थाने के बाहर पत्रकार कमल शुक्ल से मारपीट,हडकम्प मचने पर नगर पालिका उपाध्यक्ष, पार्षद सहित 5 पर मामला दर्ज, हुए गिरफ्तार



पत्रकारों के विवाद के प्रकरण में पुलिस थाना कांकेर में अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है तथा प्रकरण की विवेचना जारी है।पुलिस अधीक्षक कांकेर एमआर अहिरे से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुभाषवार्ड कांकेर निवासी सतीश यादव तथा कमल शुक्ला के साथ हुए विवाद के प्रकरण में पुलिस थाना कांकेर में अपराध पंजीबद्ध किया जाकर आरोपी जितेन्द्र सिंह ठाकुर मांझापारा कांकेर, गफ्फार मेमन जवाहर वार्ड कांकेर, मोनू उर्फ शादाब खान महादेव वार्ड कांकेर और गणेश तिवारी निवासी आमापारा कांकेर के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है तथा प्रकरण के आरोपीगणों को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण की विवेचना जारी है।

इसके पहले जिले में पत्रकार के साथ मारपीट का मामला सामने आया विडियो वायरल हुआ ,इस घटना के विरोध में प्रदेश के सभी पत्रकार खड़े हो गए । कमल शुक्ला का आरोप है कि मारपीट करने वालों में कांग्रेस के नेता शामिल थे। पत्रकार के साथ मारपीट की सूचना जब रायपुर पहुंची तो कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील त्रिवेदी का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा कि मारपीट करने वाले को पार्टी पहले ही निष्कासित कर चुकी है।

कमल शुक्ला ने बताया कि पूरा विवाद नगर पालिका के भ्रष्टाचार से जुड़ी खबरों की वजह से शुरू हुआ। वे लगातार इस तरह की खबरें लिख रहे थे। यही वजह थी कि इलाके के जितेंद्र सिंह, गफ्फार मेमन, गणेश तिवारी ने उन पर हमला किया। घटना तब हुई जब कमल एक और पत्रकार के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखवाने थाने पहुंचे थे।

थाने में पहले से ही मौजूद जितेंद्र सिंह और उसके साथियों ने कमल पर हमला कर दिया। हालांकि, जितेंद्र सिंह के लोगों ने भी कमल पर मारपीट के आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत की है। इस पूरे मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि जिसने भी गलती की होगी, उसे सजा दी जाएगी।

मकपा संजय पराते ने जारी बयान में कहा है कि- 'थाना परिसर के अंदर कमल शुक्ल के साथ गाली-गलौच और मारपीट की गई है। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रही।'

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