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detail news only from Chhattishgarh ,dated: २२ सितम्बर २०२०
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय नागरिक उड्यन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी को हैदराबाद -जगदलपुर -रायपुर विमान सेवा प्रारंभ किए जाने तथा इसके लिए छत्तीसगढ़ के जगदलपुर को महत्वपूर्ण सेन्टर के रूप में मान्य करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री पुरी को प्रेषित अपने पत्र में छत्तीसगढ़ की न्यायधानी एवं महत्वपूर्ण व्यावसायिक एवं औद्योगिक शहर बिलासपुर को हवाई सेवा से देश के मेट्रोपोलियन सिटी दिल्ली, मुंबई, और कोलकोता हवाई रूट से जोड़ने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि बिलासपुर छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तरी क्षेत्र का प्रमुख वाणिज्यिक एवं व्यावसायिक केन्द्र है। बिलासपुर राज्य के उत्तरी जिलों को जोड़ता है। यहां साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड का मुख्यालय और साउथ ईस्ट सेन्ट्रल रेल्वे का जोन मुख्यालय तथा बिलासपुर रेल्वे डिवीजन के अलावा यह देश में विद्युत उत्पादन का महत्वपूर्ण केन्द्रों में से एक है। इस शहर के समीप सीपत में एनटीपीसी सहित पड़ोसी जिले जांजगीर चांपा एवं कोरबा में कई विद्युत उत्पादन संयत्र संचालित हैं। इसके अलावा बिलासपुर के आस-पास कई औद्योगिक क्षेत्र हैं जिनकी राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूूर्ण भागीदारी है।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि यदि बिलासपुर को दिल्ली, मुम्बई, कोलकोता जैसे मेट्रोपोलियन सिटी से हवाई सेवा से जोड़ दिया जाता है तो इससे रीजनल एयर कनेक्टिविटी बढ़ेगी और देश की अर्थव्यवस्था, व्यापार, व्यवसाय, पर्यटन स्वास्थ्य तथा सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने किया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ , 23 से 30 सितम्बर तक प्रदेश के 1.14 करोड़ बच्चों और किशोरों को खिलाई जाएगी कृमिनाशक दवाई
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का राज्य स्तरीय शुभारंभ किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के बावजूद प्रदेश में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों को गंभीरतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। इसके लिए मैं स्वास्थ्य विभाग के पूरे अमले को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत 23 सितम्बर से 30 सितम्बर तक प्रदेश के करीब एक करोड़ 14 लाख बच्चों और किशोरों को कृमिनाशक दवा खिलाई जाएगी। विगत फरवरी माह में भी इस कार्यक्रम के अंतर्गत 94 लाख बच्चों को कृमिमुक्त किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने रायपुर के सिविल लाइन स्थित चिप्स कार्यालय में बच्चों को कृमिनाशक दवा पिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और नोडल अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर भी मौजूद थे। श्री सिंहदेव ने कार्यक्रम में बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए पूरी सावधानी बरतते हुए मितानिनें एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर एक से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को कृमिनाशक दवा खिलाएंगी। मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसके लिए कोविड-19 के उपायों से बचने और निर्धारित प्रोटोकॉल के पालन के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी पालकों से अपील की है कि वे अपनी संतानों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए बच्चों को दवाई का सेवन अवश्य करवाएं। डिवर्मिंग कार्यक्रम के दौरान टीम को अपना पूरा सहयोग और समर्थन प्रदान करें। नियमित डिवर्मिंग बच्चों और किशोरों में कृमि के संक्रमण को समाप्त कर उनके बेहतर शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में सहायक है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम हर वर्ष दो बार विश्व स्वास्थ्य संगठन, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और एविडेंस एक्शन के तकनीकी सहयोग से संचालित किया जाता है।
कोविड-19 के मरीजों के इलाज की व्यवस्था में तीन दिन के भीतर बदलाव दिखेगा। आज इस सम्बन्ध में बैठक लेकर संभागायुक्त डॉ.संजय अलंग ने विस्तृत निर्देश दिया है।
कोविड मरीजों के इलाज की व्यवस्था में सुधार के लिये डॉ. अलंग ने आज मंथन सभाकक्ष में एक बैठक रखी जिसमें कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर सहित सिम्स, स्वास्थ्य विभाग व कोविड एवं जिला अस्पताल के अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. अलंग ने निर्देश दिया कि कोविड संदिग्ध मरीजों के सैम्पल को आरटीपीसीआर टेस्ट के लिये लैब में दो शिफ्टों में भेजा जाये और सैम्पल अधिक होने पर तीन शिफ्ट में भेजें जिससे रिपोर्ट जल्द मिल सके। रुके हुए सभी टेस्ट रिपोर्ट तीन दिन के भीतर जारी किये जायें। जो स्टाफ आइसोलेशन पर जाते हैं उनके लिये स्पष्ट पॉलिसी लागू करें। रोज की डेटा इंट्री की जायेगी और जिले के अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। सिम्स में स्टाफ बढ़ाये जायेंगे
सिम्स में डॉक्टर, नर्स अन्य कर्मचारी, स्वीपर की कमी दूर की जायेंगी। संभागायुक्त ने इस सम्बन्ध में डीन को प्रस्ताव देने के लिये कहा है।
सिम्स ओपीडी की व्यवस्था में सुधार लाने के सम्बन्ध में भी निर्देश दिया गया है। भीड़ की स्थिति में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिये जिग जैग, गोल घेरा बनाने व बेरिकैडिंग करने के लिये कहा गया है। इस कार्य में एनजीओ की मदद भी ली जायेगी। सिम्स और जिला अस्पताल में ओपीडी में कोविड लक्षण वाले मरीजों के लिये अलग कतार की व्यवस्था की जायेगी। इससे उन मरीजों की जांच के लिये अलग व्यवस्था हो सकेगी जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं। आरटीपीसीआर टेस्ट कराने वाले मरीजों के प्रवेश और निकासी की अलग व्यवस्था की जायेगी। मरीजों को कतार में खड़े होने की असुविधा को ध्यान में रखते हुए उनके लिये बैठने की व्यवस्था की जायेगी।
सिम्स में नगर-निगम द्वारा सफाई अभियान चलाया जायेगा। संभागायुक्त ने निर्देश दिया कि सिम्स के अलग-अलग विभागों में हर दो घंटे में सफाई की जाये और इसकी लगातार मॉनिटरिंग भी की जाये। प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से सफाई कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जाये। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को सीपेज व मरम्मत के कार्य शीघ्रता से पूरा करने का निर्देश भी संभागायुक्त ने दिया। आपात् चिकित्सा के लिये ट्राईएज सेंटर बनेगा
संभागायुक्त ने निर्देश दिया कि सिम्स एवं संभागीय कोविड अस्पताल में संक्रमण की रोकथाम के लिये प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाये। संक्रमण नियंत्रण के लिये स्टाफ को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जायेगा। कोविड मरीजों की स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार ऑर्डर ऑफ अर्जेंसी का निर्णय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी लेंगे। वे तय करेंगे कि किस मरीज को किस अस्पताल में भेजा जायेगा। इससे गंभीर मरीजों को आपात् चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। इसके लिये ट्राईएज सेंटर बनाने का निर्देश दिया गया। कोविड बेड की संख्या बढ़ाई जायेगी
बिलासपुर में अभी कोविड मरीजों के लिये विभिन्न अस्पतालों में 1900 से अधिक बेड उपलब्ध हैं। संभागायुक्त ने बिस्तरों की संख्या दस दिन के भीतर 2500 तक करने का निर्देश दिया है। इस लिंक पर लें उपलब्ध बेड की जानकारी
जिला प्रशासन ने एक लिंक जारी किया है जिसमें शहर के सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तर,आईसीयू बेड, वेंटिलेटर आदि की जानकारी ली जा सकती है। इसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है- https://bilaspur.gov.in/covid-19/ कलेक्टर की अध्यक्षता में होगी मॉनिटरिंग
संभागायुक्त ने कलेक्टर की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समन्वय समिति गठित करने कहा है जो उपरोक्त निर्देशों का पालन करायेंगे। यह समिति प्रतिदिन कोविड अस्पतालों की सुविधाओं की मॉनिटरिंग करेगी। सीएमएचओ, सिम्स के डीन व कोविड अस्पताल प्रभारी आपस में समन्वय के साथ काम करेंगे। संभागायुक्त ने अधिकारियों से सभी निर्देशों का पालन तीन दिन के भीतर कर इसकी रिपोर्ट देने कहा है।
आज की बैठक में अपर कलेक्टर श्री बीएस उइके, सिम्स के डीन डॉ. पी. के पात्रा, नगर निगम आयुक्त श्री प्रभाकर पांडेय, सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन व सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर अब ग्रामोद्योग विभाग विश्वस्तरीय कोसा वस्त्रों का उत्पादन करने लगा है। मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने रेशम प्रभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्थानीय रेशमी धागों से बनने वाले कोसा वस्त्र जहां अधिक आकर्षक और मुलायम है वहीं चाइनीस और कोरियन धागों से बने कपड़ों की तुलना में अधिक किफायती और सस्ता भी है। उल्लेखनीय है कि ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने कोसा वस्त्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए रिलिंग कार्य के माध्यम से स्थानीय रोजगार सृजन करने के लिए विभाग को विकल्प तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ का कोसा विश्व में उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। स्थानीय कोसा धागा रिलिंग से लंबा ताना लायक धागा मिलने से बाने में देसी टसर से बुनाई का काम शुरू किया जा रहा है। चूंकि यह वस्त्र पूर्णतः देसी है तथा स्थानीय धागों से बना है। इससे न केवल रेशम वस्त्रों की कीमत में कमी आई है बल्कि उच्च गुणवत्ता का रेशमी कपड़ा भी उपलब्ध हो रहा है। देसी कोसा आयातित धागों की तुलना में अधिक मुलायम और कम चमकीला रहता है जिसके कारण से कोसा की परख रखने वाले लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं। साथ ही शहतूत और कोसा रेशम के ताने-बाने से बना रेशमी कपड़ा बहुत ही आकर्षक और कोमल होता है।
ग्रामोद्योग संचालक श्री सुधाकर खलखो ने बताया कि देसी कोसा की अधिक मांग होने के कारण 12 जिलों में रिलिंग का कार्य निरंतर चल रहा है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में सारंगढ़ स्थित यूनिट में कोसा धागा की रिलिंग पानी सहित करने का प्रयोग किया गया जिससे लंबा ताना लायक धागा मिलने लगा है। ऐसी ही एक स्वतंत्र यूनिट कोरबा में भी स्थापित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है। श्री खलखो ने बताया कोरियन यार्न का भाव बाजार में 6300 रुपए प्रति किलो है, जबकि नई मशीन से तैयार किया स्थानीय कोसा धागा जिसकी कीमत 4800 से 4900 रुपए प्रति किलो है। इससे छत्तीसगढ़ राज्य का उत्पाद अधिक प्रतिस्पर्धात्मक है। आसानी से उपलब्ध होने वाले इन धागों का उपयोग अब अन्य राज्यों के बुनकरों द्वारा भी किया जा रहा है। जिससे निर्मित होने वाले रेशमी वस्त्रों गुणवत्ता बरकरार रहेगी वहीं यह रेशमी वस्त्र किफायती भी होंगे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच एनएचएम कार्यकर्ताओं ने नियमीतिकरण की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। एनएचएम कार्यकर्ता पिछले तीन दिन से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं और आज कार्यकर्ताओं ने जिले के सीएमएचओ को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं दूसरी ओर एनएचएम संचालक के निर्देश पर एनएचएम कार्यकर्ताओं को 24 घंटे के भीतर ड्यूटी ज्वॉइन करने का नोटिस जारी किया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि ड्यूटी ज्वॉइन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एनएचएम कर्मचारियों के हड़ताल का असर अब कोरोना जांच में दिखने लगा है। पहले की तुलना में अब 35-40 प्रतिशत कम सैंपल का कलेक्शन हो पा रहा है। बता दें कि पहले रोजाना औसतन करीब 18 हजार सैंपल का कलेक्शन किया जाता था, लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के बाद पिछले 2 दिनों से 12 हजार सैंपल प्रतिदिन कलेक्शन किया जा रहा है।
8 जिलों में 5 हजार से अधिक कर्मियों ने दिया इस्तीफा वहीं दूसरी ओर प्रदेश के 8 जिलों में करीब 5 हजार से अधिक एनएचएम कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया है। बिलासपुर में 350 से अधिक, कोरिया जिले में 300 से अधिक, जांजगीर, गरियाबंद सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो नई भर्ती संभव मांगों पर कोई हल नहीं निकला तो काम प्रभावित होगा। खासकर कोरोना संदिग्धों की सैंपलिंग और टेस्टिंग। शहरी क्षेत्रों में संचालित कई योजनाएं भी। एनएचएम के सूत्र बताते हैं कि एनएचएम कर्मचारियों को चेतावनी देकर नई भर्ती भी कर सकता है। पूर्व में कई बार ऐसे उदाहरण सामने आए हैं।
कोरोना काल में हड़ताल उचित नहीं। एनएचएम की तरफ से जिला कलेक्टरों को पत्र लिखाकर कर्मचारियों को नोटिस जारी कर काम पर लौटने को कहा गया है। डॉ. सुरेंद्र पामभोई, उप संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
निजी अस्पतालों द्वारा कोविड-19 के मरीजों से इलाज के लिए शासन द्वारा पूर्व में निर्धारित शुल्क से यदि अधिक शुल्क लेने की शिकायत प्राप्त होगी तो आवश्यकता पड़ने पर उस चिकित्सालय को इलाज के लिए प्रदान की गई अनुमति निरस्त की जा सकती है। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं श्री नीरज बंसोड़ ने इस संबंध में सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
जारी निर्देश में कहा गया है कि निर्धारित शुल्क से अधिक लेने की शिकायत प्राप्त होने पर एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897,छत्तीसगढ़ पब्लिक एक्ट1949तथा छत्तीसगढ़़ एपिडेमिक डिसीज कोविड 19 रेगुलेशन एक्ट 2020 के तहत कार्यवाही करें । इस आशय की जानकारी जिला कलेक्टर को दी जाए और उनके निर्देशानुसार आवश्यकता पड़ने पर उस चिकित्सालय को कोविड 19के इलाज के लिए प्रदान की गई अनुमति निरस्त की जाए।
राज्य शासन ने 5 सितंबर को आदेश जारी कर निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए दर का निर्धारण किया है। निजी अस्पतालों में उपलब्ध सुपरस्पेशियालिटी सुविधाओं के आधार पर इन्हें तीन श्रेणियों में बांटा गया है। ए-श्रेणी में रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, कोरबा और रायगढ़ जिले के अस्पतालों को रखा गया है। बी-श्रेणी में सरगुजा, महासमुंद, धमतरी, कांकेर, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार-भाटापारा, कबीरधाम एवं बस्तर जिले के अस्पतालों को रखा गया है। शेष जिलों के अस्पताल सी-श्रेणी में शामिल हैं। निजी अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज में होने वाला व्यय मरीज को स्वयं वहन करना होगा।
ए-श्रेणी वाले जिलों के एन.ए.बी.एच. मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में मॉडरेट स्थिति वाले मरीजों के इलाज के लिए प्रतिदिन 6200 रूपए का शुल्क निर्धारित किया गया है। इसमें सर्पोर्टिव केयर आइसोलेशन बेड के साथ आक्सीजन एवं पीपीई किट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। गंभीर स्थिति वाले मरीजों के उपचार के लिए रोजाना 12 हजार रूपए का शुल्क निर्धारित किया गया है। इसमें वेंटिलेटर केयर के बिना आईसीयू और पीपीई किट शामिल है। अति गंभीर मरीजों के इलाज के लिए 17 हजार रूपए प्रतिदिन की दर निर्धारित की गई है। इसमें वेंटिलेटर केयर के साथ आईसीयू एवं पीपीई किट शामिल है। वहीं एन.ए.बी.एच. से गैर मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों के लिए मॉडरेट, गंभीर और अति गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्रतिदिन 6200 रूपए, दस हजार रूपए एवं 14 हजार रूपए का शुल्क निर्धारित किया गया है।
बी-श्रेणी में शामिल जिलों के सुपरस्पेशियालिटी सुविधा वाले अस्पताल तीनों स्थिति (मॉडरेट, गंभीर और अति गंभीर) के मरीजों के इलाज के लिए ए-श्रेणी के लिए निर्धारित दर का 80 प्रतिशत और सी-श्रेणी वाले जिलों के अस्पताल 60 प्रतिशत शुल्क ले सकेंगे।
सभी अस्पताल डायग्नोसिस के लिए आयुष्मान भारत एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत आई.पी.डी. मरीजों के लिए निर्धारित शुल्क ही लेंगे। जहां ये योजनाएं लागू नहीं है वहां सीजीएचएस दरों के अनुसार शुल्क लिया जाएगा। सभी अस्पतालों में दवाईयों की कीमत वास्तविक बाजार मूल्य के अनुसार ही लिए जाएंगे।
सांसद नेताम ने कहा कि बस्तर संभाग छत्तीसगढ का अति पिछडा इलाका है जहां से रायपुर तक केवल सडक मार्ग द्वारा ही जाया जा सकता है। बस्तर संभाग के पिछडेपन के सबसे प्रमुख कारणों में से एक यातायात के अल्प साधन ही हैं। इससे यहां पर्यटन की संभावनाओं पर भी ग्रहण लग गया है। केन्द्र सरकार ने बस्तर संभाग में यात्री परिवहन की अधिकता को देखते हुए सिंगल लेन के चौड़ीकरण और उन्नयन की स्वीकृति दी थी लेकिन बस्तर में फोर लेन की आवश्यकता है।
सांसद नेताम ने यह भी कहा कि केन्द्रीय सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारतमाला परियोजना के तहत् रायपुर, विशाखापट्टनम एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी है। यह एक्सप्रेस-वे बस्तर संभाग के कांकेर व कोंडागांव तक तो आ गया है लेकिन इसमें भी जगदलपुर-नगरनार मार्ग को शामिल नहीं किया गया है।
सांसद नेताम ने बताया कि वर्तमान में 700 करोड रूपए की लागत से रायपुर से धमतरी तक फोरलेन सडक बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिससे रायपुर से धमतरी तक तो यातायात सुगम हो जाएगा लेकिन धमतरी से जगदलपुर तक टू-लेन सडक होने के कारण समस्याऐं यथावत बनी रहेंगी।
सांसद फूलोदेवी नेताम ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि धमतरी से बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर तक फोर लेन सडक बनाई जाए जिससे क्षेत्र का विकास संभव हो सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की वर्चुअल मौजूदगी में आज छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कलेक्टर रायपुर डॉ एस .भारतीदासन एवं सीएमएचओ रायपुर डॉक्टर मीरा बघेल को 5 नग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भेंट की। यह संक्षिप्त कार्यक्रम कलेक्ट्रेट में हुआ , जिसमें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना आपदा काल में जरूरतमंदों की मदद और कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के दिशा -निर्देशन में किए जा रहे कार्यों एवं उपायों की सराहना की । पदाधिकारियों ने कहा कि संकट की इस घड़ी में जरूरतमंदों को सहायता पहुंचाने के मामले में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को उनके प्रयासों एवं कार्यों के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। जकात फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा गरीब प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को शिक्षा के लिए सहायता दी जाती है , ताकि वह अपनी आगे की शिक्षा जारी रख सकें। राज्य में अब तक संस्था द्वारा 4000 से अधिक विद्यार्थियों को उनकी शिक्षा के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपए की सहायता राशि स्कॉलरशिप के रूप में प्रदान की गई है । कोरोना संकटकाल में जकात फाउंडेशन ने 3000 गरीब एवं असहाय परिवारों को अपनी ओर से एक माह का सूखा राशन पैकेट बतौर मदद के रूप में वितरित किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए सभी समाज एवं वर्ग के लोगों ने आगे बढ़कर मदद दी है । सभी समाज और लोगों के सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य जरूरतमंदों की मदद करने में आगे रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई अभी बाकी है।इसके लिए सभी समाज वर्ग और लोगों की मदद की जरूरत है । कोरोना से लड़ने और जीतने के लिए उन्होंने इस मौके पर समाज के सभी वर्गों, संगठनों, दानदाताओं और स्वयंसेवी संस्थाओं से भागीदारी और सहयोग की अपील की।
वैशालीनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुंदर नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम में तोड़फोड़ करते हुए बीती रात्रि दो नकाबपोश आरोपियों द्वारा चोरी का प्रयास
वैशालीनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुंदर नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम में तोड़फोड़ करते हुए बीती रात्रि दो नकाबपोश आरोपियों द्वारा चोरी का प्रयास किया गया । ए टी एम में लगे सायरन के बजने के कारण दोनों ही आरोपी फरार हो गए। वैशाली नगर पुलिस के द्वारा अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
वैशाली नगर पुलिस ने बताया कि दरमियानी रात 1:30 से दो बजे के मध्य सुंदर नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम में दो नकाबपोश आरोपियों के द्वारा तोड़फोड़ की गई। इसके बाद एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे के तारों को काटा गया । एटीएम मशीन के पैनल के पीछे बने ब्लैक रूम के अंदर प्रवेश किया। मशीन के चेंबर से रुपए चुराने के प्रयास में दोनों आरोपियों के द्वारा मशीन के पैनल के तारों को काटा गया। जिसके कारण सायरन का तार कटते ही बजना शुरू हो गया। सायरन के बजते ही चोरी की नियत से ब्लैक रूम में घुसे दोनों ही नकाबपोश चोर भयभीत होकर भाग खड़े हुए । बैंक द्वारा सभी एटीएम में लगाए जाने वाले डिवाइस के कारण एटीएम के कंट्रोल रूम पुणे में भी एटीएम मशीन से छेड़छाड़ का संदेश चला गया । इस पर एटीएम कंट्रोल रूम से स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। तब सूचना मिलते ही 112 की टीम एटीएम तक पहुंची । पुलिस के पहुंचने के पूर्व आरोपी फरार हो चुके थे। नकाबपोश चोरों के द्वारा एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ एवं तोड़फोड़ भी की गई है। इस पर वैशाली नगर पुलिस के द्वारा दोनों ही आरोपियों के खिलाफ धारा 457 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
राजधानी रायपुर के गंज थाना स्थित होटल जगदीश में मुखबीर के द्वारा पुलिस को सूचना मिली की होटल जगदीश में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं . पुलिस के अधिकारीयों ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए एक संयुक्त टीम बना कर होटल में छापा मारा .पुलिस के होटल में छापा मरने से भगदड़ मच गई ,अंततः पुलिस ने मौके से १० जुआरियों को गिरफ्तार किया. सभी गिरफ्तार जुआरियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी है.पुलिस द्वारा की गयी छापामार कार्यवाही में जुआरियों के पास से करीब एक लाख चालीस हजार की नगदी ,१२ नग मोबाइल फ़ोन,ताश पट्टी और मोबाइल में आईपीएल में खेले जा रहे सट्टा पट्टी बरामद की है .
पुलिस के द्वारा मारे गाये छापे में पकडे गए जुआरियों के नाम इस प्रकार है :
1.दिनेश मोटवानी पिता ज्ञान चाँद मोटवानी उम्र ४२ साल निवासी केलकर परा गन रायपुर
२.धनञ्जय सिंह पिता विध्नुदेव सिंह उम्र ४३ सामुदायिक भवन के पास डीडी नगर रायपुर
3.मनोहर लाल मदानी पिता स्व वीरुमल उम्र ५० निवासी सकीं पुराण सदनी दरबार सिविल लाइन रायपुर \
4.महेश दब्बानी पिता रामचंद्र उम्र ३५ निवासी जगन्नाथ मंदिर खमारडीह रायपुर
५.होरी लाल मदानी पिता अंगद राम उम्र ४५ निवासी गली नंबर 06 तेलीबांधा रायपुर
६.न्रिजेश कुमार पिता नरेन्द्र बोहली उम्र ४२ साल निवासी मारुती रेजीडेंसी राजेन्द्र नगर रायपुर
७.नानक गेही पिता जगदीश उम्र ३३ निवासी साईं मंदिर के सामने राज्नेद्र नगर रायपुर
८.तरनजीत सिंह पिता कुलजीत सिंह उम्र ३३ वर्ष निवासी साईं नगर जेल रोड गंज रायपुर
९.सतीश पाहुजा पिता स्व सुरेश पाहुजा उम्र ३२ साल निवासी आनंद विहार तेलीबांधा रायपुर
१०.ब्रिजेश शर्मा पिता स्व आर सी शर्मा उम्र ५४ सकीं गाँधी चाट गुढ़ियारी
इन सभी को गिरफ्तार करके इनके विरुद्ध गंज थाना में जुआ एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध करके अग्रिम कार्यवाही की जा रही है .
सोमवार की रात बैकुन्ठपुर में एक महिला की फांसी लगाकर आत्म हत्या करने के उसके परिजनो ने सीटी कोतवाली पुलिस महिला की मौत आतम हत्या के बजाया हत्या का आरोप लगाया
सोमवार की रात बैकुन्ठपुर में एक महिला की फांसी लगाकर आत्म हत्या करने के उसके परिजनो ने सीटी कोतवाली पुलिस महिला की मौत आतम हत्या के बजाया हत्या का आरोप लगाया है। जिसके बाद मामले की गंभीरता के मददेनजर नायब तहसीलदार की उपस्थिति में मृतका का पोस्टमार्टम किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह स्वयं थाने पहुंचे । मामले में मिली जानकारी के अनुसार कोरिया मुख्यालय बैकुंठपुर के सिविल इंजीनियर पीयूष अवधिया का विवाह कुरूद निवासी कमल नारायण गुप्ता की पुत्री कृतिका गुप्ता से बीते वर्ष नवंबर 2019 में हुआ। पीयूष के पिता अवधिया के अनुसार मंगलवार की रात 11.30 से 12 बजे के बीच उनकी बहु ने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया और आत्महत्या कर ली, जिसके बाद उनके पुत्र पीयूष ने कमरे का दरवाजा तोडकर उसे बाहर निकाला और तत्काल उसे जिला अस्पताल लाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हमने इसकी जानकारी बहु के परिवार को तुरंत दी। वही पर मृतका के पिता का कहना है कि उन्होने स्वयं फोन किया तब उनके दामाद के पिता ने उन्हे बताया कि उनकी पुत्री ने आम्तहत्या कर ली है, उसके बाद हम लोगो ने कई बार फोन लगाया परन्तु दामाद के परिवार ने उनके फोन रिसीव नहीं किए।
पुलिस ने घटनास्थल की वीडियोंग्राफी करवाई, इसके बाद पोस्टमार्टम के पूर्व नायाब तहसीलदार की उपस्थिति में वीडियोंग्राफी हुई, मौके पर दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे, शरीर पर चोट के निशान को लेकर वहां काफी विवाद की स्थिति बन गई थी। इसके बाद पंचनामा के बाद सीएमएचओं को टीम बनाकर पोस्टमार्टम करने के निर्देश दिए गए, जिसके बाद डाक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। पुलिस की माने तो अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सच सामने आ पाएगा। वही पर पीएम के बाद शव उसके परिजनो को सौप दिया गया।
कोरोना वैक्सीन के नाम पर मरीजों से अवैध वसूली करने के मामले में रायपुर एएसपी ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। मामले में मेकाहारा की नर्स दीपादास और उनके पति के खिलाफ सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज की जाएगी। बता दें कि कोरोना वैक्सीन लगाने के नाम पर आरोपियों ने मरीजों से 11 हजार रुपए वसूले थे।जब मीडिया में मामला सामने आया तो प्रशासन ने इस खबर पर संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिए थे
राजधानी रायपुर में कोरोना वैक्सीन लगाने के नाम पर अवैध वसूली के मामले में पुलिस ने मेकाहारा की स्टाफ नर्स के पति को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गैंग के लोग कोरोना मरीजों को टिका लगाने की बात कहकर झांसे में लेते थे और 10 से 11 हजार रुपए वसूल लेते थे। जानकारी यह भी है कि गैंग के लोगों को मेकाहारा अस्पताल से मरीजों की लिस्ट मिलती थी, जिसके बाद वे फोन पर उन्हें अपनी जाल में फंसाते थे। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
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short news from citIES of CHHATTISGARH ,dated: २२ सितम्बर २०२०
रायपुर : 22/Sep/2020 🌎 कोविड संदिग्ध मरीजों के लिए सी टी स्कैन की दरें कोविड पाजिटिव मरीजों के समान ही निर्धारितराज्य शासन🌍
राज्य शासन ने कोविड संदिग्ध मरीजों के उपचार के दौरान हाई रिजाल्यूशन एच आर सी टी इन्वेस्टिगेशन की आवश्यकता होने पर निजी चिकित्सालयों एवं डायग्नोस्टिक केन्द्रों के लिए भी दरं निर्धारित की हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज जारी आदेश के अनुसार कोविड संदिग्ध मरीजों के लिए दरें भी कोविड पाजिटिव मरीजों के लिए ली जाने वाली दरों जैसी ही लागू होंगी। दरें इस प्रकार हैं-सी टी चेस्ट विदाउट कान्ट्रास्ट फार लंग्स के लिए 1870 रूपये, सी टी चेस्ट विद कान्ट्रास्ट फार लंग्स के लिए 2354 रूपये निर्धारित शुल्क रखा गया है।
आदेश में कहा गया है कि उपरोक्त निर्देश का उल्लंघन एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897,छत्तीसगढ़ पब्लिक एक्ट1949तथा छत्तीसगढ़़ एपिडेमिक डिसीज कोविड 19 रेगुलेशन एक्ट 2020 के तहत दंडनीय होगा।
रायपुर : 22/Sep/2020 🌎 लोकवाणी में इस बार नवा छत्तीसगढ़,हमर विकास मोर कहानी विषय पर होगी बात,11 अक्टूबर को प्रसारित होगी 11🌍
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार "नवा छत्तीसगढ़, हमर विकास, मोर कहानी " विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे।
इस संबंध में कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 23, 24 एवं 25 सितंबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकाॅर्ड करा सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 11 वीं कड़ी का प्रसारण 11 अक्टूबर को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों,एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा I
रायपुर : 22/Sep/2020 🌎 होटल मैनेजमेंट विषयों की पढ़ाई के लिए आवेदन एक अक्टूबर तक🌍
छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन विभाग के अधीन संचालित स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट केटरिंग टेक्नोलॉजी एंड अप्लाईड न्यूट्रीशन नवा रायपुर (आईएचएम) द्वारा होटल प्रबंधन के विषयों पर संचालित पाठ्यक्रमों की पढ़ाई के लिए एक अक्टूबर 2020 तक आवेदन आमंत्रित किया गया है।
आईएचएम द्वारा शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए जिन विषयों के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है, उनमें बीएससी हॉस्पिटैलिटी एवम होटल एडमिनिस्ट्रेशन, डिप्लोमा इन फूड एंड बेवरेज सर्विस, डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन और डिप्लोमा इन हाउस कीपिंग ऑपरेशन शामिल है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट आईएचएमरायपुर डॉट कॉम का अवलोकन किया जा सकता है। इसीप्रकार दूरभाष नम्बर 07714014166, 8871792093, 9300912780 और 8770197441 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
रायपुर : 22/Sep/2020 🌎 कोरोना की जांच के लिए एंटीजन रैपिड टेस्ट की दर 900 रूपये : आर टी पी सी आर की भी दरें निर्धारित🌍
राज्य शासन ने निजी पैथोलॉजी लैबों और अस्पतालों में कोविड-19 की जांच के लिए आरटीपीसीआर तथा एंटीजन रैपिड टेस्ट की दरें तय र्की हैं। निजी लैबों और अस्पतालों में रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 900 रूपए का शुल्क तय किया गया है। इसमें जांच, कन्जुमेबल्स , पीपीई किट इत्यादि शुल्क शामिल हैं। प्रदेश के लैबों/अस्पतालों में आर टी पी सी आर जांच के लिए 1600 रूपए की दर निर्धारित की गई है। जांच के लिए संभावित मरीज के घर से सैंपल संकलित किए जाने पर 1800 रूपए लिए जाएंगे।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 16 सितंबर को इस संबंध में आदेश में कहा गया है कि प्रदेश के बाहर स्थित लैबों के लिए आरटीपीसीआर जांच की दर दो हजार रूपए निर्धारित की गई है। घर से सैंपल कलेक्शन किए जाने पर 2200 रूपए लिए जाएंगे। इन शुल्कों में सैंपल कलेक्शन, परिवहन, जांच, कन्जुमेबल्स, पीपीई किट इत्यादि सभी शुल्क शामिल हैं।
बेमेतरा : 22/Sep/2020 🌎 प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक🌍
भारत सरकार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र/छात्राओं को वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्री मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति हेतु पोर्टल प्रारंभ किया जा चुका है। आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि छात्रवृत्ति हेतु आनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2020 तथा संस्था द्वारा सत्यापन (verification) की अंतिम तिथि 15 नवम्बर 2020 तक निर्धारित की गयी है।
कांकेर : 22/Sep/2020 🌎 कम्प्यूटर ऑपरेटर, सेल्समेन एवं सेल्स मैनेजर के लिए 26 सितम्बर तक आवेदन आमंत्रित🌍
कांकेर शहर के दो प्राइवेट कंपनियों में सेल्स मैनेजर, कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं सेल्स मेन के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र कांकेर में 24 से 26 सितम्बर तक आवेदन मंगाया गया है। जिला रोजगार अधिकारी बी.आर. ठाकुर ने बताया कि प्राप्त आवेदनों के आधार पर नियोक्ता द्वारा प्राथमिक चयन कर साक्षात्कार लिया जाएगा, जिसकी सूचना फोन के माध्यम से आवेदक को दिया जाएगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय कांकेर में कार्यालयीन समय पर संपर्क किया जा सकता है।
कांकेर : 22/Sep/2020 🌎 पखांजूर में रोजगार पंजीयन एवं नवीनीकरण कार्य इस माह स्थगित🌍
कलेक्टर श्री के.एल. चौहान के निर्देशानुसार पखांजूर तहसील के बेरोजगारों के लिए तहसील कार्यालय पखांजूर में 24 सितम्बर को रोजगार पंजीयन एवं नवीनीकरण कार्य संपादित किया जाना था, जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया है। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि पंजीयन कार्य के लिए आगामी तिथि की सूचना पृथक से दिया जायेगा।
जांजगीर-चांपा : 22/Sep/2020 🌎नगर पंचायत अड़भार में एल्डरमैन नियुक्ति पर मचा बवाल🌍
छत्तीसगढ़ प्रदेश में नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा विगत दिनों प्रदेश के नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में एल्डरमैन के पद पर की गई नियुक्तियां एवं नियुक्तियों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, इसी श्रृंखला में जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखंड की नगर पंचायत अड़भार के कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव से मिलकर नगर पंचायत में हुई एल्डरमैन की नियुक्तियों पर सवाल खड़ा करते हुए कुछ एल्डरमैनो की नियुक्तियां निरस्त करवाने की मांग की है, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि एल्डरमैन के पद पर कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान, समर्पित कार्यकर्ताओं को अवसर दिया जाए तथा वर्तमान में जिन लोगों की नियुक्ति की गई है उनका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना देना नहीं है, तथा ऐसे लोगों की नियुक्तियों से कांग्रेस पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
बिलासपुर : 22/Sep/2020 🌎 कोरोना संक्रमित महिला रेलवे अस्पताल से हुई लापता, मचा हड़कंप🌍
रेलवे हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में भर्ती एक बुजुर्ग महिला के वार्ड से गायब मिलने पर हड़कंप मच गया है। नाराज परिजनों ने इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ की लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। सोमवार को आक्रोशित लोगों ने तारबाहर थाने का घेराव कर कियागौरतलब है कि देवरीखुर्द निवासी मगरा भाई को कुछ दिनों पहले कोरोना की शिकायत पर रेलवे अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था जहां परिजनों को बिना बताए अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें 16 सितंबर को डिस्चार्ज कर दिया।जब महिला के परिजन 20 तारीख को अस्पताल पहुंचे तो यहां महिला लापता मिली। इससे आक्रोशित परिजनों ने थाने में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जिस पर तारबाहर पुलिस ने पूरे मामले को विवेचना में लिया जिसके बाद अस्पताल के अधिकारियों से बातचीत की गई, इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि महिला की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसे फिर वापस बुला लिया जाएगा।पुलिस की बातों को सुनने के बाद और महिला का पता मिल जाने के बाद सभी लोग वापस लौट गए। वही कोविड पेशेंट के गायब होने के मामले का निराकरण भी हो गया। परिजनों ने मामले में लिखित शिकायत थाने में की जिसके बाद हड़कंप मच गया।