राजनांदगांव के चिचोला क्षेत्र में दोपहर करीब एक-डेढ़ बजे तेज गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। आकाशीय बिजली से दो मछुआरों की मौत, दस लोग हुए घायल



पूरे राज्य में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है और कई जगहों से आसमानी बिजली गिरने की खबरें आ रही हैं। कोरबा में आकाशिय बजली से 19 मवेशियों की मौत के बाद राजनांदगांव में भी इसी तरह की घटना में दो मछुआरों की मौत हो गई। चिचोला तालाब में मछली निकालने पहुंचे दो मछुआरों की आकाशीय बिजली से मौत हो गई, वहीं दस मछुआरे घायल हो गए। घटना मंगलवार दोपहर करीब सवा एक से डेढ़ बजे के बीच की है, जब चिचोला में अचानक तेज गरज के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। इसी बीच बिजली गिरी और वहां मौजूद कई लोग इसकी चपेट में आ गए। इनमें से दो की मौत हो गई।

मछली निकालने के लिए करीब 19 मछुआरे तालाब पहुंचे थे, लेकिन इससे पहले बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने तालाब किनारे महुआ पेड़ के नीचे झिल्ली बांधकर मछुआरे वहीं बैठे थे। तभी तेज गरज के बीच आकाशीय बिजली गिरी। इसकी चपेट में आने से खातूटोला रामपुर के भरोसो निषाद और नारायणगढ़ के रोहित निषाद की मौके पर मौत हो गई। करीब दस मछुआरे भी बिजली की चपेट में आए हैं। उन्हें उपचार के लिए छुरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। खबर है कि सभी घायल मछुआरे खतरे से बाहर हैं।

मंगलवार को सुबह से धूप-छांव की स्थिति बनी रही। इस बीच चिचोला क्षेत्र में दोपहर करीब एक-डेढ़ बजे तेज गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। करीब आधे-पौन घंटे तक मूसलाधार की तरह हुई बारिश ने लोगों को उमस और गर्मी से राहतनों की चिंता बढ़ा दी। तेज बारिश में फसलें खराब होने की संभावना बढ़ गई है। इसको लेकर क्षेत्र के किसानों में मायूसी देखी गई। वहीं तेज बारिश के बाद आकाशीय बिजली से दो मछुआरों की मौत ने भी अंचल में दहशत बढ़ा दी। बारिश थमने के बाद भी गरज और बादल ही चमक होती रही, जिसके चलते लोग शाम तक घरों में ही दुबके रहे। मछुआरों की मौत के बाद खातूटोला रामपुर और नारायणगढ़ गांव में मातम छा गया।



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