भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरगुजा संभाग में भेंट-मुलाकात का पहला चरण पूरा हो जाने के बाद 18 मई से बस्तर संभाग में दूसरा चरण सुकमा जिले से शुरु किया





सरगुजा संभाग में भेंट-मुलाकात का पहला चरण पूरा हो जाने के बाद 18 मई से बस्तर संभाग में दूसरा चरण शुरु हो चुका है। उन्होंने पहले चरण की शुरुआत राज्य के बिलकुल उत्तरी छोर पर स्थित बलरामपुर जिले से की थी, अब दूसरे चरण का आगाज उन्होंने बिलकुल दक्षिणी छोर पर स्थित सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा क्षेत्र से किया है। जब वे छिंदगढ़ पहुंचे तब दोपहर के भोजन का वक्त हो चुका था। छिंदगढ़ के एक ग्रामीण श्री आयता मंडावी ने बस्तर की परंपरागत शैली में अपने घर की छपरी की छांव में उनके भोजन की व्यवस्था की थी। उन्होंने जमीन पर बैठकर दोने-पत्तल में कोलियारी भाजी, आम की चटनी और दाल-भात का स्वाद लिया। उनके इस लंच में सबसे खास था मड़िया-पेज, जो बस्तर की पहचान भी है। यह एक ऐसा पेय है जिसे पीने के बाद लू का भी मुकाबला किया जा सकता है।
कहीं बासी-बोरे तो कहीं मड़िया पेज, भेंट-मुलाकात में कल्चर को भी दिलचस्प अंदाज में प्रमोट कर रहे हैं श्री भूपेश बघेल




भेंट-मुलाकात की उनकी हर दोपहर तब और भी ज्यादा दिलचस्प हो जाती है, जब सब की नजरें श्री बघेल की थाली में सजे ठेठ छत्तीसगढ़िया पकवानों पर केंद्रित हो जाती है। उनके लंच में कभी बासी होती है तो कभी मड़िया-पेज, वे कभी पेहटा-तिलौरी का स्वाद ले रहे होते हैं तो कभी लकड़ा-चटनी और कोलियारी भाजी का।

मुख्यमंत्री ने सुकमा में किया पुलिस अधिकारी मेस का लोकार्पण...

मुख्यमंत्री ने सुकमा में किया पुलिस अधिकारी मेस का लोकार्पण 80 लाख रुपये की लागत से तैयार पुलिस अधिकारी मेस में 1 लाउंज, 2 बेडरूम, 2 सूट रूम सहित 16 लोगो के एक साथ बैठने की है व्यवस्था पुलिस अधिकारी मेस का मुख्यमंत्री ने किया अवलोकन मुख्यमंत्री को पुलिस लाइन सुकमा में दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर


कभी नक्सली कमांडर रहे मड़कम ने कहा: मुख्यमंत्री जी आपने सड़क, कैम्प और स्कूलों को सुधारकर बदल दी है नक्सल प्रभावित इलाके की तस्वीर



कभी नक्सली संगठन में कमांडर रहे मड़कम मुदराज ने कोंटा में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आप बीती सुनाई और कहा कि मैं आपसे हाथ मिलाना चाहता हूं। इस पर मुख्यमंत्री ने बड़ी आत्मीयता से मड़कम के कंधे पर हाथ रखा और हाथ भी मिलाया। मुख्यमंत्री ने मड़कम के मुख्यधारा में लौटने पर सराहना की और उनके लिए ताली भी बजवायी। मड़कम के हाथों में बंदूक पहले भी थी और आज भी है। फर्क सिर्फ इतना है कि पहले खौफ ग्रामीणों में था और आज नक्सली इनके नाम से कांपते हैं। मड़कम ने बताया कि वे राह भटककर नक्सली संगठन में शामिल हो गए थे। लेकिन अपने ही भाई बन्धुओं का खून बहाने से आत्मग्लानि के चलते नींद नहीं आती थी। फिर एक दिन आत्मसमर्पण करने की ठान ली। आत्मसमर्पण के बाद एसपीओ बने। इसके बाद सिपाही, एएसआई, एसआई और अब डीआरजी में इन्स्पेक्टर हैं



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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 100 देवगुड़ियां एक साथ समर्पित की

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज भेंट-मुलाकात कार्यक्रम अभियान के तहत सुकमा जिले छिन्दगढ़ पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यहां मुसरिया माता का दर्शन एवं विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सुकमा जिले की 100 देवगुड़ियां समर्पित की। आदिवासियों के आस्था के केन्द्र इन देवगुड़ियों का जीर्णोंद्धार एवं सौंदर्यीकरण का कार्य मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के परिपालन में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अभी हाल ही में 5 करोड़ रुपए की लागत से कराया गया है।





मुख्यमंत्री ने इस मौके पर दो देवगुड़ियों के जीर्णाेंद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य का भूमिपूजन भी किया। इन दोनों देवगुड़ियों की मरम्मत एवं रंगरोगन का कार्य 10 लाख रूपए की लागत से होगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर देवगुड़ियों के पुजारियों से भेंट-मुलाकात की और उन्हें उपहार स्वरूप धोती, कुर्ता और पगड़ी भेंट किया। मुख्यमंत्री ने मुसरिया माता मंदिर प्रांगण में बरगद के पौधे का रोपण भी किया। इस अवसर प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद श्री दीपक बैज, चित्रकोट विधायक श्री राजमन बेंजाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हरीश कवासी, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी सहित जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।





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