जोखिम समूह के 186 सैंपल शामिल हैं।
सीरो सर्विलेंस के लिए हर जिले से आम नागरिकों के औसतन 240 और उच्च जोखिम वर्गों से 260 सैंपल लिए गए थे। आईसीएमआर, नई दिल्ली और आरएमआरसी (Regional Medical Research Centre), भुबनेश्वर द्वारा राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से दस जिलों के 20 विकासखंडों के 60 क्लस्टर्स में सीरो सर्विलेंस के लिए सैंपल संकलित किए गए थे। सर्विलेंस के लिए शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों से सैंपल लिए गए थे। सीरो सर्विलेंस की रिपोर्ट के अनुसार रायपुर जिले के 13.06 प्रतिशत, राजनांदगांव के 3.75 प्रतिशत, दुर्ग के 8.61 प्रतिशत, बिलासपुर के 7.2 प्रतिशत, जशपुर के 1.51 प्रतिशत, बलौदाबाजार-भाटापारा के 5.57 प्रतिशत, बलरामपुर-रामानुजगंज के 1.74 प्रतिशत, कोरबा के 2.79 प्रतिशत, जांजगीर-चांपा के 8.2 प्रतिशत और मुंगेली के 3.64 प्रतिशत लोगों के शरीर में एंटीबॉडीज पाई गई हैं।
सीरो सर्विलेंस के दौरान रायपुर जिले के दो विकासखंडों के तीन-तीन क्लस्टर्स में संकलित कुल 505 सैंपलों में से 66 पॉजिटिव पाए गए हैं। तिल्दा विकासखंड से लिए गए 158 सैंपलों में से 13 और धरसींवा (रायपुर) विकासखंड से संकलित 347 सैंपलों में से 53 एंटीबॉडी पॉजिटिव पाए गए हैं। राजनांदगांव जिले से लिए गए 506 सैंपलों में से 19 पॉजिटिव हैं। राजनांदगांव विकासखंड से संकलित 321 में से 15 तथा डोंगरगढ़ विकासखंड के 185 सैंपलों में से चार पॉजिटिव पाए गए हैं। दुर्ग जिले में लिए गए 499 सैंपलों में से 43 में एंडीबॉडीज की मौजूदगी पाई गई है। दुर्ग विकासखंड में संकलित 248 सैंपलों में से 25 तथा पाटन विकासखंड के 251 सैंपलों में से 18 पॉजिटिव पाए गए हैं।
अविभाजित बिलासपुर जिले के 500 सैंपलों में से 36 में एंडीबॉडीज मिले हैं। बिल्हा (बिलासपुर) विकासखंड के 282 में से 28 और पेंड्रा विकासखंड के 218 में से आठ सैंपल पॉजिटिव हैं। जशपुर जिले के 524 सैंपलों में से आठ पॉजिटिव पाए गए हैं। वहां जशपुर विकासखंड से संकलित 333 में से पांच में और फरसाबहार विकासखंड के 191 में से चार सैंपलों में एंटीबॉडीज मिले हैं। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में लिए गए 502 सैंपलों में से 28 एंटीबॉडी पॉजिटिव हैं। भाटापारा विकासखंड के 196 सैंपलों में से छह एवं बलौदाबाजार विकासखंड के 306 सैंपलों में से 22 पॉजिटिव पाए गए हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 515 सैंपलों में से नौ पॉजिटिव मिले हैं। बलरामपुर विकासखंड के 334 सैंपलों में से पांच तथा रामचंद्रपुर के 181 में से चार में एंटीबॉडीज मिले हैं।
सीरो सर्विलेंस के लिए कोरबा जिले से संकलित 537 सैंपलों में से 15 पॉजिटिव पाए गए हैं। कोरबा विकासखंड के 373 में से 11 और कटघोरा विकासखंड के 164 में से चार सैंपल पॉजिटिव हैं। जांजगीर-चांपा जिले के 500 सैंपलों में से 41 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नवागढ़ (जांजगीर) विकासखंड के 171 में से 16 एवं बम्हनीडीह (चांपा) विकासखंड के 329 में से 25 सैंपलों में एंटीबॉडीज मिली हैं। सर्विलेंस के लिए मुंगेली जिले से लिए गए 495 सैंपलों में से 18 एंटीबॉडी पॉजिटिव हैं। वहां पथरिया विकासखंड के 206 में से तीन तथा मुंगेली विकासखंड के 289 में से 15 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
जीएसटी कलेक्शन ग्रोथ में छत्तीसगढ़ देश में दूसरे स्थान पर कोरोना संकट में भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार , सितंबर माह में जीएसटी कलेक्शन में 24 प्रतिशत की वृद्धि
कोरोना संकट काल में भी प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाए रखने के दूर-दर्शितापूर्ण निर्णय के सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं। सितम्बर माह में देश के अन्य राज्यांे की तुलना में जीएसटी कलेक्शन के मामले में छत्तीसगढ़ में दूसरी सबसे बड़ी ग्रोथ दर्ज की गई है। छत्तीसगढ़ में पिछले वर्ष सितम्बर माह की तुलना में वर्ष 2020 के सितम्बर माह में जीएसटी कलेक्शन में 24 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई। वर्ष 2019 सितंबर माह में छत्तीसगढ़ में जीएसटी कलेक्शन 1490 करोड़ रुपए था, जो वर्ष 2020 सितंबर माह में कोरोना संकट के बावजूद बढ़कर 1841 करोड़ रुपए हो गया।
केन्द्रीय वित्त मंत्रालय से जारी जीएसटी संग्रह के ताजा आंकड़ों के अनुसार जम्मू-कश्मीर 30 प्रतिशत की टैक्स कलेक्शन ग्रोथ के साथ प्रथम स्थान पर है, जबकि छत्तीसगढ़ 24 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ दूसरे स्थान पर है। राजस्थान में पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत, हरियाणा में 15 प्रतिशत, दिल्ली में 7 प्रतिशत, गुजरात में 6 प्रतिशत, पंजाब में 5 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 4 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 0.05 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है।
छत्तीसगढ़ में पूरे लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के ग्रामीण और वन क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां लगातार चलती रहीं। ग्रामीणों और वनवासियों को लगातार रोजगार मिलता रहा। लोगों की जेब में पैसा आया तो इसका लाभ उद्योग और व्यापार जगत को भी मिला। संकट-काल में ग्रामीण क्षेत्रों में जो आर्थिक तरलता बनी रही, उसका लाभ हमारे उद्योगों को भी मिला। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद जैसे ही अनलॉक हुआ तो प्रदेश के आर्थिक विकास से फिर से रफ्तार पकड़ ली। अनलॉक के शुरुआती दौर में ही प्रदेश के 80 प्रतिशत से ज्यादा उद्योगों खुल चुके हैं, और हर दिन न सिर्फ संख्या में, बल्कि दिन-प्रति-दिन उत्पादन क्षमता में भी इजाफा हो रहा है।
वन क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में देश का सर्वाधिक लघु वनोपजों का संग्रहण हुआ। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने वाले लघु वनोपजों की संख्या 7 से बढ़ाकर 31 कर दी गई है। तेंदूपत्ता का संग्रहण पारिश्रमिक पहले ही बढ़ाकर 4000 रुपए मानक बोरा कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी रोजगार गांरटी योजना के तहत एक दिन में अधिकतम 26 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। इन सभी गतिविधियों के कारण संकट-काल में भी पूरे प्रदेश में आर्थिक प्रवाह बना रहा।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 19 लाख किसानों के खातों में चार किश्तों में 5750 करोड़ रुपए सीधे अंतरित की जाएगी, इसमें से दो किश्तों में 1500-1500 करोड़ रुपए की राशि किसानों के खाते में अंतरित की जा चुकी है। इस योजना से मिले संबंल से किसान पूरे जोश के साथ खेतों में जुटे हुए हैं। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी के एवज में पशुपालकों और ग्रामीणों को लगभग 21 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया गया। नयी सरकार के किसानों की ऋण माफी, 2500 रुपए प्रति क्विंटल पर धान की खरीदी, सिंचाई कर की माफी जैसे उपायों ने भी अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यही वजह है कि लॉकडाउन के दौरान भी छत्तीसगढ़ का आर्थिक इंजन बंद नहीं हुआ। ऐतिहाती उपायों के साथ ज्यादा से ज्यादा उद्योगों को संचालन की अनुमति दी गई। उद्योगों के सामने उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए उन्हें बिजली के बिलों के भुगतान में रियायतें दी गई। इस साल बिजली की दरें और नियम शर्तें भी ज्यों की त्यों रखी गईं।
कोरोना संकट के दौरान रियल इस्टेट सेक्टर को सक्रिय बनाए रखने के लिए जमीनों की खरीदी-बिक्री की शासकीय गाइड लाइन दरों में 30 प्रतिशत की छूट दी गई। आटो मोबाइल सेक्टर में भी बेहतर कारोबार हुआ। लॉक डाउन के दौरान भी प्रदेश की कोयला खदानों और इस्पात उद्योगों में उत्पादन जारी रहा। नये वातावरण में, नये बदलावों के साथ शासन-तंत्र अब फिर से नयी ऊर्जा के साथ सक्रिय हो चुका है।
कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान में घर-घर जाकर की जाएगी कोविड-19 के लक्षणात्मक मरीजों की पहचान, सर्वे दलों को कोरोना संक्रमण से बचने के सभी उपायों और प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश
छत्तीसगढ़ में 2 अक्टूबर से शुरू कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर कोविड-19 के लक्षणात्मक मरीजों की पहचान करेगी। अभियान के लिए ग्रामीण और शहरी इलाकों में मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मैदानी अमले की ड्यूटी लगाई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सर्वे दलों को अभियान के दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के सभी उपायों और प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश भर में यह सघन अभियान 12 अक्टूबर तक संचालित किया जाएगा।
अभियान के दौरान घर-घर जाकर सघन सामुदायिक सर्वे कर कोविड-19 के सभी मरीजों की जल्द से जल्द पहचान कर त्वरित उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही आइसोलेशन के जरिए संक्रमण की श्रृंखला भी तोड़ी जाएगी। अभियान के लिए गठित सर्वे दल क्षेत्रवार घरों में भ्रमण कर कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले लोगों की जानकारी जुटाएगी। जानकारी के आधार पर खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा इनकी जांच की व्यवस्था की जाएगी। बुखार, सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, दस्त तथा उल्टी, सूंघने या स्वाद की क्षमता घटने जैसे लक्षणों वाले व्यक्तियों को संदिग्ध मरीजों की श्रेणी में रखा जाएगा।
कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर प्राथमिकता के आधार पर उच्च जोखिम समूहों की पहले जांच की जाएगी। 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, किडनी रोग, कैंसर, टी.बी., सिकलसेल एवं एड्स के पीड़ितों को उच्च जोखिम वर्ग में शामिल किया गया है। उच्च जोखिम समूह के लक्षणात्मक व्यक्तियों की रैपिड एंटीजन जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर ऐसे सभी व्यक्तियों के सैंपल की आरटीपीसीआर जांच करवाई जाएगी।
नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान विवादित बयान दिया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में हुई दुष्कर्म की वारदात को एक छोटी घटना बताया है. मंत्री से जब बलरामपुर में किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये छोटी घटना है. इसके बाद वे अपने बयान को सुधारते हुए भी नजर आए. बता दें कि बलरामपुर में एक किशोरी को नशीली दवा खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है. जिसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है.
मंत्री शिव डहरिया हाथरस की घटना को लेकर एक प्रेस वार्ता कर रहे थे. इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई. इस दौरान शिव डहरिया ने पूर्व सीएम रमन सिंह पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हाथरस घटना को लेकर देश सहित प्रदेश में आक्रोश है. कांग्रेस इस मामले को लेकर आने वाले समय में आंदोलन की तैयारी में है. लेकिन भाजपा इस पर कुछ नहीं बोल रही है. इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने भाजपा के नेताओं पर भी इस मामले में चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया है
छत्तीसगढ़ के इस मंत्री के बयान ने विवाद खडा कर दिया है,भाजपा से लेकर सोशल मीडिया में इसकी आलोचना शुरू हो गयी है . मंत्री जी ने बैठा बिठाये विपक्ष को एक मुद्दा दे दिया है ,जहाँ कांग्रेस हाथरस को ले कर आन्दोलन की तैयारी कर रही है ,भाजपा मने मंत्री जी के इस बयान पर तंज कसना चालू कर दिया है
बलरामपुर की घटना को लेकर मंत्री शिव डहरिया के विवादित बयान को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। उनके बयान पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने तंज कसा है। उन्होंने मंत्री डहरिया के बयान को अशोभनीय बताते हुए पूछा है कि अगर बलरामपुर की घटना छोटी है तो बड़ी घटना कौन सी है? साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को छत्तीसगढ़ आने का आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा है कि बलरामपुर में पीड़ित का हाल राहुल-प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ आएं, प्लेन का टिकट भाजपा मुहैया कराएगी।
वहीं दूसरी ओर मंत्री डहरिया के बयान को लेकर भाजपा ने ट्वीट कर उन्हें छत्तीसगढ़ का 'मुलायम सिंह यादव' बताया है। भाजपा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में हुआ दुष्कर्म छोटी घटना है! कैबिनेट मंत्री शिव डहरियाजी को जानते ही हैं आप। प्रदेश का अपना ‘मुलायम सिंह यादव।’ बच्चों से ग़लतियां हो जाती टाइप।
बता दें कि शनिवार को मंत्री शिव डहरिया ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा है कि हाथरस की घटना को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ट्वीट क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इतनी बड़ी घटना को लेकर क्यों चुप्पी साध ली है और बलरामपुर में हुई छोटी सी घटना को लेकर वे लगातार बयानबाजी कर रहे हैं।
ये हैं हमारे छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री श्री @drshivdahariya जी, जिन्हें छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में हुई दुष्कर्म की घटना एक छोटी सी घटना लगती है. राजनीति चमकाने के लिए क्या कांग्रेस स्तरहीन एवं असंवेदनशील बात करेगी..? (1/2) pic.twitter.com/M2l8pjoivH
श्रम मंत्री के बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है ,विष्णु देव साय ने कहा बलरामपुर गैंगरेप को छोटी-मोटी घटना बताना डहरिया की बेटियों के प्रति कलंकपूर्ण मानसिकता का परिचायक
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश के श्रम मंत्री शिव डहरिया के उस कथन को प्रदेश की बेटियों के प्रति कलंकपूर्ण मानसिकता का परिचायक बताया है, जिसमें मंत्री डहरिया ने सरगुजा संभाग के बलरामपुर में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए गैंगरेप को ‘छोटी-मोटी घटना’ बताकर हैवानियत और दरिंदगी को हल्के में लिया है। श्री साय ने कहा कि इस शर्मनाक कथन के लिए मंत्री डहरिया प्रदेश की मातृ-शक्ति से नि:शर्त क्षमायाचना करें और राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मंत्री पद से डहरिया को तत्काल बर्ख़ास्त करने कहें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने हाथरस मामले में राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा के राजनीतिक ड्रामे पर कटाक्ष कर कहा कि छत्तीसगढ़ में दुष्कर्म के मामलों पर कुछ कहने के बजाय भाई-बहन मुँह बंद कर बैठे हैं! बेटी तो बेटी होती है, चाहे वह हाथरस की हो या छत्तीसगढ़ की; फिर कांग्रेस क्यों दुष्कर्म मामलों में दोहरे राजनीतिक चरित्र का प्रदर्शन कर रही है? श्री साय ने कहा कि बार-बार हाथरस जाकर सियासी नौटंकी रचने पर आमादा राहुल-प्रियंका के एजेंडे में छत्तीसगढ़ के पीड़ित-परिवारों से मिलना क्या इसीलिए शामिल नहीं है, क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। छत्तीसगढ़ के ही जशपुर ज़िले के बगीचा थाना क्षेत्र में एक 63 वर्षीया वृद्ध महिला के साथ हुए सामूहिक अनाचार के मामले का जिक्र कर श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार के नाकारापन के चलते राज्य में नाबालिग बेटियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक की अस्मत और जान साँसत में है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने राहुल-प्रियंका को छत्तीसगढ़ आकर पीड़ित परिवारों से मिलने और इंसाफ़ दिलाने की पहल करने को कहा है और यह प्रस्ताव रखा है कि उनके आने-जाने का खर्च वहन करने को भाजपा तैयार है। श्री साय ने कहा कि बेटियों के साथ हो रही हैवानियत को भी कांग्रेस राजनीतिक नज़रिए से भुनाकर अपने मानसिक दीवालिएपन का परिचय देकर प्रदेश को शर्मसार करने में लगी है। छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह में घटीं दुष्कर्म की घटनाओं पर संजीदा होने के बजाय मंत्री डहरिया ने अपनी संवेदनहीनता का प्रदर्शन किया है। समूचा प्रदेश महिलाओं की अस्मत और जान से हो रहे घिनौने खिलवाड़ से क्षुब्ध है और प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोग राजनीतिक पाखंड रचते हुए ज़रा भी शर्म महसूस नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस शासन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुशासन के कारण नक्सलियों हमलों में 48% की कमी आयी,रमन राज में नक्सलवाद कुछ जगहों से बढ़कर समूचे छत्तीसगढ़ में फैल गया था
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा छत्तीसगढ़ के राज्यपाल सूची अनुसुइया उइके को लिखे गए नक्सली समस्या पर पत्राचार को राजनीतिक नौटंकी करार दिया और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह को पत्र लिखने के जगह पश्चाताप करना चाहिये और प्रदेश की जनता से नक्सलवाद को फैलाने के लिए माफी भी मांगनी चाहिये रमन राज के 15 सालों में नक्सलवाद जो कि बस्तर के कुछ ही जगह में था बढ़कर समूचे छत्तीसगढ़ में फैल गया,डॉ रमन सिंह के गृह जिले राजनांदगांव में भी नक्सलियो ने अपना मजबूत पकड़ बना लिया था और पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ की छवि नक्सलियों के गढ़ के रूप में की जाने लगी थी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह नक्सलियों को माटी पुत्र,धरतीपुत्र कहकर संबोधित करते थे जबकि नक्सली सीआरपीएफ सेना पुलिस के जवान आदिवासियों और अन्य लोगों की निर्मलता से हत्या किया करते थे वर्तमान समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुशासन के चलते छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सली हमलों में 48% की कमी आई इसका कारण यह था कि बस्तर में किसानों को की भाजपा सरकार द्वारा बलात अधिग्रहित की गई अट्ठारह सौ एकड़ जमीन को उन्हें वापस कर दिया गया जिसमें वह फसल जाकर 2500 रु धान समर्थन मूल्य प्राप्त कर रहे हैं बस्तर और बस्तरवासियों का विकास देखकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह बेचैन हो उठे हैं और अपने 15 सालों के असफलताओं को छुपाने और पर्दा डालने के लिए राज्यपाल को पत्राचार कर रहे हैं जबकि उन्हें नक्सलवाद को फैलाने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की आवश्यकता है कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को उनके समय उनके शासनकाल में हुए नक्सली हमलों को याद दिलाते हुए सिलसिलेवार आंकड़े जारी करते हुए बताया कि-
28 अप्रैल 2019
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों ने पुलिस जवानों पर हमला किया। हमले में दो पुलिस जवान शहीद हो गए तथा एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है।
19 मार्च 2019
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में उन्नाव के रहने वाले सीआरपीएफ जवान शशिकांत तिवारी शहीद हो गए। घात लगाकर हुए इस हमले में पांच अन्य लोग घायल भी हो गए।
24 अप्रैल 2017
छत्तीसगढ़ के सुकमा में लंच करने को बैठे जवानों पर घातक हमला हुआ जिसमें 25 से ज्यादा जवान शहीद हो गए।
1 मार्च 2017
सुकमा जिले में अवरुद्ध सड़कों को खाली करने के काम में जुटे सीआरपीएफ के जवानों पर घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में 11 जवान शहीद हो गए और 3 से ज्यादा घायल हो गए।
11 मार्च 2014
झीरम घाटी के पास ही एक इलाके में नक्सलियों ने एक और हमला किया। इसमें 15 जवान शहीद हुए थे और एक ग्रामीण की भी इसमें मौत हो गई थी।
12 अप्रैल 2014
बीजापुर और दरभा घाटी में आईईडी ब्लास्ट में पांच जवानों समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में सात मतदान कर्मी भी थे। हमले में सीआरपीएफ के पांच जवानों समेत एंबुलेंस चालक और कंपाउंडर की भी मौत हो गई थी।
दिसंबर 2014
सुकमा जिले के चिंतागुफा इलाके में एंटी-नक्सल ऑपरेशन चला रहे सीआरपीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया दिया था। नक्सलियों के इस हमले में 14 शहीद हो गए थे जबकि 12 लोग घायल हो गए थे।
25 मई 2013
झीरम घाटी हमला : नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें कांग्रेस के 30 नेता व कार्यकर्ताओ की शहादत हुई थी।नक्सलियों ने सबसे पहले सड़क पर ब्लास्ट किया और फिर काफिले पर अंधाधुंध फायरिंग कर दर्जनों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। हमले में पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल,तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल,महेन्द्रकर्मा,उदय मुदलियार,दिनेश पटेल,योगेंद्र शर्मा समेत 30 से ज्यादा कांग्रेसी शहीद हुवे थे।
6 अप्रैल 2010
दंतेवाड़ा हमला : दंतेवाड़ा जिले के ताड़मेटला में यह हमला सुरक्षाकर्मियों पर हुआ यह हमला देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला है। इसमें सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ के करीब 120 जवान तलाशी अभियान चला रहे थे तभी उन पर घात लगाकर करीब 1000 नक्सलियों हमला कर दिया था। इस हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे।
12 जुलाई 2009
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में घात लगाकर किए गये नक्सली हमले में पुलिस अधीक्षक वीके चौबे सहित 29 जवान शहीद हुवे थे।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के नक्सल विरोधी पत्राचार और प्रलाप को राजनीतिक नौटंकी बताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के कम समय के शासनकाल में ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुशासन के चलते बस्तर अब मुख्यधारा से जुड़ कर विकास की ओर अग्रसर हो रहा है बस्तर वासियों पर अपनी पकड़ ढीली देख नक्सली भी आप बौखला उठे है।बस्तरवासी गोधन या योजना के तहत गोबर की बिक्री कर रहे हैं नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना के तहत अपनी आय में वृद्धि कर रहे हैं और 2500 रु धान समर्थन मूल्य पाकर वह पिछले 15 साल के पूर्ववर्ती रमन राज के दंश को भूलने का भी प्रयास कर रहे हैं यह सभी बात पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी को नागवार गुजर रही है बस्तर में सम्पन्न दो विधानसभा के उपचुनाव,नगर निगम,नगर पालिका,पंचायत के चुनावों में भी करारी पराजय के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह अपने आप को आदिवासी हितैषी साबित करने में तुले हुवे है,पर आदिवासियों के साथ उन्होंने अपने पंद्रह वर्ष के शासन काल मे घोर अन्याय और अत्याचार किया है।जिसके लिये उन्हें प्रायश्चित करने की आवश्यकता है।
कांग्रेस सरकार बनने के बाद बस्तर में स्थितियों का बेहतर होना और जनजीवन का सुरक्षित होना रमन सिंह से बर्दाश्त नहीं हो रहा है बस्तर में 15 साल में निर्मित परिस्थितियों के लिये सबसे पहले रमन सिंह प्रदेश से माफी मांगे
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि रमन सिंह 15 साल अपनी गलत नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ में माओवाद को खाद पानी देने और फलने-फूलने के लिये जिम्मेदार रहे। अचानक रमन सिंह द्वारा गहरी तंद्रा से जागकर राज्यपाल को पत्र लिखने पर प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह के 15 साल के शासन काल में दक्षिण बस्तर 3 ब्लाक तक सीमित माओवाद ने बढ़ते-बढ़ते प्रदेश के 14 जिलों को अपने गिरफ्त में ले लिया। झीरम, पेद्दागेल्लूर, सारकेगुड़ा, चिंतागुफा और ताड़मेटला जैसी घटनायें हुयी। रमन सिंह सरकार में 15 वर्ष में (औसत 73 से अधिक प्रतिवर्ष) 1099 सुरक्षा बलों के जवान-अधिकारी शहीद हुये और 1442 नागरिक (औसत 96 से अधिक प्रतिवर्ष) मारे गये। जबकि कांग्रेस की सरकार में 2019 में 21 और 2020 में 32 सुरक्षा बलों के जवान-अधिकारी कुल 53 (औसत 27 से भी कम प्रतिवर्ष) और 2019 में 46 और 2020 में 39 कुल 85 नागरिक (औसत 43 से भी कम प्रतिवर्ष)। रमन सिंह द्वारा झूठे आंकड़ों और दावों के साथ राज्यपाल को पत्र लिखना और माओवाद को लेकर आरोप सिर्फ झूठ फरेब और गलत आंकड़ेबाजी की साजिशों की राजनीति मात्र है।
रमन सिंह जैसे भाजपा नेताओं को इस बारे में सोचना चाहिये कि बस्तर में जो अप्रिय स्थिति, आदिवासियों के लिये जो निरंतर खतरनाक स्थिति भाजपा सरकार ने निर्मित की उसके लिये सबसे पहले भाजपा सरकार के 15 साल मुखिया रहे, रमन सिंह जी को प्रदेश की जनता से क्षमा याचना करना चाहिये। प्रदेश के लोगों से क्षमा याचना मांगने के पहले माओवाद के बारे में कुछ बोलने का रमन सिंह जी और भाजपा नेताओं को कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद आज बस्तर में जो स्थितियां बेहतर हुई हैं। आदिवासियों का जनजीवन सुरक्षित हुआ है लेकिन यह बात रमन सिंह को हजम नहीं हो रही है क्योंकि साफ़ दिख रहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा में बढ़ोत्तरी के पीछे उनकी ग़लत नीतियां ही थीं।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह की खुद की सरकार में तो लगातार माओवाद का विस्तार हुआ और माओवाद का विस्तार करने वाले कारणों को बढ़ावा दिया गया और उसके बाद कांग्रेस सरकार बनने के बाद भाजपा की केन्द्र सरकार ने सीआरपीएफ के बटालियनों को यहां से हटा लिया। अब वे बटालियन खाली हो गयी है, लेकिन रमन सिंह जैसे छत्तीसगढ़ विरोधी नेताओं के कारण इन बटालियनों को यहां अभी तक नहीं भेजा गया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह जी जैसे कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराने के लिये चिट्ठी लिखने वाले नेता अपने गिरेबान में झांक कर देखें। रमन सिंह जिम्मेदार है छत्तीसगढ़ में माओवाद विस्तार के लिये, माओवाद के फलने-फूलने के लिये। छत्तीसगढ़ में माओवाद के बढ़ने के लिये भाजपा सरकार की गलत नीतियां और भाजपा के नेताओं की माओवादियो से मिलीभगत जिम्मेदार रही है। कांग्रेस ने तो अपनी पूरी पीढ़ी को गंवाया है, माओवादियों के हाथों। रमन सिंह को ये पत्र लिखने के पहले अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिये। सारकेगुड़ा की जो रिपोर्ट सामने आई थी उससे छत्तीसगढ़ का हर संवेदनशील नागरिक शर्मिंदगी महसूस कर रहा है लेकिन भाजपा के माथे पर शिकन तक नहीं आई। यह घटना उनके कार्यकाल की है और आयोग का गठन भी उन्हीं की सरकार ने किया था।
पुलिस महानिदेशक श्री डी.एम.अवस्थी द्वारा स्पंदन कार्यक्रम के अंतर्गत स्पेशल इंटरेक्शन प्रोग्राम के तहत विडियो कॉल के माध्यम से आरक्षक से लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों से पुलिसिंग के संबंध में संवाद करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत पहला संवाद कार्यक्रम 07 अक्टूबर 2020 को रखा गया है, जिसमें उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों से चर्चा की जायेगी। इसके पश्चात् अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक, उप निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक, प्रधान आरक्षक एवं आरक्षक स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों से पृथक-पृथक सप्ताहवार चर्चा की जायेगी। उक्त चर्चा हेतु तिथि एवं समय पृथक से निर्धारित किया जायेगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ पुलिस के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा कर पुलिसिंग को और अधिक बेहतर बनाना है, जिससे आम जनता को पुलिसिंग के माध्यम से और बेहतर सेवा मिल सके।
संचालक मछली पालन छत्तीसगढ़ ने राज्य के मत्स्य पालक कृषकों से मछली पालन के नाम पर होने वाली ठगी से सावधान रहने की अपील की है। संचालक मछली पालन ने कहा है कि प्रदेश में कुछ अशासकीय संस्थाओं एवं फर्मों द्वारा मत्स्य कृषकों की भूमि पर तालाब निर्माण करवाकर मछली पालन का व्यवसाय करने के संबंध में प्रलोभन दिए जाने की शिकायत विभाग को मिली है। इन संस्थाओं द्वारा मत्स्य कृषकों से एक बड़ी राशि लेकर उनकी भूमि पर मत्स्य पालन का व्यवसाय करने एवं उन्हें एक निश्चित मासिक आय की भी लालच दी जा रही है। कान्ट्रेक्ट फार्मिंग या राशि दोगुना करने का प्रस्ताव अशासकीय संस्थाओं एवं फर्मों द्वारा कृषकों को दिया जा रहा है।
संचालक मछली पालन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ शासन के मछली पालन विभाग अथवा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऐसी किसी भी योजना को प्रमाणित नहीं किया गया है। मत्स्य कृषकों से अपील की गई है कि इस तरह के प्रलोभन से बचें। अशासकीय संस्थाओं/फर्मों की किसी भी योजना में स्वयं विचार कर, वैधानिक एवं आर्थिक पक्षों को भली-भांति समझ-बूझ कर ही राशि का निवेश करें अन्यथा शासन या मछली पालन विभाग इसके लिए किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगा।
प्रयास बालक और कन्या आवासीय विद्यालय के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम और असाइनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश ,,कक्षा दसवी और बारहवीं के लिए असाइनमेंट प्रत्येक माह के अंतिम कार्य दिवस में माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट पर आनलाइन उपलब्ध होगा
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रदेश में संचालित प्रयास बालक और कन्या आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम एवं असाइनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
सचिव, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास द्वारा सभी जिलों के सहायक आयुक्त आदिवासी विकास और प्रशासकीय अधिकारी प्रयास बालक और कन्या आवासीय विद्यालय को जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कोरोना वायरस कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए शैक्षणिक सत्र 2020-21 में शालाओं के प्रारंभ होने की अनिश्चितता और शैक्षणिक कार्य दिवस में कमी को देखते हुए कक्षा दसवी और बारहवीं के मुख्य विषयों के पाठ्यक्रम में 30 से 40 प्रतिशत की कटौती कर असाइनमेंट के माध्यम से मूल्यांकन किए जाने का निर्णय लिया गया है। कक्षा दसवी और बारहवीं के लिए असाइनमेंट प्रत्येक माह के अंतिम कार्य दिवस में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के वेबसाइट पर आॅनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी सूचना विद्यार्थियों को संबंधित अधिकारियों द्वारा वाट्सअप, मेल, डाक के माध्यम से उपलब्ध कराना है। विद्यार्थी असाइनमेंट का कार्य 10 दिवस में पूर्ण कर वाट्सअप, मेल, डाक (स्पीड पोस्ट या रजिस्टर्ड) के माध्यम से विद्यालय में जमा करेंगे।
प्रशासकीय अधिकारी संबंधित शिक्षक से 5 दिवस में मूल्यांकन पूर्ण कर अंकों की प्रविष्टि निर्धारित समय-सीमा में मंडल की पोर्टल पर कराएंगे। प्रशासकीय अधिकारी माहवार, विद्यार्थीवार असाइनमेंट का रिकार्ड संधारित कर संपूर्ण कार्य का मूल्यांकन और माॅनिटरिंग करेंगे और समय-समय पर मुख्यालय को भी अवगत कराएंगे।
संघर्ष से ही मिलती है सफलता “संघर्ष करना सीखो” विषय पर प्रेरणास्पद चर्चा, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित वेबीनार में रायपुर के अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विनीत नंदनवार ने व्यक्त किए
हमें असफलता से कभी हारना नहीं चाहिए लगातार प्रयास करना चाहिए। हारते वह है जो प्रयास करना छोड़ देते हैं। मै भी कई बार असफल होने के बाद सफल बना। इस आशय के विचार आज “संघर्ष करना सीखो” विषय पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित वेबीनार में रायपुर के अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विनीत नंदनवार ने व्यक्त किए। प्रदेश के तीन हजार से भी अधिक लोगो ने उन्हें सुना। उन्होंने रायपुर, बस्तर व सरगुजा संभाग के बच्चों से सीधा संवाद कर उनके प्रश्नों के जवाब भी दिए। उल्लेखनीय है कि जिस बस्तर हाईस्कूल में उन्होंने पढ़ाई की वहां के शिक्षकों और बच्चों ने उनसे आॅनलाईन बातचीत की, तो दोनों तरफ का वातावरण खुशनुमां हो गया।
विद्यार्थियों के साथ प्रेरक चर्चा में श्री नंदनवार ने बताया कि उनका जन्म जगदलपुर में हुआ और बस्तर हाईस्कूल से प्रारंभिक शिक्षा एवं धरमपुरा काॅलेज में स्नातक हिन्दी माध्यम से हुई। सेंटबोरिस का अर्थ सरकारी स्कूल के चटाई में बैठकर पढ़ाई की। वर्ष 2004 में शिक्षाकर्मी के साक्षात्कार में फेल हो गए। उन्होंने कहा कि असफला से हम कभी हारते नहीं है, हारते वह है जो प्रयास करना छोड़ देते है। सफल व्यक्ति आंतरिक रूप से हमेशा प्रेरित होते रहते है। किसी भी सफलता के लिए मार्गदर्शक होना आवश्यक है। एक रास्ता बंद हो जाए तो दूसरी, फिर तीसरी योजना में कार्य करना चाहिए। तीन बार आईएएस की परीक्षा में फेल हुए, फिर भी लगातार पाँच वर्षों से लगातार दस-बारह घंटे पढ़ाई किया फिर वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस बने।
उन्होंने बताया कि सफलता के लिए सपने देखना होगा, बशर्ते सपने शेख चिल्ली जैसे न देखे। धैर्य बनाकर सही समय, सही दिशा में सार्थक प्रयास से सफलता अवश्य हासिल होगी। सतत् रूप से पढ़ाई करें। सुबह के समय दिमाग सबसे सक्रिय रहता है सुबह के समय पढ़ाई करें। अपने सबसे अच्छा समय का उपयोग करें। सतत् रूप से एक कार्य को लगातार न करें जबकि संघर्ष विराम फिर संघर्ष के सूत्र पर कार्य करें। विषय की समझ नहीं, विषय की स्पष्ट समझ विकसित करें। दस किताब पढ़ने के स्थान पर एक किताब को दस बार पढ़े, क्या पढ़ना आवश्यक और क्या छोड़ना है इसे आवश्यकता के आधार पर प्राथमिकता प्रदान करें। रात में अथवा सुबह दिनभर के समय के लिए कार्ययोजना बनाएं फिर शाम को उसका आत्म मूल्यांकन करें। गलतियों को सुधारियें, गलतियों को बार बार न दोहराएं।
स्टेट मीडिया सेंटर के नोडल अधिकारी प्रशांत पाण्डेय ने वेबीनार का संचालन किया। शिक्षा सलाहकार सत्यराज अय्यर ने बच्चों से साक्षात्कार कराया। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के उप सचिव जे. के. अग्रवाल ने आभार प्रदर्शन किया।
क्रमांक 4196/चतुर्वेदी
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short news from citIES of CHHATTISGARH ,dated: ४ अक्टूबर २०२०
रायपुर : . 🌎 सहायक प्राध्यापक परीक्षा 5 नवम्बर से 8 नवम्बर तक🌍
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा विज्ञापित उच्च शिक्षा विभाग में सहायक प्राध्यापक के रिक्त 1384 पदों की पूर्ति के लिए लिखित परीक्षा की तिथि 5 नवम्बर से 8 नवम्बर तक नियत की गई है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के सचिव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस परीक्षा की समय-सारणी पृथक से जारी की जाएगी।
रायपुर : . 🌎 साहूकारी लाइसेंस लेने की ऑनलाईन सुविधा🌍
राज्य सरकार द्वारा साहूकारी लाइसेंस के लिए 02 अक्टूबर से ऑनलाईन सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के वेबसाईट तमअमदनमण्बहण्दपबण्पद के मुख्य पृष्ठ पर साहूकारी लाइसेंस के लिए आवेदन करने का लिंक दिया गया है। जिसमें साहूकारी लाइसेंस आप्शन मंे जानकारी साहूकारी लाइसेंस के नवीनीकरण एवं नये लाइसेंस हेतु आवेदन किया जा सकता है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मंत्रालय महानदी भवन से राज्य के सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर साहूकारी लाइसेंस के लिए ऑनलाईन प्राप्त आवेदनों का निराकरण कर एक माह की समय सीमा में लाइसेंस जारी किया जाना सुनिश्चित करने कहा गया है। ऑनलाईन आवेदन एवं ई-कोर्ट के माध्यम से निराकरण की प्रक्रिया के तहत आवेदक को व्यक्तिगत जानकारी देनी होती है। ओटीपी के लिए मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद आवेदन की सामान्य जानकारी की एंट्री होगी। आवेदक को जिला चुनकर जिस न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत करना है उसे सलेक्ट करना होगा। आवेदन के फार्मेट में आवेदक को पेन कार्ड, आधार कार्ड, पुराने साहूकारी लाइसेंस, इन्कमटेक्स रिर्टन आदि अपलोड करने होंगे। अपलोड प्रक्रिया के बाद आवेदक को मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा और ओटीपी सत्यापन होने पर आवेदन जमा हो जाएगा। आवेदक को एक आवेदन क्रमांक प्राप्त होगा, जिससे वह अपने आवेदन की स्थिति को पता लगा सकेगा।
ऑनलाईन आवेदन प्राप्त होने के बाद ई-कोर्ट व्यवस्था के तहत अनुज्ञा जारी करने की कार्यवाही की जाएगी। न्यायालय के रीडर द्वारा दस्तावेजों का सत्यापन कर प्रकरण दर्ज किया जाएगा। इसके बाद न्यायालय में सुनवाई पश्चात पीठासीन अधिकारी द्वारा आदेश पत्र जारी किया जाएगा। ई-कोर्ट अंतर्गत बयान दर्ज करने की सुविधा दी गई है। प्रकरण में अंतिम आदेश होने पर साहूकारी पंजीयन प्रमाण पत्र अपलोड किया जाएगा। आवेदक राजस्व न्यायालय के मुख्य पृष्ठ पर आवेदन क्रमांक के माध्यम से आवेदन की स्थिति जारी आदेश पत्र एवं साहूकारी पंजीयन प्रमाण पत्र डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते हैं।
रायपुर : . 🌎 गुण्डाधूर एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान के लिए खिलाड़ियों से आवेदन आमंत्रित🌍
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश में खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राज्य स्थापना दिवस पर गुण्डाधूर एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव पुरस्कार दिए जाते हैं। पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपए नगद के साथ अलंकरण फलक और प्रशस्त्रि पत्र प्रदान किया जाता है। संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण द्वारा राज्य के सर्वोच्च खिलाड़ियों से गुण्डाधूर एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान 2019-20 के लिए अनुशंसाएं आमंत्रित की गई हैं। अनुशंसाएं जमा कराने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2020 निर्धारित है। इच्छुक खिलाड़ी अपना आवेदन संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम जी.ई.रोड रायपुर अथवा खेल एवं युवा कल्याण के जिला कार्यालयों में निर्धारित तिथि तक कार्यालयीन दिवस एवं समय पर प्रस्तुत कर सकते हैं।
गुण्डाधूर सम्मान एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान के लिए उपरोक्त नियमों की विस्तृत जानकारी खेल विभाग के जिला स्तरीय कार्यालयों में देखा जा सकता है तथा आवेदन का निर्धारित प्रपत्र प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा विभागीय वेबसाइट www.sportsyw.cg.gov.in में भी आवेदन का प्रारूप प्राप्त किया जा सकता है।
रायगढ़ : . 🌎 मिट्ठुमुड़ा स्थित रिक्त भूमि की नीलामी प्रक्रिया के तहत 15 अक्टूबर तक दावा-आपत्ति आमंत्रित🌍
मिट्ठुमुड़ा रायगढ़ स्थित पटवारी हल्का नंबर 46 के खसरा नंबर 158 से रकबा 7500 वर्गफुट भूमि जो मौके पर रिक्त है और चारो ओर निजी भूमि है। शासन के निर्देशानुसार मौके पर भूमि रिक्त होने से नीलामी प्रक्रिया के तहत कार्यवाही की जा रही है। यदि किसी हितबद्ध पक्षकार अथवा व्यक्ति को किसी प्रकार की आपत्ति हो तो वे अपना दावा-आपत्ति न्यायालय नजूल अधिकारी रायगढ़ में 15 अक्टूबर 2020 को पूर्वान्ह 11 बजे तक स्वयं अथवा अपने अभिभाषक के द्वारा उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते है। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त दावा-आपत्ति पर विचार नहीं किया जायेगा तथा प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
महासमुन्द : . 🌎 अवैध शराब विक्रय, धारण, परिवहन एवं मदिरा तस्करी आदि रोकने अधिकारियों के दूरभाष नम्बर सार्वजनिक🌍
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि अवैध शराब विक्रय, धारण, परिवहन एवं मदिरा तस्करी आदि अपराधों को रोकने में सहयोग प्रदान करने के लिए तत्काल इसकी सूचना नजदीकी आबकारी नियंत्रण कक्ष, आबकारी अधिकारी कार्यालय, जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय तथा अवैध शराब विक्रय की सूचना देने के लिए आबकारी अधिकारियों के दूरभाष नम्बर सार्वजनिक किया गया है। इनमें आबकारी नियंत्रण कक्ष महासमुन्द के टेलीफोन नम्बर 07723-223317, जिला आबकारी अधिकारी महासमुन्द 87675-00010, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त महासमुंद शहर 82259-17273, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त महासमुन्द आंतरिक 97520-16786, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त बागबाहरा 96173-27999, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त पिथौरा 98936-15162, आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त बसना 90091-99557 एवं आबकारी उपनिरीक्षक, वृत्त सरायपाली के दूरभाष नम्बर 78798-51575 शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्राप्त सूचना या शिकायत पर आबकारी विभाग, महासमुन्द द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी तथा सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा।अवैध शराब विक्रय, धारण, परिवहन एवं मदिरा तस्करी आदि अपराधों को रोकने
बिलासपुर : . 🌎 सिम्स में कर्मचारियों द्वारा रक्तदान शिविर का किया गया आयोजन🌍
गांधी जंयती तथा विश्व रक्तदाता सप्ताह के उपलक्ष्य में सिम्स में कार्यारत अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संयोजक श्री आनंद अग्निहोत्री द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी यह शिविर आयोजित किया गया। शिविर में कुल 33 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। कार्यक्रम के अंत में रक्तकोश प्रभारी डाॅक्टर सुर्पणा गांगुली द्वारा रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र एवं शील्ड का वितरण कर उनका उत्साहवर्द्धन किया गया।
महासमुन्द : . 🌎चीतल के अवैध शिकार में पांच आरोपियों को जेल : टीम द्वारा आज मुख्य अरोपी के घर ली गई गहन तलाशी🌍
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरूण पाण्डेय ने बताया कि आज वन परिक्षेत्र महासमुंद के अंतर्गत चीतल के शिकार में ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा तथा सिरगिड़ी के पांच आरोपियों को वन तथा पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई।
इस संबंध में मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर संयुक्त टीम द्वारा तीन अक्टूबर को सुबह 9 बजे ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा के मुख्य अभियुक्त बसंत वल्द नीलू खड़िया के घर जाकर गहन तलाशी ली गई। वहां मौके पर शिकार में करंट लगाने के लिए प्रयुक्त दो बंडल जी.आई. तार तथा चीतल की खोपड़ी, जबड़ा और गर्दन की हड्डी जब्त की गई। मुख्य अभियुक्त से पूछताछ के आधार पर अन्य चार आरोपियों में से ग्राम झुमरबाड़ी गौरखेड़ा के तोरण वल्द मंगलू खड़िया, चंदूराम वल्द बुधराम धु्रव और ग्राम सिरगिड़ी के हरिचंद वल्द बड़कू साहू तथा लोकू वल्द केजउ दीवान को भी गिरफ्तार कर वन अपराध प्रकरण के तहत कार्रवाई की गई। तत्पश्चात् उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए सभी पांच आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक रायपुर श्री जे.आर. नायक ने बताया कि उक्त कार्रवाई के दौरान वनमण्डलाधिकारी महासमुंद श्री मयंक पाण्डेय के निर्देशानुसार गठित विभागीय टीम में उप वनमण्डलाधिकारी श्री एस.एस. नाविक, सहित वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री राकेश चौबे, श्री नवीन कुमार शर्मा, श्री रूपेश कन्नौजे तथा श्री नीलकंठ साहू आदि विभागीय अमले का सराहनीय योगदान रहा है।
बलरामपुर : . 🌎 शासकीय अंग्रेजी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए साक्षात्कार 12 अक्टूबर से 🌍
जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का ने जानकारी दी है कि शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बलरामपुर, रामानुजगंज एवं वाड्रफनगर में शिक्षक भर्ती के तहत व्याख्यता, कम्प्यूटर शिक्षक एवं सहायक शिक्षक के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार उड़ान परिसर जेल रोड में विद्यालयवार अलग-अलग तिथियों में नियत किया गया है। जिसके तहत शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल बलरामपुर के लिए व्याख्यता पद का साक्षात्कार 12 अक्टूबर 2020 तथा कम्प्यूटर शिक्षक, शिक्षक, सहायक शिक्षक के लिए साक्षात्कार 13 अक्टूबर 2020 को लिया जायेगा। इसी प्रकार शासकीय उत्कृष्ट अंगे्रजी माध्यम स्कूल रामानुजगंज के व्याख्यता पद का साक्षात्कार 14 अक्टूबर 2020 तथा कम्प्यूटर शिक्षक, शिक्षक, सहायक शिक्षक के लिए साक्षात्कार 15 अक्टूबर 2020 को लिया जायेगा। इसी प्रकार शासकीय उत्कृष्ट अंगे्रजी माध्यम स्कूल वाड्रफनगर के व्याख्यता पद का साक्षात्कार 16 अक्टूबर 2020 तथा कम्प्यूटर शिक्षक, शिक्षक, सहायक शिक्षक के लिए साक्षात्कार 17 अक्टूबर 2020 को लिया जायेगा। साक्षात्कार हेतु चयनित अभ्यर्थियों को पंजीकृत डाक से सूचना भेज दी गयी है।
बलरामपुर : . 🌎 नवगठित ग्राम पंचायतों में उचित मूल्य दुकानों के संचालन हेतु आवेदन आमंत्रित🌍
विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के नवगठित ग्राम पंचायतों में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु आवेदन आमंत्रित किया गया है। कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज से प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के नवगठित ग्राम पंचायत मिनवाखांड, सेमरवा, उचरवा, विशालपुर, परहीयाडीह, कुन्दरू, चेरवाडीह, भीतरचुरा एवं राधानगर के शासकीय उचित मूल्य दुकान के आबंटन हेतु आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर 2020 निर्धारित की गई है। इच्छुक संस्था अपना आवेदन-पत्र निर्धारित प्रारूप में कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज में जमा कर सकते हैं। अंतिम तिथि 16 अक्टूबर 2020 के बाद प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
दुर्ग : . 🌎 जिला सहकारी बैंक के धमधा शाखा का हुआ भूमिपूजन : कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने किया लोकार्पण🌍
धमधा में जिला सहकारी बैंक की शाखा का भूमिपूजन किया गया। इस मौके पर कार्यकम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि धमधा के विकास के लिए शासन प्रतिबद्ध है। आपकी ओर से जो सुझाव हैं उन्हें रखें हम तत्परता से कार्रवाई करेंगे। चाहे धमधा में अच्छा अस्पताल का विषय हो या इंग्लिश मीडियम स्कूल का, सबसे अच्छी सुविधाएँ देने की दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है। धमधा क्षेत्र में सोसाइटी स्वीकृत किये जा रहे हैं। इससे निकट के ग्रामीणों को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसानों को आगे बढ़ाने के लिए सिंचाई का दायरा बढ़ाने बड़े स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजपुर में प्लग टाइप वेजिटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन इकाई का आरंभ हो रहा है। खेती किसानी के साथ उद्यानिकी का रकबा बढ़ाने सरकार संकल्पित हैं। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को आगे बढ़ाने बड़ी पहल की गई है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त करने और जैविक खेती के लिए बड़ी पहल की गई है। किसानों को बढ़ावा देने वाली योजना के माध्यम से उनकी आर्थिक बेहतरी की दिशा में बड़ा काम किया जा रहा है। इस मौके पर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे भी मौजूद थे।
जांजगीर-चांपा : . 🌎 अखिल भारतीय महाराजा अग्रसेन सम्मान-2020,15 अक्टूबर तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित🌍
राज्य शासन सामानय प्रशासन विभाग ने सामाजिक समरसता तथा सभी वर्गों में समभाव, सौहार्द्र, समाज सेवा के स्थाई कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थाई स्वरूप के कार्यों में भागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के योगदान को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से अखिल भारतीय महाराजा अग्रसेन सम्मान की स्थापना की है। वर्ष 2020 के लिए एक व्यक्ति के चयन हेतु 15 अक्टूबर तक प्रविष्टियाँ आमंत्रित की गयी है।
पुरस्कार के रूप में दो लाख रूपए और सम्मान प्रतीक चिन्ह से युक्त पट्टिका एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। चयन के लिए राज्य शासन द्वारा निर्णायक मंडल (जूरी) नियुक्त किया जाएगा। प्रविष्टि के साथ आवेदक का पूर्ण परिचय, सामाजिक समरसता तथा सभी वर्गों में समभाव, सौहार्द्र, समाज सेवा के स्थाई कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थाई स्वरूप के कार्यों में जनभागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के क्षेत्र में किए गए अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए कि किए गए कार्यों की सप्रमाण विस्तृत जानकारी देनी होगी। यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण देना होगा। सामाजिक, समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य तथा इसके सैद्धांतिक पक्ष के विषय में सामाजिक, समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, ग्रंथके माध्यम से उपलब्ध साहित्य की जानकारी भी दे सकतें हैं। चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति जरूरी है। यदि आवेदक राज्य अथवा केन्द्र शासन के किसी विभाग, निगम, मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख प्रविष्टि में किया जाए। प्रविष्टि कलेक्टर कार्यालय के माध्यम से जमा करना होगा। सीधे विभाग को प्राप्त प्रविष्टि पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
कोंडागांव : . 🌎 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय गोलावण्ड हेतु रिक्त सीटों पर छात्रों हेतु आवेदन 08 अक्टूबर तक आमंत्रित🌍
कार्यालय प्राचार्य, संयुक्त एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय गोलावण्ड द्वारा जारी विज्ञप्ति अनुसार विद्यालय में कक्षा 07वीं (बालक 01), कक्षा 08वीं (बालक 01), कक्षा 09वीं (बालक 02) हेतु रिक्त सीटो पर विद्यार्थियों हेतु आवेदन आमंत्रित किये गए है इस हेतु इच्छुक विद्यार्थी 02 वर्ष के अंकसूची, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड की छायाप्रति एवं पासपोर्ट साईज 02 रंगीन फोटो सहित आवेदन पत्र संयुक्त एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय गोलावण्ड में कार्यालयीन समय पर 08 अक्टूबर तक जमा करा सकते है। आवेदन हेतु प्रारूप कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश : . 🌎 बलरामपुर दुष्कर्म की घटना नहीं, मंत्री डहरिया की सोच छोटी – अमित जोगी🌍
छत्तीसगढ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी ने सरकार पर निशाना साधा है। बलरामपुर दुष्कर्म की घटना को छोटी और हाथरस की घटना को बडी बताने पर मंत्री शिव डहरिया के बयान पर कडी आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के केबिनेट मिनिस्टर के इस बयान से राज्य की लाखों महिलाएं आहत हुई हैं। मंत्री डहरिया का बयान न सिर्फ महिला विरोधी है बल्कि उनके इस कथन से महिलाओं का अपमान भी हुआ है।
अमित जोगी ने कहा कि बलरामपुर दुष्कर्म की घटना छोटी नहीं है। मिनिस्टर डहरिया की सोच व मानसिकता छोटी है। बलरामपुर की घटना को हाथरस घटना से तुलना करते हुए मंत्री डहरिया अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद राज्य में इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले 20 महीने में महिला अपराध में बढोत्तरी हुई है। छेडखानी व महिला अपराध के साथ ही अन्य घटनाओं में कोरोना की तरह बढोत्तरी ही हुई है। कांग्रेस के राज में छत्तीसगढ की माताएं व बहनें सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं।
ऐसे वक्त में छत्तीसगढ सरकार के मंत्री के द्वारा बलरामपुर की घटना को छोटी बताने से यहां की महिलाओं का मनोबल गिरा है। ऐसे बयानों से अपराधियों का मनोबल बढता है। उनका हौसला बुलंद होता है। मंत्री के बयान की जितनी भी निंदा की जाए कम है। दुसरी तरफ इस बयान के बाद किरकिरी होती देख मंत्री डहरिया ने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया। रेप की घटना कहीं भी हो बड़ी ही होती है।
महासमुन्द : . 🌎 थाना सांकरा की कार्यवाही, अवैध शराब परिवहन करते दो आरोपी गिरफ्तार🌍
क्षेत्र में अवैध शराब परिवहन एवं बिक्री पर लगातार नजर रखी जा रही थी की दिनांक 03.10.2020 को पेट्रोलिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर सांकरा से लालमाटी रोड कच्ची रास्ता किनारे के पास दो व्यक्ति नीले एवं सफेद रंग प्लास्टिक जरकिन में शराब बिक्री वास्ते रखा है कि सूचना पर जिसे घेराबंदी कर आरोपी 01. रविंद्र नाथ कश्यप पिता हेमनाथ उम्र 21 साल निवासी छोटे लोरम (लालपुर) 02. गौरी शंकर कश्यप पिता बिरंची कश्यप उम्र 28 साल साकिन छोटेलोरम (लालपुर) थाना सांकरा को पकड़ा। जिसके कब्जे से एक 30 लीटर वाली नीला प्लास्टिक जरकिन में भरी कुल 20 लीटर एवं 10 लीटर वाली सफेद प्लास्टिक जरकीन मे 10 लीटर कुल 30 लीटर देशी महुआ शराब कीमती रुपये 6000 को जप्त कर धारा 34(2) आबकारी एक्ट की कार्यवाही कर आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। इस कार्यवाही में प्रधान आर 122 रामचरण चौहान, आर. नरेंद्र बीसी, सूरज निराला, ज्ञान सिंह सिदार, खिलेश्वर बंजारे, म.आर. हेमलता सिदार का योगदान रहा।
रायपुर : . 🌎 एक करोड़ कीमत के 450 किलो गांजे के साथ 3 आरोपी गिरफ्तार🌍
छत्तीसगढ़ प्रदेश में नशे के कारोबार करने वालो पर काईवाई हो रही हैं। नशे के खिलाफ डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस एक्शन मोड पर आ गई है। वहीं आज कार्रवाई करते हुए मंदिर हसौद इलाके से 1 करोड़ रुपए का गांजा बरामद किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांजा को ग्राहकों और डीलरों तक पहुंचाने के लिए ट्राले में छिपाकर रखा गया था। मामले में डीआरआई ने ड्राइवर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि डीआरई द्वारा जब्त किया गया गांजा 450 किलो है, जिसकी कीमत 1 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।
कोरबा : . 🌎 दिनदहाड़े लूट की गुत्थी पुलिस ने 7 घंटे में सुलझाई, युवक को झूठी रिपोर्ट दर्ज कराना पड़ा महंगा 🌍
शनिवार को सुबह के वक्त शहर और पुलिस महकमे में तब सनसनी फैलाने वाली लूट की वारदात को पुलिस ने 7 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। एसईसीएल सुभाष ब्लाक निवासी एवं मोबाइल दुकान संचालक अंकित केशरवानी के साथ 95 हजार लूट की यह घटना सुबह करीब 10.30 बजे हुई थी।जिसे एक बाइक सवार दो लड़कों ने नुकीला हथियार टिकाकर अंजाम दिया था। धारा 341, 392, 34 भादवि का जुर्म दर्ज कर मामले को सुलझाने की कोशिश शुरू हुई। अंतत: कड़ियों को पिरोते हुए ज्ञात हुआ कि व्यवसायी ने खुद ही लूट की झूठी कहानी रची थी। उसने एसबीएस कालोनी निवासी सुषमा त्रिपाठी से 95 हजार रुपए लिया और मन में लालच आ जाने के कारण यह रकम अपने मौसेरे भाई के खाते में जमा कराने की बजाय लूट की कहानी बना ली। उसने नकदी रकम और अपने जेवर व स्कूटी की चाबी घर में जाकर छिपा दिया जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि मिशन सिक्योर सिटी के तहत शहर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की इस खुलासे में अहम भूमिका रही है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, एएसपी कीर्तन राठौर, सीएसपी राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन व निर्देशन में कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा, मानिकपुर चौकी प्रभारी एसआई अशोक पांडेय व मातहतों की तत्पर कार्रवाई का अहम योगदान रहा।
जांजगीर-चांपा : . 🌎 PG की पढ़ाई कर रहे MBBS डॉक्टर ने किया सुसाइड , परिजनों का आरोप - सीनियर्स की प्रताड़ना से तंग आकर की🌍
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई कर रहे MBBS डॉक्टर की आत्महत्या से जांजगीर में जमकर हंगामा मचा | परिजनों के साथ स्थानीय लोग सड़क पर निकल आए और डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग को लेकर शिवरीनारायण-बिलासपुर मार्ग जाम कर दिया। परिजन का आरोप है कि सीनियर्स की प्रताड़ना से तंग आकर डॉक्टर ने सुसाइड किया है।जांजगीर की राहौद नगर पंचायत निवासी भागवत देवांगन MBBS डॉक्टर थे। ऑर्थो में पीजी की डिग्री लेने के लिए उन्होंने इसी साल जुलाई में जबलपुर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया था। उसी मेडिकल कॉलेज में बुधवार को डॉक्टर का शव फंदे से लटकता हुआ मिला।;मामले मेंपरिजनों ने मेडिकल कॉलेज के ही पांच सीनियर डॉक्टरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि 24 जुलाई को भी सुसाइड का प्रयास किया था। तब एचओडी के कहने पर वापस ले आए। रक्षाबंधन के बाद फिर कॉलेज गया, लेकिन प्रताड़ना कम नहीं हुई। इस संबंध में विकास द्विवेदी, सलमान खान, अमन गौतम, शुभम शिंदे और अभिषेक गेमे के खिलाफ शिकायत दी गई है।
आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन और स्थानीय लोग डॉ भागवत देवांगन को इंसाफ दो नारे लिखी तख्तियां लेकर सड़क पर बैठ गए। इस दौरान लोगनारेबाजी करते रहे। सूचना मिलने पर तहसीलदार मौके पर पहुंची और समझाइश देकर लोगों को हटाया। इस दौरान उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
कोरबा : . 🌎 पुलिस चौकी से महज ढाई सौ मीटर की दूरी तमंचे की नोक पर बाइक पर सवार लूटेरे 🌍
छत्तीसगढ़ के कोरबा में मोबाइल कारोबारी से दिनदहाड़े हजारों की लूट हो गई | इस घटना को बाइक सवार दो लुटेरों ने अंजाम दिया | खासबात यह है कि पुलिस चौकी से महज ढाई सौ मीटर दूर यह पूरी घटना घटी | इससे अंदाजा लगाया जा सकता ही कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है | उन्हें ना तो पुलिस का खौफ है और ना ही अपने पकडे जाने भय | चंद मिनटों में ही तमंचे की नोक पर 95 हजार रुपये लूटकर लुटेरे फरार हो गये। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के मानिकपुर पुलिस चौकी का है
जानकारी के मुताबिक मोबाइल दुकान संचालक अंकित केसरवानी अपने भाई के दिये पैसे को निहारिका क्षेत्र के शहीद भगत सिंह कॉलोनी में रहने वाले एक शख्स के घर से लाने के लिए गया था। लेकिन जब वो पैसे लेकर लौट रहा था, तभी रास्ते में एसईसीएल आफिसर्स मानिकपुर पुलिस चौकी से महज 250 मीटर दूर नकाबपोश दो बाइक सवाल युकवों ने स्कूटी सवार अंकित का रास्ता रोक लिया।
लूटेरों ने हथियार के बल पर अंकित के स्कूटी की डिक्की खोलवायी और फिर उसमें रखे 95 हज़ार रूपये नकद और गले और हाथ में पहने सोने के कुछ आभूषण भी लूट कर फरार हो गए | शातिर लुटेरों ने पीड़ित शख्स के स्कूटी की चाबी भी अपने साथ ले गए , ताकि वो उनका पीछा ना कर सके | फ़िलहाल सूचना के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है | पुलिस इलाके का सीसीटीवी भी खंगाल रही है , ताकि आरोपियों की पहचान हो सके | दिनदहाड़े शहर में हुई लूट की इस घटना ने सुरक्षा को लेकर पुलिस की पोलपट्टी भी खोल दी है |