छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पीलिया के मरीजों की संख्या लगातार पढ़ रही है. रायपुर नगर निगम की टीम शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर पानी में क्लोरीन की मात्रा जांच रहे हैं. रायपुर में पीलिया पीड़ितों का आंकड़ा 674 पहुंच गया है. शहर के कई इलाकों में पीलिया के मरीज मिल रहे हैं. अब तक दूषित पानी की सप्लाई पीलिया फैलने की मुख्य वजह मानी जा रही. लेकिन अब शहर के एक या दो जगहों पर नहीं बल्कि कई इलाकों में मिल रहे हैं. अब तक पीलिया फैलने की मुख्य वजह का पता नहीं चल पाया है.

674 पहुंचा पीलिया पीड़ितों की संख्या, 22 नए मरीज मिले- राजधानी और बीरगांव के कई क्षेत्रों में फैला प्रकोप, 38 लोगों के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा। राजधानी में पीलिया का प्रकोप कम होता नजर नहीं आ रहा है, गुरुवार को भी पीलिया के 22 नए मरीज मिले। राजधानी के प्रभावित क्षेत्रों में 20 तथा बिरगांव के 2 मरीज मिले। 22 लोगों के ब्लड सैंपल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पीलिया पीड़ितों की संख्या 674 पहुंच गई है।

अगर आप छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह की प्रॉपर्टी सेल/रेंट/लीज/ पर देना चाहते हैं ,तो कृपया हमारा प्रॉपर्टी क्लासिफाइड पेज विजिट करें

राजधानी रायपुर में कोरोना से जूझ रहे लोगों के लिए पीलिया की बीमारी अब जानलेवा साबित होने लगी है। गुरुवार को पीलिया पीड़ित दो महिलाओं की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग सिर्फ एक मानने को तैयार, जबकि दूसरे को गर्भपात से ज्यादा ब्लीडिंग होना वजह बताया जा रहा है। हालांकि दोनों को पीलिया ग्रस्त होने के बाद अधिकारियों ने स्वीकार की है। इससे पहले डगनिया और लोधीपारा में भी दो की मौत हो चुकी है। जिसको स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अन्य बीमारी से मौत होना बताया था।

तेलीबांधा निवासी ज्योति टिंगले करीब 10 दिन पहले वह इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में गई थी। जहां पर पीलिया बताकर भर्ती कर दिया गया था। 4 दिन बीत जाने के बाद भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिजन होता स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए लेकर चले आए. यहां पर पीड़िता करीब 4 से 5 दिन भर्ती थी। गुरुवार को पीड़िता ने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी महिला की पीलिया से मौत होने की पुष्टि की है।

दूसरी घटना टाटीबंध ही है 5 माह की गर्भवती 22 वर्षीय रूचि शिरसम पति नरु शिरसम पीलिया से पीड़ित थी। 23 अप्रैल को उसे आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबीयत में सुधार होने पर मंगलवार को पीड़िता को लेकर परिजन घर चले गए थे। बुधवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर पीड़ितों को फिर से अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया। इधर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गर्भपात होने से महिला ज्यादा ब्लीडिंग हो गई थी। जिससे उसकी मौत हो गई। महिला को पीलिया की बीमारी होने पर ही भर्ती कराया गया था लेकिन, वह ठीक होकर डिस्चार्ज हो गई थी।

रायपुर सीएमएचओ डॉ मीरा बघेल के अनुसार निजी अस्पताल में भर्ती महिला की पीलिया से मौत हुई है। वहीं अंबेडकर अस्पताल में भर्ती महिला की मौत ज्यादा ब्लीडिंग होने से हुई है। पीलिया को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य और नगर निगम का अमला जुटा हुआ है।

********Advertisement********