रायपुर उत्तर विधानसभा सीट के समुद्र मंथन के बाद भाजपा के वर्तमान विधायक श्री चंद सुंदरानी का ही नाम फाइनल हुआ
खोदा पहाड अंततः निकले श्री चंदसुंदरानी। इतने लम्बे अंतराल और उठापठक के राजनितिक पार्टी के मठाधीशो के दावे वाली सीट घोषित कर दी गयी है । भाजपा ने उन्हें अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस भी अपना उम्मीदवार जल्दी ही घोषित कर देगी उसके बाद इस सीट का मुकाबला बड़ा ही रोमांच भरा होगा। इस विधानसभा से वर्तमान विधायक श्रीचंद सुंदरानी ही है। इसके पहले आंतरिक चुनावी सर्वे में श्रीचंद सुंदरानी को कमजोर प्रत्याशी बताया जा रहा था। इसके बाद भाजपा के बड़े महारथी इस सीट से अपनी किस्मत आजमाने को तैयार बैठे थे। जिसमे प्रमुखतः नाम संजय श्रीवास्तव ,सुनील सोनी केदारनाथ गुप्ता जैसे कद्दावर और प्रतिष्ठित राजनेताओ का नाम था अंततः बाजी श्रीचंद सुंदरानी ही ले कर गए ,
* तीनों ही नेताओं के लिए उच्च स्तर की सिफारिशें चलीं। यही कारण है कि उत्तर सीट को लेकर खूब माथा-पच्ची हुई। अंतिम समय में श्रीचंद के लिए शदाणी दरबार के संत युधिष्ठिर लाल समेत कुछ अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों की सिफारिशें काम कर गईं। शाम को श्रीचंद की टिकट पक्की होते ही सिंधी समाज के एक तबके में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। श्रीचंद के लिए कांग्रेस से मुकाबला पिछले चुनाव में कठिन था और इस बार भी कठिन रहेगा। रायपुर उत्तर कॉलोनियों वाली सीट मानी जाती है। यहां शिक्षित एवं उच्च पदों पर कार्यरत मतदाताओं का प्रतिशत ज्यादा है। रायपुर उत्तर के मतदाताओं के मन की थाह आसानी से नहीं मिलती। बहरहाल रायपुर पश्चिम एवं ग्रामीण की तरह रायपुर उत्तर का मुकाबला भी देखने लायक रहेगा।
“श्रीचंद सुंदरानी के टिकिट के लिए सिंधी समाज और चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स का भी दबाव था जिसके चलते भाजपा उच्च स्तरीय समिति को भी उनके नाम पर मुहर लगाना पड़ा ”
सूत्रों के मुताबिक शदाणी दरबार के धर्म गुरु संत युधिष्ठिर लाल की मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से चर्चा हुई थी। और इस चर्चा के गहरे अर्थ लगाए जा रहे थे और माना जा रहा था की उनकी उम्मीदवारी पर गंभीरता से विचार किया जायेगा। लेकिन बीच बीच में तरह तरह के कयास अन्य दावेदारों की भी तरफ से आ रहे थे अंततः श्रीचंद सुंदरानी के नाम की मुहर लग गयी .