मुख्यमंत्री ने भी बजाया मुंडा बाजा, मिलाया ताल से ताल नन्ही कलाकार को गोद में उठाया, किया प्रोत्साहित,बस्तर बैंड की धुन पर झूमे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 19 अप्रैल से शुरू हुए इस महोत्सव में जनजातीय साहित्यकार, विषय-विशेषज्ञ, शोधार्थी, चित्रकार एवं कलाकारों का समागम हो रहा है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल थे। महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर प्रख्यात बस्तर बैंड की प्रस्तुति अतिथियों के सामने हुई।
जनजातीय समुदाय के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुति देने वाले बस्तर बैंड ने अपनी शानदार पेशकश से शुभारंभ अवसर पर ऐसा माहौल बनाया कि वहां मौजूद हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। लोग वाद्य यंत्रों की मनमोहक धुन पर थिरकते नजर आए। एक वक्त ऐसा भी आया, जब मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी अपने आप को थिरकने से रोक नहीं पाए और उन्होंने भी मुंडा बाजा थामा और थाप देने लगे। मुख्यमंत्री ने बस्तर बैंड के कलाकारों के साथ ताल से ताल मिलाया। मुख्यमंत्री इस मौके पर कलाकारों के साथ इतने भाव-विभोर हो गए कि बस्तर बैंड में शामिल नन्ही कलाकार जया सोढ़ी को गोद में उठाया और उसे प्रोत्साहित किया। साथ मंे अनुसूचित जाति एवं जनजाति मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी थिरकते नजर आए।
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गौरतलब है कि बस्तर बैंड की स्थापना कला मर्मज्ञ श्री अनुप रंजन पाण्डेय ने की है। अपनी खूबियों के लिए बस्तर बैंड को आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जाता है। इस बैंड में चार साल के बच्चे से लेकर 77 साल तक के बुजुर्ग कलाकार शामिल हैं। कला क्षेत्र में योगदान के लिए श्री अनुप रंजन पाण्डेय को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। बस्तर बैंड के कलाकार अलग-अलग जनजातीय समुदाय से हैं। यह कलाकार वाद्य यंत्रों को बजाने के साथ ही इन वाद्य यंत्र के निर्माण में महारात हासिल है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने दो दिवसीय राजनांदगांव प्रवास पर हैं. इस दौरान वे केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं. अपने प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार की सुबह टेडेसरा स्थित बीपीओ सेंटर पहुंचकर युवाओं को दिए जा रहे हैं रोजगार संबंधी जानकारी ली. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ थे.
बीपीओ सेंटर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में स्थापित बीपीओ सेंटर एक आविष्कार है,उन्होंने कहा कि यह सेंटर ऐसी देन है जो हजारों नौजवानों के भविष्य को परिवर्तित करने की क्षमता रखता है. ऐसी योजनाओं से हमारे छत्तीसगढ़ के नौजवानों को अपने भविष्य को बनाने नई ऊर्जा मिलेगी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीपीओ सेंटर में काम करने वाले युवाओं से बात की.
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उल्लेखनीय है की भारत सरकार के स्टैंड अप योजना अंतर्गत टेडेसरा में बीपीओ सेंटर की स्थापना की गई है. इस दौरान कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने एक केंद्रीय मंत्री को बताया कि 300 युवाओं से शुरू किए गए . इस बीपीओ सेंटर में वर्तमान में लगभग 1000 से अधिक युवा काम कर रहे हैं, जिन्हें प्रतिमाह एक करोड़ का भुगतान किया जा रहा है. बीपीओ सेंटर के निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने यहां किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की और केंद्र सरकार के द्वारा हर जिले में स्थापित बीपीओ सेंटर की सराहना की. वहीं यहां युवाओं को मिल रहे रोजगार के अवसर से संतुष्टि जाहिर की.
राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव :विभिन्न सत्रों में 80 शोधपत्रों का प्रस्तुतीकरण,राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता,लोक कलाओं द्वारा नृत्य प्रस्तुतियां,पुस्तक मेला, छत्तीसगढ़ी बस्तरिया व्यंजनों का भी रसास्वादन
राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव में तीन दिनों तक देश के विभिन्न राज्यों से जनजातीय विषयों पर लिखने वाले जनजातीय एवं अन्य स्थापित विख्यात साहित्यकारों, रचनाकारों, विश्वविद्यालय के अध्येताओं, शोधार्थियों द्वारा विभिन्न सत्रों में 80 शोधपत्रों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। शोधपत्रों का पठन पांच सत्रों में होगा और प्रतिभागियों की संख्या को देखते हुए सामानांतर सत्र भी आयोजित किया जा रहा है। इसी प्रकार साहित्यिक परिचर्चा आठ सत्रों में आयोजित की जाएगी। जनजातीय साहित्य परिचर्चा में राज्य के बाहर से 26 विद्वान, जिनमें 12 जनजातीय साहित्यकार और छत्तीसगढ़ राज्य के 66 जनजातीय साहित्यकार शिरकत कर रहे हैं। जनजातीय साहित्य समारोह में 107 शोध पत्र, जिनमें 69 छत्तीसगढ़ राज्य से और 38 राज्य के बारह से प्राप्त हुए हैं।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग की आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी ने बताया कि परिचर्चा का उद्देश्य पारंपरिक तथा समकालीन जनजातीय साहित्य के संरक्षण और विकास के समक्ष उपस्थित चुनौतियों एवं आधुनिक संदर्भ में इनके समाधान का मार्ग प्रशस्त करना है। आठ सत्रों में से प्रथम सत्र में भारत में जनजातीय भाषा एवं साहित्य का विकास- वर्तमान एवं भविष्य, द्वितीय सत्र में भारत में जनजातीय विकास- मुद्दे, चुनौतियां एवं भविष्य, तृतीय सत्र में भारत में जनजातीयों में वाचिक परंपरा के तत्व एवं विशेषताएं तथा संरक्षण हेतु उपाय, चतुर्थ सत्र में भारत में जनजातीय धर्म एवं दर्शन, पंचम सत्र में जनजातीय लोक कथाओं का पठन एवं अनुवादी, षष्ठम सत्र में विभिन्न बोली, भाषाओं में जनजातीय में लोक काव्य का पठन एवं अनुवाद, सप्तम सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य में जनजातीय साहित्य की स्थिति एवं संरक्षण हेतु उपाय, अष्टम सत्र में छत्तीसगढ़ी जनजातीय साहित्य (कथा, लोकोक्ति, काव्य का पठन) विषय पर परिचर्चा होगी। इन परिचर्चाओं में अन्य राज्यों से 26 जनजातीय विषयों तथा साहित्य के क्षेत्र में कार्यरत वरिष्ठ विद्वान साहित्यकार, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय के प्रोफेसर्स में ओडिशा से प्रोफेसर शरत कुमार जेना, नई दिल्ली से डॉ. संदेशा रैयपा गब्रियाल, नई दिल्ली से ही डॉ. स्नेहलता नेगी, राजस्थान से डॉ. गंगा सहाय मीना और डॉ. हरिराम मीना, लखनऊ डॉ. अलका सिंह और डॉ. रविन्द्र प्रताप सिंह, चेन्नई से प्रोफेसर पी. सुब्बाचारी, हैदराबाद से डॉ. सत्यरंजन महकुल, गोवाहाटी से डॉ. अभिजीत पायेंग, मेघालय से डॉ. कंचन शर्मा, कलकत्ता से श्री आयोयेन्द्र नाथ त्रिवेदी, छत्तीसगढ़ से डॉ. देवमत मिंज, रांची से श्रीमती वंदना टेटे, श्री अश्वनी कुमार पंकज और श्री महादेव टोप्पो, इंदौर से डॉ. रेखा नागर और श्री मदन वास्कले, कर्नाटक से डॉ. के.एम. मेत्री, झारखण्ड से श्री वाल्टर भेंगरा, भोपाल से श्री एस.के. पाण्डेय, झारखण्ड से श्रीमती जेरबा मुरम, नई दिल्ली से श्री वरजिनियस खाखा, मुम्बई से डॉ. विपिन जो.जो., छत्तीसगढ़ से श्री एम.के. मिश्रा, तेलंगाना से पद्मश्री श्री साकीनेकी रामचंद्रया एवं जनजातीय साहित्य के रचनाकार शामिल हो रहे है।
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जनजातीय साहित्य समारोह में शोधार्थियों से शोध पत्र के सारांश प्राप्त किए गए हैं। इन सारांश का संकलन कर स्मारिका के रूप में प्रकाशित कराया जाएगा, जिसका लाभ जनजातीय साहित्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे शोधार्थियों के साथ-साथ राज्य के विश्वविद्यालायों और महाविद्यालयो के विद्यार्थियों, जनजातीय साहित्य के क्षेत्र में रूचि रखने वाले पाठकों को भी मिलेगा।
राज्य स्तरीय कला एवं चित्रकला प्रतियोगिता और हस्त कलाओं के प्रदर्शन कार्य का तीन आयु वर्गाें 12 से 18, 18 से 30 और 30 वर्ष से अधिक में किया गया है। जिसमें 233 प्रतिभागियों ने नामांकन कराया है। कला चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम के प्रथम, द्वितीय तल के गलीयारे में किया गया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों में विभिन्न अवसरों और पर्वाें पर किए जाने वाले जनजातीय नृत्य विधाओं का प्रदर्शन भी महोत्सव में हो रहा है। राज्य के संभाग स्तर पर चयनित सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, बस्तर संभाग के कुल 14 विधाओं के आदिवासी लोक कलाओं द्वारा नृत्य प्रस्तुतियां दी जाएगी। शैला, कर्मा, सोदा, काकसाड़, मांदरी नृत्य, गवर सिग, मंड़ई नृत्य आदि का प्रदर्शन किया जाएगा। जनजातीय संस्कृति एवं जनजातीय महापुरूषों में क्रांतिवीर गुंडाधूर एवं शहीद वीर नारायण सिंह पर आधारित स्थानीय कलाकारों द्वारा मंचित नाटक कार्यक्रम के मुख्य आकर्षक होंगे। अंतिम दिन भोपाल से आए कलाकारों द्वारा जनजातीय जीवन पर आधारित लमझना नाटक का मंचन किया जाएगा।
पुस्तक मेले में देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिष्ठित शासकीय एवं अशासकीय प्रकाशकों द्वारा जनजातीय विषयों पर आधारित पुस्तकों एवं विक्रय किया जाएगा। इसमें आदिम जाति अनुसंधान तथा प्रशिक्षण रायपुर एवं वन्य प्रकाशन भोपाल के अतिरिक्त सत्यम पब्लिशिंग नई दिल्ली, कौशल पब्लिशिंग हाउस भोपाल, सरस्वती बुक भिलाई, फारवर्ड प्रेस नई दिल्ली, राजकमल प्रकाशन नई दिल्ली, कावेरी बुक सर्विस नई दिल्ली, वाणी प्रकाशन एवं भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन नई दिल्ली, नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली, वैभव प्रकाशन रायपुर, हिन्द ग्रन्थ अकादमी रायपुर एवं गोंडवाना साहित्य द्वारा पुस्तकों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जाएगा।
महोत्सव में छत्तीसगढ़ में निर्मित विभिन्न जनजातीय, हस्तशिल्पों, कलाओं का प्रदर्शन और विक्रय किया जाएगा। यहां छत्तीसगढ़ के विभिन्न कलाकार, हस्तकला के कार्यक्रम में भाग लेने वाली विभिन्न राज्यों के आगंतुक अवलोकन कर सकेंगे। वही उपस्थित दर्शक एवं आमजन इस प्रदर्शनी का आनंद ले सकेंगे। इसके साथ छत्तीसगढ़ी व्यंजनों एवं आदिवासी अंचल बस्तर के बस्तरिया व्यंजनों का भी रसास्वादन आगंतुक ले सकेंगे।
जब चिटफंड राज चल रहा था तब कहां थे विष्णुदेव,भाजपा ने जनता की कमाई लुटवाई, कांग्रेस वापस लौटा रही है तो दर्द हो रहा है:प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि जब छत्तीसगढ़ में चिटफंड राज चल रहा था, तब विष्णुदेव कहां थे? कांग्रेस ने जनघोषणा पत्र के 90 फीसदी वादे पूरे कर दिये हैं जिनमें भाजपा शासनकाल में राज्य की जनता से लूटी गई रकम वापस लौटाने का वादा भी शामिल है। कांग्रेस ने वादा किया था कि चिटफंड कंपनियों द्वारा लूटी गई रकम वापस लौटायेगी तो यह वादा निभाया जा रहा है। अब तक हजारों निवेशकों को रकम लौटाई जा चुकी है। चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करके उस रकम को निवेशकों को वितरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार निवेशकों को उनका पैसा लौटा रहे हैं।
भाजपा ने चिटफंड कंपनियों को संरक्षण देकर जनता की कमाई लुटवाई, कांग्रेस वापस लौटा रही है तो भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है। भाजपा तथ्यहीन आरोप लगाकर भ्रम फैलाने की विफल कोशिश कर रही है। भाजपा के राज में चिटफंड कंपनियों के प्रति जनता ने इसलिए भरोसा करके अपनी मेहनत की कमाई लुटवाई क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह का परिवार इनके प्रमोटर या ब्रांड एम्बेसडर जैसी भूमिका निभा रहा था। जब भाजपा सरकार की नाक के नीचे छत्तीसगढ़ की जनता लुट रही थी तब भाजपा के नेता चुप क्यों थे। क्या इन सबको चुप्पी साधने की कीमत मिल रही थी।
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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा अपने जनविरोधी एजेंडे पर अब भी चल रही है। वह सरकार में रहते हुए जनता को चिटफंड कंपनियों से लुटवा रही थी। कमीशनखोरी के लिए गैरजरूरी कर्ज लेकर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को तहस नहस कर रही थी। जनता ने कांग्रेस पर भरोसा करके भाजपा का सफाया कर दिया है तो अब जनता के हित में हो रहे काम का भी विरोध भाजपा के नेता कर रहे हैं। जिन्हें जनता के कल्याण और विकास का विरोध करने का बड़ा दंड खैरागढ़ में मिला है। जहां भाजपा जिला बनाने का विरोध कर रही थी। अब अगले चुनाव में उसके जड़मूल से उखड़ना तय है।
विष्णुदेव साय चिंता न करें। उनके राज में चिटफंड कंपनियों से लुटी जनता को उसकी रकम मिल रही है और यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी निवेशकों को न्याय नहीं मिल जाता। भूपेश हैं इसलिए जनता को भरोसा है कि जो कहा, वह किया है और करते रहेंगे। छत्तीसगढ़ में अन्याय का अंत भाजपा सरकार के अंत के साथ ही हो चुका है। अब न्याय हो रहा है।
राज्य शासन द्वारा निःशुल्क पाठ्यपुस्तक योजना अंतर्गत शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए शासकीय, अनुदान प्राप्त तथा गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय शालाओं को पुस्तक वितरण किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय स्कूलों में पाठ्यपुस्तकों के वितरण के लिए शर्तें निर्धारित की गई हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गैर अनुदान प्राप्त शासकीय स्कूलों को छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा प्रकाशित कक्षा पहली से 10वीं तक हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम की निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें दी जाएंगी। इन स्कूलों को उनकी मांग के अनुसार पाठ्यपुस्तक निगम के डिपो से पुस्तकेें मिलेंगी। इन स्कूलों को यह भी निर्देशित किया कि उन्हें अपने स्कूल के सभी कक्षाओं में केवल छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम की पाठ्यपुस्तकों का ही उपयोग करना होगा, वे निजी प्रकाशकों की पुस्तकों का उपयोग नहीं करेंगे।
अशासकीय गैर अनुदान प्राप्त विद्यालय को दिए जाने वाले निःशुल्क पाठ्यपुस्तक के लिए शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत प्रदाय की जाने वाली राशि में से ऐसे विद्यार्थियों के लिए प्राथमिक स्तर पर 250 रूपए प्रति विद्यार्थी और पूर्व माध्यमिक स्तर पर 450 रूपए प्रति विद्यार्थी देय पुस्तक ग्रांट की कटौती की जाएगी। इन स्कूलों को यह भी अंडरटेंिकंग (वचन पत्र) देना होगा कि स्कूल बंद होने की स्थिति में पाठ्यपुस्तक स्कूल के सभी विद्यार्थियों को उनके घर पहुंचाकर देंगे। ऐसे अशासकीय गैर अनुदान प्राप्त विद्यालयों द्वारा निःशुल्क पाठ्यपुस्तकों की मांग करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2022 निर्धारित की गई है। इसके पश्चात मांग करने निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें नहीं दी जाएगी। इन शर्तों पर अशासकीय विद्यालयों से वचन पत्र लेने के बाद पुस्तकों का वितरण छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा अपने डिपो, जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से किया जा सकेगा।
छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा एवं प्राप्त षिकायत पर त्वरित कार्यवाही हेतु निर्मित अभिव्यक्ति एप्प में दुलदुला क्षेत्र में दिनांक 05.04.2022 को नाबालिग लड़की द्वारा मोबाईल नंबर से कॉल करने एवं प्यार का झूठा नाटक कर, डरा-धमकाकर, वीडियो कॉल कर अश्लील फोटो खींचकर वायरल करने के संबंध में शिकायत किया गया था। उक्त प्राप्त शिकायत पर जिला पुलिस जशपुर की अभिव्यक्ति एप्प की मॉनीटरिंग टीम द्वारा त्वरित रूप से कार्यवाही हेतु थाना प्रभारी दुलदुला को प्रेषित किया गया एवं थाना प्रभारी दुलदुला एवं महिला सेल दुलदुला की टीम द्वारा नाबालिग लड़की से संपर्क कर शिकायत के संबंध में जानकारी ली गई तथा प्राप्त जानकारी के आधार पर तत्काल थाना दुलदुला में अप.क्र. 41/2022 धारा 294, 506, 354क, 354 ग, 376 (2)(एन), 509 ख भा.द.वि. 4, 6, 12 पॉक्सो एक्ट, 67(ख) आई.टी.एक्ट का प्रकरण दर्ज कर आरोपी कुंदन राज को पटना (बिहार) से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
अभिव्यक्ति एप्प में वर्तमान तक 12 शिकायतें प्राप्त हुई है, जिसमें थाना जशपुर में 03, कुनकुरी में 01, पत्थलगांव में 01, बगीचा में 02, नारायणपुर में 02, बागबहार में 01 शिकायत प्राप्त हुई है। थाना तपकरा में भी पूर्व में 01 शिकायत में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रकरण का निराकरण किया गया है।
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अभिव्यक्ति एप्प में वर्तमान में जिला जशपुर में कुल 3264 यूजर रजिस्टर्ड हैं, जो पूरे छ.ग. राज्य में प्रथम स्थान पर है। अभिव्यक्ति एप्प के संचालन हेतु यूजर को सर्वप्रथम अपने स्मार्टफोन में प्ले स्टोर में जाकर अभिव्यक्ति एप्प को इंस्टाल करना होगा, उसके पश्चात् रजिस्ट्रेशन हेतु एप्प में साईन इन करते हुये अपना मोबाईल नंबर डालना है, ओ.टी.पी. आयेगा उसे एप्प में डालना है और व्हेरीफाई ओ.टी.पी. बटन को दबाना है, जिससे रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण हो जायेगी। अभिव्यक्ति एप्प के माध्यम से महिला एवं बालिकायें बिना थाना गये अपनी शिकायत ऑनलाईन कहीं से भी दर्ज करा सकती है एवं निराकरण की स्थिति ऑनलाईन देख सकती हैं।
जिला पुलिस जशपुर महिला/बालिकाओं की सुरक्षा हेतु लगातार प्रयासरत है तथा जिले के विभिन्न स्कूल, कालेज, छात्रावास, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, बाजारों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, प्रशिक्षण केन्द शिक्षा संस्थानों में चलित थाना के माध्यम से उक्त एप्प का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिला पुलिस जशपुर अपील करती है कि सभी महिलाएं एवं बालिकायें अपने स्मार्टफोन में ”अभिव्यक्ति“ एप को डाउनलोड कर अपना रजिस्ट्रेशन करायें।
बीजापुर में पुलिस-नक्सली एनकाउंटर की खबरें सामने आ रही है. यह एनकाउंटर तररेम के पेगड़ापल्ली इलाके में हआ है. इस मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक हेड कॉन्स्टेबल जख्मी हो गया है. घायल जवान की स्थिति सामान्य बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि एंटी नक्सल ऑपरेशन पर आज सुबह जवान निकले थे. तभी पेगड़ापल्ली इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई. कोबरा, STF, CRPF और DRG की संयुक्त पार्टी के साथ मुठभेड़ हुई.
मुठभेड़ स्थल पर सर्चिंग:
बीजापुर पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के प्रधान आरक्षक संजीव कुमार को पैर में गोली लगी. जिससे वह घायल हो गए. जख्मी जवान को सारकेगुड़ा कैंप तक पहुंचाया गया. इस एनकाउंटर में कई नक्सलियों के मारे जाने का दावा सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने किया है. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ स्थल पर खून के धब्बे भी मिले हैं. सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवानों की फायरिंग से नक्सली भाग खड़े हुए. मौके से पुलिस को हथियार, विस्फोटक और नक्सली साहित्य बरामद हुआ है. अभी इलाके में सर्चिंग जारी है.
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बीजापुर में नक्सलियों का उत्पात जारी:
बीजापुर में लगातार नक्सलियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है. सोमवार शाम को नक्सलियों ने बीजापुर में 7 से अधिक वाहनों में आगजनी की थी. सभी वाहन रेत उत्खनन कार्य में लगाए गए थे. तभी नक्सलियों ने वहां पहुंचककर वाहनों में आगजनी की. यह घटना मिनगाचल नदी के किनारे की बताई जा रही है.
गर्मियों में आमतौर पर पेट से संबंधित अनेक रोग जैसे उल्टी, दस्त, पेचिश, डायरिया, अपचन, खट्टी डकार, एसिडिटी यानि गैस, कब्जियत, मिचली, पीलिया और टायफाइड, होने की संभावना रहती है।इन रोगों का प्रमुख कारण बाजार और खुले में बिकने वाले दूषित पेय एवं खाद्य पदार्थ हैं इसलिए इन पदार्थों के सेवन में परहेज व सावधानी बरतनी चाहिए।शासकीय आयुर्वेद कॉलेज, रायपुर के सह-प्राध्यापक डॉ. संजय शुक्ला ने बताया कि सामान्यतः लोग इस मौसम में बाजार में बिकने वाले गन्ना या अन्य फलों के रस, लस्सी, कुल्फी, नीबू की शिकंजी आदि का सेवन करते हैं। इन पेय पदार्थों में बर्फ मिला होता है लेकिन कभी-कभी दूषित जल और सावधानियां नहीं बरतने तथा फलों के सड़े-गले होने के कारण पेट से संबंधित अनेक रोग पैदा हो सकते हैं।
इन रोगों का मुख्य कारण खानपान ही है इसलिए लोगों को गर्मियों के दौरान खानपान में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। जनसामान्य को बाजार के खाद्य पदार्थों के सेवन से पहले साफ-सफाई और वस्तुओं की गुणवत्ता जरूर सुनिश्चित करनी चाहिए। चूंकि गर्मियों में पाचन शक्ति कमजोर होती है इसलिए गरिष्ठ और मसालेदार भोजन खाने से बचना चाहिए इसके अलावा घर में भी बासी भोजन या अन्य खाद्य पदार्थों का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इस मौसम में तेज गर्मी के कारण भोजन जल्दी खराब हो जाते हैं।
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डॉ. शुक्ला ने बताया कि गर्मियों में गरम, खटाई, तीखा, नमकीन, तला-भुना, तेज मिर्च-मसालेदार, उड़द दाल, मैदा और बेसन से बने खाद्य पदार्थों, फास्ट-फूड, मांसाहार और शराब का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक होता है इसलिए इनका परहेज करना चाहिए।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि चूंकि गर्मियों में सूर्य की तपिश बहुत ज्यादा होती है, फलस्वरूप लोगों में डिहाइड्रेशन, थकान, घबराहट और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। शरीर में पानी एवं अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स मिनरल्स की मात्रा संतुलित रखने के लिए हल्का, सुपाच्य, स्वच्छ ठंडा या उबाले हुए तरल पेय पदार्थों के सेवन करना चाहिए। गर्मियों में पीसा जीरा और नमक मिलाकर मठा यानि छाछ, दही की लस्सी, दूध, कच्चे आम का जलजीरा, नींबू की शिकंजी या शरबत, घर में बनी ठंडाई, गन्ने का रस, बेल का शरबत, नारियल पानी, मौसमी एवं ताजे फलों का रस इत्यादि पीना चाहिए बेहतर हो कि ये पेय पदार्थ घर में ही बनाई जाए अथवा बाजार में स्वच्छता का ध्यान रखा जाए।
गर्मियों के दौरान भोजन में पुराने जौ, पुराने चांवल, खिचड़ी, मूंग की दाल, फायबर युक्त अनाज जैइ गेहूं की रोटी, सत्तू, रायता, सब्जियों में चौलाई, करेला, बथुआ, मुनगा, परवल, भिंडी, तरोई, पुदीना, टमाटर, खीरा, ककड़ी, अदरक, प्याज, आंवला का मुरब्बा इत्यादि को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा तरबूज, खरबूज, मौसंबी, संतरा, अनार, शहतूत, आंवला इत्यादि का प्रयोग हितकारी है। उपरोक्त खानपान से गर्मियों के दौरान पेट संबंधी रोगों से बचा जा सकता है।
Short news only from Chhattishgarh ,dated: 19 April 2022
रायपुर : 19/Apr/2022
🌐 जल की समस्या को लेकर रायपुर नगर निगम के खिलाफ बीजेपी पार्षदों ने प्रदर्शन किया 🌐
पूरे राजधानी में पानी की परेशानी को देखते हुए सैकड़ों की संख्या में भाजपा पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने नगर निगम के सामने प्रदर्शन किया. नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे सहित सभी भाजपा पार्षदों ने निगम के सामने प्रदर्शन किया. नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का कहना है कि गर्मी का मौसम आते ही राजधानी में जल संकट गहरा गया है. लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. निगम द्वारा की जा रही पानी की सप्लाई गर्मी के मौसम में कम हो गई है. कई वार्डों में 2 से 3 दिन तक पानी नहीं आ रहा है इससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है.
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रायपुर : 19/Apr/2022
🌐 रायपुर में प्रवीण तोगड़िया का बयान, कहा देश से इस्लामिक जिहादी आतंकवाद का हो खात्मा🌐
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने आतंकवाद को लेकर बयान दिया है. तोगड़िया की माने तो सरकार को मलेरिया की तरह नहीं बल्कि कैंसर की तरह देश से आतंकवाद और जिहादियों को समाप्त करना चाहिए. देश में रामनवमी और हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर हमले हुए हैं . मैं कहूंगा कि देश में हिंदू सुरक्षित नहीं है. अब तक कश्मीर में सुरक्षित नहीं था. गुजरात में 7 जगह पर हमले , मध्यप्रदेश में खरगोन में हमला , दिल्ली में हमला अर्थात पूरे देश में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं और उसका कारण है कि देश में इस्लामिक जिहादी आतंकवादियों की हिम्मत बढ़ी है.
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कवर्धा : 19/Apr/2022
🌐 नगर पंचायत अध्यक्ष लोहारा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग🌐
आज मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत अध्यक्ष लोहारा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग की गयी है ,शहर के कांग्रेसी व भाजपा पार्षदों ने की मांग उठाई है ,कांग्रेस के तीन पार्षदों ने भाजपा के साथ मिल कर किया आवेदन,नगर पंचायत अध्यक्ष उषा श्रीवास पर लगाए गंभीर आरोप, कलेक्टर को 10 पार्षदों ने सौंपा आवेदन
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रायपुर : 19/Apr/2022
🌐 मौदहापारा इलाके में दो गुटों में हुई मारपीट ,दो आरोपियों के साथ नाबालिग गिरफ्तार 🌐
राजधानी रायपुर के मौदहापारा इलाके में दो गुटों में हुई मारपीट का वीडियो सोशल में से सामने आने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। पुलिस ने मामले में एक्शन लेते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है। मिली जानकारी के मुताबिक, बीते सप्ताह रक्सेल गैंग ने महिला गैंग की एक सदस्य के साथ जमकर मारपीट किया था। इसके बाद पुलिस ने प्रार्थिया की शिकायत पर केस दर्ज किया था। लेकिन अब मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।आरोपियों के खिलाफ 66/22 धारा 294 ,323,506, 147,148 452 और 25,27 आर्मस ऐक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। नाबालिग आरोपी को जूवनायल कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
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जगदलपुर : 19/Apr/2022
🌐 जगदलपुर केन्द्रीय जेल के महिला प्रकोष्ठ में किया गया सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन का शुभारंभ🌐
केन्द्रीय जेल जगदलपुर में आज सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक एवं जेल अशासकीय संदर्शक श्री दिनेश यदु श्री होरी मंडल, श्री धरमू राम कश्यप, श्री रूपनाथ हिरवानी एवं श्रीमती शहनाज बेगम जेल के अन्य अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि जिला एवं जेल प्रशासन के प्रयास से एनएमडीसी के नगरनार स्टील एंड आयरन प्लांट द्वारा यहां बंद महिला कैदियों को स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक सेट सेनेटरी पैड मेकिंग मशीन उपलब्ध कराई गई है। आज महिला प्रकोष्ठ में सेनेटरी पैड निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। जेल में परिरूद्ध महिला बंदिनीयों को सेनेटरी पैड बनाने का प्रशिक्षण तथा सेनेटरी पैड का उत्पादन प्रारंभ किया गया है।
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बेमेतरा : 19/Apr/2022
🌐 जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) : स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है स्वच्छता कार्य🌐
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायतों की स्व सहायता समूहों के द्वारा स्वच्छता कार्य सुचारू रूप से संपादित किया जा रहा है। जिससे गांवों में स्वच्छता का वातावरण निर्मित हो सके। गांव में समूहों की महिलाओं के द्वारा खुले में शौच से होने वाली बिमारियों के बारे में तथा प्लास्टिक उपयोग से नुकसान एवं कुड़े कचरे के ढेर से गांव को बचाने के बारे में जागरुक किया जा रहा है। जिले के एन.जी.टी. चयनित 03 ग्राम पंचायत क्रमशः राखी विकासखंड साजा, ग्राम पंचायत आन्दू विकासखंड बेरला एवं ग्राम पंचायत झालम विकासखंड बेमेतरा में स्व सहायता समूह की महिलायें यहां घरों से निकलने वाली ठोस एवं जैविक कचरे का घर-घर जाकर संग्रहण कर रहे है तथा इकट्ठे हुए कचरे को एस.एच.जी. शेड में जाकर छंटाई करते एवं मात्रा अधिक होने के बाद उसे कबाड़ी वाले से बेच कर के आर्थिक उपार्जन कर रहे है। जैविक फल-फूल, सब्जी इत्यादि के कचड़े से खाद निर्माण कार्य कर रहे है, जिससे कि इन तीनों ग्रामों की समूहों से बाकी पंचायत के समूह के लोग भी प्रेरणा लेकर अपने-अपने पंचायतों को स्वच्छ रखने के लिए कार्य कर रहे है।
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जगदलपुर : 19/Apr/2022
🌐 स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय के 85 व्याख्याता और शिक्षक के पदों पर प्रतिनियुक्ति हेतु आवेदन 23 अप्रैल तक🌐
जिले में संचालित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय तोकापाल, करपावण्ड, बस्तर, लोहण्डीगुड़ा, दरभा और किलेपाल में विभिन्न विषयों पर 85 व्याख्याता और शिक्षक के पदों पर प्रतिनियुक्ति पर कार्य करने हेतु इच्छुक शासकीय शालाओं में कार्यरत शासकीय सेवकों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। प्रतिनियुक्ति पर कार्य करने हेतु आवेदन को जमा करने की अंतिम तिथि 23 अप्रैल 2022 को शाम 5.30 बजे तक है। इच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन निर्धारित प्रारूप में आवश्यक दस्तावेजों के साथ संबंधित आत्मानन्द उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय के प्राचार्य कार्यालय में निर्धारित तिथि व समय पर जमा कर सकते हैं। अभ्यर्थी यदि एक से अधिक विद्यालय में समकक्ष पदों पर आवेदन करने के इच्छुक हों तो उन्हें अलग-अलग विद्यालयों के लिए अलग-अलग आवेदन करना होगा।
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रायपुर : 19/Apr/2022
🌐 नगरीय प्रशासन मंत्री ने आम जनता से भेंट कर विकास कार्यों की ली जानकारी🌐
नगरीय प्रशासन तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने मंगलवार को रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों से भेंट कर उनकी समस्याएं जानी। उन्होंने लोगों से उनके क्षेत्र मे हो रहे विकास कार्यो के बारे में जानकारी ली। नगरीय प्रशासन मंत्री ने लोगों द्वारा प्रस्तुत आवेदनों पर आवश्यक कार्यवाही कर समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिलाया। गौरतलब है कि डॉ. डहरिया से प्रत्येक मंगलवार को जनदर्शन में लोग स्वर्स्फूत मिलते हैं।
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जगदलपुर : 19/Apr/2022
🌐 स्वामी विवेकानन्द और आत्मानन्द विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों से प्रतिनियुक्ति हेतु 22 अप्रैल तक कर सकते हैं आवेदन🌐
बस्तर जिले में संचालित स्वामी विवेकानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय जगदलपुर एवं स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय तोकापाल, करपावण्ड, बस्तर, लोहण्डीगुड़ा, दरभा और किलेपाल में 39 शैक्षणिक विषयवार रिक्त पदों पर छत्तीसगढ़ राज्य के शासकीय विद्यालयों में समकक्ष पदों पर कार्यरत अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन की दक्षता रखने वाले शासकीय सेवकों से प्रतिनियुक्ति पर कार्य करने हेतु आवेदन आमंत्रित किया गया है। प्रतिनियुक्ति पर कार्य करने हेतु आवेदन को जमा करने की अंतिम तिथि 22 अप्रैल 2022 को शाम 5.30 बजे तक है। ईच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन निर्धारित प्रारूप में समस्त दस्तावेजों की स्वप्रमाणित छायाप्रति सहित कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी जगदलपुर जिला बस्तर में अंतिम तिथि व समय के पूर्व तक स्पीड पोस्ट एवं रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से व स्वयं उपस्थित होकर जमा कर सकते हैं।
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