राजनांदगांव 🌎 क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूर की संदिग्ध मौत 🌍
क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई है। श्रमिक की मौत के बाद गांववाले डरे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। डॉक्टरों ने मौत को सामान्य बताया है।ऐहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने मजदूर का सैंपल लेकर एम्स रायपुर जांच के लिए भेजा है।मुख्या चिकित्सा अधिकारी मिथलेश चौधरी ने बताया कि छुरिया के गहिराभेड़ी गांव में 25 मई को शाम करीब 6.36 बजे रांची से पहुंचे प्रवासी मजदूर को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. ये क्वॉरेंटाइन सेंटर गहिराभेड़ी के प्राथमिक शाला में बनाया गया था. क्वॉरेंटाइन के दौरान प्रवासी में कोरोना के कोई भी लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में नहीं थे. अचानक क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूर को जमीन पर गिरा देखा गया था, जिसके बाद स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने विभाग को इसकी सूचना दी थी. स्वास्थ्य विभाग की टीम जब तक पहुंची, तब तक मजदूर की मौत हो चुकी थीमृतक झारखंड से आया था.

गरियाबंद 🌎 क्वॉरेंटाइन सेंटर में हुई गर्भवती महिला की मौत 🌍
मैनपुर ब्लॉक के धारनिधोड़ा गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर का है. यहां रह रही गर्भवती महिला की अचानक मौत हो गई है। महिला तेलंगाना राज्य के खम्मम जिले से अपने पिता के साथ लौटी थी। लेकिन गांव पहुंचने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उसे रायपुर मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया था। एक हफ्ते पहले ही अस्पताल से महिला को छुट्टी मिली थी।

पेंड्रा-गौरेला-मरवाही 🌎 गौरेला के टीकरकला क्वॉरेंटाइन सेंटर में डेढ़ साल की बच्ची की मौत 🌍
गौरेला के टीकरकला क्वॉरेंटाइन सेंटर में डेढ़ साल की मासूम की मौत हो गई. बच्ची का पिता बीती 19 मई को भोपाल से लौटा था, जिसकी वजह से उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. बताया जा रहा है कि बच्ची का पिता पेंड्रा के क्वॉरेंटाइन सेंटर से भागकर अपने परिवार से मिलने और पैसा देने घर पहुंचा था, जिसके बाद गांववालों ने पूरे परिवार को गांव से पानी भरने से भी रोक दिया. 3 दिन के बाद मजबूरन पत्नी को बच्ची के साथ क्वॉरेंटाइन सेंटर जाना पड़ा. यहां बच्ची की मौत हो गई है. पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है।एहतियातन कोरोना जांच के लिए शव से सैंपल लिया गया है. बता दें कि गांव के नवनिर्मित छात्रावास में प्रवासी मजदूरों को ठहराने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. बच्ची का पिता श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिलासपुर होते हुए पेंड्रा पहुंचा था. जहां टीकरकला क्वॉरेंटाइन सेंटर में उसे रखा गया।इस दौरान उसकी पत्नी ने उसे बताया कि घर चलाने के लिए पैसा नहीं है, जिसके बाद उसने कियोस्क का संचालन करने वाले गांव के ही शख्स से पैसा भिजवाया, जो परिवार को नहीं मिला. जिसकी वजह से एक रात बच्ची का पिता पेंड्रा के क्वॉरेंटाइन सेंटर की खिड़की से भाग खड़ा हुआ और अपने गांव आ गया. गांववालों को जब उसके घर पहुंचने का पता चला, तो उन्होंने परिवार का बहिष्कार कर दिया. मजबूरन पत्नी को बच्ची के साथ क्वॉरेंटाइन सेंटर जाना पड़ा।बुधवार की सुबह बच्ची को मां ने दूध पिलाया, फिर उसे सुलाकर नहाने चली गई. कुछ देर बाद वह लौटी, तो बच्ची हिचकी ले रही थी. उसकी हालत देखकर मां घबरा गई. उसने अपने पति को जानकारी दी. फिर आनन-फानन में उसे एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल ले जाया गया. जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. बच्ची की मौत किस वजह से हुई है, यह तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।


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बालोद : 🌎 क्वॉरेंटाइन सेंटर में 4 महीने के मासूम की बिगड़ी तबियत, अस्पताल में मौत 🌍
छत्तीसगढ़ के बालोद जिलान्तर्गत देवरीबंगला के पास टटैगा (भरदा) गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 4 महीने के बच्चे की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बच्चे को बुधवार रात 11 बजे बालोद ले जाया गया था। जिसके बाद गुरूवार की सुबह 6 बजे बच्चे की मौत हो गई।मिली जानकारी के मुताबिक़ मृत शिशु और उसका परिवार चंद्रपुर से बालोद आए थे। जिसके बाद सभी को टटैगा (भरदा) क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था। यह बालोद जिले में क्वॉरेंटाइन सेंटर में हुई तीसरी मौत है. बच्चे की तबीयत बिगड़ते ही उसे क्वॉरेंटाइन सेंटर से जिला अस्पताल रेफर किया गया था। बच्चे का परिवार गुंडरदेही ब्लॉक का बताया जा रहा है।बच्चे का परिवार एक हफ्ते पहले महाराष्ट्र से आया था. जिसके बाद पूरे परिवार को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था. बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल था. वो अपने जिगर के टुकड़े के शव को देने के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन बाद में पुलिस ने किसी तरह से मां को समझाकर बच्चे के शव को लिया। फिलहाल शव से सैंपल लिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह का पता चल सकेगा. इधर पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया जा रहा है।बता दें कि जिले में अब तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में 3 मौत हो चुकी है। पहले मामले में बाहर से आए एक मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद तेलंगाना से आई एक 20 साल की युवती की भी मौत हो गई थी। अब ताजा घटना में क्वॉरेंटाइन सेंटर में इस 4 महीने के मासूम की मौत हो गई है।

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