कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरे को लेकर छत्तीसगढ़ बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (CGBSE) ने एक अहम निर्णय लिया है. बोर्ड वर्क फ्रॉम होम पर फोकस करते हुए बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की आंसर कॉपियों को पहली बार घरों में ही जंचवाने का निर्णय लिया है. मूल्यांकनकर्ताओं के घर तक बकायदा सिक्योरिटी रुट बना कर उत्तर पुस्तिका पहुंचाने का काम किया जा रहा. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की दिशा में इस तरह की व्यवस्था राज्य सरकार ने बनाया है.
इस वर्ष सीजीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 2 लाख 67 हजार और 12वीं की परीक्षा में 3 लाख 74 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे. हालांकि कुछ विषयों की परीक्षा अभी भी नहीं हो सकी है. दोनों कक्षाओं की परीक्षा एक और दो मार्च को शुरू हुई थी. लगभग 41 लाख से अधिक कॉपियों की जांच की जानी है. इसको लेकर ही बोर्ड ने नई व्यवस्था है. कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के खतरे के कारण इस बार परिणाम भी देर से घोषित होने की संभावना है.
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चूंकि कॉपियों की जांच घरों में होगी तो गड़बड़ी की आशंका कुछ लोग व्यक्त कर रहें है, मगर सीजीबीएसई के सचिव वीके गोयल ने बताया कि उत्तर पुस्तिका में बारकोड का उपयोग किया गया है. ऐसे में कौन से छात्र छात्राओं की कौन सी उत्तर पुस्तिका है, इसका पता नहीं चलेगा. इसलिए गड़बड़ी की आशंका किसी तरह की नहीं है. राज्य में यह पहली बार हो रहा है कि पर्वेक्षक घर बैठे मूल्यांकन कार्य कर रहे हैं. सभी मूल्याकंन केन्द्रों से उत्तर पुस्तिका का वितरण सुरक्षा के साथ किया ज रहा है.