धमतरी जिले के मगरलोड विकासखंड के खड़मा के जंगल में हाथियों के दल ने डेरा जमाया हुआ है,ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
जिले के मगरलोड विकासखंड के खड़मा के जंगल में हाथियों के दल ने डेरा जमाया हुआ है. हाथियों का यह दल अब धीरे-धीरे गांव तक पहुंच गया है. इतना ही नहीं इस दल ने ग्रामीणों की नाक में दम कर रखा है. हाथियों ने किसानों की धान की फसलों को नष्ट कर दिया है. इससे किसानों को नुकसान पहुंच रहा है. हाथियों के आतंक से गांव के किसान काफी परेशान हैं. वे रातभर जागकर अपनी बची फसलों की देखरेख करते हैं.
हाथियों के खौफ से किसानों की नींद हराम
दरअसल, मगरलोड विकासखंड के ग्राम खड़मा में हाथियों ने जमकर उधम मचा रखा है.जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का दल गांव के लगभग 50 किसानों की 100 एकड़ से अधिक धान की फसलों को रौंदकर खराब कर चुका है. ग्रामीण हाथियों को भगाने के लिए शाम को मशाल लेकर भगाने का प्रयास करते हैं, लेकिन वे भाग नहीं रहे हैं. हाथियों के खौफ से गांव वाले रातों को सो नहीं पाते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने इसकी जानकारी नौ सितंबर को तहसीलदार और पुलिस थाने में दे दी थी और साथ ही प्रशासन से बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग भी की है.
ध्यान नहीं दे रहा वन विभाग
ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत के बावजूद भी हाथियों को खदेड़ने के लिए वन विभाग द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. जबकि हाथियों द्वारा किए गए फसल नुकसान के बदले मुआवजा बेहद ही कम मिलता है. किसानों ने छत्तीसगढ़ सरकार से सहायता की मांग की है, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली. प्रशासन और वन विभाग दोनों ही इस ओर ध्यान नहीं दे रहें हैं.
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