बलौदाबाजार जिले की जलाशयों में औसतन 50 प्रतिशत जल भराव ,बड़े अरसे बाद अनुकूल बारिश होने से इतनी कम अवधि में जलाशयों में आशाजनक जलभराव दर्ज किया गया है
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के कुल 58 लघु जलाशयों में आज तक औसतन 50 प्रतिशत जल भराव हुआ है। बड़े अरसे बाद अनुकूल बारिश होने से इतनी कम अवधि में जलाशयों में आशाजनक जलभराव दर्ज किया गया है।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता टी.सी.वर्मा ने बताया कि कसडोल विकासखण्ड की जीवनदायिनी माने जाने वाली मध्यम सिंचाई परियोजना बलार जलाशय में 47 प्रतिशत जल भराव हुआ है। तथापि इस उपलब्ध जल की मात्रा से कसडोल विकासखण्ड के 30 ग्रामों के लगभग 16हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में खरीफ सिंचाई एवं शेष जल से रबी सिंचाई तथा ग्रीष्मकाल में 26 ग्रामों के 41 निस्तारी तालाबों को भरा जा सकेगा । वर्तमान में जलाशय के कैचमंेट क्षेत्र में वर्षा होने से पानी का आवक निरंतर बना हुआ है। कसडोल विकासखण्ड में 10 लघु जलाशयों में सें 4 जलाशय- साबर, चरौदा, कसडोल तथा बैजनाथ जलाशय लबालब हो चुके हैं। जबकि शेष 6 जलाशयों मे औसत 30 से 34 प्रतिशत जल भराव हुआ है।
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बिलाईगढ़ विकासखण्ड के 22 लघु जलाशयों में 12 जलाशय शत-प्रतिशत भर चुके हैं जो कि इस प्रकार है- परसाडीह, देवरबोड़, लोवर सोनिया, झुमका, रायकोना, चारभाठा, बम्हनपुरी, भटगांव, चकरदा, सूखा, पिरदा, एवं चुहरा जलाशय तथा शेष 10 तालाबों में औसत 54.37 जल भराव हुआ है। जिले के शेष 4 विकासखण्ड के अधिकांष क्षेत्र मुख्यतः महानदी परियोजना (गंगरेल), समोदा तथा भाटापारा शाखा नहर से सिंचित होते हैं। तथापि लघु योजनाओ में बलौदाबाजार के 6 लघु जलाशयों मे औसत 25 प्रतिशत, पलारी विकासखण्ड के 7 तालाबों मे 10 प्रतिशत , भाटापारा के 3 जलाषयों मे 3 प्रतिशत तथा सिमगा के 9 जलाशयों मे 28.5 प्रतिशत भरा जा चुका है। वहीं देवरीडीह जलाशय मे शत-प्रतिशत पानी उपलब्ध है। वर्तमान में लगभग 35 प्रतिशत ही औसत वर्षा हुई है तथा अभी वर्षाकाल का लगभग दो माह से भी अधिक समय शेष है। जिसमें अच्छी वर्षा होने की स्थिति में जलाशयों मे और अधिक जलभराव की संभावना बनी हुई है। साथ ही कसडोल एवं बिलाईगढ़ विकासखण्ड के वृहद जोंक व्यपवर्तन योजना से इस वर्ष सम्पूर्ण 69 ग्रामों के 25 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में खरीफ सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है।