प्रदेश में कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बना कोरबा जिले से एक और बड़ी खबर सामने आई है। मंगलवार को कटघोरा में जो नए पॉजिटिव मरीज पाए गए थे, उनमें से एक तहसील कार्यालय का बाबू निकला। यह खबर मिलते ही तहसील कार्यालय के पूरे स्टाफ में हड़कंप मच गया। अब बाबू के साथ काम करने वाले 20 कर्मचारियों के परिवार को होम आइसोलेट किया गया है।इस संबंध में नायाब तहसीलदार ने बताया कि कार्यालय का लिपिक के कोरोना पॉजिटिव आने की रिपोर्ट मिली है। साथ में काम करने वाले कर्मियों को होम आइसोलेशन में भेजा जा रहा है।कलेक्टर ने तहसीलदार के बाबू की पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही पूरी जानकारी ली है।कलेक्टर ने फोन कर ऐसे लोग जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से बाबू से जुड़े थे। उनकी सूची तैयार करने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि राहत कार्य के काम में वह लगा हुआ था। लगातार काम कर रहा था। इस बीच वह कई अधिकारियों के दायरे में भी आया था।
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पता चला है कि कटघोरा के पुरानी बस्ती में जामा मस्जिद क्षेत्र में रहने वाला यह लिपिक पिछले कई साल से पोड़ीउपरोड़ा तहसील कार्यालय में बतौर बाबू पदस्थ है। कम्प्यूटर का जानकार है, इसलिए उसे जन्म, मृत्यु व आय संबंधी प्रमाण पत्र बनाने का काम दिया गया है। जब तक कटघोरा की इस बस्ती में कोरोना हॉटस्पॉट की पुष्टि नहीं हुई थी, तब तक यह नियमित तौर पर दफ्तर आ रहे थे।हालांकि वर्तमान में वह तहसील में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना को लेकर जो राहत कार्य कराए जा रहे हैं, उस कार्य में जुटा हुआ था। जिस दिन इस बस्ती के अधिक मरीजों के सामने आने के बाद जब बस्ती को सील किया गया, तब से वह ड्यूटी पर नहीं जा रहे थे। 12 अप्रैल को इसका सैंपल लिया गया था। मंगलवार को इसके कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई। उसकी रिपोर्ट आते ही तहसील कार्यालय पोड़ी उपरोड़ा के अधिकारियों के होश उड़ गए। शाम को ही उन कर्मियों की सूची बनाई गई कि कौन सा कर्मी किस जगह पर निवासरत है। उसे वहीं होम आइसोलेशन कर दिया गया है।