बिलासपुर के तखतपुर में 50 गोवंश की मौत के बाद से हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं बीजेपी ने इस मसले पर कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

तखतपुर विकासखंड में शनिवार की सुबह 50 से अधिक गो वंश की मौत का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं बीजेपी ने इस मसले पर कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
बता दें कि बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड में शनिवार की सुबह एक गौठान में 50 से अधिक गोवंश की मौत से हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि विकासखंड के मेड़पार गांव में पिछले दिनों अस्थाई गौठान स्थापित किया गया था. जहां पर सभी मवेशियों को रखा गया था. सुबह के वक्त ग्रामीणों ने देखा कि 50 से ज्यादा मवेशियों की मौत हो गई है. वहीं ग्रामीणों के मुताबिक कुछ गोवंश के मुंह से झाग भी निकल रहा था. जिसके चलते ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इनकी मौत दम घुटने से हुई होगी.
बिलासपुर जिले के मेड़पार में गायों की मृत्यु की घटना दुर्भाग्यजनक है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 25, 2020
मैंने कलेक्टर बिलासपुर को इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। घटना हेतु जिम्मेदार कोई भी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा।
इस विषय में कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि 'इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस केस में जो भी लोग दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. सुशील आनंद ने कहा कि जहां एक और सरकार नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के तहत काम कर रही है, गायों के संरक्षण के लिए गौठान का निर्माण करा रही है, किसानों को राहत पहुंचाने गोबर खरीदी कर रही है और यदि उसके बाद इस तरह की लापरवाही सामने आती है तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.'
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इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि गौठानों में न तो पानी की व्यवस्था है और न ही चारे की. 50 मवेशियों की मौत इन अव्यवस्थाओं का नतीजा है. उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के हर गौठान का यही हाल है. अपनी वाहवाही लूटने में मशगूल प्रदेश सरकार ने रोका-छेका योजना का नारा तो दे दिया, लेकिन उसके लिए आवश्यक संसाधनों को जुटाने में असफल रही. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार को सचेत करते हुए कहा कि कागजों की योजना को जमीन पर लाएं.वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'सरकार सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए योजनाएं बनाती हैं, लेकिन पशुधन की रक्षा नहीं कर रही है. कौशिक ने कहा कि इस मामले में जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो और प्रभावितों को उचित क्षतिपूर्ति मिले.'
गौ हत्यारी @bhupeshbaghel सरकार को
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 25, 2020
गोबर की चिंता है लेकिन गोठानों की बदहाल व्यवस्थाओं से भूख व दम घुटने से मर रहीं गायों के प्रति संवेदनाशून्य है।
-युवा आत्महत्या कर रहे हैं
-क्वारेंटाइन सेंटर में लोग मर रहे हैं
-गायें मर रही हैं
-हाथी मर रहे हैं
सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। pic.twitter.com/xyCjEsjkW5
छत्तीसगढ़ के पथरिया ब्लाक के मुड़पार गाँव में #रोकाछेका के नाम से एक कमरे में कैद 50 गौमाता की मृत्यु से साफ है कि प्रदेश सरकार ने गौठानो में कोई भी समुचित व्यवस्था नही किया है,सरकार जवाब दे
— Saroj Pandey (@SarojPandeyBJP) July 25, 2020
क्या नरवा-गरुवा-घुरवा-बारी का नारा और गौ-धन न्याय योजना का हश्र भी इन गौठानो की तरह होगा pic.twitter.com/amPGoY230m
रोका-छेका के तहत जहाँ 20 गायों को रखने की जगह नहीं थी, वहाँ सौ से अधिक को रखा गया. राज्य सरकार के घोर कुप्रबंधन व लापरवाही का जीवंत उदाहरण. इस हृदयविदारक घटना से निश्चित तौर पर भूपेश सरकार को गौहत्या का पाप लगेगा.@narendramodi @JPNadda @bhupeshbaghel @BJP4India @BJP4CGState pic.twitter.com/Bgc3ffL8di
— Renuka Singh (@renukasinghbjp) July 25, 2020