दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए जिले में 159 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जहां 9 हजार 312 लोगों के ठहरने की व्यवस्था प्रशासन ने की है. कुछ दिन पहले तक यहां लगभग 7 हजार प्रवासी ठहरे हुए थे. कुछ लोगों को क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी कर लेने के बाद घर भेजा जा रहा है, तो कुछ नए प्रवासी अब भी क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंच रहे हैं. प्रशासन का दावा है कि सेंटर में हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. जबकि सेंटर में ठहरे लोगों के परिजनों की माने तो व्यवस्था और भी दुरुस्त की जानी चाहिए. साफ-सफाई का दायरा और भी बढ़ना चाहिए.यहाँ एक दिन में ४० मरीज मिलने से हडकंप मचा हुआ है यहाँ के विभिन्न सेंटरों में कोलकाता, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे इलाकों से आकर यहां ठहरे हुए हैं. यहां के कर्मचारियों ने बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहरे लोगों को नाश्ते के बाद दोपहर और रात का खाना भी दिया जाता है. शौचालय के लिए साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर लगातार जांच कर समाधान किया जाता है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में पास के लोगों को ही रखा गया है. जिसके कारण यहां लोग अपने परिजनों के लिए खाना लेकर पहुंच रहे हैं. कुछ लोग नजर बचाकर अपने परिजनों से मुलाकात भी कर रहे हैं. जो कि गंभीर विषय है. यह सीधे तौर पर खतरे को आमंत्रण देने जैसा है.
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कोरबा शहर में होटल ग्रीन पार्क, महाराजा, सत्कार, टॉप इन टाउन और शिवालय जैसे कई होटलों को पेड क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. यह सभी रिहायशी इलाकों के बीचो-बीच स्थित हैं. यहां के स्थानीय निवासी इन क्वॉरेंटाइन सेंटर का विरोध भी कर रहे हैं. कुछ कोरोना पॉजिटिव मरीज, रिहायशी इलाकों के इन क्वॉरेंटाइन सेंटर से भी पाए गए हैं. जिसके बाद इन सभी होटलों के आसपास के 50 मीटर के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है.घोषित कांतेमेंट क्षेत्र है :हायर सेकेंडरी स्कूल सेंद्रीपाली.इरेक्टर हॉस्टलपसान,होटल ग्रीन पार्क,बिंझरी,हाई स्कूल पचरा,शासकीय महाविद्यालय करतला,कटघोरा का वार्ड क्रमांक 10 खाल्हेपारा मोहल्ला,हरदीबाजार का अमगांव