जिले के तत्कालीन कलेक्टर और आइएएस अफसर पर एक 32 वर्षीय अनुसूचित जाति की युवती ने बलात्कार का आरोप लगाया है. इस संबंध में 32 वर्षीय युवती ने एक शिकायत पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर से की है और कुछ साक्ष्य भी दिए हैं. पुलिस ने जांच करने और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शादीशुदा युवती खुद का एनजीओ चलाती है तथा कलेक्टर ने उसे बहुत से काम देने का भरोसा दिलाया था. युवती ने बताया कि कलेक्टर साहब ने चैंबर में ही उसके साथ संबंध स्थापित किये थे. उन्होंने उसे काम दिलाने का भरोसा दिलाया था लेकिन दो महीने तक काम नही मिला.

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पीड़ित युवती ने पुलिस को कलेक्टर और उसके बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग और कुछ तस्वीरें पुलिस को सौंपी है. पीड़ित युवती अनुसूचित जाति की है. पीड़ित युवती शादीशुदा है. उसका कहना है कि पति सरकारी नौकरी में है इसलिए कलेक्टर ने उसे अच्छी पदस्थापना दिलाने का भरोसा दिलाया था. लेकिन यह वादा झूठा साबित हुआ. कलेक्टर का स्थानांतरण होने के बाद उसने एफआईआर कराने की हिम्मत जुटाई है. पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर को शिकायती आवेदन सौंपा है.

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