यहां फरसाबहार ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोरंगामाल में एक तब्लीगी जमात के युवक की गांव में एंट्री बंद कर दी गई है। दामाद के जमात से जुड़ा होने का पता चलते ही ग्रामीणों ने पंचायत की बैठक की और उसको गांव में दोबारा नहीं आने देने का निर्णय लिया। जमाती युवक की गर्भवती पत्नी और बच्चों को होम क्वारैंटाइन कर दिया है। ग्रामीण उसकी निगरानी कर रहे हैं।दरअसल, पश्चिम बंगाल निवासी युवक फरसाबहार इलाके में हैंडपंप में काम करने के लिए कुछ साल पहले आया था। इस दौरान उसने कोरंगामाल के भालूमुंडा गांव की एक युवती से प्रेम विवाह किया। शादी के बाद युवक गांव में महिला के साथ ही रहने लगा था। हालांकि उसका पश्चिम बंगाल आना-जाना लगा रहता है। ग्रामीणों के अनुसार युवक तब्लीगी जमात से है और वह बांग्लादेश का है।

हालांकि प्रशासन को युवक की कोई पहचान नहीं मिली है। उसकी पत्नी के दो बच्चे हैं व वर्तमान में भी वह गर्भवती है। जमाती युवक ने महिला को फोन पर गांव लौटने की बात कहीं थी। जानकारी जब प्रशासन को मिली तो वह हरकत में आ गई। इधर ग्रामीणों ने भी इसे लेकर पंचायत में बैठक की और निर्णय लिया कि ऐसे समय में युवक को गांव में किसी भी हाल में नहीं घुसने देना है।

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जमाती युवक के गांव लौटने की सूचना प्रशासन को मिली थी। जिसके बाद फरसाबहार एसडीएम, बीएमओ, थाना प्रभारी गांव पहुंचे। प्रशासनिक टीम ने महिला से पूछताछ की तो उसने कई महीने से युवक के गांव नहीं लौटने की बात कही। युवक का स्थायी पता व उसकी सही पहचान पत्नी भी नहीं बता पा रही है। इससे ग्रामीण चिंतित हैं। चर्चा हो रही है कि बाहर से आकर लोग गांव की लड़कियों को प्रेम जाल में फांस लेते हैं। जमात से जुड़े एक युवक की कोरंगामाल गांव में अपनी पत्नी के पास लौटने की सूचना मिली थी। सूचना पर हमने गांव पहुंचकर जांच की तो पता चला कि युवक कई महीनों से अपने गांव नहीं लौटा है। टीम की निगरानी बनी हुई है। यदि युवक लौटता है तो उसे पहले क्वारैंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। ग्रामीण भी इसे लेकर सतर्क हैं।

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