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detail news only from Chhattishgarh ,dated: २६ जुलाई २०२०

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आज प्रदेश में ३०५ नए मरीजों की पहचान हुयी है जिसमे से रायपुर राजधानी मे १६१,दुर्ग से ८०,बिलासपुर से १८ ,राजनंदगांव से 13 ,कांकेर से ६,मुंगेली सूरजपुर कबीर धाम से २ २ बालोद बेमेतरा महासमुंद सरगुजा कोरिया दंतेवाडा से 1 1 पाए गए है ,आज कोरोना की वजह से 4 लोगों की मौत हो गयी है .
कोरोना हाईलाइट

राजधानी रायपुर के समता कॉलोनी स्थित गोयल नर्सिंग होम के डॉक्टर का बेटा निकला कोरोना पॉजिटिव । इस बात की पुष्टि वार्ड पार्षद अमर बंसल ने की । वार्ड पार्षद ने यह भी बताया कि एहतियातन गोयल नर्सिंग होम के सभी स्टाफ व मरीजों का कोरोना टेस्ट करवाने की प्रक्रिया की जा रही है । साथ ही हॉस्पिटल से स्टाफ व हॉस्पिटल से जुड़े लोगों को क्वारंटाइन किया जा रहा है । वार्ड पार्षद अमर बंसल ने वार्ड वासियों से अपील की है कि सभी लोग घर पर रहे और एहतियात बरते ।

राजधानी रायपुर के बाद अब दुर्ग जिले में हो रहा है कोरोना विस्फोट ,विगत दिनों जिला पंचायत भवन में कार्यरत एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद करीब 71 कर्मचारियों की जांच की गई थी। जिसकी रिपोर्ट आज प्राप्त हुई है। जिसमें से 12 कर्मचारियों के संक्रमित होने की पुष्टि की गई है। इसके बाद निर्णय लिया गया है कि आगामी 3 दिनों तक जिला पंचायत भवन को सील कर बंद कर दिया जाएगा। वहीं जिला शासकीय अस्पताल में डिलीवरी के लिए पहुंची गर्भवती महिला की कोरोना रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आई है। जिसके बाद अस्पताल के लेबर वार्ड एवं लेबर रूम दोनों को ही पूरी तरह से सेनीटाइज किया गया है। साथ ही महिला को लेबर पेन शुरू होने के कारण अलग से कक्ष को लेबर रूम बनाया गया है।

बलौदाबाजार जिले में रविवार को कोरोना के 16 नये मरीज़ों की पहचान की गई है, जिसमें 5 मरीज पलारी नगर, 3 भाटापारा नगर और 1 कसडोल नगर से है. अन्य दो मरीजों गांव में रहने वाले हैं. जिला प्रशासन की ओर से इन सभी मरीजों की पुष्टि की गई है. आज मिले सभी मरीज़ों को मिलाकर जिले में कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़कर 335 तक पहुंच गई है, इनमें से इलाज के बाद 296 मरीज स्वस्थ हो गए हैं. इस तरह से एक्टिव मरीजों की संख्या 39 ही रह गई है.

महासमुंद जिले में आज रविवार कोरोना का एक नया कोविड-19 पॉज़िटिव मिला हैं .। कोरोना पॉज़िटिव की पुष्टि हुई है । मिली जानकारी के अनुसार यह व्यक्ति अहमदाबाद से महासमुंद आया था और महासमुंद के स्थानीय होटल में कोरंटिन था । ऊम्र 29 वर्ष है।

भानुप्रतापपुर नगर में आज रविवार को 7 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भानुप्रतापपुर से 5 संक्रमित मरीज एवं बीएसएफ के 2 जवान कोरोना पॉजिटिव पाये गये है। इसके बाद हॉस्पिटल परिसर को सील किया गया है, वहीं आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे है। इतनी बड़ी तादात में कोरोना मरीज मिलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।

कवर्धा जिले के राजमहल कालोनी और आदर्श नगर में रविवार को कोविड-19 कोरोना वायरस से संक्रमित दो व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है। संक्रमितों में 25 साल की लड़की और 50 साल पुरुष है। दोनों रिस्तेदार है। कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने वायरस के रोकथाम और बचाब के उपायों के तहत राजमहल चौक और आदर्श नगर को सील करने के निर्देश दिए है।





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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार राज्य के सभी स्कूली बच्चों को कोरोना वायरस के संक्रमण काल में स्कूलों के बंद रहने की अवधि में बच्चों को मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत सूखा राशन का वितरण किया जा रहा है। सूखा राशन का वितरण बच्चों के पालकों को स्कूलों में बुलाकर या घर-घर पहुंचाकर दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि राज्य शासन के निर्णय अनुसार स्कूली बच्चों को स्कूल बंद रहने की अवधि 16 जून से 10 अगस्त तक 45 दिवस का मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत सूखा राशन का वितरण किया जाएगा। इस संबंध में संचालक लोक शिक्षण श्री जितेन्द्र शुक्ला ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

लोक शिक्षण संचालनालय से जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी निर्देश में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण काल में स्कूल बंद रहने की अवधि में बच्चों को मध्यान्ह भोजन अंतर्गत गरम पका भोजन नहीं दिया जा सकता। खाद्य सुरक्षा भत्ता के रूप में बच्चों को सूखा चावल एवं कुकिंग कास्ट की राशि से अन्य आवश्यक सामग्री दाल, तेल, सूखी सब्जी इत्यादि वितरित की जानी है। मध्यान्ह भोजन योजना की गाईडलाईन के अनुसार कक्षा पहली से 8वीं तक के उन बच्चों को जिनका नाम शासकीय शाला, अनुदान प्राप्त अशासकीय शाला अथवा मदरसा-मकतब में दर्ज है, उन्हें मध्यान्ह भोजन दिया जाना है। कक्षा पहली और कक्षा 6वीं में जिन बच्चों का नाम दर्ज हो गया है केवल उन्हीं बच्चों को सूखा राशन वितरण किया जाना है। सूखा राशन सामग्री का वितरण सुविधानुसार शाला में अथवा घर-घर पहुंचाकर दिया जाए। सूखा राशन वितरण में बच्चों को चावल, दाल एवं तेल की भारत सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा से कम नहीं होनी चाहिए। सूखा राशन वितरण में खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता और उसकी निर्धारित मात्रा का विशेष ध्यान रखा जाए।

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शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्कूलों में 45 दिनों के लिए प्रति छात्र चावल 4500 ग्राम, दाल 900 ग्राम, अचार 300 ग्राम, सोया बड़ी 450 ग्राम, तेल 225 ग्राम और नमक 250 ग्राम प्रदाय किया जाना है। इसी प्रकार माध्यमिक स्कूलों में 45 दिनों के लिए प्रति छात्र चावल 6750 ग्राम, दाल 1350 ग्राम, आचार 450 ग्राम, सोयाबड़ी 675 ग्राम, तेल 350 ग्राम और नमक 375 ग्राम प्रदाय किया जाना है। स्कूलों के लिए चावल पूर्व की तरह ही उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से प्रदाय किया जाएगा।

संचालक लोक शिक्षण द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण काल को ध्यान में रखते हुए निर्धारित सूखी सामग्री का वितरण सुनिश्चित कराएं।

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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में धमतरी जिले के ग्राम छाती के मल्टीयूटीलिटी सेंटर बिहान की महिला सदस्यों ने सिहावा विधायक श्रीमती डॉ. लक्ष्मी ध्रुव के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर समूह की सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को गोबर एवं बांस से बने उत्पाद भेंट किए और गोधन न्याय शुरू करने के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रशंसा की और उनके निरन्तर प्रगति के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। महिलाओं ने मुख्यमंत्री को छाती मल्टीयूटीलिटी सेंटर आने का न्यौता भी दिया।

धमतरी जिले की छाती मल्टीयूटीलिटी सेंटर बिहान की सदस्यों ने बताया कि वहां लगभग 15 स्व-सहायता समूह की 165 महिलायें कार्यरत हैं। स्वावलंबी स्व-सहायता समूह की सदस्य एवं बोरसी जनपद सदस्य श्रीमती दुर्गेश नन्दिनी साहू ने बताया कि उनका यह समूह गत 3 वर्षों से कार्यरत है। उनका समूह गोबर से गणेश की प्रतिमा, गमला, झूमर, एवं अन्य गौ उत्पाद बनाता है। समूह की महिलाओं ने बताया कि छाती मल्टीयूटीलिटी सेंटर का शुभारंभ एक वर्ष पूर्व हुआ था और अब सेंटर में 165 महिलाएं जुड़ी कार्यरत हैं। इस सेंटर में बाँस से ट्री गॉर्ड निर्माण का कार्य भी स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। प्रति नग ट्री गॉर्ड के निर्माण से एक महिला को 100 रुपये की आमदनी होती है और एक महिला प्रतिदिन 3 से 4 ट्री गॉर्ड का निर्माण करती है। समूह से जुड़ी महिलाओं को इसके अलावा उत्पादन से प्राप्त मुनाफे में भी लाभांश मिलता है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आया है और अब वे अपने परिवार की मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति में सक्षम हो पाई हैं।

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ज्ञानदीप स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती लक्ष्मी चंद्राकर और श्रीमती कमला बाई ने बताया कि उनका समूह गोबर से राखी, गणेश, गमला और बाँस से पेपरवेट, चूड़ी-कंगन तथा महिलाओं के लिये सौन्दर्य प्रसाधन बनाता है। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 12 हजार 5 सौ राखी के विक्रय से समूह को 5 लाख 50 हजार रुपये का आय प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि गोबर से निर्मित इन राखियों में जामुन, टमाटर एवँ फलों के बीज डाले गए हैं, जिन्हें गमलों में रोपा जा सकता है। समूह के द्वारा श्ओजश् नामक ब्राण्ड से लगभग 16 एकड़ क्षेत्र में ग्रीन टी का भी उत्पादन किया जा रहा है। इस ग्रीन टी में लेमन ग्रास, तुलसी, अदरक, लौंग और गिलोय का सम्मिश्रण है। जो कोरोना महामारी के इस काल में इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक है।

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राष्ट्रीय आजीविका मिशन बहान से जुड़ी स्व सहायता समूहों की महिलाएं स्वरोजगार एवं आजीविका के नए-नए क्षेत्रो में कामयाबी हासिल कर रही है। इन महिलाओं ने पशुपालन, दोनापत्ती एवं पोषक आहार निर्माण, ईट व्यवसाय, केंटीन संचालन, फेंसिंग तार निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में महारत हासिल की है। इस क्रम में अब इन महिलाओं ने मिष्ठान बनाना शुरू कर दिया है। इस व्यवसाय में जुड़ी महिलाओं के आय में वृद्धि होगी, साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा ।

कोण्डागांव जिले में स्वसहायता समूह की 30 महिलाएं नारियल की बर्फी, लड्डू एवं केक बना रहीं है । इन मिठाईयों के निर्माण के पश्चात् उनके विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराने के भी कार्ययोजना बनाई गई है। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने नारियल की बर्फी, लड्डू एवं केक बनाने का प्रशिक्षण लिया है। पेकेजिंग और मार्केटिंग के बारे में भी प्रशिक्षण ले रही हैं। वे सब इस नये कार्य को सीखकर बेहद उत्साहित हैं। और इसे व्यवसाय के रूप में भी अपनाना चाहतीं हैं। बिहान समूह की महिलाओं को अचार, चिप्स, चॉकलेट बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। मिठाई के जायके में भी रोजगार ढूंढने का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। मिष्ठान व्यवसाय में भी महिलाएं सफलता अर्जित करेंगी।

कोण्डागांव जिले की जलवायु नारियल की खेती के अनुरूप है । यहां नारियल की बहुतायत उपलब्धता होती है। इसके अलावा कोपाबेड़ा स्थित नारियल विकास बोर्ड द्वारा स्थानीय किसानों को नारियल की खेती के लिये निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है । नारियल स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद होता है। खास बात यह है कि नारियल से बनी मिठाईयों में मिलावट की संभावना नहीं होती।

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राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक सत्र 2020-21 में व्यापम द्वारा आयोजित की जानी वाली पीईटी, पीपीएचटी, पीपीटी और पीएमसीए प्रवेश परीक्षाओ को स्थगित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ शासन के कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग द्वारा मंत्रालय महानदी भवन से व्यापम द्वारा अयोजित की जानी वाली इन प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर, प्रवेश के लिए वांछित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश देने की अनुमति दी गई है।

शैक्षणिक सत्र 2020-21 में तकनीकी पाठ्यक्रमों, बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग, बैचलर ऑफ फार्मेसी, डिप्लोमा एंड फार्मेसी, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग एवं मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन में प्रवेश निर्धारित शैक्षणिक अर्हता के अनुसार अर्हकारी परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर करने की अनुमति दी गई है। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की कार्यवाही ऑनलाईन कॉउंसलिंग के माध्यम से होगी। ऑनलाईन कॉउंसलिंग के संदर्भ में विस्तृत दिशा निर्देश तकनीकी शिक्षा संचालनालय द्वारा की जाएगी।

अन्य राज्यों के विद्यार्थियों के लिए बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग एवं मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की कार्यवाही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स तथा राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्था द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा एनआईएमसीईटी के स्थान पर उक्त तकनीकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश की पात्रता के लिए निर्धारित शैक्षणिक अर्हता के अनुसार परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर की जाएगी।

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