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detail news only from Chhattishgarh ,dated: २७ अगस्त २०२०
प्रमुख निर्यातक राज्य बनने की क्षमता सम्पन्न होने के लिए नीति आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ को भूमि से घिरे राज्यों में चौथे स्थान पर रखा गया है। नीति आयोग द्वारा कल जारी किए गए निर्यात तैयारी सूचकांक 2020 के अनुसार, छत्तीसगढ़ भूमि से घिरे राज्यों की श्रेणी में चौथे स्थान पर है। राज्य में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की शुरुआत की गयी है। इस श्रेणी में राजस्थान, तेलंगाना और हरियाणा छत्तीसगढ़ से आगे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि समान सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना करने वाले अन्य राज्य छत्तीसगढ़ द्वारा उठाए गए उपायों को देख सकते हैं और अपने निर्यात को बढ़ाने के लिए उन्हें लागू करने का प्रयास कर सकते हैं।
प्रतिस्पर्धात्मकता संस्थान के साथ भागीदारी में नीति आयोग ने पहला निर्यात तैयारी सूचकांक (ईपीआई) 2020 जारी किया है। सूचकांक में राज्यों को चार श्रेणियों : तटीय, हिमालयी, भूमि से घिरे, केंद्र शासित प्रदेश / शहरी राज्य के तहत चार पैमानों - नीति, व्यवसाय परितंत्र, निर्यात परितंत्र और निर्यात निष्पादन के अनुसार रैंकिंग जारी की गयी है।
ओवरऑल रैंकिंग में छत्तीसगढ़ शीर्ष दस की सूची में शामिल है। छत्तीसगढ़ 55.95 फीसदी के साथ आठवें स्थान पर है। सूचकांक ने 11 उप-स्तंभों को भी ध्यान में रखा है, जिनमें - निर्यात संवर्धन नीति; संस्थागत संरचना; व्यवसाय वातावरण; अधोसंरचना; परिवहन कनेटिविटी; वित्त की सुविधा; निर्यात अधोसंरचना; व्यापार सहायता; अनुसन्धान एवं विकास अधोसंरचना; निर्यात विविधीकरण और विकास उन्मुखीकरण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र: नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के निर्णय पर पुनर्विचार का किया आग्रह,नगरनार स्टील प्लांट को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्यपूर्ण
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर बस्तर के नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के निर्णय पर पुनः विचार करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है- एनएमडीसी द्वारा लगभग 20 हजार करोड़ रूपए से अधिक के लागत से बस्तर स्थित निर्माणाधीन नगरनार स्टील प्लांट का निकट भविष्य में प्रारंभ होना संभावित है। इस स्टील प्लांट के प्रारंभ होते ही बस्तर की बहुमूल्य खनिज सम्पदा का दोहन बस्तर स्थित एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट में उपयोग से राष्ट्र निर्माण में अपनी अमिट सहयोग प्रदान होने एवं इस औद्योगिक इकाई के शुभारंभ होने से क्षेत्र में हजारों प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध होने की संभावनाओं से गौरान्वित महसूस कर रहे थे।
किन्तु विगत दिनों कुछ समाचार पत्रों एवं अन्य माध्यमों से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि केन्द्र सरकार बस्तर के नगरनार स्टील प्लांट को निजी लोगों के हाथों में बेचने की तैयारी में है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण होगा कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रस्तावित स्टील प्लांट का निजीकरण किया जाए। केन्द्र सरकार के इस कदम से लाखों आदिवासियों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को गहरा आघात पहंुचेगा।
नगरनार स्टील प्लांट का इस प्रकार के निजीकरण के समाचार से समुचे प्रदेश के साथ-साथ बस्तरवासियों को गहरा धक्का लगा है। भारत सरकार के इस प्रकार फैसले से आदिवासी समुदाय आंदोलित हो रहे है तथा इनके मध्य शासन-प्रशासन के विरूद्ध असंतोष की भावना व्याप्त हो रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखा कि आप इस बात से भली-भांति अवगत होंगे कि राज्य शासन काफी अथक प्रयासों से नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने में सफल हुई है। इन परिस्थितियों मंे नगरनार स्टील प्लांट का इस प्रकार के निजीकरण के समाचार से समुचे प्रदेश के साथ-साथ बस्तरवासियों को गहरा धक्का लगा है। भारत सरकार के इस प्रकार फैसले से आदिवासी समुदाय आंदोलित हो रहें है तथा इनके मध्य शासन-प्रशासन के विरूद्व असंतोष की भावना व्याप्त हो रही है। आप इस बात से भली-भांति अवगत होंगे कि राज्य शासन, काफी अथक प्रयासों से नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने में सफल हुई है। इन परिस्थितियों में नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण होने से नक्सलियों द्वारा आदिवासियों के असंतोष का अनुचित लाभ उठाने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता।
उन्होंने अवगत कराया कि नगरनार स्टील प्लांट के लिए लगभग 610 हेक्टेयर निजी जमीन अधिग्रहित की गई है, जो ’सार्वजनिक प्रयोजन’ के लिए ली गई है। इसके साथ ही नगरनार स्टील प्लांट में लगभग 211 हेक्टेयर सरकारी जमीन आज भी छत्तीसगढ़ शासन की है। इसमें से केवल 27 हेक्टेयर जमीन 30 वर्षों के लिए सशर्त एनएमडीसी को दी गई है, बाकी पूरी शासकीय जमीन छत्तीसगढ़ शासन के स्वामित्व की है और राज्य शासन ने जो जमीन उद्योग विभाग को हस्तांतरित की है, उसकी पहली शर्त यही है कि उद्योग विभाग द्वारा भूमि का उपयोग केवल एनएमडीसी द्वारा स्टील प्लांट स्थापित किये जाने के प्रयोजन के लिए ही किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के हितों एवं उनके नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा के लिए पेसा (च्म्ै। ।बज) कानून, 1996 लागू है। राज्य शासन, छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के हितों की सुरक्षा हेतु सदैव कृत संकल्पित है। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को हमारे मार्गदर्शक भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री जवाहरलाल नेहरू जी ने आगे बढ़ाया था और इनके महत्व को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन हमेशा इनकी प्रगति में अपना सहयोग देगा।
उन्होंने यह भी अवगत कराया कि विगत माह ही राज्य शासन के द्वारा एनएमडीसी का बैलाडिला स्थित 04 लौह अयस्क के खदानों को आगामी 20 वर्ष की अवधि के लिए विस्तारित किया गया है, जिससे कि बस्तर क्षेत्र में रोजगार के नित नये अवसर सृजित होते रहें. इस क्षेत्र के चहुंमुखी विकास को बढ़ावा मिले तथा यहां की जनता विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकें।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि केन्द्र सरकार नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के निर्णय पर पुनः विचार करे और इसे सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम के रूप में यथावत प्रारंभ कर कार्यरत रहने दें, ताकि बस्तर क्षेत्र के आदिवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में आधारभूत मदद मिल सके।
मानसून सत्र के तीसरे दिन शराब खरीदी-बिक्री और ब्रांड को लेकर विपक्ष ने कई सवाल दागे छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन शराब का मुद्दा गरमाया रहा. प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर सवालों की बौछार कर दी. कई सवालों पर कवासी लखमा घिरते हुए नजर आए. खासतौर पर 6 महीने बाद कितनी शराब नष्ट की गई है, इस सवाल पर लखमा ने कहा कि इस संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है. सदन में तीसरे दिन मंत्री कवासी लखमा के जवाबों से ठहाके लगते रहे.
विधायक संतराम नेताम ने बस्तर में सप्लाई होने वाली सरकारी शराब पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों की शिकायत है कि जो ब्रांड वे चाहते हैं, वह उन्हें नहीं मिल पाती. इसके लिए मांग कब तक पूरी होगी? इस पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने हंसते हुए कहा कि विधायक से सुझाव मांगा जाएगा और बस्तर के लोगों की जो डिमांड होगी, वो पूरी की जाएगी.
इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि शराब के इस गंभीर मुद्दे को हंसी-ठिठोली में ही निकाल दिया जा रहा है.अजय चंद्राकर ने यह सवाल भी किया कि पूरे प्रदेश में अंग्रेजी शराब दुकानों में किस महीने कितनी बिक्री हुई और विक्रय से मिली राशि विभाग के खातों में जिलेवार कब जमा की गई. चंद्राकर ने कहा कि मंत्रीजी की तरफ से उत्तर दिया गया है, जिसमें लिखा है कि विक्रय की राशि विभाग के खाते में जमा नहीं की जाती है. चंद्राकर ने यह भी कहा कि अगर शराब बिक्री की राशि विभाग के खाते में जमा नहीं की जाती तो कहां जमा की जाती है. जितनी शराब बिकी, उतनी राशि जमा की जाती है या नहीं.
मंत्री कवासी लखमा ने जवाब दिया कि शराब बिक्री से आने वाली राशि मार्केटिंग कॉर्पोरेशन में जमा होती है. इस पैसे को राज्य सरकार कोषालय में एडवांस में जमा करती है. शराब की खरीदी-बिक्री का काम मार्केटिंग सोसायटी का है. विभाग खरीदी-बिक्री नहीं करता.छत्तीसगढ़ सरकार ने दुकानों से अधिक दर पर शराब बेचने और गबन करने वाले 700 कर्मचारियों को हटा दिया है। साथ ही पानी मिलाकर शराब बेचने वाले 22 कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की गई है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में इसकी जानकारी दी। गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही को लेकर स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने जांच के निर्देश दिए हैं।
बृजमोहन ने विधानसभा में उठाया गायों की मौत का मामला, कहा-गौठान को मजाक बना दिया है बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मंत्रीजी आप व्यवस्था सुधारिए। आपके निर्देशों के कारण कितने सरपंच मरेंगे, छोटे-छोटे अधिकारी मरेंगे। आपके निर्देशों का पालन करने के कारण इसलिए आपको व्यवस्था सुधारने की जरूरत है, आप इस व्यवस्था को सुधारें और जहां तक हमारे सरकार के समय की बात है तो वह निजी लोगों के गौशालाओं में मृत्यु हुई थी, आज आपके तो सरकारी निर्देश के कारण मृत्यु हो रही है इसलिए मैं इसको गौहत्या कह रहा हूँ। अग्रवाल ने कहा कि वहां 50 से ज्यादा जानवरों की मृत्यु हुई है, गायों की मृत्यु हुई है और उन किसानों की रोजी-रोटी वही थी, और वह सरकार के निर्देशों के कारण हुई है तो आप किसी योजना में नहीं तो कम से कम मुख्यमंत्री सहायता कोष से उन किसानो को राशि दे दें। मंत्री सहायता कोष में दे दें। गौसेवा आयोग में पैंसा है, उसमें से पैसा दे दें।
ध्यानाकर्षण के जवाब में पशुपालन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में फसल बुवाई कार्य के पूर्व कर रहे पशुओं के नियंत्रण के लिए रोका छेका प्रथा प्रचलित है,जिससे फसल बुवाई को बढ़ावा देने तथा पशुओं के चरने से फसल को होने वाले हानि से बचाने के लिए पशुपालक तथा ग्रामवासियों द्वारा पशुओं के बांधकर रखने अथवा पहटिया की व्यवस्था इत्यादि कार्य किया जाता है। उक्त प्रयास से न ही कृषक शीघ्र बोवाई कार्य पूर्ण कर पाते है, अपितु द्वितीय फसल लेने के लिये भी प्रेरित होते हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्त जिला कलेक्टर को यहा निर्देश दिये गये थे कि 19 जून 2020 को रोका छेका कार्यक्रम आयोजित कर ग्राम स्तर पर बैठक आयोजित कर ग्राम सरपंच, पंच जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण रोका-छेका प्रथा अनुसार पशुओं को बांध कर रखने, पशुओं के नियंत्रण से फसल बचाव की शपथ दिलाई जावे। गौठानों में पशुओं के प्रबंधन, रख रखाव की उचित व्यवस्था के लिए गौठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की जावे। पहटिया/चरवाहे की व्यवस्था से पशुओं का गौठानों में व्यवस्थापन सुनिश्चित करावें। खुले में विचरण कर रहे पशुओं का नियंत्रण व गौठानों में संधारण करावे। गौठानों में पशु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करावे। वर्षा के मौसम में गौठनों में पशुओं के सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंधन किया जावे।
उद्यानिकी विभाग ने केन्द्र की योजनाओं का लाभ किसानों को नहीं दिया भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने गुरूवार को शून्यकाल में उद्यानिकी विभाग का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी विभाग के द्वारा लगभग 100 करोड़ की राशि मिलना था। इस राशि के माध्यम से किसानों को राष्ट्रीय बागवानी मिशन, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, परम्परागत खेती, राष्ट्रीय खाद्य मिशन, बांस मिशन, राज्य पोषित योजनाओं के तहत लगभग 5 लाख किसानों को फायदा मिलना था। वह 100 करोड़ रूपये की राशि 27 जिलों के जिला उद्यानिकी अधिकारी के खाते में जमा है और बीज विकास निगम के खाते में जमा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यह कितना बड़ा ब्लंडर अपराध है कि इसकी यूसी सेन्ट्रल गाॅरमेन्ट को भेज दी गई परन्तु वह पैसा खर्च नहीं हुआ है। किसानों के खाते में नहीं गया है। जबकि उनको बता दिया गया कि हमने इसको बांट दिया है और ऐसा अपराध लोगों के द्वारा, विभाग के द्वारा किया गया है। शायद सरकार की जानकारी में है या नहीं है, सरकार उसके ऊपर कार्यवाही करे। यहां तक कि सरकार ने जो लघु सिंचाई योजना है, सूक्ष्म सिंचाई योजना के अनुदान पर भी रोक लगा दी है और वह पैसे सरकार के पास पड़े हुए हैं। उसके ऊपर सरकार कार्यवाही करे।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी लैबों और अस्पतालों के लिए जारी किया आदेश,कोविड-19 के संभावित मरीजों और कोरोना संक्रमितों की जानकारी राज्य सर्विलेंस इकाई एवं सीएमएचओ को देना अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी निजी लैबों और अस्पतालों को वहां आने वाले कोविड-19 के संभावित मरीजों (सर्दी, खांसी, बुखार, सांस की गंभीर बीमारी से पीड़ित या कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों) तथा कोरोना संक्रमितों की जानकारी आई.डी.एस.पी. की राज्य सर्विलेंस इकाई तथा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी/आई.डी.एस.पी. शाखा को देना अनिवार्य किया है। संचालनालय, स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने निजी लैबों और अस्पतालों के लिए जारी आदेश में कहा है कि नर्सिंग होम्स और चिकित्सालयों द्वारा कोविड-19 के संदिग्ध एवं पॉजिटिव्ह मरीजों की पहचान होने पर इसकी सूचना जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी/आई.डी.एस.पी. शाखा को समय पर नहीं देने की जानकारी मिली है। यह उचित नहीं है। उन्होंने प्रदेश में संचालित सभी निजी लैबों और अस्पतालों को इसकी सूचना तत्काल आई.डी.एस.पी. की राज्य सर्विलेंस इकाई तथा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी/आई.डी.एस.पी. शाखा को अनिवार्यतः दिया जाना सुनिश्चित करने कहा है। किसी अस्पताल या लैब द्वारा इस आदेश का उल्लंघन किए जाने पर महामारी अधिनियम-1897 तथा छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन-2020 के तहत दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
प्रदेश में आज रायपुर से 380, दुर्ग से 186, रायगढ़ से 55, राजनांदगांव से 53, बिलासपुर से 51, सरगुजा से 50, बस्तर से 47, बलौदाबाजार से 38, कांकेर से 34, दंतेवाड़ा से 28, महासमुंद से 24, सूरजपुर से 22, बीजापुर से 20, कोरिया से 19, सुकमा से 17, मुंगेली से 16, जांजगीर से 15, धमतरी से 14, कवर्धा से 11, बलरामपुर से 6, बालोद से 5, जशपुर से 5, नारायणपुर से 5, कोण्डागांव से 3, गरियाबंद से 1, कोरबा से 1 और अन्य राज्य से 2 नए मरीज की पुष्टि हुई है।
वाणिज्यिक कर मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि तुरंत जारी करने की मांग की जीएसटी परिषद की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस से शामिल हुए श्री सिंहदेव, जीएसटी लागू होने के 5 वर्षों के बाद भी जारी रहे जीएसटी क्षतिपूर्ति
वाणिज्यिक कर मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक में भारत सरकार द्वारा जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि तुरंत जारी करने की मांग की। उन्होंने जीएसटी लागू होने के पांच वर्ष पूरे होने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति जारी रखने का आग्रह किया। श्री सिंहदेव वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई जीएसटी परिषद की बैठक में शामिल हुए। उनके साथ वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग की प्रमुख सचिव डॉ. मनिन्दर कौर द्विवेदी और आयुक्त श्रीमती रानू साहू भी बैठक में शामिल हुईं।
वाणिज्यिक कर मंत्री श्री सिंहदेव ने जीएसटी परिषद की बैठक में कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार को जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि तुरंत जारी करना चाहिए। यदि केंद्र सरकार इसमें आर्थिक रूप से असक्षम है और इसके लिए ऋण लेना जरूरी हो तो भारत सरकार को स्वयं ऋण लेकर इसकी जिम्मेदारी लेना चाहिए। इसका बोझ राज्यों पर नहीं डालना चाहिए। उल्लेखनीय है कि चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए छत्तीसगढ़ को जीएसटी क्षतिपूर्ति की एक भी किश्त जारी नहीं हुई है।
श्री सिंहदेव ने बैठक में जीएसटी लागू होने के पांच वर्षों के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति देना जारी रखने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश में जीएसटी लागू होने के समय राज्यों ने अपने कर वसूलने का अधिकार क्षतिपूर्ति की शर्त पर ही छोड़ा था। केंद्र सरकार द्वारा इसे बंद या इसमें किसी तरह की कमी नहीं किया जाना चाहिए। जीएसटी क्षतिपूर्ति अधिनियम तथा 101वें संविधान संशोधन अधिनियम के अनुरूप कार्य करना केंद्र सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी एवं मौलिक दायित्व है। इस पर विश्वास कर ज्यादातर राज्यों ने जीएसटी पर सहमति जताई थी। जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों की कर वसूली में नुकसान की भरपाई भारत सरकार द्वारा किया जाना चाहिए।
बैठक में श्री सिंहदेव ने कहा कि यदि इस बार जीएसटी संग्रहण कम हुआ है तो केंद्र सरकार का दायित्व है कि वह ऋण लेकर राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि प्रदान करें। इसे जारी न कर राज्यों को ऋण लेने के लिए मजबूर न करें। उल्लेखनीय है कि जीएसटी परिषद की इस बैठक में कोरोना संक्रमण के प्रसार एवं राष्ट्रव्यापी लॉक-डाउन से अर्थव्यवस्था पर पड़ी मार के कारण जीएसटी की भरपाई करने में आने वाली दिक्कतों पर केंद्र सरकार ने राज्यों से सुझाव मांगे थे। वाणिज्यिक कर मंत्री श्री सिंहदेव ने बैठक में छत्तीसगढ़ का पक्ष और प्राथमिकताएं रखीं।
स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत पढ़ई तंूहर द्वार कार्यक्रम का संचालन सीजी स्कूल डॉट इन वेबपोर्टल के माध्यम से प्रदेश स्तर पर किया जा रहा है। राजनांदगांव जिला अंतर्गत डोंगरगढ़ विकासखंड के रामाटोला संकुल में संकुल समन्वयक श्री विष्णु कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में रामाटोला के शालाओं में ऑनलाइन एवं ऑफ लाइन कक्षा का संचालन निरंतर किया जा रहा है। जिसमें विद्यार्थियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रामाटोला में इस योजना के बेहतर संचालन में शिक्षक श्री श्रवण कुमार यदु की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिनके प्रयास से उन्होंने स्वयं अपनी शाला के शिक्षकों को प्रेरित कर एवं पालकों से घर-घर संपर्क कर ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन प्रारंभ किया। वे स्वयं 100 से अधिक कक्षाएं लेकर जिले में प्रथम स्थान पर हैं। उनकी कक्षा में अधिकतम विद्यार्थियों की संख्या 42 रही है।
इसी प्रकार शाला के एक अन्य शिक्षक श्री पूनम कुमार लोधी द्वारा गांव-गांव घूम कर पालकों से संपर्क कर 130 मोबाइल में वेबैक्स ऐप डाउनलोड कर उसे अपडेट किया गया है, जिससे पालकों एवं छात्रों में ऑनलाइन कक्षाओं के प्रति रूचि बढ़ी है । इसी प्रकार हायर सेकेंडरी स्कूल रामाटोला के व्याख्याता श्री शिव कुमार वर्मा भी अब तक 100 से अधिक कक्षाएं ले चुके हैं एवं जिले में द्वितीय स्थान पर है। रामाटोला शाला के अन्य स्टॉफ द्वारा भी प्रतिदिन कक्षाएं कक्षावार एवं विषयवार लिया जा रहा है। रामाटोला संकुल क्षेत्र में ऑफ लाइन कक्षाओं के अंतर्गत प्राथमिक शाला भेलवाटोला, प्राथमिक शाला हीरापुर, प्राथमिक शाला खुबाटोला, माध्यमिक शाला खूबाटोला एवं अन्य शालाओं के शिक्षकों द्वारा पढ़ई तुहर पारा के अंतर्गत स्थानीय समुदाय से सहयोग प्राप्त कर बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
इसी प्रकार शाला में बच्चों को ऑनलाइन क्लास लेने के पश्चात व्हाट्सएप के माध्यम से होमवर्क दिया जाता है एवं उसकी जांच की जाती है। ऑनलाइन कक्षा के अंतर्गत रामाटोला संकुल में प्रतिदिन कम से कम 25 से 30 तक कक्षा का आयोजन किया जाता है, जो विगत 3 माह से लगातार संचालित किया जा रहा है। इस प्रकार वर्तमान में जिले की ऑनलाइन कक्षाओं की सूची में रामाटोला संकुल जिले की ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन में सबसे ऊपर की पंक्ति में पहुंच चुका है। उल्लेखनीय है कि रामाटोला में शिक्षकों द्वारा अध्यापन के अंतर्गत वीडियो प्रोजेक्टर एवं सहायक सामग्री का उपयोग करते हुए अध्यापन कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में संकुल समन्वयक द्वारा प्रति सप्ताह वेबैक्स ऐप के माध्यम से ऑनलाइन बैठक आयोजित कर समीक्षा भी की जाती है। बैठक मंे शिक्षकों को सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दिए जाते हैं । इस प्रकार रामाटोला संकुल अंतर्गत आपसी सामंजस्य और सहयोग से शिक्षक शासन के उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रयास कर रहे हैं, जिसका लाभ यहां के विद्यार्थियों को मिल रहा है।
बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा करने सुकमा पहुँचे बस्तर कमिश्नर व आईजी ,झापरा, कुम्हाररास, एनएच 30 बाईपास व वार्ड क्रमांक 13 शबरी नगर में बाढ़ प्रभावित इलाके का लिया जायजा
बस्तर कमिश्नर श्री अमृत खलखो और आईजी श्री सुंदरराज पी. गुरूवार को सुकमा जिला मुख्यालय के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुँचे। उन्होंने झापरा, कुम्हाररास, एनएच 30 बाईपास व वार्ड क्रमांक 13 शबरी नगर में बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया और प्रभावितों से चर्चा करके उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान कलेक्टर श्री चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा, सुकमा एसडीएम श्री नभएल. स्माईल और तहसीलदार श्री बघेल सहित अन्य अधिकारी भी उनके साथ थे। शबरी तट पर बसे शबरी नगर में बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुँचे कमिश्नर और आईजी के सामने सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष श्री राजू साहू और उपाध्यक्ष श्रीमती आयशा हुसैन ने वार्ड क्रमांक 3,6,11,12 व 13 में रिटेनिंग वाल बनाने के लिए मांग पत्र कमिश्नर को सौंपा, जिसपर उन्होंने जल्द स्वीकृति देने की बात कही। इस दौरान शबरी नगर के बाढ़ प्रभावितों ने जिला व नगरीय प्रषासन के कार्य की तारीफ की। प्रभावितों ने कहा कि बाढ़ के दौरान कलेक्टर चंदन कुमार व उनकी टीम द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराया गया, राहत शिविर में भी बेहतर इंतजाम किए गए थे।
इसके उपरांत कमिष्नर व आईजी ने सुकमा के कुम्हाररास क्षेत्र में कोविड सेंटर (नवा अभियान) पहुँचकर सेंटर प्रभारियों से चर्चा किए। सेंटर में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहें प्रयासों के बारें जानकारी ली गई ।
नक्सल क्षेत्र में बच्चों में शिक्षा पाने की ललक देखकर अभिभूत हुए कमिश्नर और आईजी
कमिष्नर और आईजी जिला प्रषासन के अधिकारियों के साथ रामवनपथ गमन के प्रमुख स्थलों में से एक सुकमा के रामाराम मंदिर के विकास कार्यों का अवलोकन करने रामाराम पहुंचे थे। तभी गांव में नेटवर्क नहीं होने के कारण पेड़ के नीचे पढ़ रहें बच्चों पर उनकी नजर पड़ी, उन्होंने बच्चों के पास जाकर उनसे चर्चा की जिस पर बच्चों ने बताया कि पढ़ाई तुंहर द्वार के तहत उनकी ऑनलाइन क्लासेज चल रही हैं वो रोज इसी तरह यहाँ आकर पढ़ते हैं। नक्सल क्षेत्र में षिक्षा के लिए बच्चों में इस प्रकार की ललक देखकर कमिष्नर और आईजी सहित अन्य अधिकारी अभिभूत हुए।
तुंगल डेम में बाढ़ के दरमियान उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया गया सम्मानित
सुकमा प्रवास में कमिष्नर श्री खलखो और आईजी श्री सुन्दरराज ने सुकमा के प्रमुख पर्यटन केन्द्र तुंगल डेम में बाढ़ के समय उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला बल और नगर सेना के 51 अधिकारी-कर्मचारी को सम्मानित किए।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा परियोजना विजय के अंतर्गत विद्यार्थियों को विभिन्न जीवन कौशलों के बारे में जानकारी दी जाती है। इस सत्र में भी इस जानकारी का क्रम जारी रहेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रदेश के सभी आवासीय शैक्षणिक संस्थानों जहां पर परियोजना विजय संचालित है, वहां की बालिकाओं को आगामी माह में एक-एक पत्रिका ’गपशप’ आनलाइन दी जाएगी। इस पत्रिका में जीवन-कौशल के बहुत सारे आयामों और अन्य विषयों की भी रोचक जानकारी मिलेेगी। प्रदेश में परियोजना विजयी कक्षा 6वीं से 8वीं तक की बालिकाओं के लिए संचालित हो रही है।
स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए स्कूल बंद है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि सभी बच्चे अपने-अपने घरों में नई-नई बातें सीख रहे होंगे। बहुत सारे शिक्षक बच्चों और पालकों से संपर्क करके पढ़ाई की निरंतरता को बरकरार रखें हुए हैं। इस कोविड महामारी संक्रमण काल के दौरान राज्य के शहरी इलाकों से लेकर सुदूर वनांचल के मजरोटोलो में निवासरत स्कूली बच्चों के अध्ययन-अध्यापन की निरंतरता को बनाए रखने हेतु किए गए उपायों ने यह प्रमाणित कर दिया है कि हमारे पास नवाचार के असीमित अवसर विद्यमान है, जिसकी साल 2020 के शुरूआत में किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत आवश्यक है कि हम लोग आज की परिस्थितियों में ढलकर लगातार नई बातें सीखें और उसे सभी के साथ साझा भी करें। स्कूल शिक्षा विभाग और सहयोगी संस्थाओं द्वारा बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और उनके ज्ञानवर्धन का प्रयास विभिन्न वैकल्पिक माध्यमों से किया जा रहा है। डाॅ. टेकाम ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे नवाचारों ’पढ़ई तुंहर दुआर’ का लाभ उठाने का आव्हान किया है।
निजी स्कूलों की फीस वसूली पर हाईकोर्ट ने शासन से मांगा जवाब, याचिकाकर्ता का आरोप है कि पालकों को गुमराह करके स्कूल प्रबंधनों ने मोटी फीस वसूलना शुरू कर दिया है
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश जारी करने के बाद भी निजी स्कूल छात्रों के परिजनों से ट्यूशन फीस ले रहे हैं. स्कूल प्रबंधन पर फीस वसूली को लेकर परिजन लगातार आरोप लगा रहे हैं कि निजी स्कूल ट्यूशन फीस के नाम पर पूरी फीस वसूल करने लगे है.इस संबंध में राजधानी रायपुर की पूर्व बैंकर प्रीति उपाध्याय ने ट्यूशन फीस के नाम पर मोटी फीस वसूली करने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है, जिस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए शासन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
ट्यूशन फीस के लिए कमेटी गठन करने की मांग
केस में याचिकाकर्ता प्रीति उपाध्याय ने अपनी याचिका में एक कमेटी के गठन की मांग उठाई है, जो निजी स्कूलों की फीस वसूली पर नजर रखेगी और तय करेगी कि निजी स्कूलों को कितनी फीस वसूल करनी है. याचिका में ट्यूशन फीस को परिभाषित करने की भी मांग उठाई गई है.दो बच्चों कि मां प्रीति उपाध्याय का अपनी याचिका में कहना है कि 8 घंटे का स्कूल मोबाइल पर डेढ़ घंटे में निपटाया जा रहा है. अब मामले पर 6 हफ्ते बाद दोबारा जस्टिस पी सेम कोशी की सिंगल बेंच में सुनवाई होगी. प्रीति उपाध्याय के काउंसलर श्री पलाश तिवारी ने बताया कि माननीय न्यायालय ने यह भी सुनिश्चित किया है कि याचिका की सुनवाई चलते रहने के दौरान स्कूल छात्र को शिक्षा से वंचित नहीं कर सकता। उच्च न्यायालय के वकील पलाश तिवारी ने यह भी बताया कि उनके माध्यम से याचिककर्ता ने कोविड महामारी के दौरान निजी स्कूल द्वारा 100 परसेंट फीस वसूलने को तो चैलेंज किया ही है साथ ही साथ यह महत्वपूर्ण मांग न्यायालय से करी है कि राज्य सरकार को एक कमेटी बनाने हेतु आदेशित किया जाय जो कि निजी स्कूलों द्वारा ली जा रही बेलगाम फ़ीस पर मोनिटरिंग करे एवं उस पर लगाम लगाए।
बता दें, लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार ने निजी स्कूलों कि फीस वसूली पर रोक लगा दी थी, जिसके खिलाफ निजी स्कूलों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. स्कूलों की ओर से तर्क दिया गया था कि अगर उन्हें फीस लेने की अनुमति नहीं मिलेगी तो वे अपने कर्मचारियों और शिक्षकों का वेतन कैसे भुगतान करेंगे. निजी स्कूलों ने कहा था कि उन्हें कम से कम ट्यूशन फीस लेने की अनुमति हाईकोर्ट प्रदान करें.निजी स्कूलों की इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए तब उच्च न्यायालय ने राहत देते हुए उन्हें ट्यूशन फीस लेने की अनुमति दे दी थी, लेकिन परिजनों का आरोप है कि अब इसी आदेश के आड़ में निजी स्कूलों ने उच्च न्यायालय के आदेश पर पालकों को गुमराह करते हुए मोटी फीस वसूली शुरू कर दी है.
सरगुजा संभाग में एसीबी द्वारा लगातार भ्रष्टाचार निरोधी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में आज सरगुजा एसीबी की टीम ने जशपुर में प्रभारी तहसीलदार को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपित प्रभारी तहसीलदार एक व्यक्ति से जमीन का नामांतरण के नाम से तीन लाख रुपयों की मांग कर रहा था।पुलिस उप महानिरीक्षक आरिफ शेख के मार्गदर्शन में और पुलिस अधीक्षक पंकज चन्द्रा के दिशा निर्देश पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने भ्रष्टाचार रोधी कार्यवाही के अंतर्गत आज जशपुर में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपित प्रभारी तहसीलदार जमीन के नामांतरण के एवज में एक व्यक्ति से 50 हजार रुपये की मांग कर रहा था। उस व्यक्ति ने एसीबी में इसकी शिकायत की। इसके बाद आज कार्रवाई करते हुए सरगुजा संभाग की एसीबी टीम ने आरोपित को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार आवेदक के द्वारा 10 डिसमील भूमि कय किया गया था। जिसका पंजीयन उसके नाम पर हो गया है, लेकिन नामान्तरण कराने व ऋण पुस्तिका बनाकर देने के नाम पर जशपुर में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार कमलेश कुमार मिरी ने आवेदक से 4 लाख रुपये की मांग की थी। बातचीत के बाद किस्तों में 3 लाख रुपये देने की दोनों के बीच सहमती हुई। इसके बाद आवेदक ने एसीबी में इसकी जानकारी दी।एसीबी अंबिकापुर की टीम ने आवेदक की शिकायत का सत्यापन किया और शिकायत सही पाए जाने के बाद कार्यवाही करते हुए आज आरोपी को प्रथम किस्त राशि 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ तहसील कार्यालय जशपुर में पकड़ लिया। आरोपी के विरूद्ध विधिक कार्यवाही पूर्ण कर न्यायिक रिमांड पर भेजी जा रही है।
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short news from citIES of CHHATTISGARH ,dated: २७ अगस्त २०२०
छत्तीसगढ़ प्रदेश : 27/Aug/2020 🌎 साक्षात्कार चयन और पदोन्नति समिति में महिला सदस्य अनिवार्य, राज्य शासन ने जारी किया आदेश🌍
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा राज्य शासन के समस्त विभागों के अधीन गठित साक्षात्कार, चयन, पदोन्नति एवं छानबीन समिति में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग का पृथक-पृथक प्रतिनिधित्व अनिवार्य किया गया है। इन समितियों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व के लिए एक महिला सदस्य को रखा जाना अनिवार्य कर दिया गया है। गत दिवस मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मंत्रीमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया था, जिसके परिपालन में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राजस्व मंडल बिलासपुर सहित शासन के समस्त विभाग, सभी विभागाध्यक्ष, सभी संभागायुक्त, सभी कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भेजा गया हैं।
गरियाबंद : 27/Aug/2020 🌎 नगर पंचायत छुरा तथा ग्राम किरवई,जेंजरा, बारूला के चिन्हित क्षेत्र कन्टेनमेंट जोन घोषित🌍
जिले के नगर पंचायत छुरा के वार्ड नम्बर-12 हॉस्पिटल पारा तथा ग्राम किरवई के वार्ड नम्बर-02 आश्रम चौंक, ग्राम जेंजरा के वार्ड न.-07 और ग्राम बारूला के वार्ड न.-05 गौराचौंक पारा में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के पश्चात संबंधित चौहद्दी को कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री छतर सिंह डेहरे द्वारा कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कंटेनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकाने एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त तक बन्द रहेंगे। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा।
नारायणपुर : 27/Aug/2020 🌎 नारायणपुर में भी अब हो सकेगा कोविड-19 की जांच, ट्रू-नॉट लैब से जांच की मिली अनुमति🌍
राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए नारायणपुर जिला मुख्यालय में कोविड-19 अस्पताल प्रारंभ कर दिया गया है। जिले में अब आसानी से कोविड-19 की जांच एवं इलाज हो सकेगा। इसके लिए कोविड अस्पताल में अत्याधुनिक ट्रू-नॉट लैब की स्थापना की गई है। जिले में अब संदिग्ध व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं, ये जानने के लिए अब जिला स्वास्थ्य विभाग को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कोरोना जांच के लिए अत्याधुनिक ट्रू-नॉट लैब में सावधानी पूर्वक प्रक्रिया संपन्न किये जाने पर कुछ घंटे में कोविड-19 की रिपोर्ट प्राप्त हो जायेगी। छत्तीसगढ़ में डिजाईन की गई ट्रू-नॉट लैब आधुनिक मशीनों से लैस है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पांच सेम्पलों का नारायणपुर कोविड-19 अस्पताल के लैब में प्रोफिसियेंसी टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट राज्य को भेजा गया। यह रिपोर्ट राज्य शासन के द्वारा प्रोफिसियेंसी टेस्ट में पास हो गयी। इस तरह राज्य शासन द्वारा 26 अगस्त 2020 को ट्रू-नॉट विधि से कोविड-19 की जांच हेतु जिले में स्थापित ट्रू-नॉट लैब को अनुमति प्रदान की गई।
कांकेर : 27/Aug/2020 🌎 शिकायत, समस्या, मांग संबंधी आवेदन के लिए वाट्सएप नंबर एवं ई-मेल आईडी जारी🌍
नोवल कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जिले के नागरिकों से शिकायत, समस्या, मांग एवं अन्य विषयों से संबंधित आवेदन पत्र जिला कार्यालय कांकेर में प्रेषित किये जाने मोबाइल वाट्सएप नंबर एवं ई-मेल आईडी की सुविधा दी गई है। कलेक्टर श्री के.एल.चौहान ने जिले के नागरिकों से अपील किया है कि अपने आवेदन पत्र वाट्सएप नंबर 6261820886 एवं 9406146276 पर तथा ई-मेल आईडी Upper collector@gmail.com पर भेज सकते हैं। इसके अलावा जिला कार्यालय कांकेर के दूरभाष नंबर 07868-241938 पर भी सूचना दी जा सकती है।
कसडोल : 27/Aug/2020 🌎 तेज रफ्तार कार ने बाइक को मारी जबरदस्त टक्कर, एक की मौत, दूसरा गंभीर रूप से घायल🌍
लवन कसडोल मुख्यमार्ग के डोंगरीडीह में बुधवार को सुबह 9.30 बजे के आसपास ओवर टेक करने के चक्कर में तेज रफ्तार स्वीफ्ट कार ने बाइक को टक्कर मार दी। इसके चलते बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई। वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे रायपुर रेफर किया गया है।
डोंगरीडीह पुलिस ने बताया कि बैंक के दो कर्मचारी राकेश राय (37) और नवीन पासवान बाइक क्रमांक सीजी 04/एमवाय/ 7675 से बलौदाबाजार से टुंड्रा जा रहे थे। इसी दौरान स्वीफ्ट कार सीजी 07/ एवी /2211 ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। इस घटना में बाइक सवार उछलकर दूर जा गिरे। बाइक में सवार नवीन पासवान की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं राकेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका उपचार रायपुर के प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद कार ड्राइवर गारस ताम्रकार अपने आपको चौकी पहुंकर सरेंडर कर दिया। कार चालक लवण का ही रहने वाला है
तिल्दा-नेवरा : 27/Aug/2020 🌎 गांव में एक ही परिवार के 11 सदस्य मिले कोरोना पॉजिटिव🌍
तिल्दा में 32 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। संक्रमितों में इलाके के नहरडीह गांव में भी एक ही परिवार के 11 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद से गांव में हड़कंप मच गया है। खबर की पुष्टि बीएमओ डॉ आशीष सिन्हा ने की है।मिली जानकारी के अनुसार तिल्दा इलाके में गुरुवार को 32 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें से तुलसी नेवरा गांव के एक ही परिवार के 4 सदस्य और नहरडीह गांव में भी एक ही परिवार के 11 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
पेंड्रा-गौरेला-मरवाही : 27/Aug/2020 🌎 पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल बने मरवाही उपचुनाव प्रभारी 🌍
अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही सीट खाली हो गई है। उपचुनाव की तैयारी में सत्ताधारी दल कांग्रेस के अलावा भाजपा व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ भी सक्रिय हो गई हैं। मरवाही में जनसंपर्क की शुरुआत भाजपा की तरफ से हुई। वहीं अब भाजपा ने मरवाही विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिया है। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को मरवाही उपचुनाव का प्रभारी बनाया गया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिला में होने वाले मरवाही विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी की तरफ से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को प्रभारी और भूपेन्द्र सवन्नी को सह-प्रभारी नियुक्त किया है।
गरियाबंद : 27/Aug/2020 🌎 नगरीय निकायों में रिक्त शासकीय भूमि आबंटन एस.डी.ओ (रा.) कार्यालय से🌍
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा नगरीय क्षेत्रों में रिक्त भू-खण्ड के आबंटन एवं अतिक्रमित शासकीय भूमि के व्यवस्थापन और वार्षिक भू-भाटक के निर्धारण/वसूली के संबंध में राजस्व पुस्तक परिपत्र के वर्तमान प्रावधानों में संशोधन किये गये है।
जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी अनुसार राज्य शासन से नगरीय क्षेत्रों में 7500 वर्गफीट तक की शासकीय भूमि को तीस वर्षीय पट्टे पर आबंटित करने हेतु निर्देश प्राप्त हुए हैं। जिले के नगरीय निकायों में रिक्त शासकीय भूमि संबंधित जानकारी अनुविभागीय अधिकारी(रा.)/तहसीलदार द्वारा जिला कार्यालय को उपलब्ध कराया गया। जिसके आधार पर नगर पालिका परिषद गरियाबंद के अंतर्गत खसरा न.978/1,2,3 का रकबा 10966, खसरा न.893 का रकबा 1250, खसरा न. 893 रकबा 1633, खसरा न. 884/2 रकबा 4288, खसरा न.82 रकबा 860। नगर पंचायत छुरा अंतर्गत खसरा न. 276 का टु. का रकबा 10890, खसरा न. 286़ का टु. का रकबा 4356, खसरा न. 290 का टु. का रकबा 4356, खसरा न. 454 का टु. का रकबा 21780, खसरा न. 448 का टु. का रकबा 10890, खसरा न. 403/1 का टु. का रकबा 21780, खसरा न. 552 का टु. का रकबा 18513, खसरा न. 558 का टु. का रकबा 4356, खसरा न. 599 का टु.का रकबा 13068 । नगर पंचायत राजिम अंतर्गत खसरा न. 305 का टु. का रकबा 27442, खसरा न. 365/2 का टु.का रकबा 2318, खसरा न. 340/1 का टु-.का रकबा 1529, खसरा न. 799/6 का टुु. का रकबा 43124, खसरा न. 899/1 का टु. का रकबा 16988, खसरा न. 432 का टु. का रकबा 6534 वर्ग फुट। नगर पंचायत फिंगेश्वर अंतर्गत खसरा न.2031 का रकबा 15246, खसरा न.2019 का रकबा 18513, खसरा न.2018 का रकबा 39204, खसरा न. 2000/1 का रकबा 37026, खसरा न. 1697 का टु.का रकबा 21780, खसरा न. 1694 का रकबा 6534, खसरा न. 1691 का टु. का रकबा 21780, खसरा न.1629 का टु.का रकबा 65340, खसरा न.1689 का रकबा 19602, खसरा न. 1679 का रकबा 13068, खसरा न. 372 का रकबा 11979, खसरा न. 445/1 का टु. का रकबा 65340 वर्गफुट है।
नगरीय क्षेत्रों के शासकीय रिक्त भूमि की जानकारी एन.आई.सी के माध्यम से जिला की वेबसाईट में अपलोड किया गया है। जिस किसी नागरिक को शासकीय रिक्त भूमि के आबंटन हेतु आवेदन करना है, तो संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (रा.)के समक्ष उपस्थित हो कर आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। भूमि आबंटन की प्रकिया संबंधी जानकारी अनुविभागीय अधिकारी (रा.) गरियाबंद/ राजिम के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
रायपुर : 27/Aug/2020 🌎 पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी होंगे रायपुर जिला शहर भाजपा अध्यक्ष🌍
प्रदेश भाजपा ने गुरुवार को कई जिलों के पदाधिकारियों में बदलाव किया है। किए गए बदलाव के अनुसार पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी रायपुर जिला शहर भाजपा अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, पूर्व मंत्री पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को उपचुनाव के लिए मरवाही का प्रभारी और भूपेंद्र सवन्नी को सहप्रभारी बनाया गया है।वहीं, गोपाल मिश्रा को बलरामपुर जिले का नया अध्यक्ष बनाया गया है और ओम प्रकाश जायसवाल जिला महामंत्री नियुक्त किया गया है। इस संबंध में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने की नियुक्ति पत्र जारी कर दिया है।
रायपुर : 27/Aug/2020 🌎 मुख्यमंत्री के सलाहकार और उनका पूरा परिवार कोरोना पॉजिटिव, होम आइसोलेशन में रहेंगे🌍
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी और उनके पूरे परिवार के सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. संक्रमित पाए जाने के बाद वो रायपुर स्थित अपने निवास में ही रहकर इलाज करवाएंगे.
पॉजिटिव पाए जाने के बाद राजेश तिवारी ने बताया कि परिवार के किसी भी सदस्य में कोरोना के लक्षण नहीं थे, लेकिन एहतियातन हमने परिवार के साथ अपना कोरोना टेस्ट कराया था. आज आई रिपोर्ट में मैं, पत्नी और दोनों बेटी कोरोना संक्रमित मिले है. कोरोना के लक्षण नहीं है, इसलिए डॉक्टर से बात कर होम आइसोलेशन में रहेंगे.
महासमुन्द : 27/Aug/2020 🌎 महासमुंद SP तक पहुंचा कोरोना, पाए गए संक्रमित🌍
महासमुंद पुलिस अधीक्षक को कल हल्की मौसमी सर्दी के कारण उन्होंने ऐहतियात के तौर पर आज कोविड-19 RAT टेस्ट कराया । उनकी जाँच रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव आयी है । स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन अनुसार डाक्टरों ने उनके बंगले का निरीक्षण किया ।गाइड लाइन के अनुसार पुलिस अधीक्षक को 14 दिन के लिए होम क्वरंटीन (home quarantine )किया गया है । डाक्टरों ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है। ज़िला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है ।चिकित्सा दल ने परिवार के सदस्यों सहित 19 व्यक्तियों की कोविड-19 की जाँच की गई । परिवार के सभी सदस्य और व्यक्तियों कीजाँच रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। पुलिस अधीक्षक से पिछले एक सप्ताह के दौरान मिले लोगों की कॉंटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है।कलेक्टर कार्तिकेया गोयल कहा कि पुलिस अधीक्षक जल्द स्वस्थ होकर काम पर लौटेंगे ।श्री गोयल ने ऐसे व्यक्तियों से आग्रह किया कि जो पिछले एक सप्ताह के दौरान एस.पी. से सरकारी कामकाज या अन्य सिलसिले में मिले है और उन्हें सर्दी,खांसी,बुख़ार या हल्के से भी कोविड-19 के लक्षण दिखायी दें तो वे अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जाँच अवश्य करायें।
बलौदाबाजार : 27/Aug/2020 🌎 बिलाईगढ मे जनपद सदस्य सहित चार और कोरोना पॉजिटिव पाये गये 🌍
बलौदाबजार--बिलाईगढ़ विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम नवापारा में तीन मरीज, ठाकुर दिया एवं गोविंद वन में एक एक मरीज की पुष्टि किया गया है। साथ ही आज 4 मरीज स्वास्थ्य होकर घर लौटे है। इस प्रकार अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या केवल 189 रह गयी है। जिनका इलाज जिला कोविड अस्पताल बलौदाबाजार और कोविड केअर सेन्टर संकरी में इलाज़ चल रहा है। 533 मरीज स्वस्थ होकर वापस घर लौट चुके हैं।