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detail news only from Chhattishgarh ,dated: २१ अगस्त २०२०
सत्ता से हटने के बाद रमन सिंह कोछत्तीसगढ़ के तीज त्योहार की सुध राजनैतिक जरूरतों से आई,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा छत्तीसगढ़ी तीज त्योहारों और संस्कृति की पहचान और सम्मान किया जा रहा:छग कांग्रेस
15 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह द्वारा तिजहारिन मन ला चिट्ठी पतरी पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि यह कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बड़ी सफलता है कि जो लोग पन्द्रह सालों तक छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी अस्मिता को भूल गये थे वे लोग भी बढ़ चढ़ कर राज्य के तीज त्योहारों को मनाने का प्रदर्शन करने को मजबूर हो गये है। यही तो है गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ का साकार रूप। यही है पुरखों के सपनों का छत्तीसगढ़। इसीलिये पुरखों ने पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के लिये लड़ाई लड़ी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि 15 साल तक रमन सिंह को तीजा की छुट्ठी देने की समझ क्यों नहीं आई? मुख्यमंत्री पद पर रहते हुये कभी तीजा की चिट्ठी लिखी नहीं लिखी। 15 साल तक छत्तीसगढ़ की लोक परंपरा, संस्कृति रीति रिवाजों, तीज-त्योहारों की अवहेलना करने के बाद अब सत्ता से हटने के बाद रमन सिंह जी को चिट्ठी लिखने की सुध आई है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सत्ता से हटने के बाद रमन सिंह को छत्तीसगढ़ के तीज त्योहार की सुध राजनैतिक जरूरतों से ही सही, कम से कम आई तो। पन्द्रह साल सरकार में रहने के दौरान तो रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ी तीज त्योहार और संस्कृति की लगातार उपेक्षा की। राज्य में कांग्रेस सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा छत्तीसगढ़ी तीज त्योहारों और संस्कृति की पहचान और सम्मान किया जा रहा है। कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहारों हरेली, तीजा, माता कर्मा जयंती, छठ पूजा, आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास में उत्साहपूर्वक छत्तीसगढ़ के लोक पर्व मना कर यह स्पष्ट संदेश दे दिया कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने की वास्तविक सार्थकता राज्य के मिट्टी की खुशबु को सहेजने में ही है। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहारों को गौरव के साथ मनाने की जो शुरुआत राज्य बनने के बाद हो जानी चाहिए थी वह भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद शुरू हुआ। यह साबित हो गया है कि कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता राज्य की आर्थिक सामाजिक उन्नति के साथ राज्य की संस्कृति को बढ़ावा देना है।
कांग्रेस पार्टी ने भेजा ताजा करेला, खेक्सी, हरी मिर्च, मास्क और साबुन भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के लिये,पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की मौन स्वीकृति है अजय चंद्राकर को
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने कहा कि जहां एक ओर समूचा विश्व और पूरा प्रदेश कोरोना कोविड-19 महामारी के संक्रमण काल से गुजर रहा है, वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई आपसी गुटबाजी के भयावह संक्रमण काल से गुजर रहा है। पंद्रह साल सत्ता सुख भोगने के बाद जब विपक्ष की भूमिका निभाने का समय आया तो भाजपा नेता धर्म संस्कृति और छत्तीसगढ़ी तीज त्यौहारों का अपमान करना शुरू कर दिये है। पूर्ववर्ती रमन सरकार के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर द्वारा छत्तीसगढ़ में मनाया जाने वाला तीजा त्यौहार के पहले दिन जब माता बहने और बहुएं व्रत रखने के पूर्व करूं भात की रस्म करती हैं और दूसरे दिन चौबीस घंटा निर्जला उपवास रहती हैं उस पर, उस विधि-विधान पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर में ट्विटर में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को तंज कसते हुए करूं भात की शुभकामनाएं दी जो इस परंपरा का अपमान करने जैसा है।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि भाजपा का आचरण कदाचित छत्तीसगढ़ी परंपराओं का अपमान करने जैसा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में जहां एक ओर प्रदेश आर्थिक उन्नति की ओर बढ़ रहा है और खेती की ओर अग्रसर हो रहा है। वहीं दूसरी ओर पावन पर्व को अपमानित कर अजय चंद्राकर ने अपने मानसिक दिवालियापन का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर 15 साल सत्ता में रहने के बाद अब विपक्ष में बैठे हैं और अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं तो धर्म संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। उनकी इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए और सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए ताजा करेला, हरी मिर्च, खेक्सी सब्जी सहित मास्क और लिक्विड साबुन भी कोरोना कोविड महामारी से रक्षा करने के लिए भेजा गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हरी सब्जी और हरी मिर्च खाकर अजय चंद्राकर अब छत्तीसगढ़ संस्कृति और त्योहारों के विरोध में कोई बयान जारी नहीं करेंगे और ना ही तीज त्यौहारों का अपमान करेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष प्रेमचंद जायसी, कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, असंगठित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आलोक पांडे एवं प्रदेश सचिव हरदीप बेनिपाल उपस्थित थे।
राष्ट्रीय महामंत्री व संसद सदस्य (राज्यसभा) डॉ. सरोज पांडेय ने सरकारी विज्ञापन में छत्तीसगढ़ी किसान की जगह उत्तरप्रदेश के किसान की फोटो होने के बहाने लगाये सरकारी पर किसान विरोधी होने के बहाने
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री व संसद सदस्य (राज्यसभा) डॉ. सरोज पांडेय ने प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अंबिकापुर में हजारों किसानों के प्रदर्शन के बाद भी वहाँ के किसानों को यूरिया खाद की आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है और किसान अब भी खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। यूरिया खाद की किल्लत के चलते प्रदेश के अमूमन सभी जिलों में यही स्थिति बनी हुई है। प्रदेश सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गौ-धन न्याय योजना के अपने सरकारी विज्ञापन में उत्तरप्रदेश के किसान को छत्तीसगढ़ का किसान बताकर उसकी फोटो लगा दी। जाहिर है, यह काम प्रदेश की भूपेश सरकार ही कर सकती है। छत्तीसगढ़ के एक भी किसान को इस प्रदेश सरकार ने इस लायक छोड़ा ही नहीं है कि उसका प्रफुल्लित चेहरा फोटो में आ सके।
यह फोटो भाजपा शासित राज्य उत्तरप्रदेश में लखनऊ के चिनहट निवासी प्रगतिशील किसान हरनाम सिंह की फोटो है। इनकी फोटो इंडिया टुडे के पत्रकार आशीष मिश्रा के साथ मनीष अग्निहोत्री ने खिंची थी।
उक्त विज्ञापन में दिख रही किसान की फोटो भाजपा शासित राज्य उत्तरप्रदेश में लखनऊ के चिनहट निवासी किसान हरनाम सिंह की है जो इंडिया टुडे के पत्रकार आशीष मिश्रा के साथ मनीष अग्निहोत्री ने खींची थी। अब इससे ज्यादा शर्मनाक उदाहरण इस प्रदेश सरकार के झूठ-फरेब की राजनीति का क्या हो सकता है? पांडेय ने कहा कि सरगुजा के किसान अब भी खाद की अनुपलब्धता के चलते परेशान हो रहे हैं और खाद की दुकानों में किसानों की लंबी कतारें इस बात की तस्दीक कर रही हैं कि प्रदेश सरकार अब भी किसानों की तकलीफ महसूस नहीं कर रही है और हाथ-पर-हाथ धरे बैठी है। परेशान किसानों ने क्षेत्र के दौरे पर जा रहे मंत्री अमरजीत भगत को घेरकर अपनी समस्या के निराकरण की मांग की। किसानों के आक्रोश के आगे विवश मंत्री भगत ने जिलाधीश को दूरभाष पर खाद की आपूर्ति को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। लेकिन जमीनी सच अब भी यही है कि किसान खाद के लिए दर-दर भटकने को विवश हो रहे हैं। जिस छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन के 15 वर्षों में किसानों को अपनी जरूरतों के लिए सड़क पर नहीं उतरना पड़ा, उस छत्तीसगढ़ के किसान कोरोना काल में भी अगर अपनी खेती-किसानी को बचाने के लिए अपनी जिंदगी दाँव पर लगाकर सड़क पर उतरने के लिए विवश हो गए हैं तो यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार के निकम्मेपन का सबसे बड़ा शर्मनाक उदाहरण है।
मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर पर दुष्कर्म के आरोप, पीड़िता ने पुलिस में दर्ज करायी शिकायत, सरकार ने पद से हटाया,डीएमई के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप के अलावा दवा खरीदी में गड़बड़ी का भी आरोप था
मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर डॉ एसएल आदिले के खिलाफ एक अनुसूचित जाति वर्ग की महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। यह महिला डीकेएस हॉस्पिटल में काउंसलर के रूप में कार्यरत है। रायपुर पुलिस को सौंपी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि नौकरी दिलाने का झांसा देकर डॉ आदिले ने 2018 में उसे अशोका रतन स्थित अपने साथ घर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए डीएमई पर से डॉ आदिले को हटा दिया है।
जानकारी के अनुसार पीड़ित कांकेर जिले की रहने वाली है और दिसंबर साल 2017 में परीक्षा देने रायगढ़ मेडिकल कॉलेज गई थी, जहां तत्कालीन डीन डॉ आदिले से उसका परिचय हुआ। युवती ने डॉ आदिले से नौकरी के लिए मदद मांगी थी, तो आदिले ने उसे अपना विजिटिंग कार्ड दिया था। जिसके बाद उसकी डॉ आदिले से बातचीत होते रहती थी।युवती ने शिकायत में कहा है कि वह 6 जनवरी 2018 को किसी काम से रायपुर आई थी। रायपुर आऩे के बाद उसने डॉ आदिले को कॉल कर अपने रिजल्ट के बारे में पूछा कि कब तक आएगा। वह कहां है पूछने के बाद आदिले वहां पहुंचा और नौकरी के संबंध में बातचीत करना है कहकर अपनी स्कूटी में बैठाकर घर ले गया। युवती के मुताबिक आदिले ने कहा था कि घर में उसकी बेटी सहित सभी मौजूद हैं बताया था लेकिन घर पहुंचने के बाद कोई नजर नहीं आया और डॉ आदिले ने अपनी ऊंची पहुंच का धौंस दिखाते हुए उसे बर्बाद करने की धमकी देते हुए उसके साथ दुष्कर्म किया।
मामले में एडिशनल एसपी तारकेश्वर पटेल ने कहा कि डॉ एसएल आदिले के खिलाफ शिकायत आयी है। शिकायत को महिला थाने परीक्षण के लिए भेजा गया है। परीक्षण के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर डॉ एसएल आदिले को उनके पद से हटा दिया गया है। डॉ आदिले के खिलाफ यह कार्रवाई उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद की गई है। डीएमई के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप के अलावा दवा खरीदी में गड़बड़ी का भी आरोप था। मामले को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने गंभीरता से लेते हुए डॉ आदिले को तुरंत हटाने का आदेश दिया था। जिसके बाद डॉ आदिले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें डीएमई के पद से हटा दिया है।आदिले के खिलाफ दवाई खरीदी के मामले में 95 लाख रुपये की गड़बड़ी का भी आरोप था। मामले में विधि विभाग ने आदिले के खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुमति मांगी थी।
इस पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बयान सामने आया है। सिंहदेव ने कहा कि आदिले को प्रभार से अलग कर चार्ज दूसरे को देने को कहा था, क्योंकि उनके खिलाफ कई शिकायतें सामने आई है। जिसमें अभियोजन के लिए विधि विभाग से पत्र आया था, उसमें अनुमति दे दी गई है। उनके खिलाफ खरीदी बिक्री में 95 लाख को गडबड़ी जांच में सामने आई है, उसके बाद आज एक और मामला आ गया है, इस तरह शिकायत आने के कारण उन्हें मुक्त करने को कहा था।
वन्यजीव का दांत बेचने की फिराक में ग्राहक तलाश रहे दो लोगों को सरायपाली पुलिस की कार्रवाई कर गिरफ्तार किया आरोपियों के कब्जे से 8 लाख का जंगली सूअर दांत जप्त
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय महासमुंद श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के आदेशानुसार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदया श्रीमति मेघा टेमभुलकर के निर्देशानुसार एवं श्री विकास पाटले अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सरायपाली के मार्गदर्शन में क्षेत्र में लगातार अवैध कार्यों पर अकुंश लगाने का सतत प्रयास किया जा रहा है एवं कार्यवाही की जा रही है ,आज २१ जुलाई को मुखबीर के जरिये सूचना प्राप्त हुआ कि मोटर सायकल क्रमांक CG 11 CF 6378 बजाज डिस्कवर में दो व्यक्ति सवार होकर नीले काले रंग के बेग में जंगली सुअर का दांत(खिरसा) रखकर सारंगढ से जयस्तंभ चौक होते हुये कुटेला चौक की ओर आ रहे है तथा जंगली सुअर का दांत(खिरसा) को बेचने के लिये ग्राहक तलाश कर रहे है कि सूचना पर तस्दीक हेतु कुटेला चौक सरायपाली पहुंचकर थोडी देर इंतजार किये जहां मुखबीर के बताये हुलिये की वाहन एवं दो व्यक्ति आते देखकर हाथ दिखाकर रोका गया जिनसे नाम पता पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम अजय टण्डन पिता रथराम टण्डन जाति सतनामी उम्र 28 साल साकिन ठठारी थाना बाराद्वार जिला जांजगीर-चांपा और मनोज बरेठ पिता रामलाल बरेठ जाति धोबी उम्र 30 वर्ष साकिन लउसरा थाना बाराद्वार जिला जांजगीर- चांपा का रहने वाला बताया एवं बैग में रखे सामान एवं वाहन CG 11 CF 6378 के संबंध में पूछताछ करने पर हीला हवाला आना कानी किये जाने पर उक्त दोनो व्यक्तियों एवं उनके वाहन की एवं उनके पास रखे काले नीले रंग की बैग की तलाशी ली गयी,जिसमे बैग के अंदर 08 नग जंगली सुअर का दांत(खिरसा) जैसा वस्तु एक एटीएम, नगदी रकम 400 रूपये, 03 नग मोबाइल, एक नग मोटर सायकल मिला। संदेहीयों से उक्त वस्तु रखने के संबंध में वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने हेतु नोटिस देने पर जबाब में उन्होने कोई वैध दस्तावेज नहीं होना बताया .
गवाहों के समक्ष विधिवत कार्यवाही करते हुये दोनों व्यक्तियों के संयुक्त कब्जे से 1- 08 नग जंगली सुअर का दांत(खिरसा) जैसा वस्तु कीमती करीबन 08 लाख, 2- 03 नग मोबाइल कीमती करीबन 19,000 ,3- नगदी रकम 400 रूपये,4- एक नग मोबाइल पुरानी इस्तेमाली कीमती करीबन 20,000 रूपये, 5- एक नग एटीएम जुमला रकम 8,39,400 रूपये का जब्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। आरोपियों का कृत्य वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 9,49,51 का घटित करना पाये जाने से अप.क्र. 296/20 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जाता है। सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक थाना प्रभारी सरायपाली श्रीमति मल्लिका तिवारी, प्रभारी सायबर सेल उप निरीक्षक संजय सिंह राजपुत, उप निरी. अनिल पालेश्वर , प्रधान आरक्षक सुकलाल भोई, प्रधान आरक्षक रामकृष्ण साहू, आरक्षक हेमंत नायक, संदीप भोई, युगल पटेल, योगेंद्र दुबे, टीकाराम नायक, चंद्रमणी यादव, भूपेश प्रधान, योगेश यादव का विशेष योगदान रहा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के माध्यम से सुपोषण युक्त मुगफल्ली, गुड युक्त काजू निर्माण,हरिक नानीबेरा, (खुशहाल बचपन) व आमचो लेकी, आमचो माय (हमारी लड़की, हमारी माता) अभियान के तहत
आदिवासी बहुल क्षेत्र बस्तर में कुपोषण व एनीमिया का कारण गर्भवती, शिशुवती माताओं व बच्चों को पर्याप्त पौष्टिक आहार ना मिलना, बच्चों का बिमारी से ग्रस्त होना, साथ ही समाज में पोषण संबंधी जागरूकता का अभाव है। ‘‘गढबो नवा छत्तीसगढ़‘‘ क्रियान्वयन में मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप जनजातीय बहुल क्षेत्रों में बच्चों के कुपोषण स्तर में कमी लाना, 15 से 49 आयु वर्ष की एनीमिया पीड़ित महिलाओं में एनीमिया को कम करना प्राथमिकता में है। लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बस्तर जिले में ‘‘हरिक नानीबेरा (खुशहाल बचपन)‘‘ अभियान अंतर्गत प्रथम चरण में जिले के 82 सर्वाधिक कुपोषण वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों को चयनित किया गया। द्वितीय चरण में 95 आंगनबाड़ी केन्द्रों को चयनित किया गया। अब इस अभियान का विस्तार करते हुए तृतीय चरण में जिले के 1081 आंगनबाड़ी केन्द्रों के जो कि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से डीएमएफटी प्रभावित क्षेत्र अंतर्गत आते है, उनमें लागू किया गया था जिसमें 41474 बच्चों लाभान्तिव होंगे, जिसमें अतिरिक्त पूरक पोषण आहार में अण्डा, मुंगफल्ली व गुड़ का लड्डू प्रदाय किया जा रहा है और वर्तमान में 1981 आंगनवाडी केंद्र के 72 हजार लाभार्थियों को 3 दिवस लडडू एवं 3 दिवस अण्डा प्रदाय करने हेतु सप्ताह के सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को मूंगफल्ली गुड़ का 25 ग्राम का 01 लड्डू तथा मंगलवार, गुरूवार तथा शनिवार को 01 उबला अण्डा दिया जाने हेतु महिला बाल विकास विभाग के समन्वय के माध्यम से बिहान द्वारा गठित स्व-सहायता समूह को दायित्व दिया गया है।
मुगफल्ली एवं गुड युक्त लडडू निर्माण हेतु का कलस्टर आधार पर चयन किया गया एवं चयन के पश्चात् लड्डू बनाने हेतु जिला स्तर पर महिला बाल विकास विभाग की ओर से प्रशिक्षण किया गया। सर्वप्रथम प्रथम चरण हेतु समूह 81 केंद्रो के लिए 5 समूह द्वितीय चरण हेतु 1081 केंद्रो हेतु 11 समूह एवं तृतीय चरण हेतु 1981 केंद्रो 24 बिहान महिला स्व-सहायता समूह का चयन कर लडडू बनाने हेतु चिन्हांकित किया गया है।
आँगनबाड़ी केंद्रो के माध्यम से सुपरवाईजर के द्वारा लड्डू हेतु बच्चों के अनुसार मांग पत्र लड्डू बनाने हेतु प्रस्तुत की जाती है। तद्पश्चात् दिशा निर्देशानुसार प्रति बच्चें को 25 गाम मूंगफल्ली व गुड युक्त लड्डू दिये जाने है, और 1 किलो मे 40 लड्डू मिठाई डिब्बा में प्रदाय किये जाने है, जिसमें मुंगफल्ली 650 ग्राम, गुड 350 ग्राम, ईलायची स्वादानुसार मिक्स कर समूह के माध्यम से लडडू तैयार कर विकासखण्ड के महिला बाल विकास विभाग, सेक्टर, आँगनबाड़ी केंद्र तक सप्लाई की जाती है।
महिला समूह के द्वारा प्रतिदिवस 10 सदस्यों के माध्यम से 2000 से 2500 लड्डू निर्माण किया जाता है, अब तक 65.37 लाख रूपये तक 12.48 लाख लड्डू वितरण किया जा चुका है। प्रति किलो लड्डू बनाने मे 115 रूपये समस्त व्यय के साथ खर्च होता एवं प्रति किलो वर्तमान दर से 45 रूपये प्रतिकिलो फायदा होता है अर्थात् अब तक 31.50 लाख रूपये समूह को आय हुआ। पूर्व में प्रति नग लड्डू की कीमत 6 रूपये एवं वर्तमान मे 4 रूपये की दर से समूह के खाते मे विभाग के माध्यम से राशि प्राप्त होती है।
आंगनवाडी केंद्र मे बच्चे एवं महिलाओं को मुंगफल्ली लड्डू देने के लिए मिठाई डिब्बा में ही मांग की गयी थी ताकि लड्डू टूटे ना इसलिए समूह के द्वारा उक्त डिब्बा बाहर से लेना पड़ता था जिसके कारण से दिक्कत होती थी। इसलिए उक्त मिठाई के डिब्बा बनाने हेतु 5 समूह को जिला स्तर पर प्रशिक्षित किया गया और वर्तमान मे समूहों के द्वारा स्वयं मिठाई डिब्बा बनाकर लड्डू प्रदाय करने वाले समूहों को सप्लाई करते है। डिब्बा बनाने मे समूह के माध्यम से एक लाख रूपए की पूंजी लगाया गया, जिसमें 13335 डिब्बा मिलता है। प्रति डिब्बा 10 रूपये की दर से अर्थात् 1 लाख 35 हजार रूपये मे बेचते है, जिससे शुद्ध समूह को 33 हजार रूपये आमदानी हो जाती है।
जिले में हरिक नानीबेरा, (खुशहाल बचपन) व आमचो लेकी, आमचो माय (हमारी लड़की, हमारी माता) अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए नोडल एजेन्सी पंचायत एवं ग्रामीण विकास है। ग्राम पंचायत स्तर पर सरपंच व पंच की भूमिका महत्वपूर्ण है ग्राम पंचायत स्तर पर समस्त कार्यक्रम की निगरानी व मार्गदर्शन में किया जाता है।स्थानीय एनआरएलएम (बिहान) समुह के द्वारा चयनित आंगबनाड़ी केन्द्र के बच्चों के लिए मुँगफल्ली गुड़ का लड्डु, उबला अण्डा प्रदाय, स्थानीय महिला समूहों की मासिक बैठक आंगबनाड़ी केन्द्रों में किया जा रहा है जिसमें स्वच्छता कुपोषण पोषण आहार इत्यादि पर चर्चा होती है और बिहान समूह के सदस्यों द्वारा बच्चों के माता-पिता को केन्द्र में बुलाने एवं उन्हे परामर्श देने में सहयोग किया जा रहा है
कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण के फैलाव एवं रोकथाम को ध्यान में रख जिले के गंगरेल, नरहरा सहित अन्य सभी स्थलों को आगामी 31 अगस्त तक बंद रखा गया था। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री जयप्रकाश मौर्य ने उक्त आदेश को निरस्त करते हुए अब धमतरी जिले में संचालित सभी होटल, मोटल एवं पर्यटन केन्द्र, रिसोर्ट इत्यादि को भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा जारी गाईड लाईन में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए संचालन की अनुमति दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक सभी होटलकर्मी दैनिक कार्य करते समय मास्क, हाथ में दस्ताने और सैनिटाइजर का उपयोग करेंगे। आपातकालीन टेलीफोन नंबर और उचित स्थानों पर जागरूकता संबंधी पोस्टर चस्पा करेंगे। कमरे के अंदर मेहमानों के लिए Do’s और Dont’s का पोस्टर चस्पा करेंगे। कोरोना वायरस कोविड 19 के वर्तमान स्थिति के बारे में मेहमानों को अवगत कराएंगे। अनावश्यक कमरे से बाहर नहीं निकलने एवं बाहर जाने पर आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ ही बाहर निकलें। कमरे के अंदर कपड़ा नहीं धोएं। यदि किसी दूसरे के साथ एक बालकनी साझा की जाती है, तो कृपया अपने कमरे के किनारे पर रहे। मेहमानों का धुलाई एवं रसोई क्षेत्र में प्रवेश वर्जित रहेगा। होटल में प्रवेश करने पर हैण्ड वाॅश/हैण्ड सेनिटाइजर एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था करना अनिवार्य है। एयर कंडिशनर/ वेंटिलेशन के उपयोग के संबंध में सी.पी.डब्ल्यू.डी.के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना होगा, जिसके अनुसार एयर कंडिशनिंग उपकरणों का तापमान सेटिंग 24-30‘ C की सीमा में होना चाहिए, ह्यूमिडिटी रेंज 40-70 प्रतिशत होनी चाहिए। जहां तक संभव हो ताजा हवा तथा क्रास वेंटिलेशन की व्यवस्था होनी चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग के सिद्धांतों का पालन करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारी दी है। आज 768 मामलों की पुष्टि हुई है।वहीं, आज 266 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है और 8 कोरोना संक्रमित की मौत हो गई।768 मरीजों में रायपुर जिले से 253,दुर्ग से 88,राजनांदगांव से 67, सुकमा से 53,कांकेर से 49, जांजगीर-चांपा से 37, रायगढ़ से 33, बस्तर से 26, कोरिया से 25,बिलासपुर से 23, धमतरी से 19,गरियाबंद से 14,कोंडागांव से 11, बलौदाबाजार से 9,महासमुंद व कोरबा से 8-8,बालोद व दंतेवाड़ा से 7-7, जशपुर व बीजापुर से 6-6, कबीरधाम से 5, नारायणपुर से 4,बेमेतरा से 3, सरगुजा, सूरजपुर व बलरामपुर से 2-2, मुंगेली से 1 मरीज की पहचान हुई है। बताया गया है कि, गुरुवार देर रात 54 और मरीजों की पहचान हुई थी। इनमें रायपुर से 53 व कांकेर से 1 मरीज शामिल था। प्रदेश में अब तक 19459 मरीजों की पहचान हो चुकी है। इनमें 12005 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 180 मौत दर्ज की गई है। एक्टिव केस की संख्या 7274 पहुंच चुकी है।
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short news from citIES of CHHATTISGARH ,dated: २१ अगस्त २०२०
छत्तीसगढ़ प्रदेश : 21/Aug/2020 🌎 गणेश चतुर्थी के अवसर पर राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं🌍
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल सुश्री उइके ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि भगवान श्री गणेश विघ्न-विनाशक तथा ज्ञान एवं बुद्धि के देवता है। किसी भी कार्य का शुभारंभ गणपति की पूजा के साथ की जाती है। राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रदेश के नागरिकों के सुख-समृद्धि, शांति एवं मंगलमय जीवन की कामना की है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश : 21/Aug/2020 🌎 राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ को स्वच्छता सर्वेक्षण में राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर दी बधाई🌍
राज्यपाल सूश्री अनुसुईया उइके ने केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा 100 से अधिक शहरी निकाय संस्था वाले राज्यों की श्रेणी में छत्तीसगढ़ को ‘सर्वाधिक स्वच्छ राज्य’ के पुरस्कार सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों को 14 राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाने पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया एवं सभी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ भविष्य में इससे बेहतर कार्य करेगा और स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में उच्चतम स्थान प्राप्त करेगा। साथ ही निरन्तर प्रगति करेगा।
उल्लेखनीय है कि 20 अगस्त 2020 को केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने वर्चुअल ऑनलाइन पुरस्कार वितरण समारोह में छत्तीसगढ़ को कुल 14 राष्ट्रीय पुरस्कार पुरस्कार प्रदान किए, जिसमें छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के स्वच्छतम राज्य होने का दर्जा प्राप्त किया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश : 21/Aug/2020 🌎 मुख्यमंत्री ने गणेश चतुर्थी पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं🌍
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने विघ्नहर्ता भगवान गणेश से इस अवसर पर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पूरे देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी भगवान गणेश की आराधना का यह पर्व पूरी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री बाल गंगाधर तिलक द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्रीय चेतना जागृत करने और लोगों को एकता के सूत्र में बांधने के लिए शुरू किया गया सार्वजनिक गणेश उत्सव अब सामाजिक समरसता का अनूठा उदाहरण बन गया है। श्री बघेल ने कहा है कि इस साल पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से जंग लड़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए गणेश उत्सव के दौरान सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं। उन्होंने अपील की है कि लोग कोविड-19 के बचाव और रोकथाम के लिए सभी नियमों का कड़ाई से पालन करें।
छत्तीसगढ़ प्रदेश : 21/Aug/2020 🌎 प्रदेश में अब तक 895.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज🌍
प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक जून से अब तक कुल 895.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। प्रदेश में सर्वाधिक बीजापुर जिले में 1960.6 मिमी. और सबसे न्यूनतम सरगुजा में 603.8 मिमी. औसत वर्षा अब तक रिकार्ड की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित की गई जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 1077.4 मिमी, बलरामपुर में 770.0 मिमी, जशपुर में 955.3 मिमी, कोरिया में 842.1 मिमी, रायपुर में 693.7 मिमी, बलौदाबाजार में 740.1 मिमी, गरियाबंद में 778.9 मिमी, महासमुन्द में 948.9 मिमी, धमतरी में 791.9 मिमी, बिलासपुर में 924.1 मिमी, मुंगेली में 658.6 मिमी, रायगढ़ में 771.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 774.9 मिमी तथा कोरबा में 1023.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। इसी प्रकार गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 822.1 मिमी, दुर्ग में 686.9 मिमी, कबीरधाम में 621.8 मिमी, राजनांदगांव में 651.0 मिमी, बालोद में 763.0 मिमी, बेमेतरा में 674.8 मिमी, बस्तर में 995.6 मिमी, कोण्डागांव में 1222.7 मिमी, कांकेर में 794.3 मिमी, नारायणपुर में 1102.1 मिमी, दंतेवाड़ा में 1299.8 मिमी तथा सुकमा में 1137.0 औसत दर्ज की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित की गई जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज 21 अगस्त को सुबह रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सरगुजा जिले में 25.3 मि.मी., सूरजपुर में 24.0 मि.मी., बलरामपुर में 18.2 मि.मी., जशपुर मंे 38.7 मि.मी. तथा कोरिया में 27.8 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गयी। इसी तरह से रायपुर में 8.0 मि.मी., बलौदाबाजार में 26.9 मि.मी., गरियाबंद में 28.8 मि.मी., महासमुन्द में 44.1 मि.मी., धमतरी में 39.0 मि.मी., बिलासपुर में 63.8 मि.मी., मुंगेली में 24.8 मि.मी., रायगढ़ में 36.1 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 38.9 मि.मी., कोरबा में 46.8 मि.मी., गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 29.7 मि.मी., दुर्ग में 25.5 मि.मी., कबीरधाम में 41.0 मि.मी., राजनांदगांव में 55.3 मि.मी., बालोद में 48.0 मि.मी., बेमेतरा में 18.3 मि.मी, बस्तर में 125.2 मि.मी., कोण्डागांव में 117.5 मि.मी., कांकेर में 99.5 मि.मी., नारायणपुर में 135.1 मि.मी., दंतेवाड़ा में 98.6 मिमी, सुकमा में 86.5 मि.मी. तथा बीजापुर में 98.2 मि.मी., औसत वर्षा दर्ज की गई।
रायपुर : 21/Aug/2020 🌎 स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव 22 अगस्त को एसीआई में नवस्थापित कैथलैब यूनिट का करेंगे लोकार्पण🌍
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव 22 अगस्त को शाम चार बजे डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) में नवस्थापित कैथलैब यूनिट का ई-लोकार्पण करेंगे। पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त ने बताया कि लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से एसीआई में अत्याधुनिक कैथलैब मशीन स्थापित किया गया है। कैथलैब मशीन के साथ यहां करीब सात करोड़ रुपए की लागत से एडवांस तकनीक वाली अन्य मशीनें भी स्थापित की गईं हैं जो हृदय रोगों की जांच एवं निदान में बेहद उपयोगी साबित होंगी। आने वाले दिनों में हृदय से जुड़ी बीमारियों के लिये यह संस्थान सर्वसुविधाओं से परिपूर्ण होगा।
कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि कैथलैब में सात अन्य एडवांस मशीनें स्थापित की गई हैं। इन सभी का उपयोग हृदय की बीमारियों के इलाज में किया जाएगा। इन मशीनों को भाभा एटॉमिक एनर्जी सेंटर से रेडिएशन का लाइसेंस प्राप्त हो चुका है। ईपीएस, आरएफए एवं आईसीई मशीन को मिलाकर कम्पलीट ईपी लैब तैयार किया गया है। लखनऊ एवं जम्मू-कश्मीर के बाद यह पूरे भारत का तीसरा शासकीय संस्थान होगा जिसमें ये तीनों मशीनें एक साथ स्थापित हैं। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 22 अगस्त को लोकार्पण के बाद 24 अगस्त से यहां एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी एवं दिल की अन्य बीमारियों का इलाज शुरू हो जाएगा।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित की गई जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 1077.4 मिमी, बलरामपुर में 770.0 मिमी, जशपुर में 955.3 मिमी, कोरिया में 842.1 मिमी, रायपुर में 693.7 मिमी, बलौदाबाजार में 740.1 मिमी, गरियाबंद में 778.9 मिमी, महासमुन्द में 948.9 मिमी, धमतरी में 791.9 मिमी, बिलासपुर में 924.1 मिमी, मुंगेली में 658.6 मिमी, रायगढ़ में 771.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 774.9 मिमी तथा कोरबा में 1023.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। इसी प्रकार गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 822.1 मिमी, दुर्ग में 686.9 मिमी, कबीरधाम में 621.8 मिमी, राजनांदगांव में 651.0 मिमी, बालोद में 763.0 मिमी, बेमेतरा में 674.8 मिमी, बस्तर में 995.6 मिमी, कोण्डागांव में 1222.7 मिमी, कांकेर में 794.3 मिमी, नारायणपुर में 1102.1 मिमी, दंतेवाड़ा में 1299.8 मिमी तथा सुकमा में 1137.0 औसत दर्ज की गई है।
दुर्ग : 21/Aug/2020 🌎 शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में संविदा भर्ती हेतु आवेदन आमंत्रित🌍
दुर्ग 21 अगस्त 2020/ दुर्ग जिले में संचालित शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में आवश्यकतानुसार शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ, सर्जरी विशेषज्ञ एवं एमडी मेडिसिन (जनरल मेडिसिन) की संविदा नियुक्ति किया जाना है। इस हेतु इच्छुक आवेदक अपने संपूर्ण दस्तावेजों के साथ निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन निर्धारित तिथि एवं समय पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में जमा कर सकते हैं। विस्तृत विज्ञापन एवं आवेदन प्रारूप जिले की वेबसाइट www.durg.gov.in में देखा व डाउनलोड किया जा सकता है।