अगर आप भी ३६नॉकआउट की छत्तीसगढ़ की दिन भर की प्रमुख ख़बरें एक पेज एक लिंक अपने सीधे अपने मोबाइल व्हाट्सएप्प पर चाहते हैं तो कृपया 9424276027 पर HELLO CG लिख कर व्हाट्सएप्प करें

detail news only from Chhattishgarh ,dated: २५ मई २०२०


👉 READ MORE


स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सबसे अधिक कोरोना के 30 केस मुंगेली से मिले हैं, जबकि धमतरी से 02, कांकेर से ०३,रायपुर,बिलासपुर,बलरामपुर,कोरिया व राजनांदगांव से 1-1,मरीज मिले हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव मरीज़ों की संख्या 220 है। छत्तीसगढ़ में बीते चार दिनों मानो कोरोना का विस्फोट हो गया हो।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

शुक्रवार को 40, शनिवार को 44 और रविवार को 31 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है। इनमें से अधिकांश मजदूर हैं, मगर कुछ ऐसे भी मरीज हैं तो दूसरे राज्यों से ई- पास लेकर पहुंचे हैं। वर्तमान में प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 287 तक जा पहुंची है।आंकड़ों के मुताबिक कोरोना सबसे ज्यादा कोरबा, बिलासपुर, राजनांदगांव, बालोद और बलौदाबाजार को प्रभावित कर रहा है। कोरबा में जहां संक्रमित मरीजों की संख्या 41 है, तो वहीं बिलासपुर में सर्वाधिक 38 एक्टिव मरीज हैं।इन आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा कर रख दी है क्योंकि मरीजों की संख्या एकाएक इतनी बढ़ रही है कि कांटेक्ट ट्रेसिंग में खासी मुश्किलों का सामने करना पड़ रहा है।
कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए इसकी जांच और इलाज की प्रदेश में पुख्ता व्यवस्था की गई है। कोरोना वायरस संक्रमितों की पहचान के लिए जांच का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश में स्थापित चार लैबों एम्स, रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय तथा जगदलपुर व रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के माध्यम से रोज तीन हजार से अधिक सैंपलों की जांच हो रही है। आरटीपीसीआर जांच के लिए इन चारों लैब में पर्याप्त मात्रा में किट उपलब्ध हैं। रायपुर के लालपुर स्थित लैब में भी ट्रू-नॉट विधि से सैंपलों की जांच की जा रही है। प्रदेश में अब तक 55 हजार से अधिक कोविड-19 संभावितों के सैंपल की जांच हो चुकी है। राजनांदगांव, बिलासपुर और अंबिकापुर के शासकीय मेडिकल कॉलेजों में भी कोरोना वायरस जांच के लिए आईसीएमआर के मानकों के अनुरूप बीएसएल-2 लैब की स्थापना का काम जोरों पर हैं।

********Advertisement********




👉 READ MORE


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा है कि झीरम घाटी कांड में राजनैतिक नरसंहार किया गया। शहीद आत्माओं को अभी तक न्याय नही मिला है। झीरम घाटी कांड के षडयंत्र की सच्चाई को सब जानना चाहते है। हमारे सुरक्षाकर्मी भी बड़ी संख्या में आम नागरिक भी शहीद हुये थे। प्रदेश के सभी शासकीय और अर्धशासकीय कार्यालयों में झीरम की श्रंद्धाजलि दिवस मनाया जा रहा है। बस्तर टाइगर महेन्द्र कर्मा के नाम से जगदलपुर महाविद्यालय को जाना जायेगा।

एनआईए को पूर्व की राज्य सरकार ने जो जांच को सौंपा था और उन्होंने अपनी जांच कम्पलीट कर ली। लेकिन जो झीरम घाटी कांड में षंडयंत्र हुआ है उसके बारे में कोई जांच नहीं हुई। जो नक्सली पकड़े गये है, एएनआई ने आत्मसमर्पित नक्सलियो  का बयान नहीं लिया, जो घटना स्थल पर थे उनसे भी बयान नहीं लिया गया। फूलोदवी नेताम सहित झीरम में घटना स्थल पर उपस्थित साथियों के भी बयान एनआईए ने नहीं लिया। एनआईए जांच ही अधूरी है। इस मामले में जांच पूरी हो, सबका बयान हो, जो तथ्य है सामने आने चाहिये।

कोरोना सबसे पहले हवाई यात्रियों से छत्तीसगढ़ में आया। कोरोना महामारी का हम सब लोगो ने डटकर सामना किया और जो सफलता मिली है वह सबके सामूहिक प्रयत्नों का परिणाम है। छत्तीसगढ़ के आम नागरिक और छत्तीसगढ़ के शासन के अधिकारी, कर्मचारियों, हमारे सभी जनप्रतिनिधियों, छत्तीसगढ़ वासियों हमारे सभी समाजिक संगठनों और सभी औद्योगिक व्यवसायिक संगठनों और साथ ही मीडिया एवं पत्रकारो के सभी साथीयो ने सबने मिलकर इस कोरोना का सामना किया। अभी तीसरे फेस में जो श्रमिक आये हैं या छात्र-छात्रायें आयें हैं और जो लोग बाहर फस गये थे लाकडाउन के कारण वो सब लोग वापस आये है और उसी में से कुछ संक्रमित व्यक्ति भी वापस आ रहे है। निश्चित रूप से संक्रमण की संख्या बढ़ी लेकिन डरने और घबराने जैसी बात नहीं है। लाकडाउन के प्रथम चरण और दूसरे, तीसरे चरण में हम सब ने मिलकर कोरोना नियंत्रित किया और चौथा चरण में भी नियंत्रित करेंगे। ये सब सबके सहयोग से ही संभव हो पाया है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

राज्य में जो भी चाहे हवाई यात्री करके आये या रेल यात्रा से आये हम सब उसको क्वारेंटाईन करेंगे क्योकि बहुत मेहनत से हम सब लोगो ने मिलकर मेहनत की। कोई ऐसा संगठन नहीं जिन्होंने ने मेहनत नहीं किया सब ने बहुत मेहनत किया तब जाकर के हम कोरोना महामारी को नियंत्रित कर पाये। ये किसी एक को श्रेय नहीं इस श्रेय के भागीदार हम सब है। इस लड़ाई में जिन्होंने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया अपनी जान जोखिम में डालकर हमारे कर्मचारी, अधिकारी, संगठन, सब ने भाग लिया राजनैतिक लोगो ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तब जा कर के कोरोना को नियंत्रित कर पाये है। थोड़ी सी मेहनत और लगेगी। हम 60 दिन मेहनत किये है 15 दिन और मेहनत लगेगी। आखिर हमारे ट्रेन जो 23 मई को आयेगी और उसके बाद उन सबको 15 दिन क्वारेंटाईन में रखेंगे और 15 दिन के बाद सारे स्थिति स्पष्ट हो जायेगा कि कितने प्रभावित है कितने नहीं है। जो  कोरोना संक्रमण से प्रभावित है उनका इलाज चल रहा है। छत्तीसगढ़ में अभी तक कोरोना से एक भी मौत नहीं हुयी है।

********Advertisement********




👉 READ MORE


छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय राजीव भवन रायपुर में आज दिनांक 25 मई 2020 सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी, प्रदेश युवा कांग्रेस, प्रदेश सेवादल, प्रदेश महिला कांग्रेस, प्रदेश एनएसयूआई, प्रदेश इंटक एवं समस्त मोर्चा संगठनों, प्रकोष्ठों, विभागों, के सयुंक्त तत्वाधान में झीरम घाटी में नक्सली हमले में हुये शहीद कांग्रेस के सम्मानीय नेताओं को श्रद्धाजंलि देते हुये पुण्य स्मरण किये।




इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभाध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, कृषि मत्री रविन्द्र चौबे, स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, ,खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक धनेन्द्र साहू, कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, गुरूमुख सिंह होरा, राजेन्द्र तिवारी, गिरीश देवांगन, संचार विभाग अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, चंद्रशेखर शुक्ला, सुशील आनंद शुक्ला, घनश्याम राजू तिवारी, धनजंय सिंह ठाकुर, अरूण ताम्रकार, कोको पाढ़ी, दिलीप षडंगी, श्रीकुमार मेनन, सतीश जैन, पुरूषोत्तम, धमेन्द्र यादव, किरणमयी नायक, रमेश वर्ल्यानी, महेन्द्र छाबड़ा, अमित पांडेय, प्रमोद दुबे, हरीश तिवारी, अजय अग्रवाल, अनिल मित्तल, शिव सिंह ठाकुर, शकुन डहरिया गुरप्रीत सिंह बाबरा, दौलत रोहड़ा, सन्नी अग्रवाल, प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा, मोहन लाल निषाद, समीम अख्तर, बबीता नत्थानी, विनोद धुरंधर, जितेन्द्र कुमार सार, अमर परचानी, अध्यक्ष एम आर निषाद, पार्वती साहू, किरण सिन्हा, लक्ष्मी देवांगन, साक्षी सिरमौर, अपर्णा फ्रांसीस, सुंदर जोगी, प्रकाश जगत, वेदप्रकाश कुशवाहा, अजय जोशी, सतीश चौरसिया, दीनु शर्मा, सेवादल आशुतोष श्रीवास, अंकित कुमार मिश्रा, महेन्द्र कुमार देवांगन, सोमेन चटर्जी, उधोराम वर्मा, पूजा देवांगन, संदीप तिवारी, नरेश निषाद उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

.

********Advertisement********




👉 READ MORE


छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अन्य राज्यों से घरेलू उड़ानों (Domestic Flights) और सामान्य ट्रेनों (Train) के माध्यम से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों को क्वारंटाइन नियमों (Quarantine Rules ) का पालन सुनिश्चित कराने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. जारी आदेश में कहा गया है कि अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ लौटने के इच्छुक लोगों को संबंधित राज्य से निकलने से पहले उन्हें छत्तीसगढ़ के पोर्टल http://epass.cgcovid19.in पर पंजीकृत कराना होगा. जिला कलेक्टर इस सूचना के आधार पर संबंधित ग्राम पंचायत या शहरी वार्ड के नोडल अधिकारी को सूचित करते हुए यात्रियों को होम क्वारंटाइन, शासकीय क्वारंटाइन सेंटर एवं पेड क्वारंटाइन के प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित कराएंगे.

आदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के संबंध में भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी का पालन करने कहा गया है. इसके तहत एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर आवश्यक व्यवस्था तथा परिवहन की व्यवस्था और क्वारंटाइन सेंटर की माॅनिटरिंग के निर्देश दिए गए हैं. आदेश में कहा गया है कि रायपुर नगर निगम कमिश्नर एयरपोर्ट अथाॅरिटी और रायपुर पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करते हुए स्वामी विवेकानंद एअरपोर्ट रायपुर में समुचित संख्या में सुविधा केन्द्र स्थापित करेंगे

इन सुविधा केन्द्रों में आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण के लिए हेल्थ डेस्क भी रहेंगे, जो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से संचालित किए जाएंगे. स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में लैंडिंग के बाद यात्री फ्लाइट से नियंत्रित रूप से बाहर निकलेंगे (एक बैच में 20 यात्री) और हैण्ड बैगेज के साथ सुविधा केन्द्र पहुंचेंगे. यहां आवश्यक विवरण दर्ज करने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग सहित स्वास्थ्य जांच की जाएगी

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

कोरोना के लक्षण पाए यात्रियों को अलग कर एयरपोर्ट में बनाए गए आइसोलेशन कियोस्क में भेजा जाएगा.
उनका सैंपल लेकर उन्हें जिला प्रशासन द्वारा स्थापित आइसोलेशन केन्द्र में भेजा दिया जाएगा. ऐसे यात्रियों का चेक-इन बैगेज कन्वेयर बेल्ट से संकलत कर उन्हीं के एम्बुलेंस या डेडिकेटेड वाहन तक पहुंचाने का जिम्मेदारी संबंधित एयरलाइन के ग्राउंड स्टाफ की होगी. लक्ष्ण वाले यात्रियों को शासकीय क्वारंटाइन केंद्र, होम क्वारंटाइन, ऐच्छिक आधार पर पेड क्वारंटाइन केन्द्र में भेजा जाएगा. सभी यात्रियों से लिखित में यह अंडरटेकिंग जमा कराई जाएगी कि वे 14 दिन तक क्वारंटाइन के सभी नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे. सभी यात्रियों के हैण्डबैगेज, चेकइन बैगेज पर नगर निगम द्वारा कीटाणुनाशक घोल का छिड़काव किया जाएगा.

होम क्वारंटाइन के लिए संबंधित ग्राम पंचायत या शहरी वार्ड के नोडल अधिकारी द्वारा पुलिस से समन्वय कर संबंधित यात्री के घर के बाहर तत्काल प्रभाव से स्टीकर लगाया जाएगा. यात्रियों को उनके घर में क्वारंटाइन की प्रभावी व्यवस्था नहीं हो पाने की स्थिति में शासकीय क्वारंटाइन केन्द्र या इच्छानुसार पेड क्वारंटाइन केन्द्र में रखा जाएगा. संबंधित ग्राम पंचायत या शहरी वार्ड के नोडल अधिकारी द्वारा होम क्वारंटाइन में रह रहे यात्रियों की सतत निगरानी की जाएगी. नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि यात्री 14 दिन तक क्वारंटाइन के सभी नियमों का कड़ाई से पालन करेंगे.

अगर होम क्वारंटाइन में रह रहे यात्रियों में से किसी को लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं तो तत्काल उनकी सूचना संबंधित ग्राम पंचायत या शहरी वार्ड के नोडल अधिकारी द्वारा 104 हेल्पलाइन नंबर पर देना होगा. आवश्यकता होने पर उस यात्री को तत्काल जिले के आइसोलेशन केन्द्र में शिफ्ट किया जाएगा. क्वारंटाइन के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की स्थिति में उसकी सूचना संबंधित ग्राम पंचायत या शहरी वार्ड के नोडल अधिकारी द्वारा जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को तत्काल दी जाएगी ताकि संबंधित व्यक्ति के खिलाफ नियमानुसार सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके.

********Advertisement********






👉 READ MORE


सोमवार से घरेलू विमान सेवा शुरू कर दी गई है. रायपुर में डोमेस्टिक फ्लाइट का सिलसिला शुरू हो गया है. बता दें कि दिल्ली से पहली फ्लाइट रायपुर लैंड कर चुकी है, जिससे 82 यात्री आए हैं. कोलकाता और दिल्ली से आने वाली अन्य फ्लाइट रद्द कर दी गई है. बताया जा रहा है कि कोलकाता के रनवे पर पानी जमा होने की वजह से वहां से आने वाली फ्लाइट रद्द की गई है. दिल्ली से आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट सोमवार को ऑपरेट नहीं हो पाई, जो कल से रायपुर आनी शुरू हो जाएगी.कोरोना वायरस से बचने के लिए एयरपोर्ट पर हर जरूरी एहतियात बरते जा रहे हैं. रायपुर से जाने या आने वाले यात्रियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. यात्रा करने वाले सभी यात्रियों के स्मार्टफोन में आरोग्य सेतु एप्लीकेशन डाउनलोड होना अनिवार्य है. इसके साथ ही यात्रियों के रायपुर आने से फ्लाइट में बैठने तक निगरानी कड़ी है. बोर्डिंग पास को मोबाइल में रखना जरूरी किया गया है.

यात्रियों को कहा गया है कि बोर्डिंग पास घर से ही मोबाइल में लेकर आएं. रायपुर में कॉन्टैक्टलेस एक्सपीरियंस दिया जा रहा है. यहां ध्यान रखा जा रहा है कि कहीं भी दो यात्री किसी भी वजह से या पेपर के माध्यम से एक-दूसरे को टच ना करें. मास्क पहनना अनिवार्य होगा, चाहे आप एयरपोर्ट पर हों या फ्लाइट में. हैदराबाद से आए हुए लोगों ने बताया कि आने-जाने में उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा है.

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

लोगों ने कहा कि पहले से ज्यादा सुविधा हुई है. लोगों के आने या गेट से बाहर जाने में पहले से ज्यादा सुविधा दी गई है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का भी ख्याल रखा जा रहा है. थर्मल स्कैनर से भी तापमान चेक किया जा रहा है. एयरपोर्ट डायरेक्टर राकेश सहाय ने बताया कि यात्रियों की 100% वेब चेकिंग की जा रही है. एयरपोर्ट पर कॉन्टैक्टलेस एक्सपीरियंस दिया जाएगा.
जिला नोडल ऑफिसर गौरव कुमार ने बताया कि यात्रियों के लिए शासन-प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्था की गई है. यात्रियों को क्वॉरेंटाइन में रहने के लिए कहा गया है. जो यात्री दूसरे राज्य से आए हैं, उनको होम क्वॉरेंटाइन के लिए और जो विदेशों से आ रहे हैं, उनके लिए पेड क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था की गई है.

********Advertisement********




👉 READ MORE


बस में बैठकर मुंबई से पिथौरा आ रहे एक यात्री सहित ट्रेन से उड़ीसा जा रहा है एक अन्य संदिग्ध मरीज की संदेहस्पदारवासी मजदूरों के आवागमन के बीच दुखद समाचार मिले। जिसमें दो संदिग्ध यात्रियों की स्थिति संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो जाने की पुष्टि की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पहले प्रकरण के तार मुंबई महाराष्ट्र जुड़े हैं। जिसमें संदिग्ध यात्री हाकिम मलिक पिता ख्याम मलिक (38) ने बस के जरिये परिवहन किया और आवागमन स्थल पहुंचते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई आनन-फानन में उसे चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां उसकी मौत हो गई। चिकित्सकों के मुताबिक प्राथमिक जांच में बुखार और सांस लेने में तकलीफें देखि गई। परिस्थितियों में मौत हो गई। लक्षणों का आदेश स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई कर दोनों के स्वाब नमूने जांच के लिए राजधानी रायपुर एम्स भेज दिया है। रविवार का दिन जिले के लिए कठिनाइयों से भरा रहा।

वहीं दूसरे प्रकरण में भी कुछ इसी तरह के लक्षण दिखाई दिए। इसमें संदिग्ध यात्री प्रफुल्ल स्वान पिता अभिमन्यु (45) रेल मार्ग से गुजरात से उड़ीसा राज्य की यात्रा पर था। महासमुंद रेलवे स्टेशन उसकी अचानक तबियत बिगड़ी 8 से 8:30 के बीच उसने दम तोड़ दिया। सिविल अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल से मिली जानकारी और सांस लेने की तकलीफ होने से स्थिति संदेहास्पद है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

दोनों के स्वाब के नमूने एकत्रित कर कोविड-19 की जांच के लिए राजधानी एम्स भेजे गए हैं। साथ ही उनसे संबंधित व संपर्क में आए लोगों को भी क्वॉरेंटाइन किया जा चुका है। ऐसे में विभाग को अब राजधानी रायपुर में उनकी जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है इसके बाद स्पष्टीकरण मिल पाएगा कि दोनों यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित थे या नहीं। गौरतलब है कि जिले में लगतार प्रवासी मजदूरों का आवागमन हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लगातार सैंपल एकत्र कर रही है प्रवासी मजदूरों पर नजर डाल रखी जा रही है। बड़ी संख्या में मजदुर लौट रहे है। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग ने महासमुंद को ऑरेंज जोन में रखा है।

********Advertisement********






👉 READ MORE


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास परिसर में गुरूद्वारा हीरापुर टाटीबंध समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने विधायक श्री विकास उपाध्याय के नेतृत्व में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने गुरूद्वारा समिति के सदस्यों द्वारा कोरोना संकट काल में अन्य प्रदेशों से रायपुर आ रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए किए जा रहे सेवा कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें मानवता की सेवा के इन कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। लाॅकडाउन में अन्य प्रदेशों से छत्तीसगढ़ होकर अपने प्रदेशों के लिए जा रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए टाटीबंध में जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए पंडाल में भोजन की व्यवस्था की गई है। प्रवासी श्रमिकांे को भोजन कराकर उनके राज्यों के लिए बसों से भेजा जा रहा है। गुरूद्धारा समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा लगातार लंगर और बसों की व्यवस्था में स्वयं सेवक के रूप में सहयोग दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान गुरूद्वारा हीरापुर श्री गुरूसिंग सभा के अध्यक्ष श्री रणजोत सिंह गिल सहित सदस्य सर्वश्री हैप्पी बाजवा, सोबजीत सिंह, कुलदीप सिंह, हरविंदर सिंह, मंदीप सिंह, जगजीत सिंह, संदीप तिवारी और वेद प्रकाश उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

.

********Advertisement********




👉 READ MORE


छत्तीसगढ़ में लाख की खेती को अब कृषि का दर्जा मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लाख की खेती को फायदेमंद बनाने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा इस संबंध में प्रस्तुत प्रस्ताव को उपयुक्त और किसानों के लिए लाभकारी मानते हुए अपनी सहमति प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री ने सहमति प्रदान करते हुए कृषि, वन और सहकारिता विभाग को समन्वय कर लाख और इसके जैसी अन्य लाभकारी उपज को कृषि में शामिल करने का प्रस्ताव मंत्रीपरिषद की अगली बैठक में रखने के निर्देश दिए है। प्रदेश में लाख की खेती को कृषि का दर्जा मिलने से लाख उत्पादन से जुड़े कृषकों को भी सहकारी समितियों से अन्य कृषकों की भांति सहजता से ऋण उपलब्ध हो सकेगा।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

यहां यह उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में लाख की खेती की अपार संभावनाएं है। यहां के कृषकों के द्वारा कुसुम, पलाश और बेर के वृक्षों में परंपरागत रूप से लाख की खेती की जाती रही है। परंतु व्यवस्थित एवं आधुनिक तरीके से लाख की खेती न होने की वजह से कृषकों को लागत के एवज में अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाता है। वन विभाग ने लाख की खेती को लाभकारी बनाने के उद्देश्य से इसे कृषि का दर्जा देने तथा कृषि सहकारी समितियों के माध्यम से अन्य कृषकों की तरह लाख की खेती करने वाले किसानों को भी ऋण उपलब्ध कराने का सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को प्रेषित प्रस्ताव को मान्य किए जाने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वन विभाग के इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति देने के साथ ही लाख उत्पादन एवं अन्य कोई ऐसी उपज जिसे कृषि की गतिविधियों में शामिल करना हो तो कृषि, वन एवं सहकारिता विभाग के साथ समन्वय कर प्रस्ताव मंत्रिपरिषद की आगामी बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

********Advertisement********




👉 READ MORE


महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर राजपूत क्षत्रिय महासभा रहटादाह छत्तीसगढ़ उप समिति रायपुर ने मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को साफा पहनाकर श्रीफल ,तलवार एवं मोमेंटो भेंट कर महाराणा प्रताप जनसेवा सम्मान से सम्मानित किया एवं छत्तीसगढ़ में भी महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर अवकाश घोषित करने की मांग की। इस दौरान उप समिति रायपुर के अध्यक्ष संपत सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोविड-19 महामारी के संक्रमण से छत्तीसगढ़ की जनता की रक्षा करने युध्दस्तर पर जो कारगर उपाय किए हैं इससे छत्तीसगढ़ के जन-जन कोरोना महामारी संक्रमण रूपी राक्षस से सुरक्षित है। महाराणा प्रताप मातृभूमि के रक्षक एवं सच्चे जनसेवक थे।प्रजा के प्रति जो राजा का धर्म होता है उसका पालन महाराणा प्रताप ने अंतिम सांस तक किया। ठीक उसी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी छत्तीसगढ़ की जनता के प्रति अपने कर्तव्य का पालन कर रहे है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिना भेदभाव के सभी वर्गों का एक पालक की तरह ख्याल रख रहे।महाराणा प्रताप के मार्ग पर चलते हुए आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनसेवा के एक नया अध्याय लिखेंगे और छत्तीसगढ़ को देश में एक अलग पहचान दिलाने में कामयाब होंगे।इस दौरान धनंजय सिंह ठाकुर, डॉ शेर सिंह ठाकुर,महेश्वर सिंह ठाकुर,अलका राजपूत,कुलदीप सिंह एवं पंकज सिंह ठाकुर उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर

.

********Advertisement********




👉 READ MORE


पूरी दुनिया कोविड-19 की महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कर रही है। लेकिन तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, उड़िसा एवं महाराष्ट्र की सरहदों से घिरा तथा लोक संस्कृतियों और सामाजिक परंपराओं का जीवन्त उदाहरण रहा छत्तीसगढ़ का दक्षिण वनांचल बस्तऱ क्षेत्र इस मामले में पुरातन काल से आगे रहा है। प्रकृति के उपहारों से घिरा समूचे बस्तर क्षेत्र में उन्मुक्त प्राकृतिक परिवेश के बीच दूर-दूर घरों में निवास का चलन वनांचल क्षेत्र में पुरातन काल से चली आ रही परंपरा का अहम् हिस्सा है, जो वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के वैश्विक संदेश का पुरातन संकेत दर्शा रहा है। इस परम्परा के तहत अबूझमाड़िया जनजाति बाहुल्य क्षेत्र नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में निवास करने वाले जनजाति वर्ग के परिवार पुरातन काल से ही दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित वन भूमि पर निवास बनाकर अपना जीवनयापन करने की महत्वाकांक्षी परम्परा वर्तमान समय में उपयोगी साबित हो रही है।
प्रकृति के बीच सादगी से सेहत का वरदान
जनजाति बाहुल्य जिलों के ग्रामीण क्षेत्र में जनजाति वर्ग के आदिवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर भी वन भूमि पर निवास बनाकर निवास करते आ रहे हैं एवं इसी अरण्य स्थल में निवास के साथ जीवन का आनन्द उठाते रहे हैं। वर्तमान समय में दूर-दूर निवास की परम्परा सोशल डिस्टेसिंग के मूलभूत सिद्धान्त को पूरा करती नजर आ रही है। जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में आज भी सोशल डिस्टेसिंग पालन के जीवन्त उदाहरणों को आसानी से देखा जा सकता है। आदिवासी परिवार में यह चलन है कि परिवार में जितने भी बच्चे हैं उनका अपना अलग घर होता है। परिवार में बड़े बेटे की शादी होने के तुरन्त बाद ही अपने घर से थोड़ी दूरी पर उसका घर बना दिया जाता है और इसी प्रकार अन्य लड़कों का भी शादी के बाद उनका अपना घर अलग बना दिया जाता है। यह अपने आप में आत्मनिर्भर एवं स्वतंत्र जीवनयापन के साथ ही परम्परा सोशल डिस्टेंिसंग को ही अभिव्यक्त करता रहा है। जनजाति क्षेत्र के ग्रामीण इलाको में आज भी अलग-अलग घर बनाकर रहते हैं।

छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला लोकल 🏘️🏚️🏡ऑनलाइन प्रॉपर्टी क्लासिफाइड🏢🏬🏣 खरीदी -बिक्री /किराया/लीज आपके मोबाइल और डेस्कटॉप पर


सेहत के लिहाज से भी बेहतर व्यवस्था है यह
सेहत की दृष्टि से भी इनके घर अत्यन्त अनुकूल और सादगीपूर्ण हैं। घर के आगे खुला आँगन, चारों तरफ हरियाली ही हरियाली और सूरज की भरपूर रोशनी इनके स्वास्थ्य और शारीरिक दृष्टि से प्रभावकारी होते हैं। आज कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेसिंग का होना ही आवश्यक है। कोविड 19 के बचाव व सुरक्षा के लिए जहां सोशल डिस्टेसिंग को अपनाना सर्वाेपरि प्राथमिकता हो गई है और विश्व स्तर पर माना गया है कि मौजूदा परिप्रेक्ष्य में सामाजिक दूरी ही इस महामारी के प्रसार को रोकने का बेहतर और सहज-सरल एवं स्वीकार्य उपाय है।

इस दृष्टि से जनजाति अंचलों को इस मायने में आदर्श परंपराओं का आदि संवाहक कहा जा सकता है कि उनमें संक्रमण को रोकने के लिए बचाव के उपाय सदियों से चले आ रहे हैं और यह सामाजिक परंपराओं का हिस्सा रहे हैं। मौजूदा समय में सोशल डिस्टेंसिंग के मामले में जनजाति क्षेत्रों को अग्रणी माना जा सकता है, आज पूरी दुनिया इसे अपना रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण से जनजाति क्षेत्र के लोग भी अपनी जागरूकता दिखा रहे हैं तथा मास्क का उपयोग, साबुन से हाथ धोने सहित बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं।

********Advertisement********