छत्तीसगढ़ के छात्रों को राजस्थान के कोटा से वापस लाने की कवायद शुरू हो चुकी है। उन्हें वापस लाने के लिए सरकार द्वारा बसें भेजी जा रही है। लॉकडाउन की वजह से कोटा में फंसे बच्चों को वापस लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट के जरिये ये जानकारी दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ लाने के लिए बस भेजी जा रही है। विद्यार्थियों को जल्द छत्तीसगढ़ लाया जाएगा।
कोटा में रह रहे बच्चों को लाने का इंतज़ाम हम कर रहे हैं. लेकिन हम चाहते हैं कि प्रदेश से बाहर फंसे हर नागरिक को, चाहे वे पढ़ने गए बच्चे हों, पर्यटक हों या फिर श्रमिक सभी को वापस लाया जा सके।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 24, 2020
केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार इन्हें वापस लाने का इंतज़ाम किया जाएगा।
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बता दें कि पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 18 हजार विद्यार्थी अपने-अपने घर जा चुके हैं। उनमें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के करीब 12 हजार 500, मध्य प्रदेश के 2800, गुजरात के 350 और दादरा-नागर हवेली के 50 बच्चे शामिल हैं। इससे पहले गुरुवार को कोटा में फंसे मध्यप्रदेश के कई छात्रों को बसों के जरिए वापस लाया गया था। छत्तीसगढ़ के छात्रों ने भी सीएम बघेल से सोशल मीडिया के जरिए अपनी परेशानी बताई थी।इस पर सीएम बघेल ने तत्काल छात्रों की वापसी के लिए अफसरों को निर्देश दिए। अब बसों को रवाना कर उन्हें वापस लाने की तैयारी हो रही है।
कोटा में प्रदेश के करीब 2000 स्टूडेंट्स के होने की जानकारी मिली है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनको लाने के लिए राज्य से 75 बसें कोटा भेजी जाएँगी ,राजधानी रायपुर के पुलिस ग्राउंड से 75 बसें शाम 6:00 बजे के आसपास रवाना होंगी एडिशनल एसपी और वर्तमान में परिवहन विभाग के डिप्टी कमिश्नर अंशुमान सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में रवाना होगी ,इन बसों में डीएसपी लेवल के पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी भी जाएंगे , मिली जानकारी के मुताबिक ये सारे बच्चे मेडिकल और इंजीनियरिंग के एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए कोटा गए हैं