सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत गणेशपुर जंगल में जंगली हाथियों के बीच आपसी संघर्ष में एक मादा हाथी की मौत हों गई है. जंगल में ग़ुस्से से भरे और चिंघाड़ रहें पंद्रह हाथियों की उपस्थिति से दहशत में आए वन कर्मी जंगल में मृत हाथी के पास अभी तक नहीं पहुँच सके है. अनजाने दूसरे काम से जंगल में गए ग्रामीणों ने मृत हाथी की सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को दिया है.

ग्रामीणों ने बताया की प्यारे और अन्य हाथियों के बीच झगड़ा ऐसा हुआ कि इसमें एक हाथी की मौत हो गयी,घटना प्रतापपुर के समीपस्थ ग्राम गणेशपुर के जंगल की है।हाथी के शव के पास अन्य हाथियों की उपस्थिति के कारण वन वनकर्मचारी जंगल में नहीं जा पा रहे हैं।इससे पहले झगड़े के दौरान हाथियों की चिंघाड़ से ग्रामीण दहशत में थे,इन्होंने यहां फसलों और सब्जियों को जमकर नुकसान पहुंचाया है।

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प्यारे हाथी के साथ पंद्रह हाथियों का दल कई दिनों से प्रतापपुर के समीपस्थ ग्रामों में भ्रमण कर नुकसान पहुंचा रहा है,कल से वे गणेशपुर के जंगल में थे।स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार जंगल से शाम को हाथियों के चिंघाड़ने की आवाजें आ रही थीं और ऐसा लग रहा था कि इनके बीच झगड़ा हो रहा है।आज सुबह कुछ ग्रामीण जंगल के पास तालाब में मछली देखने गए थे उन्होंने एक मरे हुए हाथी को देखा और इसकी जानकारी वन विभाग को दी।ग्रामीणों के अनुसार जंगल में झगड़े के कारण कई पेड़ क्षतिग्रस्त हैं,जमीन में गड्ढे हो गए हैं।बताया जा रहा है कि इस दल में प्यारे हाथी भी है और माना जा रहा है कि इसी के साथ हाथियों का झगड़ा हुआ है,झगड़े में मौत मादा हाथी की बताई जा रही है।मिली जानकारी के अनुसार बाकी हाथी मरे हुए हाथी से कुछ दूर जंगल में हैं इसलिए वन कर्मचारी शव के पास नहीं जा पा रहे हैं।दूसरी तरफ इन हाथियों ने गांव में सब्जियों और फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया था।

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