NHM कर्मचारियों की हड़ताल ने सरकार और जनता की बढाई मुश्किलें ,सैंपल कलेक्शन का काम हुआ धीमा.24 घंटे के भीतर ड्यूटी ज्वॉइन करने का नोटिस
छत्तीसगढ़ प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच एनएचएम कार्यकर्ताओं ने नियमीतिकरण की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। एनएचएम कार्यकर्ता पिछले तीन दिन से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं और आज कार्यकर्ताओं ने जिले के सीएमएचओ को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं दूसरी ओर एनएचएम संचालक के निर्देश पर एनएचएम कार्यकर्ताओं को 24 घंटे के भीतर ड्यूटी ज्वॉइन करने का नोटिस जारी किया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि ड्यूटी ज्वॉइन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एनएचएम कर्मचारियों के हड़ताल का असर अब कोरोना जांच में दिखने लगा है। पहले की तुलना में अब 35-40 प्रतिशत कम सैंपल का कलेक्शन हो पा रहा है। बता दें कि पहले रोजाना औसतन करीब 18 हजार सैंपल का कलेक्शन किया जाता था, लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के बाद पिछले 2 दिनों से 12 हजार सैंपल प्रतिदिन कलेक्शन किया जा रहा है।
8 जिलों में 5 हजार से अधिक कर्मियों ने दिया इस्तीफा
वहीं दूसरी ओर प्रदेश के 8 जिलों में करीब 5 हजार से अधिक एनएचएम कार्यकर्ताओं ने सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया है। बिलासपुर में 350 से अधिक, कोरिया जिले में 300 से अधिक, जांजगीर, गरियाबंद सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
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कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो नई भर्ती संभव
मांगों पर कोई हल नहीं निकला तो काम प्रभावित होगा। खासकर कोरोना संदिग्धों की सैंपलिंग और टेस्टिंग। शहरी क्षेत्रों में संचालित कई योजनाएं भी। एनएचएम के सूत्र बताते हैं कि एनएचएम कर्मचारियों को चेतावनी देकर नई भर्ती भी कर सकता है। पूर्व में कई बार ऐसे उदाहरण सामने आए हैं।
कोरोना काल में हड़ताल उचित नहीं। एनएचएम की तरफ से जिला कलेक्टरों को पत्र लिखाकर कर्मचारियों को नोटिस जारी कर काम पर लौटने को कहा गया है।
डॉ. सुरेंद्र पामभोई, उप संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन