शनिवार रात लग्जरी बस से इटली के 37 छात्र मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर पहुंचे। इटली का नाम सुनते ही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 37 छात्रों की जांच कर उन्हें कन्या छात्रावास राहत शिविर में क्वॉरेंटाइन किया गया। रविवार को उन्हें आंध्र प्रदेश के लिए रवाना कर दिया गया। हालांकि राहत की बात यह रही कि उनमें कोई भी संदिग्ध नहीं मिला।
छात्रों ने बताया कि वह आंध्र प्रदेश के निवासी हैं और अपने घर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1 महीने पहले वे सभी इटली से दिल्ली पहुंचे, दिल्ली में उनके उनका स्वास्थ्य जांच किया गया और 28 दिनों तक क्वॉरेंटाइन में रखा गया। डॉक्टर जब पूरी तरह से संतुष्ट हो गए तो उन्हें स्पेशल पास जारी किया ताकि वह दिल्ली बॉर्डर पार कर सके।
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सुबह होते ही छात्रों की जानकारी जैसे ही चिल्फी के ग्रामीणों को हुई तो वह छात्रावास की ओर पहुंचे और मांग करने लगे कि इनको तुरंत ही बाहर किया जाए। ग्रामीण डर गए कि कहीं वह भी वायरस की चपेट में ना आ जाए। पहले तो पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने काफी समझाया नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग किया। हालांकि इस दौरान किसी को चोट नहीं आई।