अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर से बुधवार देर शाम दो और कोरोना रोगी को छुट्टी दे दी गई है। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि दोनों पुरुष रोगी कोरोना वायरस के दो टेस्ट में लगातार नेगेटिव पाए गए। इसके बाद दोनों को एम्स के चिकित्सकों की टीम ने बुधवार को डिस्चार्ज करने का निर्णय लिया। अब एम्स में कोविड-19 के 8 मरीजों का उपचार जारी है। बता दें कि प्रदेश में अब तक 36 मरीजों में से 28 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।
2 more Covid19 patients from Chhattisgarh have now fully recovered and are ready to be discharged. Wishing them best of the health and hoping for early recovery of remaining patients.
रायपुर एम्स के तर्ज पर ही बांग्लादेश अपने कोरोना संक्रमितों का इलाज करेगा. कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करने के तरीके से बांग्लादेश प्रभावित हो हुआ है. राजधानी ढाका के एक चिकित्सा संस्थान में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों का इलाज यहां अपनाए गए तरीकों से किया जाएगा. उनकी मांग पर एम्स की तरफ से ट्रीटमेंट गाइडलाइंस उपलब्ध कराई गई है. वहीं सार्क देशों के प्रतिनिधियों को भी वेंटिलेटर और आईसीयू मैनेजमेंट का तरीका बताया गया है.
रायपुर एम्स में 16 साल से लेकर 73 साल तक के मरीजों को स्वस्थ कर छुट्टी दी गई है. जबकि जो रिपोर्ट आ रही थी उसमें यह बात कही जा रही थी कि बुजुर्ग और बच्चों को कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा है. एम्स रायपुर के इलाज पद्धति की चर्चा न केवल देश भर में बल्कि विदेशों में भी है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सार्क देश एम्स रायपुर के संपर्क में हैं और उनका पैटर्न जानकर अपने देश में भी इलाज कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि हमारे लिए खुशी की बात है कि हमारे मरीज स्वस्थ होकर लौट रहे हैं. हम दूसरों की मदद कर पा रहे हैं यह भी खुशी की बात है. हम भी दूसरे राज्यों और देशों में कैसे इलाज किया जा रहा है, उस नजर रखते हुए कार्य योजना बनाते है. दूसरे राज्य या देश इस कार्य योजना पर काम चाहते है तो ये एक अच्छी पहल है.
लॉकडाउन के कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद है, लेकिन शासन द्वारा आदेश दिए जाने के बाद भी कई निजी स्कूलों द्वारा फीस संबंधित मैसेज बालकों को फोन नंबर पर भेजा जा रहा है। ऐसे स्कूलों की जानकारी सामने आने के बाद जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा नोटिस थमाया गया है। आर के शारदा भारतीय विद्या भवन द्वारा मैसेज भेजकर फीस मांगी गई है। शिकायत सामने आने के बाद जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा कार्रवाई की तैयारी है। जिला शिक्षा कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि आपातकालीन स्थितियों में बनाए गए नियमों का उल्लंघन यदि स्कूल द्वारा किया जाता है, तो उनकी मान्यता भी समाप्त की जा सकती है।
निजी स्कूल द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं को आधार बनाकर गर्मी की छुट्टियों की फीस मांगी जा रही है। इसके साथ ही बस का भाड़ा भी पालकों को देने के लिए कहा जा रहा है, जबकि मार्च के दूसरे पखवाड़े से ही स्कूलों में किसी भी प्रकार का परिवहन कार्य नहीं हो रहा है। अधिकतर स्कूलों में बस किराया 5000 से 10000 तक है इसके अलावा कई अन्य ऐसे मदों में भी वसूली की जा रही है, जिसकी आवश्यकता स्कूल में ऑफलाइन कक्षाएं संचालित होने पर ही होती हैं। इस मामले में रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी जीएल चंद्राकर ने कहा कि- 'कुछ स्कूलों द्वारा फीस संबंधित मैसेज भेजने की शिकायत मिली है। मनमानी रोकने कार्यवाही की गई है। आदेश का उल्लंघन किया तो मान्यता रद्द की जाएगी।
दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी ने धमधा के एक निजी स्कूल पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। बताया जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन ने सोशल मीडिया के जरिए सूचना जारी कर छात्रों के पालको को किताब वितरण के लिए बुलाया था। मामले की जानकारी होने पर डीईओ ने स्कूल पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में तीन मई तक लॉक डाउन कर दिया गया है। इस दौरान सरकार ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का निर्देश दिया है। वहीं, सरकार ने इस दौरान सोशल डिस्टेंस और लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है।
MP के करंजिया में 14 साल के नाबालिग के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में हड़कंप मच गया है,नाबालिग के संपर्क में आए 50 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है
डिंडौरी में 14 वर्षीय नाबालिग के कोरोना पॉजिटिव आने और उसका कनेक्शन छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से होने के बाद हड़कंप मत गया है. जिला प्रशासन ने गौरेला के गोरखपुर क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया है. प्रशासन की टीम ने 100 से अधिक लोगों की सैंपलिंग और लगभग 50 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया है. इसके साथ ही पुलिस टीम पॉजिटिव आए नाबालिग और उसके संपर्क में आए लोगों की कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन के आधार पर तफ्तीश कर रही है.
दरअसल मध्यप्रदेश के करंजिया में हुए कोरोना टेस्ट में 14 वर्षीय नाबालिग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में हड़कंप मचा हुआ है. वह 5 दिन पहले ही गौरेला से करंजिया गया था. गौरेला में उसके मामा का घर है, जहां रहकर वह काम किया करता था. करंजिया जिला प्रशासन से इसकी पुष्टि होने के बाद से पेंड्रा प्रशासन ने गोरखपुर गांव की सीमाएं हर तरफ से सील कर दी हैं, साथ ही पॉजिटिव मरीज के सीधे संपर्क में आए 50 से ज्यादा लोगों को रातोंरात क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया गया है. गांव के 100 से ज्यादा लोगों के सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजे गए हैं.
वहीं अभी बाकी लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है. फिलहाल प्रशासन का ध्यान इस ओर है कि गांव के अंदर जरूरी चीजों जैसे दूध और किराना सामान की कमी न हो. साथ ही CCTV कैमरे लगाकर इस बात की भी पुष्टि की जा रही है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी सूरत में गांव से बाहर न निकले और न ही अंदर आए. मंगलवार को दिनभर कलेक्टर के अलावा दो अन्य IAS, IPS और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में सैंपल लेने और निगरानी का काम करती रही.
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के गरीब परिवारों को जून महीने का भी चावल मुफ्त देने की घोषणा की है. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से अप्रैल और मई महीने भी मुफ्त चावल दिया गया था.सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन कार्डधारियों को जून महीने के चावल के साथ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के हितग्राहियों को अप्रैल से जून तक 3 महीने तक का चावल भी मुफ्त दिया जा रहा है. उचित मूल्य की दुकानों में 1 मई से चावल का वितरण किया जाएगा.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) अंत्योदय राशनकार्ड में हर सदस्य को तीन महीने की अतिरिक्त पात्रता 15 किलो प्रति सदस्य होगी. यानि हर महीने 5 सदस्यों को 5 किलो चावल दिया जाएगा. इस तरह से अंत्योदय राशनकार्डधारियों को जून महीने में चावल वितरण की मात्रा इस प्रकार होगा-
एक सदस्य वाले कार्ड पर जून महीने का नियमित आबंटन 35 किलो के साथ अप्रैल से जून तक अतिरिक्त चावल (15 किलो), यानी कुल 50 किलो चावल का निःशुल्क दिया जाएगा.
2 सदस्य वाले कार्ड पर नियमित आबंटन 35 किलो के साथ तीन महीने का अतिरिक्त चावल (30 किलो), यानी कुल 65 किलो.
3 सदस्य वाले कार्ड को 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 45 किलो अतिरिक्त आबंटन को मिला कर 80 किलो.
4 सदस्य वाले कार्ड पर 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 60 किलो अतिरिक्त आबंटन को मिला कर 95 किलो
5 सदस्य वाले कार्ड पर 35 किलो नियमित आबंटन के साथ 75 किलो अतिरिक्त आबंटन को मिला कर कुल 110 किलो चावल निःशुल्क दिया जाएगा.
छत्तीसगढ़ में 23 जिलों में कोरोना (COVID-19) के एक भी मरीज नहीं मिले। ऐसे में राज्य सरकार ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों में सभी व्यापारिक गतिविधियां शुरू करना चाहती है।
सभी व्यापारिक गतिविधियां शुरू करना चाहती है।इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। इस पत्र में मुख्यमंत्री ने मिठाई दुकान, संपत्तियों के क्रय-विक्रय, वाहनों के शोरूम, शहरों में निर्माण कार्य, एयर कंडीशनर, कूलर, फ्रीज के शोरूम, सभी रिपेयरिंग कार्य और ग्रीन जिलों में सभी रिटेल कार्य खोलने की छूट का आग्रह किया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है, राज्य में कोविड-19 के प्रसार की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए आर्थिक गतिविधियों के संचालन में छूट दी जाए। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है, मिठाई दुकानों के संचालन की छूट दी जाए, जिसमें दुग्ध उत्पादकों कृषकों का दूध बिकना संभव हो सके।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अन्य व्यापारिक जनता को छूट देने का आग्रह किया है। बता दें कि 21 अप्रैल तक राज्य में कोविड-19 के 36 मरीज संक्रमित पाए गए थे, जिनमें से 26 व्यक्ति संक्रमण मुक्त होकर अपने घरों को जा चुके हैं। शेष 10 व्यक्तियों का उपचार जारी है और सभी की दशा सामान्य है। राज्य में प्रतिदिन लगभग 400 व्यक्तियों का टेस्ट किया जा रहा है। पिछले 5 दिनों में कोई भी नया व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में आगामी 3 महीने के लिए केंद्र सरकार से 30 हजार करोड़ की आर्थिक सहायता देने का आग्रह किया है। साथ ही सीएम ने केंद्र सरकार से तत्काल 10,000 करोड़ रुपए जारी करने का आग्रह किया है, ताकि उद्योग, व्यवसाय, सेवा क्षेत्र एवं कृषि क्षेत्र को आर्थिक सहायता दी जा सके।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में जल्द ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) की टीम आ रही है। यह टीम कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर राज्य की स्थिति का आकलन करेगी। पहले चरण में आईसीएमआर (ICMR) की ही तरफ से 3 जिले बीजापुर, कवर्धा और सरगुजा को चिन्हित किया गया है, जहां टीम के विशेषज्ञ जाकर रेंडम सैंपल लेंगे।
आईसीएमआर (ICMR) ने राज्य को सिर्फ आने की सूचना दी है। टीम कब आएगी, कहां आएगी, कितने सैंपल लेगी इसकी जानकारी साझा नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक आईसीएमआर देशभर में इस प्रकार की कवायद कर रही है, ताकि वह एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सके कि कहां पर वायरस के फैलाव की क्या स्थिति है।इसे जीरो सर्विलेंस स्टडी कहा जा रहा है। हालांकि, छत्तीसगढ़ ने आईसीएमआर (ICMR) के निदेशक को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे इन तीन जिलों की अपेक्षा उन तीन जिलों का चयन करें, जहां से कोरोना के केस सामने आए हैं। जिनमें कोरबा, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और राजनांदगांव शामिल है। इस सर्वे का प्रदेश को बड़ा फायदा होने जा रहा है। इससे राज्य सरकार को राज्य की स्थिति की और विस्तृत जानकारी मिल सकेगी।
वर्तमान में प्रदेश का कोरबा जिला रेड जोन (Red Zone) में है, जहां अब तक 27 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और राजनांदगांव में कोरोना के आखिरी मरीज अप्रैल में मिले थे। देश की दूसरी राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ की स्थिति अब तक बेहतर बनी हुई है।
सुकमा के गगनपल्ली गांव में दो मजदूरों की मौत से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि इनमें से एक मजदूर लॉकडाउन से पहले ही आंध्र प्रदेश से अपने गांव लौटा था
कोंटा विकासखंड के कोत्ताचेरू से लगे गगनपल्ली पंचायत के कुडकीपारा में दो मजदूरों की मौत हो गई. 24 घंटे में हुई दो मौतों ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है. बताया जा रहा है कि इनमें से एक मजदूर लॉकडाउन के एक दिन पहले ही आंध्र प्रदेश से अपने गांव लौटा था. मौत की सूचना पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और लोगों की जांच की गई. मजदूरों की मौत का कारण सामान्य बताया जा रहा है. गांव में अन्य 15 ग्रामीणों को भी सर्दी और बुखार की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन कोंटा में क्वॉरेंटाइन किया है.
मिली जानकारी के अनुसार, वेट्टी हड़मा (उम्र 22 वर्ष) पिछले कुछ दिनोंं से सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित था. 19 अप्रैल की शाम को उसकी मृत्यु हो गई है. देर शाम गांव में ही उसका दाह संस्कार किया गया. वेट्टी हड़मा की चिता की आग बुझी भी नहीं थी कि गांव के ही पोड़ियाम भीमा (30 वर्ष) की मौत हो गई. पोड़ियाम भीमा को उल्टी और बुखार की शिकायत थी. प्रशासन को सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और बाहर से लौटे 15 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया.
ग्रामीणों के अनुसार पोड़ियाम भीमा लॉकडाउन लगने के पहले ही गांव लौटा था. भीमा समेत गांव के 22 ग्रामीण आंध्र प्रदेश के कुकनूर में मिर्ची तोड़ने का काम करने गए थे. लॉकडाउन लगने के एक दिन पहले ही सभी ग्रामीण गांव लौट आए. गांव आने के तीन सप्ताह के बाद पोड़ियाम भीमा को उल्टी, बुखार और सिर दर्द की शिकायत होने लगी. 20 अप्रैल की सुबह उसकी तबीयत कुछ ज्यादा बिगड़ गई और दोपहर को उसकी सांसें थम गईं.
कोंटा एसडीएम हिमाचल साहू ने बताया कि गगनपल्ली पंचायत के कुड़कीपारा में दो मजदूरों की मौत की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव भेजा गया था. दोनों मजदूरों की मौत सामान्य है. मृतकों में से एक मजदूर लॉकडाउन से पहले ही गांव लौटा था, एक महीने बाद उसकी मौत हुई है. ये कोविड-19 का मामला नहीं है.
पुलिस अधीक्षक महोदय प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमति मेघा टेंभुरकर साहू व श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सरायपाली श्री विकास पाटले के मार्गदर्शन शराब और शराबियों पर कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देशन पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमति मेघा टेंभुरकर साहू एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सरायपाली श्री विकास पाटले के मार्गदर्शन में थाना बसना क्षेत्र में अवैध शराब की सूचना पर कार्यवाही हुयी और अवैध शराब जब्त की गयी जो निम्म्नुसार है :
*1.रंजय पाइक पिता श्रीमत पाइक उम्र 28 साल साकिन पोटा पारा थाना बसना के कब्जे से जयपाल पटेल के मकान के पास आम पेड़ के नीचे पोटापारा हाथ भट्ठा निर्मित देशी महुआ शराब मात्रा 06 लीटर कीमती 1200 रुपये को जप्त कर आरोपी के विरुद्ध आबकारी एक्ट की धारा 34(2)के तहत कार्यवाही की गई ।
*2. बोईरडीह चौक बसना आरोपी सहदेव भोई पिता बजल भोई उम्र 19 वर्ष साकिंन बोईरडीह थाना बसना के द्वारा अपने मोटरसाइकिल पैशन प्रो क्रमांक सीजी 06 पी ए 0434 में परिवहन करते हुए 10 लीटर हाथ भट्टी निर्मित देशी महुआ शराब कीमती ₹2000 तथा परिवहन में प्रयुक्त मोटरसाइकिल पैशन प्रो कीमती करीबन ₹20000 जुमला कीमती ₹22000 को जप्तकर आरोपी सहदेव भॊई के विरुद्ध धारा 34(2) अपकारी एक्ट की कार्यवाही की गई।
*3. ग्राम बोईरडीह में आरोपी सीताराम विश्वकर्मा पिता नेहरू लाल विश्वकर्मा उम्र 22 वर्ष साकिन बोइरडीह अपने घर के सामने 7 लीटर देशी हाथ भट्टी महुआ शराब कीमती ₹1400 को बेचने की नियत से घर के सामने अपने कब्जे में रखा था जिसे पुलिस स्टाफ के द्वारा रेड कार्रवाई कर आरोपी सीताराम के विरुद्ध धारा 34 (2) आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सु श्री वीणा यादव ,उपनिरीक्षक लक्ष्मीनारायण साव, सउनि सिकंदर भोई, दरबारी राम तारम, आर0 अनिल खांडे, महेंद्र यादव, कौशल ध्रुव , नुतेन्द्र साहू, हरि शंकर साहू म आर सुभाषिनी भोई, का विशेष योगदान रहा।
वहीं बसना थाना प्रभारी सु श्री वीणा यादव को मुखबिर से सूचना मिलने पर वार्ड नंबर 02 बसना में राजकुमार कोसरिया घर के सामने सार्वजनिक स्थान पर शराब पी रहे चार शराबियों को प्रेमनाथ बंजारा पिता पुनुराम बंजारा उम्र 49 साल निवासी खेमड़ा, राजू बंजारा पिता लाल सिंह बंजारा उम्र 28 साल साकिन कैमरा, राजकुमार कोसरिया पिता दयालाल कोसरिया उम्र 27 साल साकिन वार्ड नंबर 1 बसना,एकादशीया पटेल पिता स्व. शोभाराम पटेल उम्र 33 साल साकिन खेमड़ा। चारों व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर बिना किसी सुरक्षा के यह जानते हुए कोरोना वायरस का फैलाव हो रहा है एवं धारा 144 जाफौ लागू होने के संबंध में जानते हुए सार्वजनिक स्थान पर शराब पीते मिले जिनके कब्जे से 4 नग डिस्पोजल, दो नग प्लास्टिक का 1 लीटर वाला बॉटल जिसमें 100 100 ml महुआ शराब भरी हुई , दो नग पानी का बिसलेरी बॉटल जिसकी सील टूटी हुई ,दो नग पोपट कंपनी का मिक्चर का पैकेट जो फटा हुआ को को गवाहों के समक्ष जप्त कर आरोपियों का डाक्टरी मुलाहिज़ा करवाया गया जिसमें शराब सेवन होने का डॉक्टर साहब द्वारा लेख किया गया। आरोपियों के विरुद्ध धारा 188 269 270 भादवी एवं 36(च) आबकारी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर जुडिशल रिमांड पर भेजा गया।
वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार वन विभाग द्वारा वनों की सुरक्षा और वन्यप्राणियों के अवैध शिकार पर नियंत्रण के लिए सतत् निगरानी रखी जा रही है। इस तारतम्य में प्रधान मुख्य संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि राज्य के बलरामपुर वन मण्डल में लॉकडाउन अवधि 25 मार्च से 19 अप्रैल 2020 तक वन अपराध के 180 प्रकरणों में 161 अपराधियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। इनमें लगभग 6 लाख रूपए की राशि के इमारती आदि लकड़ी के अवैध चिरान और लगभग 7 लाख रूपए की राशि के मोटर सायकिल तथा ट्रॉली सहित ट्रैक्टर की भी जप्ती की कार्रवाई की गई है।
इसके अलावा बलरामपुर वनमंडल के अंतर्गत परिक्षेत्र कुसमी तथा राजपुर में वन्य प्राणियों जंगली सुअर और चीतल के अवैध शिकार के कारण 9 अपराधियों के खिलाफ वन्य प्राणी, वन्य संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें न्यायालय राजपुर में प्र्रस्तुत किया गया है। इस दौरान वनमंडल बलरामपुर के वन मण्डलाधिकारी डॉ. प्रणय मिश्रा द्वारा गठित टीम द्वारा 9 वन परिक्षेत्रों बलरामपुर, रामानुजगंज, चान्दो, राजपुर, शंकरगढ़, कुसमी, वाड्रफनगर, धमनी तथा रघुनाथनगर में 730 नग इमारती लकड़ी के अवैध चिरान सहित 1047 बल्ली आदि जप्त किए गए। इनमें वनपरिक्षेत्र बलरामपुर में 35 हजार रूपए की राशि के 68 नग लकड़ी चिरान, रामानुजगंज में एक लाख 71 हजार रूपए के राशि के 96 नग लकड़ी चिरान और वाड्रफनगर में एक लाख 60 हजार रूपए के राशि के 371 नग लकड़ी चिरान शामिल हैं।
लॉकडाउन के बीच राजधानी में शराब चोरी की घटना सामने आई है. सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत कटोरा तालाब स्थित शराब दुकान से चोरों ने 13 पेटी अंग्रेजी शराब पार कर दिया है. शराब दुकान में लगी खिड़की की ग्रिल तोड़कर चोर अंदर घुसे थे. आबकारी विभाग के अनुसार चोरी हुई शराब की कीमत सवा लाख रुपए आंकी गई है.
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक महिला की हत्या मामले में पुलिस ने उसके पति को ही मुख्य आरोपी बनाया है. पुलिस का दावा है कि पति अपनी पत्नी की हत्या कर फरार हो गया है.
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक महिला की हत्या मामले में पुलिस ने उसके पति को ही मुख्य आरोपी बनाया है. पुलिस का दावा है कि पति अपनी पत्नी की हत्या कर फरार हो गया है. इतना ही नहीं अपनी पत्नी की हत्या की सूचना भी खुद आरोपी ने ही पुलिस को दी. बताया जा रहा है कि मृतका आरोपी की दूसरी पत्नी थी और वो पहली के साथ ही घर में रहती थी. दोनों पत्नियों में आए दिन विवाद होता था, जिससे तंग आकर आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
जशुपर पुलिस के मुताबिक घटना पत्थलगांव थाना क्षेत्र के इंजको की है. आरोपी का नाम कन्हैया बंजारे बताया जा रहा है. पत्थलगांव थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने बताया कि बुधवार की सुबह आरोपी कन्हैया बंजारे ने पत्थलगांव पुलिस को सूचना दी कि उसने अपनी दूसरी पत्नी अनुराधा बंजारे की चाकू मारकर हत्या कर दी है. सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जहां उन्हें घर के भीतर बिस्तर पर अर्धनग्न अवस्था में महिला की खून से लथपथ लाश मिली.
थाना प्रभारी संतराम के मुताबिक ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि आरोपी की दो पत्नियां थी और अक्सर उनके बीच विवाद होता था. कुछ दिन पूर्व आरोपी कन्हैया बंजारे ने अपनी पहली पत्नी के साथ भी मारपीट की थी, जिसके बाद उसकी पत्नी घर छोड़कर मायके चली गयी. इसी बीच आज सुबह उसने अपनी दूसरी पत्नी अनुराधा बंजारे की हत्या कर दी है. वहीं पुलिस मामले की जांच के साथ आरोपी की तलाश में जुट गयी है.