अगर आप भी ३६नॉकआउट की छत्तीसगढ़ की दिन भर की प्रमुख ख़बरें एक पेज एक लिंक अपने सीधे अपने मोबाइल व्हाट्सएप्प पर चाहते हैं तो कृपया 9424276027 पर HELLO CG लिख कर व्हाट्सएप्प करें

detail news only from Chhattishgarh ,dated: ५ अगस्त २०२०

👉 READ MORE


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गोधन न्याय योजना देश-दुनिया की एक अनूठी योजना है। इस योजना पर सभी लोगों की निगाह है। उन्होंने कहा कि येाजना के शुरूआत के एक पखवाड़े के भीतर इसके उत्साह जनक परिणाम देखने और सुनने को मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों के जीवन में बदलाव लाने वाली तथा लोगों को बारहों महीने रोजगार देने वाली योजना है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी के पहले भुगतान का शुभारंभ करते हुए उक्त बातें कही। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 46 हजार 964 गोबर विक्रेताओं के खाते में एक करोड़ 65 लाख रूपए की राशि आनलाइन अंतरित की।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम की शुरूआत में शहीद महेन्द्र कर्मा की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके नाम पर प्रदेश में ‘तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना‘ का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूर्व मंत्री और लोकप्रिय नेता शहीद श्री महेंद्र कर्मा की जयंती पर उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण उन्हेें विनम्र श्रद्धंाजलि दी। इस अवसर पर मंत्रिमंडल के सभी सदस्यगणों ने भी शहीद श्री कर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि श्री महेन्द्र कर्मा बस्तर टाइगर के नाम से जाने जाते थे, वे आदिवासियांे के हक की हर लड़ाई में दमदारी से खड़े रहे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना देश-दुनिया में अपने तरह की पहली अनूठी योजना है, जिसमें पशुपालकों, किसानों से 2 रूपए प्रति किलो की दर पर गौठानों में खरीदी की जा रही है। इस योजना के माध्यम से एक ओर जहां पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा, दूसरी ओर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। इस योजना से लोगों को कई फायदे मिलेंगे। इससे गांवों में बारह महीने लोगों को रोजगार सुलभ होगा। गोबर विक्रय करने से ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों को नियमित आमदनी होगी। इसके अलावा गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। खुले में चराई पर रोक लगेगी और किसान एक से अधिक फसलों का उत्पादन कर सकेंगे। इससे पशुओं के संरक्षण तथा संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के हर गौठानों में रोजगार ठौर स्थापित किए जाएंगे। गौठानों में इसके लिए एक-एक एकड़ जमीन को आय मूलक व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। इनमें समूहों के सदस्य गोबर से वर्मी कम्पोस्ट के अलावा गौमूत्र से फिनाईल तथा औषधि का निर्माण, साबुन, अगरबत्ती का निर्माण, धान कुट्टी मशीन के माध्यम से चावल निकालने और सिलाई मशीन के माध्यम से सिलाई-बुनाई आदि जैसी विभिन्न गतिविधियों का प्रशिक्षण एवं संचालन सुगमता से कर सकेंगे और इससे उन्हें गांव में ही रोजगार और जीवन यापन का जरिया मिलेगा।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जशपुर, जांजगीर-चांपा, सुकमा, बलौदाबाजार जिले कीे विभिन्न गौठान समितियों, स्व-सहायता समूह की महिलाओं, पशुपालक एवं गोबर विक्रेताओं से गोधन न्याय योजना के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने गोबर विक्रय करने वाले लोगों से भुगतान की राशि प्राप्त होेने, महिला स्व-सहायता समूहों से उनके द्वारा संचालित गतिविधियों विशेषकर वर्मी कम्पोस्ट खाद के निर्माण एवं विक्रय की स्थिति, गौठानों में आने वाले पशुओं की संख्या एवं उनके चारे-पानी के प्रबंध के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गौठान समितियों से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट टांका पर्याप्त संख्या में तैयार करने तथा स्थानीय स्तर पर ग्रामोद्योग से जुड़ी गतिविधियों का संचालन गौठानों में सुनिश्चित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 31 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। लघु वनोपज के वेल्यू एडिशन के कार्य गौठानों में करके अतिरिक्त लाभ अर्जित किए जाने की दिशा में हम सब को मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से समाज के सभी वर्ग के लोगों को न्याय योजना का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने राज्य में इस योजना की लोकप्रियता और इसकी सफलता को देखते हुए अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ ही मुख्य सचिव एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

कार्यक्रम के शुभारंभ में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने गोधन न्याय योजना की अब तक की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की परिकल्पना आज मूर्तरूप ले चुकी है। यह योजना ग्राम पंचायतों के बाद गांव तक विस्तारित होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोबर खरीदी के एवज में गोबर विक्रेताओं को 15 दिन के भीतर उनके बैंक खाते में राशि के भुगतान का जो वादा किया था, वह आज पूरा हो रहा है। इस योजना के तहत हर 15वें दिन गोबर विक्रेताओं को भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई से 1 अगस्त तक राज्य में कुल 4140 गौठानों में पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राहियों में से 46 हजार 964 हितग्राही द्वारा 82 हजार 711 क्विंटल गोबर का विक्रय किया गया, जिसकी कुल राशि 2 रूपए प्रति किलो की दर से 1 करोड़ 65 लाख रूपए पशुपालकों के बैंक खातों में जमा की गई है। इस योजना से 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। गोबर खरीदी का आगामी भुगतान 20 अगस्त को किया जाएगा। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस योजना के अंतर्गत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिलों में सबसे अधिक गोबर विक्रय किया गया है। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर एवं दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया गया है।

इस अवसर पर मंत्री सर्वश्री रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, ताम्रध्वज साहू, टी. एस. सिंहदेव, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, डॉ. शिव कुमार डहरिया, कवासी लखमा, गुरू रूद्र कुमार, अमरजीत भगत, श्रीमती अनिला भेंड़िया, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी एवं चंद्रदेव राय, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, श्री रूचिर गर्ग, श्री विनोद वर्मा, मुख्य सचिव आर. पी. मण्डल, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू एवं अमिताभ जैन, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

********Advertisement********



👉 READ MORE


आज प्रदेश में कुल २०५ नए मरीजो की पहचान की गयी है जिसमे रायपुर से ८३,दुर्ग से ३२,बस्तर से १८,राजनंदगांव से १६,महासमुंद से 13 ,रायगढ़ और बलौदाबाजार से ९ ९,जसपुर से ६,सरगुजा और नारायणपुर से 4 4,जांजगीर-चांपा कांकेर और अन्य राज्य से २ २,बेमेतरा कबीरधाम गरियाबंद बिलासपुर सूरजपुर कोंडागांव से 1 1 मरीज पाए गए हैं




छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

.

********Advertisement********



👉 READ MORE


सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुसौर में एनटीपीसी लारा की सहायता से कोविड-19 टेस्ट सेन्टर का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन.केशरी एवं एनटीपीसी के ईडी श्री मदन के द्वारा किया गया। जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुसौर के खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

सीएमएचओ डॉ.केशरी ने कहा कि समस्त विकासखण्डों एवं शहरी क्षेत्र में कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु लगातार लोगोंं को जागरूक किया जा रहा है। माह जनवरी 2020 से आज तक विदेश व अन्य राज्यों से आये हुये कुल व्यक्ति 35230, होम आईसोलेशन में 1898, जिले में 128 क्वारेंटीन सेंटर स्थापित किया गया है। आरटीपीसीआर एवं रैपिड एंटीजन किट सेम्पल संग्रहण एवं जांच कुल सेम्पल 20280, अब तक कुल पॉजीटिव संख्या 260, निगेटिव 19022, अप्राप्त परिणाम 933, रिजेक्टेड 65 एवं 5 अगस्त 2020 को लोईंग से एक पॉजीटिव प्राप्त हुआ है। रैपिड आरडी किट से कुल जांच 888, निगेटिव 882, पॉजीटिव 6, रायगढ़ जिले में कुल पॉजीटिव 260, कुल डिस्चार्ज 201, मृत्यु 2 एवं कुल एक्टिव मरीज 57 है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

सीएमएचओ डॉ.केशरी ने समस्त जिलेवासियों से अपील किया है कि कोविड नियमों का पालन करें, यदि किसी को सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत नजदीकी शासकीय एवं निजी अस्पताल में अपनी जांच करावें। यदि किसी भी संदिग्ध प्रवासी की जानकारी प्राप्त होती है तो टोल फ्री नंबर 104 या 9589356700 अथवा 9981811582 पर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल सूचना दें एवं कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में प्रशासन का सहयोग करें।

********Advertisement********



👉 READ MORE


कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने आज शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री में वायरल रिसर्च एवं डायग्नोस्टिक लेब्रोटरी का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने बॉयोसेफ्टी लेवल -2 रूम, टेम्प्लेट एण्ड एडिशन रूम, मास्टर मिक्स एण्ड पीसीआर रिएजेंट प्रिप्रेशन रूम, पीसीआर रूम, पोस्ट पीसीआर रूम, कोल्ड रूम, रिकार्ड रूम, स्टॉफ रूम एवं स्टरलाईजेशन रूम तथा लॉबी का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि इस लैब के बन जाने से अब कोविड-19 के परीक्षण के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट में गति आएगी। उन्होंने डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. रेणुका गहिने से लैब टेक्नीशियन एवं अन्य स्टॉफ के प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी ली। डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. गहिने ने बताया कि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए इस लैब में एक वैज्ञानिक, एक माईक्रो बॉयोलॉजिस्ट, 6 लैब टेक्नीशियन रहेंगे। उन्होंने कहा कि लेब्रोटरी में शुरूआत में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए प्रतिदिन 250 से 300 सेम्पल का परीक्षण किया जाएगा एवं आने वाले समय में इसकी क्षमता प्रतिदिन 1000 से 1200 तक बढ़ाई जाएगी।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

इस अवसर पर अधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ. प्रदीप बेक उपस्थित थे। शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री के माईक्रो बॉयोलॉजी विभाग के अंतर्गत कोविड-19 आरटीपीसीआर टेस्ट करने के लिए वायरल रिसर्च एवं डायग्नोस्टिक लेब्रोटरी का निर्माण किया गया है। इस लैब के नोडल ऑफिसर डॉ. विजय अंबादे एवं लेब्रोटरी इंचार्ज डॉ. सिद्धार्थ पिंपलकर है। लेब्रोटरी में सेम्पल प्राप्त करने वाली टीम सेम्पल लेगी और बीएसएल-2 रूम में सेम्पल का सत्यापन वेरिफिकेशन टीम के द्वारा किया जाएगा। उसके बाद सेम्पल एनालिसिस एवं आरएनए एक्सट्रेक्शन टीम आरएनए का एक्सटे्रक्शन का कार्य करेगी। निकाले हुए निष्कर्षित आरएनए का मास्टर मिक्स के साथ मिक्सिंग किया जाएगा एवं अंतिम चरण में आरटीपीसीआर मशीन के माध्यम से विश्लेषण टीम उसका परीक्षण करेगी और अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

********Advertisement********



👉 READ MORE


उरगा के समीप देवलापाट निवासी साठ वर्षीय कोरोना पाॅजिटिव मरीज के कोसाबाड़ी स्थित न्यू कोरबा अस्पताल में भर्ती होने की पुष्टि पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर अस्पताल का तीसरा फ्लोर सेनेटाइज कर सील कर दिया गया है। आज सुबह रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में भर्ती कोरबा के साठ वर्षीय व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। व्यक्ति की सम्पर्क हिस्ट्री खंगालने पर पहले ईलाज के उसके न्यू कोरबा अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली थी। जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्रीमती कौशल ने व्यक्ति के सम्पर्क में आए सभी लोगो को पहचान कर उन्हें होम क्वारेंटाइन मंे रखने और अस्पताल तथा जांच केन्द्रो को सेनेटाइज कर सील करने के निर्देश एसडीएम सुनील नायक को दिए थे। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार पंचराम सलामे, डाॅ. पुष्पेश कुमार सहित राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर मौजूद रही। कोरोना संक्रमित व्यक्ति बीमार होने पर 26 से 31 जुलाई तक न्यू कोरबा अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती था। इस दौरान 31 जुलाई को तबियत गंभीर होने पर उसे डाॅक्टरों द्वारा बेहतर ईलाज के लिए रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल रिफर किया गया था। जहां ईलाज के दौरान 2 अगस्त को मरीज का कोरोना टेस्ट के लिए सैम्पल लिया गया था और तीन जुलाई को उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली थी।

एसडीएम सुनील नायक ने बताया कि पहले ईलाज के लिए न्यू कोरबा अस्पताल में भर्ती मरीज की जांच रिपोर्ट उसके रायपुर रिफर होने के बाद मिली है। न्यू कोरबा अस्पताल में वह तीसरी मंजिल पर अलग कमरे में ईलाज के लिए भर्ती था। उन्होने बताया कि अस्पताल के डाॅक्टरों से इस बारे में पूरी जानकारी ली गई है। डाॅक्टरों ने बताया है कि मरीज को एंडोस्कोपी के लिए डाॅक्टर अरूण श्रीवास्तव के सर्जिकल नर्सिंग होम एवं नेत्र ज्योति केन्द्र निहारिका भी ले जाया गया था। इसके साथ ही उसे सोनोग्राफी के लिए विजय सोनोग्राफी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर निहारिका भी भेजा गया था। न्यू कोरबा अस्पताल के डाॅक्टरों से मिली जानकारी के बाद एसडीएम ने अस्पताल के तीसरे माले से सभी मरीजो को अन्य वार्डो मंे शिफ्ट कराकर पूरी मंजिल को सेनेटाइज कराने के बाद बंद कर दिया है। इसके साथ ही निहारिका स्थित सर्जिकल नर्सिंग होम एवं नेत्र ज्योति केन्द्र और विजय सोनोग्राफी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर को भी सेनेटाइज करने के बाद सील कर दिया गया है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

11 डाॅक्टरों सहित 50 से अधिक मेडिकल स्टाफ रहेंगे होम क्वारेंटाइन में, सभी की होगी जांच- न्यू कोरबा अस्पताल में कोरोना पाॅजिटिव मरीज की भर्ती की पुष्टि के बाद प्रशासन ने अस्पताल और डायग्नोस्टिक सेंटरों के पचास से अधिक मेडिकल स्टाफ को चिन्हांकित कर होम क्वारेंटाइन में भेज दिया है। मरीज के सीधे सम्पर्क में आए अस्पताल के नौ डाॅक्टरों और दोनो डायग्नोस्टिक सेंटरों के डाॅक्टरों को भी होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया है। एनकेएच अस्पताल के 11 नर्सों, दस वार्ड ब्वाय, छह हाउस कीपिंग स्टाफ, चार एमरजेंसी स्टाफ, चार सीटी स्केन विभाग के कर्मचारी, चार लैब टेक्निशियन और एक ड्राइवर को सीधे संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आने वालों में चिन्हांकित किया गया है। इसके साथ ही विजय सोनोग्राफी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के तीन पैरामेडिकल स्टाफ और सर्जिकल नर्सिंग होम एवं नेत्र ज्योति केन्द्र के तीन कर्मचारियों को भी सीधे सम्पर्क में आने वालो के रूप मंे पहचाना गया है। सभी को होम क्वारेंटाइन में रहने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी कर दिए गए है। कोरोना संक्रमित मरीज के सीधे सम्पर्क में आने वाले सभी डाॅक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की कोरोना जांच कराई जाएगी।

********Advertisement********



👉 READ MORE


आज दंतेवाड़ा के माटी पुत्र, बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा के जन्मदिवस पर छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ता संग्राहकों को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और राज्य शासन ने सौगात दी है। जिससे जिले के 22 हजार हितग्राही लाभान्वित होंगे। छ.ग. राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे हुए लगभग 12 लाख 50 हजार संग्राहक परिवारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से वन विभाग एवं छ.ग. राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित के समन्वय से यह योजना प्रारंभ की जा रही है। जिसमें तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के पंजीकृत मुखिया की आकस्मिक मृत्यु, दुर्घटना जनित मृत्यु, पूर्ण विकलांगता तथा आंशिक विकलांगता की स्थिति में सहायता अनुदान उपलब्ध करायी जायेगी। योजनांतर्गत तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे पंजीकृत संग्राहक परिवार के मुखिया जिसकी आयु मृत्यु दिनांक को 50 वर्ष से अधिक न हो की सामान्य मृत्यु होने पर उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति/उत्तराधिकारी को राशि रू 2 लाख का अनुदान सहायता राशि प्रदाय किया जावेगा। दुर्घटना से मृत्यु होने पर राशि रू 2 लाख अतिरिक्त रूप से प्रदाय किया जावेगा। दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति में राशि रू 2 लाख तथा आंशिक विकलांगता की स्थिति में राशि रू 1 लाख सहायता अनुदान प्रदान किया जायेगा। तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे पंजीकृत संग्राहक परिवार के मुखिया जिसकी आयु मृत्यु दिनांक को 51 से 59 वर्ष के बीच हो में सामान्य मुत्यु होने पर उसके द्वारा नामांकित व्यक्ति/उत्तराधिकारी को राशि रू 30 हजार दुर्घटना मृत्यु होने पर रू 75 हजार दुर्घटना में पूर्ण विकलांगता की स्थिति में राशि रू 75 हजार तथा आंशिक विकलांगता की स्थिति में राशि रू 37 हजार 500 का सहायता अनुदान राशि प्रदाय किया जावेगा। इस योजना का क्रियान्वयन छ.ग. राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ द्वारा किया जावेगा, जिसमें संबंधित जिला यूनियन द्वारा ही एक माह के अंदर प्रकरणों का निराकरण करते हुए सहायता अनुदान राशि सीधे संग्राहकों के बैंक खातों में प्रदाय की जावेगी। जिससे प्रकरणों का निराकरण सुगमता एवं शीघ्रता से किया जा सकेगा

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

राज्य सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों के समाजिक सुरक्षा एवं आर्थिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करने हेतु कृत-संकल्पित हैं। हमारी सरकार द्वारा घोषणा-पत्र के अनुसार तेंदूपत्ता संग्रहण दर को रू 2 हजार 500 प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर रू 4 हजार प्रति मानक बोरा किया गया। अब तेंदू पत्ता संग्राहक परिवार के सामाजिक सुरक्षा हेतु यह योजना प्रारंभ की जा रही है।

आज शहीद महेंद्र कर्मा के जन्मदिन के अवसर पर विधायक श्रीमती देवती महेंद्र कर्मा की उपस्थिति में जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पुरनतराई में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहाँ से जिला कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने राज्य शासन द्वारा शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना के शुभारंभ की जानकारी देकर ग्रामीणों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। श्री दीपक ने कहा कि दंतेवाड़ा के लिए बड़े गर्व की बात है कि यहाँ के माटी पुत्र के नाम से राज्य सरकार ने इतनी बड़ी योजना की शुरुआत की है। कार्यक्रम में शहीद महेंद्र कर्मा की धर्मपत्नी विधायक श्रीमती देवती महेंद्र कर्मा के आँखों में खुशी के आंसू थे। उन्होंने शहीद कर्मा के तस्वीर के समक्ष दीप जला कर उन्हें याद किया साथ ही पीपल का वृक्ष लगाकर आज के दिन को यादगार बना दिया। श्रीमती कर्मा ने वहाँ पर लगे हल्दू के वृक्ष को रक्षासूत्र बांध कर पर्यावरण को सुरक्षित करने की शपथ ली। वहाँ के ग्रामीणों को आम, नींबू के पौधे वितरित किये और वन विभाग द्वारा वन महोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में वनमण्डलाधिकारी श्री सन्दीप बलगा, जिला पंचायत सीईओ श्री अश्वनी देवांगन, वरिष्ठ पत्रकार श्री यशवंत यादव, सरपंच श्री मंगल तामो, अधिकारी/कर्मचारी तथा बड़ी संख्याा में ग्रामीण उपस्थित थे।

********Advertisement********



👉 READ MORE


नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने रायपुर जिले के विकासखण्ड आरंग अंतर्गत ग्राम चंदखुरी में प्रभु श्री राम की माता कौशल्या के मंदिर में माथा टेका और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने इस दौरान चंदखुरी में स्थित बजरंग बली मंदिर में श्री राम भक्त हनुमान की भी आराधना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में माता कौशल्या की जन्म स्थली चंदखुरी में भव्य मंदिर का निर्माण होगा। उन्होंने बताया कि भगवान श्री राम वनवास के दौरान छत्तीसगढ़ के जिन-जिन स्थलों से पद यात्रा किए हैं, उन यादों को सहेजने के लिए संबंधित स्थानों को चिन्हांकित कर राम-वन-गमन-पथ के रूप में विकसित किया जाएगा।

डॉ. डहरिया ने कहा कि राज्य सरकार मर्यादा पुरूषोत्तम श्री रामचंद्र के पद चिन्हों पर चलकर ही जनहित में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री रामचंद्र जी ने अपने वनवास काल का बहुत समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किए हैं। उन संबंधित स्थानों को पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित करने की योजना है। प्रथम चरण में 09 स्थलों का चयन किया गया है। इन स्थलों में सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (अम्बिकापुर), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा-सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर), रामाराम (सुकमा) शामिल हैं। प्रस्तावित 09 स्थलों को लेते हुए पर्यटन विभाग द्वारा एक कॉन्सेप्ट प्लान तैयार किया गया है, जिसकी लागत 137.45 करोड़ रूपए है।

मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है। यहां कण-कण में भगवान राम रचे-बसे हुए हैं। चंदखुरी में स्थित माता कौशल्या का मंदिर दुनिया में एकमात्र मंदिर है, इस मंदिर का भव्य निर्माण होने से निश्चित ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी। इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र वर्मा, जनपद सदस्य श्री दिनेश ठाकुर, श्रीमती नेहा वर्मा, श्रीमती रानी ढीवर सहित समाज सेवी श्री आनंद गिलहरे, श्री राजेन्द्र महेश्वरी तथा आसपास के पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

.

********Advertisement********



👉 READ MORE


पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कवर्धा के पते पर विदेशी खाते खोले जाने पर वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि अगर रमन सिंह ने अपने कवर्धा के पते पर विदेशों में खाता खोले जाने की शिकायत नहीं की है तो स्पष्ट है कि मामला बहुत गंभीर है। रमन सिंह जी को इस मामले की जांच कराये जाने की अपनी जिम्मेदारी निभानी थी। अगर रमन सिंह जी पाक साफ होते तो जांच नहीं तो कम से कम मामले की शिकायत तो रमन सिंह ने की ही होती। 15 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे जो इतने गंभीर विवाद पर भाजपा की राज्य सरकार और भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा जांच तक नहीं करवाने से सब कुछ स्पष्ट है। रमन सिंह जी अभी भी शिकायत नहीं करते हैं, तो कांग्रेस सरकार से शिकायत करेगी और इस अगस्ता दलाली के मामले पर कार्यवाही की मांग करेगी। अब तो भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी पूछ लिया है कि सरकार पनामा पेपर्स मामले में कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे है। अगर भाजपा चाहे तो इस मामले की जांच के लिये राज्य सरकार को कह सकती है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि हम यह भी जानना चाहते है कि क्या अगस्ता मामले की दलाली का पैसा ही इस विदेषी खातें में जमा किया गया था? पनामा पेपर्स से उजागर हुये अभिशेक सिंह के विदेषी निवेष के मामले की जांच होनी चाहिये। आई.सी.आई.जे. की वेबसाइट में ‘‘म.नं. 05, विंध्यवासिनी वार्ड, रायपुर-नांदगांव मार्ग कवर्धा, जिला कबीरधाम’’ दिया गया है। अभिषेक सिंह के पिता रमन सिंह का पता विधानसभा निर्वाचन के समय उनके शपथ पत्र में ‘‘म.नं. 05, रायपुर-नांदगांव मार्ग कवर्धा, जिला कबीरधाम’’ दिया गया है। अभिषेक सिंह के द्वारा अपना नामांकन फार्म में पता यही भरा गया है। यही पता आई.सी.आई.जे. द्वारा उजागर लिंक्स में भी है। इन सारे महत्वपूर्ण तथ्यों के बावजूद भी न रमन सरकार ने न भाजपा की केन्द्र सरकार ने रमन सिंह और अभिषेक सिंह के कालेधन के निवेश की जांच नहीं करवायी? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पूछा है कि 15 साल की सत्ता चली जाने के बाद रमन सिंह अब तो बता दें कि मुख्यमंत्री के कवर्धा के पते पर खाता खोलने वाला अभिषाक सिंह कौन है? 2 साल पहले पनामा की फर्म मोस्साक फोंसेका के कुछ पेपर लीक हुए थे, जिसमें अभिषाक सिंह के नाम से मुख्यमंत्री रमन सिंह के कवर्धा वाले घर के पते पर करोड़ों रुपयों के विदेशी निवेश की बात उजागर हुई थी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सांसद बेटे का नाम अभिषेक सिंह है। लगातार कांग्रेस द्वारा इस मामले में जांच की मांग की जाती रही है। कांग्रेस ने बार-बार मांग दोहराई है कि पनामा पेपर्स लीक मामले में अभिषाक सिंह के नाम और मुख्यमंत्री के गृह निवास के पते पर जो निवेश हुआ है, उसकी जांच कर सच्चाई जनता के सामने लाई जाए। परंतु इतने बड़े घोटाले में सूबे के 15 साल मुखिया रहे रमन सिंह की लगातार रहस्यमयी चुप्पी लगातार अनेक सवालों को जन्म देती रही। मुख्यमंत्री रमन सिंह के घर पर अभिषाक सिंह के नाम से निवेश की कंपनी खोली जाती है और इसकी जांच में ना तो स्वयं मुख्यमंत्री रमन सिंह, ना भाजपा की राज्य सरकार और ना भाजपा की केंद्र सरकार कोई रुचि नहीं दिखा रही है। अभी तक कोई जांच ही नहीं गई है। इससे कम तथ्यों के खुलासे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की गद्दी चली गई।

********Advertisement********



👉 READ MORE


कवर्धा वनमंडल को कबीरधाम जिले के भारेमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण चिल्फी परिक्षेत्र नंदनी टोला में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत अवस्था में मिली वन्यप्राणी गौर या बायसन प्रकरण को महज पांच दिनों में सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है। इस पूरे प्रकरण को सुलझाने में एक और वन विभाग के अनुभवी अफसरो का मागर्दशन रहा तो वही दूसरी ओर आरोपियों की पहचान करने में अचानकमार टाईगर रिजर्व के जर्मन शेफर्ड स्निफर डॉग नेरो ने भी अपना अहम योगदान दिया है। ग्राम कुमान और नंदनी गांव से 9 ग्रामीणों द्वारा वन्यप्राणी गौर या बायरसन की अवैध शिकार अवैध शिकार की नीयत से जी.आई.विद्युत तार के करंट का उपयोग कर घटना का अंजाम दिया गया था। कवर्धा वन मंडल की टीम द्वारा मंगलवार 4 अगस्त को 9 आरोपियों को आर.एफ.-146 में जी.आई.तार से बिजली का करंट देकर वन्य प्राणी बायसन के अवैध शिकार के अपराध में गिरफ्तार किया गया। वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 9, सह पठित धारा 2(16), धारा 31, 39 एवं 50 तथा भारतीय वन अधिनियम, 1927 की धारा 26(1) (च) एवं 26(1) (झ) के तहत वन्य प्राणी गौर या बायसन का अवैध शिकार कक्ष क्रमांक आर.एफ.-146, प.स. वृत्त नंदनी टोला, परिक्षेत्र चिल्फी, भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण के अंतर्गत दर्ज कर सभी आरोपियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया। वन्य प्राणी गौर या बायसन के अवैध शिकार के प्रकरण में सभी नौ आरोपियों को कवर्धा वन मंडल द्वारा चालान कर माननीय न्यायालय, जिला कबीरधाम के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से माननीय न्यायाधीश के आदेश द्वारा सभी गिरफ्तार किए आरोपियों को वन विभाग को 14 दिन की रिमांड पर देते हुए हवालात भेज दिया गया।

कवर्धा वनमंडल अधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर ने बताया कि वन्य प्राणी बायसन के अवैध शिकार में इस्तेमाल की गई सामग्री जी.आई.तार, कुल्हाड़ी, टंगिया, प्लास्टिक बोरा, हंसिया, फरसा, पोटी और कांच की शीशी के साथ-साथ बायसन का सूखा मांस बरामद किए गए। आरोपियों में ग्राम कुमान से तोक सिंह पिता मटुक सिंह, जाति बैगा, उम्र 24 वर्ष है इसके पास से एक नग टंगिया, प्लास्टिक खाली बोरा एक नग, जी.आई.तार एक गुच्छी जब्त किया गया है। इसी प्रकार अन्य आरोपियों में ग्राम नंदनी टोला से इंदर सिंह पिता हीरा सिंह, जाति बैगा, उम्र 33 वर्ष से एक बलुवा, एक खाली थैला, शुद्धू पिता मटुक सिंह, जाति बैगा, उम्र 24 वर्ष, के पास से एक नग खाली थैला, समरथ पिता इंदर सिंह, जाति बैगा, उम्र 24 वर्ष, से 4 नग लकड़ी की खूंटी, मानसिंह पिता अंजोर सिंह, जाति बैगा, उम्र 36 वर्ष,के पास से एक नग फरसा, एक नग हंसिया, जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। ग्राम नंदनी टोला से आरोपी समारु (पप्पू) पिता कुंवर सिंह, जाति बैगा, उम्र 25 वर्ष, के पास से कुल्हाड़ी एक नग, जी.आई. तार दो गुच्छी, थैला एक नग, मांस (दोनों पसली), एक नग पोटी, एक नग कांच की शीशी, आरोपी बुद्धन पिता गवटिया, जाति बैगा, उम्र 19 वर्ष, के पास से एक टंगिया, एक गुच्छी जी.आई.तार, आरोपी शामलाल पिता दशरथ, जाति बैगा, उम्र 30 वर्ष के पास से एक नग खाली थैला तथा पवन पिता इतवारी, जाति बैगा, उम्र 19 वर्ष, के पास से आधा बोरी सूखा मांस समाग्री जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर



नंदनी टोला के जंगल में 29 जुलाई को संदिग्ध परिस्थितियों में बायसन मृत पाया गया था
कबीरधाम जिले के कवर्धा वन मंडल के भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण, चिल्फी परिक्षेत्र नंदनी टोला, परिसर नंदनी टोला के कक्ष क्रमांक आर.एफ.-146 में 29 जुलाई को एक गौर या बायसन की मृतक अवस्था में पाए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण अधीक्षक, उप वन मंडल अधिकारी, सहसपुर लोहारा, संबंधित परिक्षेत्र सहायक, परिसर रक्षक तथा वनअमला को रवाना किया गया था। वन मंडल अधिकारी स्वयं भी अविलंब मौके स्थल के लिए रवाना पहुंचे थे। मौके स्थल पर नर बायसन मृतक अवस्था में मिला। तत्काल कार्यवाही करते हुए पी.ओ.आर. अज्ञात व्यक्तियों के नाम से दर्ज किया गया। प्रथम दृष्टि प्रकरण में बिजली के तार से करंट देकर वन्य प्राणियों का अवैध शिकार प्रतीत हुआ।

गहन जांच करने अचानकमार टाईगर रिजर्व लोरमी से स्निफर डॉग स्क्वायड की मदद, वन विभाग की पांच सदस्यी टीम बनी
मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करते हुए कुमान, नंदिनी तथा अन्य 3 ग्रामों में पता-साजी और गहन जांच करने के लिए वन विभाग की 5 टीमों का गठन कर किया गया था। इस पूरे घटना क्रम की सही पतासाजी करने अचानकमार टाईगर रिजर्व लोरमी के उपसंचालक श्रीमती विजय रात्रे कुर्रे से स्निफर डॉग स्क्वायड को मौका पर भेजने के लिए संपर्क कर किया गया था। अपराधियों की खोज में सहयोग करने के लिए स्थानीय थाना प्रभारी से लिखित में और दूरभाष पर संपर्क किया गया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी), प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी), मुख्य वन संरक्षक दुर्ग वन वृत, मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया था। कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग देने के लिए कलेक्टर जिला कबीरधाम और पुलिस अधीक्षक जिला कबीरधाम को लेख किया गया था। मुखबिर और स्थानीय नागरिकों से अपराधियों का पता करने में सहयोग लेने का प्रयास किया गया।

ट्रेंड डॉग नेरो ने मौका पर उपलब्ध साक्ष्यों को सूंघकर आरोपियों के तरफ दौड़ लगाई
इसी बीच अचानकमार टाइगर रिजर्व, लोरमी से स्निफर डॉग स्क्वायड आर.एफ.- 146 में मौका स्थल पर पहुंच गया। ट्रेंड डॉग नेरो ने मौका पर उपलब्ध साक्ष्यों को सूंघकर ग्राम कुमान की तरफ दौड़ लगाई। वहां जाकर ट्रेंड डॉग नेरो ने दो घरों में घुसकर वहां बैठे व्यक्तियों की तरफ जाकर उन्हें पकड़ लिया। तीन व्यक्तियों को कुमान गांव से समनापुर वन चौकी लाकर पूछताछ की गई। ग्राम कुमान अंतर्गत ग्राम पंचायत के सरपंच, जनपद पंचायत के सदस्य तथा ग्राम कुमान के गणमान्य व्यक्ति की उपस्थिति में वन विभाग की टीम ने इन तीनों व्यक्तियों से पूछताछ की और पूछताछ के बाद उन्हें सरपंच, जनपद सदस्य और गणमान्य ग्रामीण के साथ सकुशल उनके घर छुड़वा दिया। इन व्यक्तियों की सूचना के आधार पर सर्च वारंट जारी करके वन विभाग की टीम द्वारा तलाशी लिए जाने पर तथा आरोपियों की निशानदेही पर बताए गए स्थलों से वन्य प्राणी बायसन के अवैध शिकार में इस्तेमाल की गई सामाग्री जीआई तार, कुल्हाडी, टंगिया, प्लास्टिक बोरा, हंसिया, फरसा, पोटी और कांच की शीशी के साथ बायसन का सूखा मांस बरामद किए गए।

जर्मन शेफर्ड स्निफर डॉग नेरो तथा बेल्जियम शेफर्ड डॉग सिंबा का वन विभाग से संबंधित 16 और पुलिस विभाग से संबंधित 6 प्रकरणों को सुलझाने में योगदान
जर्मन शेफर्ड स्निफर डॉग (जनवरी 2016 में, राष्ट्रीय श्वान प्रशिक्षण केंद्र, टेकनपुर, ग्वालियर, मध्य प्रदेश में प्रशिक्षित) के साथ, श्री आशीष खरे, वनरक्षक (श्वान परिचारक) तथा श्रीमती सरिता पैकरा, वनरक्षक (सहायक श्वान परिचारिका) आए थे। जर्मन शेफर्ड स्निफर डॉग नेरो तथा बेल्जियम शेफर्ड डॉग सिंबा के द्वारा अचानकमार टाइगर रिजर्व, लोरमी के डॉग स्क्वायड में शामिल होने के बाद अगस्त 2016 से अब तक वन्य प्राणी अपराध प्रकरण में वन विभाग से संबंधित 16 एवं पुलिस विभाग से संबंधित 6 प्रकरणों को सुलझाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है।

30 जुलाई को नर बायसन का पोस्टमार्टम, मौत बिजली तार से करंट लगने से हुई हुआ खुलासा
30 जुलाई को वन्य प्राणी-पशु चिकित्सक, डॉ राकेश वर्मा, जंगल सफारी रायपुर तथा वन्य प्राणी-पशु चिकित्सक, भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण, कवर्धा, डॉ सोनम मिश्रा द्वारा आर.एफ.-146 में मौका स्थल पर मृतक वन्य प्राणी बायसन का पोस्टमार्टम, सैंपल कलेक्शन तथा दाह संस्कार किया गया। बायसन के प्रकरण में पोस्टमार्टम तथा सैंपल कलेक्शन के दौरान डॉक्टर वर्मा तथा डॉक्टर मिश्रा ने विद्युत तार से करंट लगने के कारण बायसन की मृत्यु प्रतीत होना पाया था। यह व्यस्क नर बायसन था, जिसकी आयु लगभग 11 से 13 वर्ष रही होगी। बायसन का मांस निकला, चमड़ा शरीर से अलग होना, चारों टांगे कटी होना और सिर का धड़ से अलग होना पाया गया था। अवैध शिकार की नीयत से जी.आई.विद्युत तार के करंट का उपयोग होने का प्रकरण वारदात के स्थल पर मौजूद साक्ष्यों के अनुसार पाया गया था। मौका पर अपराधियों की चप्पलें तथा कनाशी मिले। मौका पर श्री अनुराग श्रीवास्तव, मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी), श्रीमती शालिनी रैना, मुख्य वन संरक्षक (दुर्ग, वन वृत्त दुर्ग), वन मंडल अधिकारी कवर्धा, अधीक्षक, भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण, उप वनमंडल अधिकारी सहसपुर लोहारा, परिक्षेत्र अधिकारी चिल्फी परिक्षेत्र, परिक्षेत्र सहायक नंदनी टोला, परिसर रक्षक कुमान, वन अमला, वानिकी चौकीदार, मजदूर तथा स्थानीय गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

********Advertisement********



👉 READ MORE


भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के फेस दो कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 1 अगस्त से 31 मई 2021 तक विभागीय एवं प्राईवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं के द्वारा गौ एवं भैंसवंशाीय पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कार्य किया जावेगा । कार्यक्रम हेतु जिले के 500 ग्रामों का चयन किया गया है तथा प्रत्येक ग्राम में कृत्रिम गर्भाधान से 100 उन्नत नस्ल के बछडे ब्छिया उत्पन्न करने का लक्ष्य रखा गया है।

कार्यक्रम अंतर्गत प्रत्येक गाय-भैंस की यूनिक आइ डी के टैग से टैगिंग किया जाकार उसकी पोर्टल में आनलाइन एन्ट्री किया जावेगा । कत्रिम गर्भाधान हेतु ऐसे देशी नस्ल के उन्नत सांड के सीमन का उपयोग किया जावेगा जिनकी मां का दग्ध उत्पादन 3हजार लीटर प्रति लेक्टेशन हो, विदेशी नस्ल के एचएफ 10हजार लीटर, जर्सी गाय 7 हजार लिटर दुग्ध उत्पादन क्षमता हो। कार्यक्रम की मोनिटरिंग भारत शासन के अधिकारियों द्वारा तथा जिला स्तरीय मानिटरिंग हेतु जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जावेगा। जिला स्तर पर डॉ वन्दना उपेन्द्र रात्रे को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो कार्यक्रम हेतु आवश्यक सामग्री जैसे, शासन द्वारा निर्धारित उन्नत सांड के सिमन स्ट्रा, लिक्विड नाइट्रोजन, यूनिक टैग की आवष्यकता अनुसार पूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही आनलाईन एण्ट्री हेतु प्रशिक्षण प्रदान कर कार्यक्रम की मोनिटरिंग का कार्य करेंगी। विकासखण्ड नोडल पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रत्येक सप्ताह चयनित ग्रामों की मानिटरिंग किया जायेगा।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

योजना से जिले के 50,000 पशु पालकों को प्रत्यक्ष लाभ उन्नत बछडे-बछिया के रूप में प्राप्त होगा जिनके उचित भरण पोषण एवं रखरखाव से 3-4 वर्ष में अधिक उत्पादन क्षमता वाले गाय-भैंस पशुपालकों को मिल सकेगा। इससे अन्य राज्यों पर दुग्ध एवं उन्नत पशुओं के लिये निर्भरता कम होगी और प्रदेश में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता में बढोतरी होना निश्चित है। राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के फेस 1 कार्यक्रम दिनांक 15सितम्बर 2019 से 31मई 2020 तक संचालित किया गया जिसमें जिले के 300 ग्रामों का चयन किया गया था जिसके अंतर्गत 16 हजार 138 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कार्य किया गया । 9 माह पूर्व किये गये कृत्रिम गर्भाधान से उन्नत वत्स उत्पादन होने लगे है जिसे देख अन्य पशुपालकों में भी पशुपालन व कृत्रिम गर्भाधान के प्रति जागरूकता बढी है। कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न बछिया के गाय बनने पर दुग्ध उत्पादन में बढोतरी होगी जिससे पशुपालको के आय में वृद्धि होगी। अतः फेस 2 के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग समस्त पशुपालक जनप्रतिनिधियों एवं चरवाहों से सहयोग की अपील करता है।

********Advertisement********